JAC Board Class 10th Social Science Important Questions Civics Chapter 3 लोकतंत्र और विविधता
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. निम्न में से किस वर्ष मैक्सिको सिटी में ओलंपिक खेल हुए?
(क) 1968 में
(ख) 1975 ई.
(ग) 2009 ई.
(घ) 2005 ई.
उत्तर:
(क) 1968 में
2. सामाजिक विभाजन अधिकांशतः आधारित होता है
(क) मृत्यु पर
(ख) वंश पर
(ग) परिवार पर
(घ) जन्म पर
उत्तर:
(घ) जन्म पर
3. संयुक्त राज्य अमेरिका में 1954 से 1968 ई. के मध्य संचालित आन्दोलन का नाम था
(क) नागरिक अधिकार आन्दोलन
(ख) अश्वेत शक्ति आन्दोलन
(ग) सत्याग्रह आन्दोलन
(घ) ये सभी
उत्तर:
(क) नागरिक अधिकार आन्दोलन
4. ग्रेट ब्रिटेन की अधिकांश जनसंख्या किस धर्म को मानने वालों की है?
(क) ईसाई
(ख) हिन्दू
(ग) बौद्ध
(घ) मुस्लिम
उत्तर:
(क) ईसाई
5. श्रीलंका में श्रीलंका केवल सिंहलियों के लिए’ की मांग किस समुदाय की पहचान एवं हितों के खिलाफ थी?
(क) तमिल समुदाय के
(ख) सिंहली समुदाय के
(ग) हिन्दू समुदाय के
(घ) मुस्लिम समुदाय के
उत्तर:
(क) तमिल समुदाय के
रिक्त स्थान पूर्ति सम्बन्धी प्रश्न
निम्नलिखित रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।
1. ओलम्पिक खेलों में एफ्रो-अमेरिकी ऑमी स्मिथ न जॉन कार्लोप के……….व……पदक जीता था।
उत्तर:
स्वर्ण, रजत,
2. सामाजिक अन्तर दूसरी अन्य से विभिन्नताओं में ऊपर और बड़े हो जाने पर………होता है।
उत्तर:
सामाजिक विभाजन,
3. ……..में सामाजिक विभाजन की अभिव्यक्ति एक सामान्य बात है।
उत्तर:
लोकतंत्र,
4. अश्वेत शक्ति आन्दोलन सन्……………….के मध्य चला।
उत्तर:
1966, 1975।
अति लयूत्तरात्मक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
मैक्सिको ओलंपिक में टॉमी स्मिथ एवं जॉन कार्लोस ने बिना जूतों के मोजे पहनकर पदक क्यों प्राप्त किए?
उत्तर:
अमेरिकी अश्वेत लोगों की गरीबी को जताने के लिए।
प्रश्न 2.
टॉमी स्मिथ एवं जॉन कार्लोस में समानता बताइये।
उत्तर:
टॉमी स्मिथ एवं जॉन कार्लोस दोनों ही एफ्रो अमेरिकी खिलाड़ी थे।
प्रश्न 3.
एफ्रो-अमेरिकन से आप क्या समझते हो?
उत्तर:
एफ्रो-अमेरिकन, अश्वेत अमेरिकी या अश्वेत शब्द उन अफ्रीकी लोगों के वंशजों के लिए प्रयुक्त होता है जिन्हें 17 वीं सदी से लेकर 19 वीं सदी की शुरुआत तक अमरीका में गुलाम बनाकर लाया गया था।
प्रश्न 4.
मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने अमेरिका में किस आन्दोलन का नेतृत्व किया था?
उत्तर:
मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने अमेरिका में नागरिक अधिकार आन्दोलन का नेतृत्व किया था।
प्रश्न 5.
स्मिथ और कार्लोस का ओलंपिक पदक क्यों वापस ले लिया गया?
उत्तर:
अन्तर्राष्ट्रीय ओलंपिक संघ ने कार्लोस और स्मिथ को राजनीतिक बयान देकर ओलंपिक भावना का उल्लंघन करने का दोषी माना था।
प्रश्न 6.
सामाजिक भेदभाव की उत्पत्ति के लिए उत्तरदायी कारक कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
- जन्म,
- पसन्द या चुनाव,
- धर्म,
- आर्थिक स्थिति।
प्रश्न 7.
किस देश में वर्ग और धर्म के मध्य गहरी समानता है?
उत्तर:
उत्तरी आयरलैंण्ड में वर्ग और धर्म के मध्य गहरी ‘समानता है।
प्रश्न 8.
स्वीडन व जर्मनी में किस प्रकार का समाज है?
उत्तर:
स्वीडन व जर्मनी में समरूप समाज है।
प्रश्न 9.
उत्तरी आयरलैण्ड में प्रोटेस्टेंटों की प्रमुख माँग क्या है?
उत्तर:
उत्तरी आयरलैण्ड को आयरलैण्ड गणराज्य के साथ मिलाना।
प्रश्न 10.
बेल्जियम में किस प्रकार की सामाजिक विभिन्नता देखने को मिलती है?
उत्तर:
बेल्जियम में भाषायी विभिन्नता देखने को मिलती है।
प्रश्न 11.
सामाजिक विभाजनों की राजनीति का परिणाम किन बातों पर निर्भर करता है?
उत्तर:
- लोगों को अपनी महचान के प्रति आग्रह की भावना,
- राजनीतिक दलों की माँगें,
- सरकार का दृष्टिकोण।
लयूत्तरात्मक प्रश्न (SA1)
प्रश्न 1.
टॉमी स्मिथ व जॉन कार्लोस ने 1968 ई. में मैक्सिको सिटी में हुए ओलंपिक खेलों के समय संयुक्त राज्य अमेरिका में होने वाले रंगभेद मसले के प्रति अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान किस प्रकार आकर्षित किया?
उत्तर:
टॉमी स्मिथ व जॉन कार्लोस ने निम्नलिखित प्रकार से अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया था:
- उन्होंने अमेरिकी अथवा अश्वेत लोगों की गरीबी जताने के लिए बिना जूतों के केवल मोजे पहनकर पुरस्कार लिया था।
- टॉमी स्मिथ ने अश्वेत लोगों के आत्मगौरव का प्रतीक काले मफलर जैसा परिधान अपने गले में पहना था।
- जॉन कार्लोस ने मारे गये अश्वेत लोगों की याद में काले मनकों की माला पहनी थी।
प्रश्न 2.
“सामाजिक विभाजन अधिकांशतः जन्म पर आधारित होता है।” इस कथन की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
सामाजिक विभाजन अधिकांशतः जन्म पर आधारित होता है- सामान्य तौर पर अपना समुदाय चुनना हमारे वश में नहीं होता। हम सिर्फ इस आधार पर किसी विशेष समुदाय के सदस्य हो जाते हैं कि हमारा जन्म उस समुदाय के एक परिवार में हुआ होता है। जन्म पर आधारित सामाजिक विभाजन का अनुभव हम अपने दैनिक जीवन में लगभग प्रतिदिन करते हैं। हम अपने आस-पास देखते हैं कि चाहे कोई स्त्री है या पुरुष, लम्बा है या छोटा, सबकी चमड़ी का रंग अलग-अलग है। उनकी शारीरिक क्षमताएँ व अक्षमताएँ अलग-अलग हैं।
प्रश्न 3.
पहली नज़र में “राजनीति और सामाजिक विभाजनों का मेल बहुत खतरनाक और विस्फोटक लगता है।” कथन की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
यदि राजनीतिक दल समाज में मौजूद विभाजनों के हिसाब से राजनीतिक होड़ करने लगें तो इससे सामाजिक विभाजन, राजनीतिक विभाजन में बदल सकता है और ऐसी स्थिति में विखण्डन की ओर जा सकता है, ऐसा कई देशों में हो चुका है। उदाहरण के लिए, आयरलैंण्ड के विद्रोह में सुरक्षा बलों सहित सैकड़ों लोग मारे गये। इसी प्रकार की स्थिति यूगोस्लाविया में हुई थी, जो कई टुकड़ों में बँट गया था।
प्रश्न 4.
“लोकतन्त्र में सामाजिक विभाजन की राजनीतिक अभिव्यक्ति एक सामान्य बात है और यह एक स्वस्थ राजनीतिक लक्षण भी हो सकता है।” कथन की व्याख्या कीजिए।
अथवा
किस प्रकार सामाजिक अंतरों में लोकतंत्र सुदृढ़ होता है?
उत्तर:
लोकतंत्र में सामाजिक विभाजन की राजनीतिक अभिव्यक्ति एक स्वस्थ राजनीतिक लक्ष्य भी हो सकता है। इससे विभिन्न छोटे सामाजिक समूह हाशिए पर पड़ी जरूरतों और परेशानियों को जाहिर करते हैं तथा सरकार का ध्यान अपनी ओर खींचते हैं। राजनीति में विभिन्न प्रकार के सामाजिक विभाजनों के बीच की अभिव्यक्ति ऐसे विभाजनों के मध्य संतुलन उत्पन्न करने का कार्य भी करती है। इसके चलते कोई भी सामाजिक विभाजन एक सीमा से अधिक उग्र नहीं हो पाता। इस स्थिति में लोकतंत्र मजबूत ही होता है।
लघूत्तरात्मक प्रश्न (SA2)
प्रश्न 1.
सामाजिक भेदभाव की उत्पत्ति कैसे होती है? संक्षेप में बताइए।
अथवा
किस प्रकार हमारे समाज में सामाजिक अंतर उत्पन्न होते हैं?
अथवा
सामाजिक भेदभाव की उत्पत्ति के कारणों का विवेचना कीजिए।
अथवा
सामाजिक भेदभाव के आधारों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
सामाजिक भेदभाव की उत्पत्ति निम्न प्रकार से होती है
- सामाजिक विभाजन अधिकांशतः जन्म पर आधारित होता है। सामान्यतः हम अपने समुदाय को नहीं चुनते हैं। हम केवल इस आधार पर किसी विशेष समुदाय के सदस्य हो जाते हैं कि हमारा जन्म उस समुदाय के एक परिवार में हुआ होता है। उदाहरण के लिए जातीय एवं नस्लवादी अंतर ।
- कुछ सामाजिक अन्तर हमारी पसन्द या चुनावों पर आधारित होते हैं। कई लोग अपने माँ-बाप और परिवार से अलग अपनी पसन्द का धर्म चुन लेते हैं।
- सामाजिक अन्तर समाज में विद्यमान आर्थिक असमानताओं के कारण भी उत्पन्न होता है। उदाहरण के लिए एक ही परिवार में धनी एवं गरीब व्यक्ति प्रायः एक-दूसरे से घनिष्ठ सम्बन्ध नहीं रखते हैं क्योंकि वे अपने को अलग अनुभव करते हैं।
- हम सभी लोग पढ़ाई के विषय, व्यवसाय, खेल या सांस्कृतिक गतिविधियों का चुनाव अपनी पसंद से करते हैं।
प्रश्न 2.
क्या सभी सामाजिक अन्तरों से सामाजिक विभाजन उत्पन्न होता है? चर्चा कीजिए।
अथवा
क्या सभी सामाजिक अन्तर समाज में सामाजिक विभाजन उत्पन्न करते हैं? संक्षेप में बताइए।
अथवा
सामाजिक विभिन्नताएँ समान लोगों को एक-दूसरे से अलग करती हैं, परन्तु वही विभिन्नताएँ अलग-अलग तरह के लोगों को मिलाती भी हैं। कार्लोस, स्मिथ और पीटर नार्मन का उदाहरण देते हुए, इस कथन की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
सभी सामाजिक अन्तरों के कारण सामाजिक विभाजन नहीं होता। सामाजिक विभिन्नताएँ एक ही प्रकार के लोगों को एक-दूसरे से अलग करते हैं परन्तु वे बिल्कुल भिन्न प्रकार के लोगों को एक-दूसरे से मिलाते भी हैं। विभिन्न सामाजिक समूहों से सम्बद्ध लोग अपने समूहों की सीमाओं से परे भी समानताओं और असमानताओं का अनुभव करते हैं। उदाहरण के रूप में, कार्लोस व स्मिथ दोनों एफ्रो-अमेरिकी थे जबकि नार्मन श्वेत थे।
इन तीनों में एक समानता थी कि वे सभी नस्ल आधारित भेदभाव के विरुद्ध थे। इसी प्रकार यह भी संभव है कि भिन्न-भिन्न धर्म के अनुयायी होकर भी एक जाति वाले लोग स्वयं एक-दूसरे के अधिक समीप महसूस करें। एक ही परिवार के धनी व गरीब सदस्य प्रायः एक-दूसरे से घनिष्ठ सम्बन्ध नहीं रखते हैं क्योंकि वे अपने को बहुत अलग अनुभव करते हैं। इस प्रकार हम सभी की एक से अधिक पहचान होती है और हम एक से अधिक सामाजिक समूहों से सम्बन्धित हो सकते हैं।
प्रश्न 3.
किस प्रकार सामाजिक अन्तर समाज में विभाजन उत्पन्न करते हैं?
अथवा
“टकराव सामाजिक विभाजन की स्थिति पैदा करता है और सामंजस्य सँभालना अपेक्षाकृत आसान होता है।” स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
सामाजिक अन्तर से तात्पर्य समाज में जन्मजात एवं सामाजिक रूप से उत्पन्न असमानताओं से है। सामाजिक अन्तर निम्न प्रकार से समाज में विभाजन उत्पन्न करते हैं
- सामाजिक विभाजन तब होता है जब कुछ सामाजिक अन्तर अन्य कुछ विभिन्नताओं से ऊपर और बड़े हो जाते हैं। उदाहरण के लिए, अमेरिका में श्वेत व अश्वेत का अन्तर सामाजिक विभाजन का एक कारण हो गया क्योंकि अश्वेत लोग गरीब हैं, बेघर हैं तथा भेदभाव के शिकार हैं।
- वे समूह जो किसी मुद्दे पर सामूहिक हित की बात करते हैं अन्य मुद्दों पर उनके विचार अलग-अलगे हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, उत्तरी आयरलैंड तथा नीदरलैंड में मुख्य रूप से ईसाई धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं परन्तु यहाँ के लोग कैथोलिक एवं प्रोटेस्टेंट समुदायों में विभाजित हैं।
- जब सामाजिक विभिन्नताएँ एक-दूसरे से गुँथ जाती हैं तो एक गहरे सामाजिक विभाजन एवं तनावों की सम्भावनाएँ उत्पन्न हो जाती हैं। जहाँ ये सामाजिक विभिन्नताएँ एक साथ कई समूहों में विद्यमान होती हैं वहाँ उन्हें सँभालना अपेक्षाकृत सरल होता है।
प्रश्न 4.
“राजनीति और सामाजिक विभाजन को मिलने नहीं दिया जाना चाहिए।” इस कथन की उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।
अथवा
“सामाजिक विभाजन राजनीति को प्रभावित करते हैं।” इस कथन की परख कीजिए।
अथवा
सामाजिक विभाजन राजनीति को कैसे प्रभावित करते हैं?
उत्तर:
राजनीति और सामाजिक विभाजन का संयोग बहुत खतरनाक एवं विस्फोटक होता है। प्रजातंत्र में कई राजनीतिक दल होते हैं जिनके बीच प्रतिद्वंद्विता का माहौल होता है। इस प्रतिद्वंद्विता के कारण कोई भी समाज विभाजित हो सकता है। सामाजिक विभाजन से राजनीतिक विभाजन उत्पन्न होता है जिससे संघर्ष, हिंसा और अन्ततः देश का विभाजन भी हो जाता है।
उदाहरण के लिए, उत्तरी आयरलैंड में कैथोलिक समुदाय का नेतृत्व कर रही नेशनलिस्ट पार्टी ने मांग की कि उत्तरी आयरलैंड को आयरलैंड गणराज्य के साथ मिला दिया जाए जबकि प्रोटेस्टेंट समुदाय इंग्लैण्ड की यूनियनिस्ट पार्टी के साथ रहा क्योंकि ब्रिटेन मुख्य रूप से प्रोटेस्टेंट देश है।
यूनियनिस्टों व नेशनलिस्टों के बीच चलने वाले हिंसक टकराव में ब्रिटेन के सुरक्षा बलों सहित सैकड़ों लोग व सेना के जवान मारे जा चुके हैं। लेकिन इस समस्या का समाधान 1998 ई. में ब्रिटेन की सरकार और नेशनलिस्टों के मध्य शांति समझौता द्वारा हुआ, जिसमें दोनों पक्षों ने हिंसक आन्दोलन बंद करने की बात स्वीकार की।
ऐसा ही यूगोस्लाविया में हुआ, वहाँ धार्मिक व जातीय विभाजन के आधार पर शुरू हुई राजनीतिक होड़ में यूगोस्लाविया कई टुकड़ों में बँट गया। इस प्रकार यह निष्कर्ष निकलता है कि राजनीति और सामाजिक विभाजन का मेल नहीं होना चाहिए। दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि सामाजिक विभाजन राजनीति को प्रभावित करते हैं।
प्रश्न 5.
“राजनीति में सामाजिक विभाजन की प्रत्येक अभिव्यक्ति फूट उत्पन्न नहीं करती।” इस कथन के समर्थन में तर्क दीजिएं।
उत्तर:
राजनीति में सामाजिक विभाजन की प्रत्येक अभिव्यक्ति फूट उत्पन्न नहीं करती, इस कथन के पक्ष में निम्नलिखित तर्क प्रस्तुत हैं
- विश्व में अधिकांश देशों में किसी-न-किसी प्रकार का सामाजिक विभाजन है एवं ऐसे विभाजन राजनीतिक आकार भी ग्रहण करते ही हैं।
- लोकतंत्र में राजनीतिक दलों के लिए सामाजिक विभाजनों की बात करना एवं विभिन्न समूहों से अलग-अलग वायदे करना एक स्वाभाविक बात है। विभिन्न समुदायों को उचित प्रतिनिधित्व देने का प्रयास करना एवं विभिन्न समुदायों की उचित माँगों एवं जरूरतों को पूरा करने वाली नीतियाँ बनाना भी इसी कड़ी का एक भाग है।
- अधिकांश देशों में मतदान के स्वरूप व सामाजिक विभाजनों के मध्य एक प्रत्यक्ष संबंध दिखाई देता है। इसके तहत एक समुदाय के लोग आमतौर पर किसी एक दल को दूसरे के मुकाबले पसंद करते हैं एवं उसी को मत देते हैं।
- कई देशों में ऐसी पार्टियाँ हैं जो केवल एक ही समुदाय पर ध्यान देती हैं और उसी के हित में राजनीति करती हैं लेकिन इन सबकी परिणति देश के विभाजन के रूप में नहीं होती।
प्रश्न 6.
भारत में सामाजिक विभाजनों के राजनीतिक परिणाम पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
सामाजिक विभेद लोकतांत्रिक राजनीति को बहुत अधिक प्रभावित करते हैं। इसका सबसे दुखद पहलू यह है कि किसी-किसी लोकतांत्रिक व्यवस्था को सामाजिक विभेद इतना अधिक प्रभावित कर देते हैं कि वहाँ सामाजिक विभेदों पर ही राजनीति हावी हो जाती है। भारतीय समाज जाति, धर्म, भाषा आदि के आधार पर विभाजित है। इसके परिणामस्वरूप राजनेता विभिन्न जाति, धर्म एवं भाषा के लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ कर वोट बैंक की राजनीति करते हैं। इससे पूरे देश को हानि पहुँचती है।
निबन्धात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
अश्वेत शक्ति आन्दोलन क्या था? क्या मैक्सिको ओलंपिक में कार्लोस व स्मिथ द्वारा अमेरिकी समाज के आन्तरिक मामलों को अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर उठाना उचित था? इस कथन के पक्ष में तर्क दीजिए।
उत्तर:
अश्वेत शक्ति आन्दोलन-यह आन्दोलन संयुक्त राज्य अमेरिका में सन् 1966 में प्रारम्भ हुआ था तथा 1975 ई. तक चलता रहा। नस्लवाद को लेकर इस आन्दोलन का रवैया ज्यादा उग्र था। इस आन्दोलन के समर्थकों का मत था कि संयुक्त राज्य अमेरिका से नस्लवाद मिटाने के लिए हिंसा का सहारा लेने में भी कुछ गलत नहीं है। मैक्सिको ओलम्पिक की घटना-मैक्सिको ओलम्पिक का आयोजन, मैक्सिको में सन् 1968 ई. में हुआ था।
इस प्रतियोगिता में एफ्रो-अमेरिकी धावक टॉमी स्मिथ और जॉन कार्लोस ने भाग लेकर क्रमशः स्वर्ण व रजत पदक जीता था। इन्होंने पुरस्कार ग्रहण करते समय जूते नहीं पहने थे सिर्फ मोजे पहनकर पुरस्कार ग्रहण कर यह जताने की कोशिश की कि अमेरिकी अश्वेत गरीब हैं। स्मिथ ने अपने गले में एक काला मफलर जैसा परिधान पहना था जो अश्वेत लोगों के आत्मगौरव का प्रतीक था।
कार्लोस ने मारे गये अश्वेत लोगों की याद में काले मनकों की माला पहनी थी। अपने इन प्रतीकों और तौर-तरीकों से उन्होंने अमरीका में होने वाले रंगभेद के प्रति अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींचने का प्रयास किया। क्या ऐसा करना उचित था। कथन के पक्ष में निम्नलिखित तर्क प्रस्तुत हैं कथन के पक्ष में तर्क-हाँ,
1. कार्लोस व स्मिथ का अमेरिका में एफ्रो:
अमेरिकन या अश्वेतों के साथ किये जा रहे भेदभावपूर्ण व्यवहार के विरुद्ध आवाज उठाना न्यायोचित है। एफ्रो अमेरिकन (अश्वेत अमेरिकी), अफ्रीकी लोगों के वंशज हैं जिन्हें 17वीं सदी से लेकर 19वीं सदी की शुरुआत तक संयुक्त राज्य अमेरिका में गुलाम बनाकर लाया गया था।
- किसी भी रूप में अपने ही देश में भेदभावपूर्ण व्यवहार को सहना अन्याय है।
- अमेरिका अपने आपको विश्व का सबसे बड़ा लोकतन्त्र बताता है, वहीं लोकतांत्रिक व मानवीय मूल्यों का हनन हो रहा है। अतः सम्पूर्ण विश्व को इसकी जानकारी देना अनुचित नहीं था।
- मानवाधिकार किसी भी देश के आन्तरिक मामले से अधिक महत्त्वपूर्ण है। अत: मानवाधिकारों के हनन को अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर उठाना किसी भी प्रकार से अनुचित नहीं है।
प्रश्न 2.
विभिन्नताओं में सामंजस्य एवं टकराव का विस्तार से वर्णन कीजिए।
उत्तर:
विभिन्नताओं में सामंजस्य व टकराव का वर्णन निम्नलिखित बिन्दुओं के अन्तर्गत प्रस्तुत है
- सामाजिक विभाजन तब होता है, जब कुछ सामाजिक अन्तर दूसरी अनेक विभिन्नताओं से ऊपर और बड़े हो जाते हैं।
- संयुक्त राज्य अमेरिका में श्वेत और अश्वेत का अन्तर एक सामाजिक विभाजन बन जाता है क्योंकि अश्वेत सामान्यतया गरीब हैं, बेरोजगार तथा भेदभाव के शिकार हैं।
- हमारे देश में भी दलित आमतौर पर गरीब एवं भूमिहीन हैं। उन्हें भी अक्सर भेदभाव और अन्याय का सामना करना पड़ता है।
- जब एक तरह का सामाजिक अन्तर अन्य अन्तरों से अधिक महत्त्वपूर्ण बन जाता है एवं लोगों को यह महसूस होने लगता है कि वे दूसरे समुदाय के हैं तो इससे एक सामाजिक विभाजन की स्थित पैदा हो जाती है।
- विभिन्नताओं में टकराव के अन्तर्गत किसी एक मुद्दे पर लोगों के हित समान हो जाते हैं, परन्तु किन्हीं अन्य मुद्दों पर उनके नजरिए में अन्तर होता है।
- सामाजिक विभिन्नताओं में टकराव को आसानी से समायोजित किया जा सकता है।
- नीदरलैण्ड व उत्तरी आयरलैंड दोनों ही ईसाई देश हैं जो कैथोलिक एवं प्रोटेस्टेंट गुटों में बँटे हुए हैं।
- नीदरलैंड में वर्ग और धर्म के मध्य ऐसा मेल दिखाई नहीं देता, वहाँ कैथोलिक एवं प्रोटेस्टेंट दोनों वर्ग में अमीर व गरीब लोग हैं।
- उत्तरी आयरलैंड में वर्ग और धर्म एक-दूसरे से गुँथ जाते हैं अर्थात् एक कैथोलिक है तो सम्भव है, वह गरीब होगा।
- यदि एक-सी सामाजिक विभिन्नताएँ कई समूहों में मौजूद हैं तो फिर समूह के लोगों के लिए दूसरे समूह से अलग पहचान बनाना मुश्किल हो जाता है। इसका अभिप्राय यह है कि किसी एक मुद्दे पर कई समूहों के हित एक जैसे हो जाते हैं, जबकि एक-दूसरे मुद्दे पर उनके नजरिए में अन्तर हो सकता है।