Jharkhand Board JAC Class 10 Science Important Questions Chapter 16 प्राकृतिक संसाधनों का संपोषित प्रबंधन Important Questions and Answers.
JAC Board Class 10 Science Important Questions Chapter 16 प्राकृतिक संसाधनों का संपोषित प्रबंधन
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
प्राकृतिक संसाधन किसे कहते हैं?
उत्तर:
वे सभी पदार्थ जो हमें पृथ्वी पर प्राकृतिक रूप से उपलब्ध हैं, प्राकृतिक संसाधन कहलाते हैं जैसे-मृदा कोयला, पेट्रोल, वायु इत्यादि।
प्रश्न 2.
एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन का नाम लिखिए जो पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य कर रहा है।
उत्तर:
IUCNR (इण्टरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर एंड नेचुरल रिसोर्सेज)।
प्रश्न 3.
विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है?
उत्तर
5 जून को।
प्रश्न 4.
पश्चिम बंगाल के उस वन का नाम लिखिए जो स्थानीय समुदाय के सहयोग से समृद्ध हो गया।
उत्तर:
अराबाड़ी का सालवन।
प्रश्न 5.
खादिन और कुल्ठ किन प्रदेशों में जल संग्रहण के परंपरागत तरीके हैं?
उत्तर:
- खादिन-राजस्थान
- कुल्ह-हिमाचल प्रेश।
प्रश्न 6.
कोयला एवं पेट्रोलियम के भंडारों का निर्माण कैसे हुआ है?
उत्तर:
लाखों वर्ष पूर्व जीवों की जैव मात्रा के अपघटन से कोयला एवं पेट्रोलियम बने।
प्रश्न 7.
उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों का समान रूप से वितरण क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
हमारे संसाधनों का समान रूप से वितरण आवश्यक है ताकि सभी अमीर और गरीब लोग न कि मात्र मुट्ठीभर अमीर और शक्तिशाली इन संसाधनों के विकास से लाभ प्राप्त कर सकें।
प्रश्न 8.
विश्नोई लोग किस वृक्ष के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध हैं?
उत्तर:
खेजरी।
प्रश्न 9.
चिपक्रे आन्दोलन कब तथा कहाँ प्रारम्भ हुआ?
उत्तर:
चिपको आन्दोलन 1970 में गढ़वाल जनपद के रेनी ग्राम में प्रारम्भ हुआ।
प्रश्न 10.
अमृता देवी विश्नोई पुरस्कार किसलिये दिया जाता है।
उत्तर:
वन एवं जीव संरक्षण हेतु।
प्रश्न 11.
उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश में जलसंप्रहण की एक पारम्परिक व्यवस्था का नाम बताइए।
उत्तर:
बंघिस।
प्रश्न 12.
MPN (एम.पी.एन) से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
MPN = Most Probable Number (सार्वप्रायिक संख्या)।
प्रश्न 13.
अलवण जलीय पौधों और जंतुओं के जीवन के लिए सबसे अधिक सहायक pH परास क्या है?
उत्तर:
pH परास 6.57.5।
प्रश्न 14.
एक सफल वन संरक्षण क्रियानीति में क्या शामिल होना चाहिए?
उत्तर:
एक सफल वन संरक्षण क्रियानीति में सभी भौतिक (जैसे- जल, मृदा, पर्वत, ताप, खनिज, वायु आदि) और जैविक संघटकों के संरक्षण के लिए व्यापक कार्यक्रम शामिल होना चाहिए।
प्रश्न 15.
जैव-विविधता के नष्ट होने पर क्या प्रभाव हो सकता है?
उत्तर:
जैव-विविधता के नष्ट होने पर पारिस्थितिक स्थायित्व भी नष्ट हो सकता है।
प्रश्न 16.
दीघोंपयोगी विकास की संकल्पना क्या है?
उत्तर:
पर्यावरण को कम-से-कम क्षति पहुँचाए बिना वर्तमान आवश्यकताओं की पूर्ति तथा विकास को प्रोत्साहित करना ताकि भावी संतति के लिए संसाधनों का संरक्षण हो सके।
प्रश्न 17.
‘चिपको आन्दोलन’ का क्या कारण था?
उत्तर:
चिपको आंदोलन स्थानीय निवासियों को वनों से अलग करने की नीति का परिणाम था। गाँव के समीप वृक्ष काटने का अधिकार ठेकेदार को दे दिया गया था।
प्रश्न 18.
ईंधन किसे कहते हैं? उदाहरण सहित लिखो।
उत्तर:
ईंधन-जिन पदार्थों को जलाकर ऊर्जा (ऊष्मा) उत्पन्न की जा सकती है, उन्हें ईंधन कहते हैं।
ईंधन ठोस, द्रव गैस तीनों अवस्थाओं उपलब्ध होते हैं।
- ठोस ईंधन – कोयला, लकड़ी, चारकोल, कोक आदि।
- द्रव ईंधन- पेट्रोल, डीजल, केरोसीन आदि।
- गैस ईंधन – प्राकृतिक गैस, बायो गैस आदि।
प्रश्न 19.
घरेलू कार्य में प्रयुक्त किये जाने वाले ईंधनों के नाम लिखिए।
उत्तर:
लकड़ी, गोबर के कण्डे, चारकोल, कैरोसीन तथा तरल पेट्रोलियम गैस (L.P.G) ईंधन का उपयोग खाना पकाने तथा अन्य घरेलू ऊर्जा की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए किया जाता है।
प्रश्न 20.
गैसीय ईंधन इस्तेमाल करना सरल क्यों है?
उत्तर:
गैसीय ईंधन इस्तेमाल करना सरल है, क्योंकि-
- इसको आसानी (सरलता) से जलाया जा सकता है।
- इसके दहन से धुआँ या हानिकारक अवशेष नहीं बचते, जिससे पर्यावरण पर कुप्रभाव नहीं होता।
- इसका भण्डारण आसानी से किया जा सकता है तथा एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना भी सरल है।
- इसे आसानी से तथा सस्ते दामों पर प्राप्त किया जा सकता है।
- इसके दहन पर नियंत्रण रखा जा सकता है।
- इसका कैलोरी मान अधिक होता है।
प्रश्न 21.
कैलोरी मान की परिभाषा लिखिए।
उत्तर:
किसी ईंधन के एक ग्राम द्रव्यमान को जलाने से उत्पन्न ऊष्मा उस ईंधन का कैलोरी मान या ऊष्मीय मान कहलाती ऊष्मा उस है। प्रत्येक ईंधन का कैलोरी मान भिन्न-भिन्न होता है।
प्रश्न 23.
आदर्श ईंधन क्या है?
उत्तर:
अधिक कैलोरी मान वाला व आसानी से कम मूल्य पर सर्वदा उपलब्ध, संग्रहण एवं परिवहन में सरल वह ईंधन आदर्श कहलाता है, जो कम से कम प्रदूषण पैदा करे।
प्रश्न 24.
कोयले के तीन विभिन्न रूपों के नाम लिखिए।
उत्तर:
कोयले के तीन विभिन्न रूप निम्नलिखित हैं-
- भूरा कोयला
- बिटुमनी ( डामर युक्त) कोयला
- एन्थ्रासाइट।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
क्या प्रौद्योगिकी द्वारा असंसाधन को संसाधन में परिवर्तित किया जा सकता है? कैसे स्पष्ट करें?
उत्तर:
हाँ, प्रौद्योगिकी द्वारा असंसाधन को संसाधन में परिवर्तित किया जा सकता है। जैसे— पशुओं का मल गाँवों में व्यर्थ समझा जाता है। इसे उपले (कण्डे) बनाकर ईंधन के रूप में प्रयोग किया जाता है। गोबर गैस संयन्त्र द्वारा गोबर गैस बनायी जा सकती है। यह गैस एक उत्तम ईंधन है, यह नीली लौ के साथ उच्च ताप उत्पन्न करती है, इसे खाना पकाने प्रकाश के लिए उपयोग में लाया जाता है संयन्त्र में बचा अपशिष्ट बहुत अच्छी खाद होती है। इस प्रकार गोबर गैस संयन्त्र एक उच्च कोटि की प्रौद्योगिकी है, जो व्यर्थ वस्तुओं को सम्पदा में बदल देती है।
प्रश्न 2.
उन वैज्ञानिकों के नाम लिखिए, जिन्होंने रॉकेट में द्रवीय ईंधन का उपयोग किया।
उत्तर:
लगभग 50-60 वर्ष पहले अमेरिका के गोडार्ड तथा जर्मनी के बान ब्रान ने द्रव ईंधनों का प्रयोग करके रॉकेट विकसित किए।
प्रश्न 3.
दिक नियंत्रक (Rudder) का उपयोग लिखिए।
उत्तर:
पालों तथा दिक् नियंत्रक (Rudder) का उपयोग पाल नौकाओं को वांछित दिशा में चलाने में बहुत आवश्यक है।
प्रश्न 4.
चर घातांकी वृद्धि किसे कहते हैं?
उत्तर:
जब कोई वस्तु इस गति से बढ़ती है, तो किसी निश्चित समय (मान लो एक दिन या एक वर्ष) में वह दो गुनी हो जाए, तो ऐसी बढ़ोत्तरी को चर घातांकी (exponen tial growth) कहते हैं।
प्रश्न 5.
सन् 1940 से 1950 तक के प्रौद्योगिकी विकास बताइए।
उत्तर:
- प्रति जैविक दवाइयाँ (पेनीसिलिन, फ्लेमिंग और फ्लोरो 1942)
- प्रथम परमाणु श्रृंखला अभिक्रिया (फर्मों इत्यादि 1942)
- प्रथम परमाणु बम (अमेरिका 1945)
- ध्वनि की गति से तेज चलने वाला हवाई जहाज (1947)
- ट्रांजिस्टरों का आविष्कार (1948)
- प्रथम इलेक्ट्रॉनिक कम्प्यूटर (1946)।
प्रश्न 6.
पर्यावरण को बचाने के लिए पुनः चक्रण तथा पुनः उपयोग में से कौन-सा उपाय अच्छा है? उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
पुन: उपयोग पर्यावरण को बचाने का पुनःचक्रण से अच्छा उपाय है, क्योंकि पुनःचक्रण में कुछ ऊर्जा व्यय होती है। उदाहरण के लिए, प्लास्टिक की बोतलें, डिब्बे, काँच की बोतलें जैसे-जैम, अचार आदि का पुनः रसोईघर में वस्तुओं को के लिए उपयोग किया जा सकता है लेकिन इनका पुनः चक्रण द्वारा नए बोतल बनाने में अत्यधिक ऊर्जा एवं धन लगते हैं।
प्रश्न 7.
चिपको आन्दोलन क्या था? इसे किसने प्रारंभ किया?
उत्तर:
‘चिपको आंदोलन’ स्थानीय निवासियों को वनों से अलग करने की नीति का ही परिणाम था। इस आंदोलन का प्रारम्भ हिमालय की ऊँची पर्वत श्रृंखला में गढ़वाल के ‘रेनी’ नामक गाँव में एक घटना 1970 के प्रारंभिक दशक में हुआ था। यह विवाद लकड़ी के ठेकेदार तथा स्थानीय लोगों के बीच प्रारंभ हुआ था क्योंकि गाँव के समीप प के वृक्ष का अधिकार उसे दे दिया गया था।
एक दिन जब सभी पुरुष गाँव से बाहर तभी ठेकेदार के आदमी वहाँ वृक्ष काटने के लिए पहुँचे परन्तु वहाँ की महिलाओं ने पेड़ों को अपनी बाँहों में भरकर ठेकेदार के आदमियों को वृक्ष काटने से रोका। अंततः ठेकेदार को अपना काम बंद करना पड़ा, इसलिए इसे ‘चिपको आंदोलन’ कहा जाता है। यह आंदोलन सुंदरलाल बहुगुणा ने प्रारंभ किया था।
प्रश्न 8.
वनों को जैव-विविधता का विशिष्ट स्थल क्यों कहा जाता है?
उत्तर:
वनों को जैव विविधता का विशिष्ट स्थल इसलिए कहा जाता है, क्योंकि वनों में विभिन्न प्रकार के स्पीशीज बहुतायत संख्या में पाए जाते हैं जैसे- जीवाणु, कवक, फर्न, पुष्पी पादप, सूत्रकृमि, कीट, पक्षी, सरीसृप इत्यादि।
प्रश्न 9.
भौम जल संगृहीत जल की अपेक्षा अधिक लाभदायक क्यों है?
उत्तर:
जल के भौम जल के रूप में संरक्षण के कई लाभ हैं। यह वाष्प बनकर उड़ता नहीं है, परंतु यह आस-पास में फैल जाता है, बड़े में वनस्पति को नमी प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त इससे मच्छरों के जनन की समस्या भी नहीं होती है। भौम जल मानव एवं जंतुओं के अपशिष्ट में झीलों, तालाबों में ठहरे पानी के विपरीत संदूषित होने से अपेक्षाकृत सुरक्षित रहता है।
प्रश्न 10.
जल संभर प्रबंधन क्या है? इसके मुख्य उद्देश्य क्या हैं?
उत्तर:
जल संभर प्रबंधन में मिट्टी तथा जल संरक्षण पर जोर दिया जाता है जिससे कि ‘जैव मात्रा’ उत्पादन में वृद्धि हो सके। इसका प्रमुख उद्देश्य भूमि एवं जल के प्राथमिक स्त्रोतों का विकास, द्वितीयक संसाधन पौधों एवं जंतुओं का उत्पादन इस प्रकार करना जिससे पारिस्थितिक असंतुलन पैदा न हो सके। जल संभर प्रबंधन न केवल जल संभर समुदाय का उत्पादन एवं आय बढ़ाता है बल्कि सूखे एवं बाढ़ को भी शांत करता है तथा निचले बाँध एवं जलाशयों का सेवा काल भी बढाता है।
प्रश्न 11.
किन्हीं दो उन उत्पादों का पता लगाइये जो किसी उद्योग के आधार हैं। यह उद्योग लम्बे समय तक संपोषित हो सकता है ‘अथवा हमें इन उत्पादों की खपत को नियंत्रित करने की आवश्यकता है। व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
- लाख
- रबर।
इनकी खपत को नियंत्रित करने की आवश्यकता है अन्यथा ये उद्योग लम्बे समय तक सम्पोषित नहीं हो सकते हैं।
प्रश्न 12.
विकास पर्यावरण को कैसे प्रभावित करता है?
उत्तर:
विकास का अर्थ यातायात, परिवहन, औद्योगीकरण खनन आदि में वृद्धि से है। यह सभी क्रिया-कलाप प्राकृतिक संसाधनों के अतिशय दोहन को प्रोत्साहित करते हैं जिससे पर्यावरण को भारी हानि हो रही है।
प्रश्न 13.
मृदा संरक्षण के तीन उपाय लिखिए।
उत्तर:
- अधिकतम पेड़ लगाना।
- अनियन्त्रित पशुचारण पर रोक।
- रासायनिक उर्वरकों के स्थान पर प्राकृतिक खाद का उपयोग।
प्रश्न 14.
गंगा नदी पिछले कुछ वर्षों में किस तरह प्रदूषित हुई हैं? इसके प्रदूषण के मुख्य कारण क्या हैं?
उत्तर:
गंगा नदी के किनारे स्थित उत्तर प्रदेश, बिहार तथा बंगाल के 100 से भी अधिक नगरों ने इसे एक नाले में बदल दिया है। इसका मुख्य कारण इन नगरों द्वारा उत्सर्जित कचरा एवं मल का इसमें प्रवाहित किया जाना है। इसके अतिरिक्त मानव के अन्य क्रिया-कलाप हैं – नहाना, कपड़े व्यक्तियों की राख एवं शवों को को बहाना। उद्योगों द्वारा उत्पादित रासायनि उत्सर्जन से से गंगा का स्तर इतना बढ़ जाता है जिससे इसका जल विषैला हो गया है जिससे जल में मछलियाँ भी मरने लगी हैं।
प्रश्न 15.
संपोषणीय विकास से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
संपोषणीय विकास की संकल्पना मनुष्य की वर्तमान ‘आधारभूत आवश्यकताओं की की पूर्ति एवं विकास को प्रोत्साहित तो करती ही है साथ- ही है साथ-ही-साथ भावी संतति के लिए संसाधनों का संरक्षण भी करती है। आर्थिक विकास पर्यावरण संरक्षण से सम्बन्धित है। अतः संपोषणीय विकास से जीवन के सभी में आयाम में परिवर्तन निहित है।
प्रश्न 16.
जल संग्रहण किसे कहते हैं?
उत्तर:
जल संग्रहण का तात्पर्य है धरती पर पड़ने वाली प्रत्येक बूँद का संरक्षण करना जिससे जलाशयों, कुओं, नदियों इत्यादि का जल स्तर बढ़ जाए तथा ये पुनः जीवित जीवित हो जाएँ।
प्रश्न 17.
जीवाश्मी ईंधनों के दहन से उत्पन्न वाले, कार्बन डाइऑक्साइड के अतिरिक्त अन्य दो उत्पादों की सूची बनाइए। जब इन ईंधनों का दहन अपर्याप्त वायु में किया जाता है, तो क्या होता है? किसी एक ग्रीन हाउस (पौधघर) गैस का नाम लिखिए।
उत्तर:
अन्य दो उत्पाद हैं-नाइट्रोजन के ऑक्साइड, सल्फर के ऑक्साइड जब इन ईंधनों का दहन अपर्याप्त वायु में किया जाता है तो कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) गैस बनती है। ग्रीन हाउस (पौधघर) गैस कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) है।
प्रश्न 18.
खानाबदोश चरवाहों ने जब से अपने मवेशियों को पर्वतीय चरागाहों में चराना बंद किया तब से इन चरागाहों को क्या हानि हुई?
उत्तर:
घास बहुत लम्बी हो गई तथा लम्बाई के कारण जमीन पर गिर गई है जिससे नयी घास की वृद्धि रुक गई है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
चिपको आंदोलन कैसे प्रारंभ हुआ? इसने सरकार व समाज को किस प्रकार प्रभावित किया?
उत्तर:
‘चिपको आंदोलन’ हिमालय की ऊँची पर्वत श्रृंखला में गढ़वाल के ‘रेनी’ नामक गाँव में एक घटना से 1970 के प्रारम्भिक दशक में हुआ था। यह विवाद लकड़ी के ठेकेदार एवं स्थानीय लोगों के बीच प्रारंभ हुआ क्योंकि गाँव के समीप के वृक्ष काटने का अधिकार उसे दे दिया गया था। एक निश्चित दिन ठेकेदार के आदमी वृक्ष काटने के लिए आए जबकि वहाँ के निवासी पुरुष वहाँ नहीं थे। बिना किसी डर के वहाँ की महिलाएँ फौरन वहाँ पहुँच गई तब उन्होंने पेड़ों को अपनी बाँहों में भरकर ठेकेदार के आदमियों को वृक्ष काटने से रोका जिससे ठेकेदार को अपना काम बंद करना पड़ा।
‘चिपको आंदोलन’ बहुत तेजी से बहुत-से समुदायों में फैल गया एवं जनसंचार ने भी इसमें योगदान दिया तथा सरकार को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि वन किसके हैं तथा वन संसाधनों के समुचित उपयोग के लिए प्राथमिकता तय करने के लिए पुनर्विचार पर मजबूर कर दिया। अनुभव ने लोगों को सिखा दिया है कि वनों के विनाश से केवल वन की उपलब्धता ही प्रभावित नहीं होती बल्कि मिट्टी की एवं जल स्रोत भी प्रभावित होते हैं। स्थानीय गुणवत्ता लोगों की भागीदारी से निश्चित रूप से वनों के प्रबंधन की दक्षता बढ़ेगी।
प्रश्न 2.
एक संसाधन के रूप में वन का क्या महत्त्व है?
उत्तर:
वन नवीकरणीय उत्पाद है और इनमें निम्नलिखित संसाधन उपलब्ध होते हैं-
- यह जल चक्र नियमन में महत्त्वपूर्ण योगदान देता है।
- वातावरण में O2 तथा CO2 के संतुलन कायम रखने में सहायता करता है।
- वन्य जीवन के लिए आवास, भोजन, संरक्षण आदि प्रदान करता है।
- वन हमारे लिए आवश्यक वस्तुओं जैसे-ईंधन के लिए लकड़ी, टिम्बर, कागज निर्माण के लिए कच्चा माल, ओषधियाँ, रेजिन, फल, बीड़ी बनाने के लिए पत्तियाँ आदि के स्रोत हैं।
- मिट्टी की जलधारिता क्षमता बेहतर होती है।
प्रश्न 3.
बंगाल के अराबाड़ी वनों को संरक्षित वन का एक उत्तम उदाहरण क्यों माना जाता है?
उत्तर:
सन् 1972 में पश्चिम बंगाल वन विभाग मिदनापुर के अराबाड़ी वन क्षेत्र में एक योजना शुरू की। यहाँ पर पर वन विभाग के एक दूरदर्शी अधिकारी ए. के. बनर्जी ने ग्रामीणों को अपनी योजना में शामिल किया और उनके सहयोग से बुरी तरह से क्षतिग्रस्त साल के वन की 1272 हेक्टेयर भूमि का संरक्षण किया।
इस मदद के बदले में लोगों को वनों की देखभाल के लिए रोजगार मिला साथ ही उन्हें वहाँ से उपज के 25 प्रतिशत के उपयोग का अधिकार तथा बहुत कम दाम पर ईंधन के लिए लकड़ी तथा पशुओं को चराने की। अनुमति भी दी गयी थी। स्थानीय लोगों की सहमति तथा सक्रिय भागीदारी से अराबाड़ी का सालवन 1983 तक समृद्ध हो गया और पहले बेकार कहे जाने वाले वन का मूल्य 12.7 करोड़ हो गया।
प्रश्न 4.
अपने दैनिक जीवन में किए जाने वाले उन पाँच क्रिया-कलापों की सूची बनाइए जिनमें प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण किया जा सकता के उपयोग को कम किया जा सकता है।
उत्तर:
अपने दैनिक जीवन में किए जाने वाले पाँच क्रिया-कलापों की सूची निम्नलिखित है-
- अनावश्यक पंखे और लाइट का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- सौर जल-ऊष्मा युक्तियों का प्रयोग कीजिए।
- परम्परागत बल्ब या ट्यूबलाइटों के स्थान पर CFL बल्बों या LED बल्ब का प्रयोग कीजिए।
- खराब नल को तुरंत ठीक करवाएँ तथा सोने पूर्व व कहीं बाहर निकलने से पहले सभी नल की टोटियों को बंद कर दीजिए।
- कम दूरी के लिए पैदल या साइकिल का प्रयोग कीजिए।
प्रश्न 5.
क्या होगा, यदि प्रदूषित पानी को नदी में बहा दिया जाए?
उत्तर:
प्रदूषित पानी को नदी में बहाने पर यह पानी नदी के जल को प्रदूषित कर देता है। इसके निम्नलिखित दुष्प्रभाव है-
- जलीय जीव नष्ट हो जाते हैं।
- पानी के उपयोग में लाने वाले जीव भी प्रभावित होते हैं।
- दूषित जल वनस्पति तथा फसलें भी प्रभावित होती हैं।
प्रश्न 6.
प्रौद्योगिकी से विकास होता है? उदाहरण सहित समझाइये।
उत्तर:
मुख्य खोजों तथा आविष्कारों से प्रौद्योगिकी का विकास होता है। इनसे पूरे विश्व के समाज के विकास की दर में भी परिवर्तन होता है। जिस समाज ने आग जलानी सीख ली थी, उसका विकास उनकी अपेक्षा जल्दी हुआ, जिन्होंने आग जलाना नहीं सीखा था, खानाबदोशों की अपेक्षा कृषि प्रधान समाज का बहुमुखी विकास होता है। इसी प्रकार धातुओं की खोज तथा उनका उपयोग बारूद की खोज तथा भाप के इंजन का आविष्कार मनुष्य के जीवन में महत्त्वपूर्ण घटनाएँ हैं।
जिस प्रकार प्रौद्योगिकी का विकास विज्ञान के आविष्कार से हुआ, उसी प्रकार प्रौद्योगिकी के उपयोग से कई नई वैज्ञानिक खोजें हुई। इसका एक उदाहरण जेम्स वाट द्वारा आविष्कृत भाप का इंजन है। वाट के इंजन की सफलता के बाद इसके कई साथियों ने ऊष्मा तथा शक्ति के सम्बन्ध में सिद्धान्त दिए। उन्होंने इस प्रकार के प्रश्न पूछे कि वाट का इंजन पुराने इंजनें की अपेक्षा क्यों अधिक कार्यक्षम है। किसी निश्चित मात्रा के ईंधन से अधिक-से-अधिक कितनी शक्ति प्राप्त की जा सकती है। शक्ति के संचरण में हानि को किस प्रकार बचाया जा सकता है। इन प्रश्नों के उत्तर से विज्ञान के एक नये क्षेत्र का विकास हुआ, जिसे हम थर्मोडायनॉमिक्स (ऊष्मागतिकी) कहते हैं।
दूरदर्शी, प्रौद्योगिकी के विकास का दूसरा उदाहरण है। इस उपकरण का आविष्कार डेनमार्क के वैज्ञानिक ने किया था। परन्तु विज्ञान के लिए इसका उपयोग सर्वप्रथम इटली के गैलिलियो नामक वैज्ञानिक ने किया था। उसने दूरदर्शी का उपयोग आकाश को देखने के लिए किया तथा बृहस्पति के उपग्रहों, चन्द्रमाओं की विशिष्टताओं की खोज की। उसने खगोल विज्ञान की एक शाखा का 1609 में विकास किया।
तीसरा उदाहरण वर्तमान शताब्दी से है। लगभग 50-60 वर्ष पहले अमेरिका के गोडार्ड तथा जर्मनी के बान ब्रान ने द्रव ईंधनों का प्रयोग करके रॉकेट विकसित. किए। द्वितीय महायुद्ध (1939-1944) के समय जर्मनी के प्रयोगों से एक ऐसे रॉकेट का आविष्कार हुआ, जिससे हथियारों को कई हजार किलोमीटर की दूरी तक भेजा जा सकता था। इन्हें V-2 रॉकेट कहते थे और उनसे अन्तरिक्ष युग का प्रारम्भ हुआ। उसके पश्चात् रॉकेट विज्ञान में बहुत उन्नति हुई है।
आज ऐसे रॉकेट उपलब्ध हैं, जिनके द्वारा अन्तरिक्ष वाहनों को अन्तरिक्ष में विभिन्न ग्रहों तथा गैलेक्सियों में भेजा जा सकता है। 1969 में अमेरिका के नील आर्मस्ट्रांग तथा एडविन चन्द्रमा पर पहुँचे तथा अपने साथ वहाँ की मिट्टी तथा पत्थर लाए। अतः 360 वर्षों (10 पीढ़ियों) में चन्द्रमा का अध्ययन दूरदर्शी की अपेक्षा सूक्ष्मदर्शी में परिवर्तित किया।
प्रश्न 7.
औद्योगिकी क्रान्ति में प्रौद्योगिकी का क्या योगदान है? समझाइये।
उत्तर:
उत्तर-ऊर्जा के नए स्रोतों की उपलब्धि के पश्चात् अमेरिका तथा यूरोप में कई नए उद्योग धन्धे प्रारम्भ हुए। इनमें स्टील, रेलें, कपड़ा, परिवहन तथा विद्युत की वस्तुएँ प्रमुख हैं। कपड़ा धागों द्वारा बनता है। धागे करघे में तैयार किए जाते हैं। हाथ से चलने वाले करघे में कारीगर (अपनी पेशीय ऊर्जा से) दिन भर में केवल कुछ ही मीटर कपड़ा तैयार कर सकता है, परन्तु विद्युत शक्ति का इस्तेमाल करके ऐसी मिलें बनाई गई हैं, जिनमें प्रतिदिन कई हजार मीटर कपड़ा तैयार किया जा सकता है।
किसी फैक्ट्री अथवा उद्योग में वस्तुओं का उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जा सकता है। वस्तुओं के अधिक उत्पादन का लाभ यह है कि हमें उसी प्रकार की वस्तु सस्ते दामों पर उपलब्ध हो जाती है। यूरोप में 18 वीं तथा 19 वीं शताब्दी की औद्योगिकी क्रांति से यही हुआ। यह क्रांति किस प्रकार संभव हुई ? इसके कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं-मशीनों को चलाने के लिए ऊर्जा के नए स्रोत विज्ञान के कई मूल सिद्धान्तों की उत्पत्ति, पदार्थों के उत्पादन में विज्ञान के सिद्धान्तों का प्रयोग तथा वस्तुओं का अधिक मात्रा में उत्पादन हुआ, जिससे गुणवत्ता, अच्छी रहे तथा कीमतों में कमी आए। उद्योग द्वारा वस्तुएँ अधिक मात्रा में तथा कम कीमत पर उपलब्ध कराई जा सकती हैं।
औद्योगिक क्रांति से एक नया युग आरम्भ हुआ। प्रत्येक क्षेत्र में कई आविष्कार हुए। भाप इंजन से रेलों तथा बड़े जहाजों का विकास हुआ, जिसमें वायु तथा पालों की आवश्यकता नहीं होती थी। जहाँ पेट्रोल उपलब्ध हुआ, तो ऐसे हल्के इंजन बनाए गए, जो बहुत शक्तिशाली थे। इन इंजनों का प्रयोग राइट ब्रदर्स ने 1903 में हवाई जहाज उड़ाने के लिए किया। आजकल बड़े वायुयानों का उपयोग बहुत सामान्य हो गया है। आजकल कई नए पदार्थ जैसे-स्टेनलैस स्टील, प्लास्टिक, नाइलॉन तथा अन्य धातुओं के मिश्रण बनाए जा चुके हैं।
ऐसी कई नई ओषधियों की खोज की जा चुकी है, जिनमें मृत्यु-दर बहुत कम हो गई है। पहले बहुत-से मनुष्य मलेरिया, चेचक, इन्प्लूएंजा तथा टी.बी. आदि जैसी बीमारियों से मर जाते थे। आजकल इन बीमारियों का इलाज हो जाता है। संचार एक और ऐसा क्षेत्र है, जिसमें प्रौद्योगिकी के कारण बहुत विकास हुआ है। मुद्रण यंत्र के आविष्कार से पहले पुस्तक की प्रत्येक प्रति हाथ से लिखी जाती थी। टेलीग्राम, रेडियो तथा अब टेलीविजन से हमें समाचार बहुत जल्दी प्राप्त होते हैं। रेडियो की तरंगें प्रकाश की चाल से चलती हैं। वे एक सेकण्ड में पृथ्वी के सात चक्कर लगा सकती हैं।
आप देख सकते हैं कि, प्रौद्योगिकी का विकास किस प्रकार हुआ। पिछले 50 वर्षों में यह विकास बहुत तेजी से हुआ है। 1950 में रेडियो का आकार बहुत बड़ा होता था। उनमें निर्वात नलिकाएँ होती थीं तथा घरेलू विद्युत लाइन आवश्यक थी, रेडियो बहुत ही कम लोगों के पास थे। बड़े गाँवों व छोटे कस्बों में कुछ गिने-चुने रेडियो थे जब ट्रांजिस्टर का विकास हुआ, तो पॉकेट रेडियो बहुत अधिक संख्या में बनने लगे। वर्तमान सूचना क्रान्ति के युग में रेडियों का स्थान मोबाइल ने ले लिया है और रेडियो का युग लगभग समाप्त हो गया है। आज इंटरनेट ने पूरी दुनिया को एक मुट्ठी में कैद कर लिया है। इंटरनेट के द्वारा संसार भर की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
प्रश्न 8.
किसी प्रौद्योगिकी को अपनाने में कम समय क्यों लगता है? कारणों की चर्चा कीजिए।
उत्तर:
आजकल नई प्रौद्योगिकी को अपनाने में और व्यापक पैमाने में प्रयोग करने में बहुत अधिक समय नहीं लगता है। प्राचीन काल में नई प्रौद्योगिकी का व्यापक पैमाने पर उपयोग होने पर बहुत समय लगता था।
उदाहरणार्थ- माचिस का आविष्कार 19वीं शताब्दी के मध्य हुआ। लेकिन इसका व्यापक उपयोग होने में 70 वर्ष लगे, जबकि सर हम्परी डेवी द्वारा आविष्कृत सुरक्षा लैम्प यूरोप की खानों में केवल 10 वर्षों में व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने लगा था। आजकल किसी प्रौद्योगिकी के विकास तथा उसे अपनाने में बहुत कम समय लगता है क्योंकि सबसे सर्वप्रथम बात यह है कि किसी प्रौद्योगिकी का विकास आवश्यकता पड़ने पर ही किया जाता है।
उदाहरणार्थ- जैव प्रौद्योगिकी द्वारा रक्त तथा अन्य सैम्पलों के विश्लेषण की सही विधि विकसित हो गई है। इससे कई बीमारियों की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इनमें से कई तो सरलता से इस्तेमाल करने के लिये किट के रूप में उपलब्ध हैं। रक्त के विश्लेषण की आवश्यकता बहुत बार होती है और इन किटों द्वारा यह विश्लेषण सफलतापूर्वक किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त प्रौद्योगिकी से मनुष्य की कार्यक्षमता और आर्थिक लाभ होना चाहिए। प्लास्टिक इसका एक उदाहरण है।
प्रौद्योगिकी से हमें खाना बनाने तथा संग्रहण के लिए प्लास्टिक के बर्तन उपलब्ध हैं। इसका रख-रखाव आसानी से किया जा सकता है। ये बर्तन सस्ते मिलते हैं तथा आसानी से नष्ट नहीं होते तथा न ही टूटते हैं ये भार में हल्के होते हैं तथा धातुओं की ऊष्मा के कुचालक होते हैं। संक्षेप में हम यह कह सकते हैं कि ये टिकाऊ और सस्ते भी है। तीसरे प्रौद्योगिकी की जानकारी आसानी से शीघ्र तथा विस्तारपूर्वक उपलब्ध होना चाहिये।
आज से लगभग 40 वर्ष पूर्व भी किसी जानकारी को पृथ्वी के विभिन्न भागों में पहुँचने तथा समझने व्यापक सुविधाओं से अब संसारभर में समाचार कुछ ही सेकण्ड में पहुँच जाते हैं। प्राचीनकाल की अपेक्षा अब प्रौद्योगिकी को अधिक तेजी से अपनाया जा सकता है। प्रौद्योगिकी के जल्दी अपनाने के मुख्य कारण इस प्रकार में बहुत समय लगता था, परन्तु संचार तथा यातायात की हैं-
- आवश्यकताओं की पूर्ति
- इस्तेमाल करने में आसानी तथा कार्यक्षमता
- विधि से आर्थिक लाभ
- प्रौद्योगिकी के बारे में तेजी से जानकारी।
इन्हीं कारणों से कोई प्रौद्योगिकी दूसरी प्रौद्योगिकी का स्थान ले लेती है। अब रासायनिक उर्वरक का उत्पादन अधिक मात्रा में होने लगा, तो उन्होंने खेतों में खाद का स्थान ले लिया। जब वाहनों का आविष्कार हुआ, तो उन्होंने बैलगाड़ियों का स्थान ले लिया। अब सड़कों के वाहनों तथा पानी के जहाज की अपेक्षा हवाई जहाज अधिक प्रचलित हो गये हैं।
40 वर्ष पहले रेडियो निर्वात नलिकाओं के बनाए जाते थे तथा इनका आकार बड़ा होता था। ट्रांजिस्टर तथा एकीकृत परिपथों के आविष्कार के बाद अब जो रेडियो खरीदते हैं, वे बहुत सस्ते, भार में हल्के होते है। अब रेडियो का स्थान मोबाइलों ने ले लिया है जो बहुत ही छोटे होते हैं तथा इन्हें आसानी से पॉकेट में रखा जा सकता है। इनके प्रयोग से व्यक्ति कहीं भी अपने मित्रों, रिश्तेदारों से बात कर सकता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. हमें निम्नलिखित वस्तुएँ दिखाई देती हैं। इनमें से कौन-सा प्राकृतिक संसाधन नहीं है?
(a) बिखरा हुआ कचरा
(b) जल
(c) बिल्ली
(d) आम का वृक्ष।
उत्तर:
(a) बिखरा हुआ कचरा
2. निम्नलिखित में कौन-सा प्राकृतिक संसाधन है?
(a) गंगा नटी
(b) ईंटें
(c) सीमेंट
(d) पुल।
उत्तर:
(a) गंगा नटी
3. भारत के किस प्रदेश में नगर सिंचाई परियोजना को कुल्ह के नाम से पुकारा जाता है?
(a) हरियाणा
(b) पंजाब
(c) हिमाचल प्रदेश
(d) मध्य प्रदेश
उत्तर:
(c) हिमाचल प्रदेश
4. जल संग्रहण एक प्रक्रिया है जो सम्बन्धित है-
(a) जल नहरों का शाखान्वयन
(b) नदियों का शाखान्वयन
(c) वर्षा जल का संग्रहण
(d) गंदे जल का संग्रहण।
उत्तर:
(c) वर्षा जल का संग्रहण
5. कोयला तथा पेट्रोलियम परम्परागत ईंधन हैं जो निम्न के परिवर्तन के कारण उत्पन्न हुए हैं-
(a) केवल प्राणियों के मृत शरीरों द्वारा
(b) केवल वनस्पतियों के मृत शरीरों द्वारा
(c) सागरीय प्राणियों के मृत शरीरों द्वारा
(d) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(d) उपर्युक्त सभी।
6. गंगा नदी में कॉलिफॉर्म जीवाणुओं के प्रचुर मात्रा में पाए जाने का प्रमुख कारण क्या है?
(a) जल में अधजली लाशों को प्रवाहित करना
(b) इलेक्ट्रोप्लेटिंग उद्योगों से निकलने वाले बहिःस्रावों का प्रवाहित किया जाना
(c) कपड़े धोना
(d) भस्म को जल में प्रवाहित करना।
उत्तर:
(a) जल में अधजली लाशों को प्रवाहित करना
7. किसी नदी के तट पर से, जहाँ अनेक फैक्ट्रियों के बहिःस्राव आकर जल में प्रवाहित हो रहे थे, एकत्रित किए जल नमूने को pH 8.5 4.5 की परास में अम्लीय पाया गया। निम्नलिखित फैक्ट्रियों में से कौन-सी फैक्ट्री के बहिःस्राव के कारण नदी के जल का pH कम हो गया?
(a) साबुन और अपमार्जक फैक्ट्री
(b) सीसे की बैट्री बनाने वाली फैक्ट्री
(c) प्लास्टिक के प्यालों का निर्माण करने वाली फैक्टी
(d) ऐल्कोहॉल फैक्ट्री
उत्तर:
(b) सीसे की बैट्री बनाने वाली फैक्ट्री
8. नीचे दी गई सूची में से उस वस्तु को चुनिए जो एक प्राकृतिक संसाधन नहीं है-
(a) मृदा
(b) जल
(c) विद्युत
(d) वायु
उत्तर:
(c) विद्युत
9. विश्व का सबसे तेजी के साथ घटता जा रहा प्राकृतिक संसाधन कौन-सा है?
(a) जल
(b) वन
(c) पवन
(d) सूर्य का प्रकाश
उत्तर:
(b) वन
10. प्राकृतिक संसाधन की सबसे उपयुक्त परिभाषा यह है कि यह ऐसी उपयोगी वस्तु / पदार्थ है, जो-
(a) केवल पृथ्वी पर विद्यमान है।
(b) प्रकृति की एक ऐसी देन जो मानव जाति के लिए बहुत लाभप्रद है।
(c) मानव द्वारा निर्मित एक पदार्थ जिसे प्रकृति को सौंप दिया गया है।
(d) केवल वन में पाया जाता है।
उत्तर:
(b) प्रकृति की एक ऐसी देन जो मानव जाति के लिए बहुत लाभप्रद है।
11. निम्नलिखत में से कौन ग्रीन हाउस गैस है?
(a) नाइट्रोजन (NO2)
(b) सल्फर डाइऑक्साइड (SO2)
(c) कार्बन मोनोऑक्साइड (CO)
(d) कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
उत्तर:
(d) कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
12. गंगा सफाई योजना किस वर्ष प्रारम्भ हुई?
(a) 1980
(b) 1985
(c) 1990
(d) 1975
उत्तर:
(b) 1985
13. वन एवं वन्य जीवों का संरक्षण क्यों आवश्यक है?
(a) जैवविविधता को संरक्षित करने के लिए
(b) पर्यावरण संतुलन के लिए
(c) पारिस्थितिक स्थायित्व के लिए
(d) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(d) उपर्युक्त सभी
14. निम्नलिखित में से पारिहितैषी क्रिया-कलाप चुनिए-
(a) परिवहन के लिए मोटर गाड़ी का उपयोग करना।
(b) खरीददारी के लिए पॉलीथिन की थैलियों का उपयोग करना।
(c) कपड़े रंगने के लिए रंगों का उपयोग करना।
(d) सिंचाई के लिए बिजली के उत्पादन हेतु पवन मिलों का उपयोग करना।
उत्तर:
(d) सिंचाई के लिए बिजली के उत्पादन हेतु पवन मिलों का उपयोग करना।
15. गंगा जल प्रदूषण का कारण है-
(a) नगरों द्वारा उत्सर्जित कचरा और मल
(b) उद्योगों द्वारा उत्पादित रसायनों का निपटान
(c) शवों को गंगा में बहाना
(d) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(d) उपर्युक्त सभी।
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
- वन …………………. के विशिष्ट स्थल हैं।
- भारत में वर्षा मुख्यतः …………………. पर निर्भर करती है।
- …………………. एवं …………………. लाखों वर्ष पूर्व जीवों की जैव मात्रा के अपघटन से प्राप्त होते हैं।
- …………………. का अर्थ है, वर्षा के पानी को इकट्ठा करना व इसे उपयोग में लाना।
- विश्व पर्यावरण दिवस …………………. को मनाया जाता है।
- …………………. इसलिए प्रारम्भ की गई क्योंकि गंगा के जल की गुणवत्ता बहुत कम हो गई थी।
- खनन से …………………. फैलता है।
- किसी वस्तु का बार-बार उपयोग …………………. कहलाता है।
- सारी वस्तुएँ जिनका हम उपयोग करते हैं, हमें …………………. से प्राप्त होती हैं।
उत्तर:
- जैवविविधता
- मानसून
- कोयला, पेट्रोलियम
- जल संग्रहण
- 5 जून
- गंगा सफाई योजना,
- प्रदूषण
- पुन: उपयोग
- प्राकृतिक संसाधनों।