Jharkhand Board JAC Class 10 Hindi Solutions Vyakaran अशुद्धि शोधन Questions and Answers, Notes Pdf.
JAC Board Class 10 Hindi Vyakaran अशुद्धि शोधन
सार्थक एवं पूर्ण विचार व्यक्त करने वाले शब्द समुह को वाक्य कहा जाता है। प्रत्येक भाषा का मुल ढाँचा वाक्यों पर ही आधारित होता है। इसलिए सा यह अनिवार्य है कि वाक्य-रचना में पद-क्रम और अन्वय का विशेष ध्यान रखा जाए। इनके प्रति सावधान न रहने से वाक्य-रचना में कई प्रकार की भूलें हो जाती हैं। वाक्य-रचना के लिए अभ्यास की परम आवश्यकता होती है। नीचे कुछ ऐसे वाक्य दिए जा रहे हैं, जिनमें सामान्य अशुद्धियों
1. संज्ञा संबंधी अशुद्धियाँ।
अशुद्ध – शुद्ध
- वह माता-पिता की परिचर्या में लगा हुआ है। – वह माता-पिता की सेवा में लगा हुआ है।
- तुम्हारी नारी का क्या नाम है? – तुम्हारी पत्नी का क्या नाम है?
- राम ने मोहन की मृत्यु पर खेद प्रकट किया। – राम ने मोहन की मृत्यु पर दुख प्रकट किया।
- बढ़ई ने दरवाज़े की रचना की। – बढ़ई ने दरवाज़े का निर्माण किया।
- ये विपत्तियाँ टिकाऊ नहीं हैं। – ये विपत्तियाँ स्थायी नहीं हैं।
- उसने दोनों हाथों से ठोकर लगाई। – उसने दोनों हाथों से धक्का दिया।
- छात्रों ने मुख्यमंत्री को अभिनंदन पत्र प्रदान किया। – छात्रों ने मुख्यमंत्री को अभिनंदन-पत्र भेंट किया।
- आप शनिवार के दिन चले जाएँ। – आप शनिवार को चले जाएँ।
- सायंकाल के समय पधारने की कृपा करें। – सायंकाल पधारने की कृपा करें।
- कृपया पत्र का उत्तर देने की कृपा करें। – पत्र का उत्तर देने की कृपा करें।
2. परसर्ग संबंधी अशुद्धियाँ
अशुद्ध – शुद्ध
- चाचे न कहा कि वे नहीं जाएँगे। – चाचा ने कहा कि वे नहीं जाएंगे।
- वेद ने मुंबई जाना है। – वेद को मुंबई जाना है।
- आप भोजन किया? – आपने भोजन किया?
- मैं उसे पहचाना नहीं। – मैंने उसे पहचाना नहीं।
- उसे गाने का रियाज़ किया। – उसने गाने का रियाज़ किया।
- वह खाया और वह चला गया। – उसने खाया और वह चला गया।
- उसने नहाया। – वह नहाया।
- मुझे भोजन को बुलाया गया है। – मुझे भोजन के लिए बुलाया गया है।
- मैं पुस्तक को पढ़ता हूँ। – मैं पुस्तक पढ़ता हूँ।
- पूनम यातनाओं को सहती है। – पूनम यातनाएँ सहती है।
3. लिंग संबंधी अशुद्धियाँ
अशुद्ध – शुद्ध
- सारा देश एक साथ मिलकर खड़ी हो गई। – सारा देश एक साथ मिलकर खड़ा हो गया।
- उन्होंने मुझे गोवा घुमाई। – उन्होंने मुझे गोवा में घुमाया।
- वर्तमान दशा अत्यंत चिंता का विषय समझा जा रहा – वर्तमान दशा अत्यंत चिंता का विषय समझी जा रही है।
- मुझे आदेश दी। – मुझे आदेश दिया।
- बेटी दूसरे घर का धन होता है। – बेटी दूसरे घर का धन होती है।
- उनका उद्देश्य ज्ञान प्राप्ति रही होगी। – उनका उद्देश्य ज्ञान प्राप्ति रहा होगा।
- लड़के ने पुस्तक पढ़ा। – लड़के ने पुस्तक पढ़ी।
- मधुसूदन और मीरा कॉलेज गई। – मधुसूदन और मीरा कॉलेज गए।
- घोड़ा, बैल और गाय चर रही हैं। – घोड़ा, बैल और गाय चर रहे हैं।
- कितने वीरता से भरे गीत उसने गाए। – कितनी वीरता से भरे गीत उसने गाए।
4. वचन संबंधी अशुद्धियाँ
अशुद्ध – शुद्ध
- चार हज़ार का टिकट गायब है। – चार हज़ार के टिकट गायब हैं।
- माता अपने पुत्र को देखती जा रही थीं। – माताएँ अपने पुत्रों को देखती जा रही थीं।
- पाँच पेड़ा खाया – पाँच पेड़े खाए।
- मेरा तो प्राण निकल गया। – मेरे तो प्राण निकल गए।
- उसे दो रोटी दे दो। – उसे दो रोटियाँ दे दो।
- लड़की लोग बैठा था। – लड़कियाँ बैठी थीं।
- अपने-अपने घरों से रोटी ले कर आओ। – अपने-अपने घर से रोटी लेकर आओ।
- दर्शकों में अनेक श्रेणियों के लोग थे। – दर्शकों में अनेक श्रेणी के लोग थे।
- प्रत्येक ने टोपियाँ पहन रखी थीं। – प्रत्येक ने टोपी पहन रखी थी।
- घोड़ियें चर रही हैं। – घोड़ियाँ चर रही हैं।
5. सर्वनाम संबंधी अशुद्धियाँ
अशुद्ध – शुद्ध
- प्रशांत ने भारती से कहा, “वह तुरंत आ रहे हैं।” – प्रशांत ने भारती से कहा, “वे तुरंत आ रहे हैं।”
- लीजिए इन्होंने एक गिलास दूध डाल दीजिए। – लीजिए इसमें एक गिलास दूध डाल दीजिए।
- विभू मेरा पास आया और कहा। – विभू मेरे पास आया और कहा।
- उसने महेश को देखा और इसके पास बैठ गई। – उसने महेश को देखा और उसके पास बैठ गई।
- बच्चो, यदि हम नहीं पढ़ोगे तो फेल हो जाओगे। – बच्चो, यदि तुम नहीं पढ़ोगे तो फेल हो जाओगे।
- आज प्रातः क्या चला गया ? – आज प्रातः कौन चला गया ?
- यद्यपि इस लड़के ने बिलकुल परिश्रम नहीं किया था तो भी वह पास हो गया। – यद्यपि इस लड़के ने बिलकुल परिश्रम नहीं किया था तो भी यह पास हो गया।
- वह लोग भले थे। – वे लोग भले थे।
- हमको क्या ? – हमें क्या ?
- तुम तुम्हारे रास्ते चलो। – तुम अपने रास्ते चलो।
6. विशेषण संबंधी अशुद्धियाँ
अशुद्ध – शुद्ध
- मुझे घोर आग्रह करके बुलाया है। – मुझे विशेष आग्रह करके बुलाया है।
- उसने सच गवाही दी। – उसने सच्ची गवाही दी।
- तुमने झूठ बात कही। – तुमने झूठी बात कही।
- वह आदमी बहुत श्रेष्ठ है। – वह आदमी बहुत अच्छा है।
- उसके पास सुंदरी गुड़िया है। – उसके पास सुंदर गुड़िया है।
- भारी भरकम भीड़ जमा हो गई। – बड़ी भीड़ जमा हो गई।
- कई फैक्टरी के कर्मचारी चले गए। – फैक्टरी के कई कर्मचारी चले गए।
- केवल मात्र व्याकरण सीखने से क्या होगा ? – केवल व्याकरण सीखने से क्या होगा ?
- सीता सोती नींद से जाग पड़ी। – सीता नींद से जाग पड़ी।
- अपनी सकुशलता का पत्र भेजना। – अपनी कुशलता का पत्र भेजना।
7. क्रिया संबंधी अशुद्धियाँ
अशुद्ध – शुद्ध
- उसे हरि का हाथ झटक डाला। – उसने हरि का हाथ झटक दिया।
- उसने सब कुछ खा डाला। – उसने सब कुछ खा लिया।
- सर्प को देखकर वह घबरा आयी। – सर्प को देखकर वह घबरा गई।
- वह चिल्ला उठा। – वह चिल्ला पड़ा।
- आज सभी ने यह संकल्प लिया कि …… – आज सभी ने यह संकल्प किया कि …..
- वहाँ गहन अंधकार घिरा हुआ था। – वहाँ गहन अंधकार छाया हुआ था।
- अपने जूते निकालो। – अपने जूते उतारो।
- उसका मूल्य आप नहीं नाप सकते। – उसका मूल्य आप नहीं आँक सकते।
- उसको अभिनंदन – पत्र प्रदान किया। – उसको अभिनंदन पत्र भेंट किया।
- शादी में वस्तुएँ भेंट की गईं। – शादी में अनेक वस्तुओं का उपहार मिला।
8. मुहावरे संबंधी अशुद्धियाँ
अशुद्ध – शुद्ध
- युग की माँग का यह बीड़ा कौन चबाता है ? – युग की माँग का यह बीड़ा कौन उठाता है ?
- वह श्याम पर बरस गया। – वह श्याम पर बरस पड़ा।
- उसकी अक्ल चक्कर खा गई। – उसकी अक्ल चकरा गई।
- पाँचवें दिन शत्रु ने हथियार रख दिए। – पाँचवें दिन शत्रु ने हथियार डाल दिए।
- उस पर घड़ों पानी गिर गया। – उस पर घड़ों पानी पड़ गया
- यह काम चार दो आदमियों का नहीं। – यह काम दो-चार आदमियों का नहीं।
- मुझे से पाँच – तीन न करना। – मुझसे तीन – पाँच न करना।
- सिपाही को देखते ही चोर सात चार ग्यारह हो गया। – सिपाही को देखते ही चोर नौ दो ग्यारह हो गया।
- कैसा मूर्ख नौकर पाले पड़ा है। – कैसा मूर्ख नौकर पल्ले पड़ा है।
- इकलौता पुत्र आँख का तारा होता है। – इकलौता पुत्र आँखों का तारा होता है।
9. क्रिया-विशेषण संबंधी अशुद्धियाँ
अशुद्ध – शुद्ध
- केवल इसीलिए वह न पढ़ सका। – इसीलिए वह न पढ़ सका।
- वह अत्यंत ही परिश्रमी है। – वह अत्यंत परिश्रमी है।
- वह लगभग रोने लगा। – वह रोने लगा।
- यहाँ पर कुछ गंदगी है। – यहाँ कुछ गंदगी है।
- उसके पास केवल मात्र एक रुपया रह गया। – उसके पास केवल एक रुपया रह गया।
- वह कदापि भी झूठ नहीं बोलता। – वह कदापि झूठ नहीं बोलता।
- उसके बाद वे वापस लौट आए। – उसके बाद वे लौट आए।
- आप लोग परस्पर में समझ लेना। – आप लोग परस्पर समझ लेना।
- वह प्रायः कभी-कभी आता है। – वह कभी-कभी आता है।
- उसका सिर नीचे था। – उसका सिर नीचा था।
10. अव्यय संबंधी अशुद्धियाँ
अशुद्ध – शुद्ध
- मैं आया ही था जब कि वे भी आ गए। – मैं आया ही था कि वे भी आ गए।
- कदाचित यदि वह आक्रमण कर देता तो……। – कदाचित वह आक्रमण कर देता तो….।
- वे संतान को लेकर दु:खी थे। – वे संतान के कारण दुखी थे।
- देश व काल का ध्यान रखना आवश्यक है। – देश और काल का ध्यान रखना आवश्यक है।
- यदि वह मोटी न होती तब और भी तेज़ दौड़ती। – यदि वह मोटी न होती तो और भी तेज दौड़ती।
- वहाँ अपार जनसमूह एकत्रित था। – वहाँ अपार जन-समूह एकत्र था।
- प्रायः लोग झूठ तो बोलते हैं। – प्रायः लोग झूठ बोलते हैं।
- ज्योंही मैं स्टेशन पहुँचा, गाड़ी रवाना हो गई। – ज्योंही मैं स्टेशन पहुँचा, त्योंही गाड़ी रवाना हो गई।
- मैं प्रसन्न हूँ, क्योंकि तुम परिश्रमी हो। – मैं इसलिए प्रसन्न हूँ, क्योंकि तुम परिश्रमी हो।
- तुम्हें काम करना हो तो करो या अपने घर जाओ। – तुम्हें काम करना हो तो करो अन्यथा अपने घर जाओ।
11. वाक्यगत सामान्य अशुद्धियाँ।
अशुद्ध – शुद्ध
- उसने अनेकों ग्रंथ लिखे। – उसने अनेक ग्रंथ लिखे।
- महाभारत, अठारह दिनों तक चलता रहा। – महाभारत अठारह दिन तक चलता रहा।
- खरगोश को काटकर गाजर खिलाओ। – खरगोश को गाजर काटकर खिलाओ।
- मेरी आयु बीस की है। – मेरी अवस्था बीस वर्ष की है।
- हम दोनों के बीच शत्रुता हो गई। – हम दोनों में शत्रुता हो गई।
- पाँच हजार का टिकट बिक गया। – पाँच हजार के टिकट बिक गए।
- वह अनेक भावों का प्रकट करता है। – वह अनेक भाव प्रकट करता है।
- तुम्हारे ऊपर यह अभियोग है। – तुम्हारे पर यह अभियोग है।
- गुरुजनों के ऊपर श्रद्धा रखो। – गुरुजनों पर श्रद्धा रखो।
- मैंने वहाँ जाकर बड़ी अशुद्धि की। – मैंने वहाँ जाकर बड़ी भूल की।
12. पुनरुक्ति संबंधी अशुद्धियाँ।
अशुद्ध – शुद्ध
- मेरे पिता सजन पुरुष हैं। – मेरे पिता सज्जन हैं।
- बेफ़िजूल बोल रहे हो। – फ़िजूल बोल रहे हो।
- उन लोगों में कछ लोग अत्यंत धर्म-परायण थे। – उनमें कुछ लोग अत्यंत धर्म परायण थे।
- वे गुनगुने गर्म पानी से स्नान करते हैं। – वे गुनगुने पानी से स्नान करते हैं।
- आपमें कुछ आवश्यक गुणों की आवश्यकता है। – आपमें कुछ गुणों की आवश्यकता है।
13. सामान्य अशुद्धियाँ
अशुद्ध – शुद्ध
- लड़के पड़ रहे हैं। – लड़के पढ़ रहे हैं।
- मैं माता का दर्शन करने आया हूँ। – मैं माता के दर्शन करने आया हूँ।
- अत्यधिक किया कार्य भी थका देता है। – अत्यधिक कार्य भी थका देता है।
- उत्तर दिशा जाने पर तुम्हें मेरा मकान मिल जाएगा। – उत्तर दिशा में जाने पर तुम्हें मेरा मकान मिल जाएगा।
- आप ग्रह प्रवेश पर निमंत्रित हैं। – आप गृह-प्रवेश पर आमंत्रित हैं।
- आपकी पेन बहुत तेज़ दौड़ती है। – आपका पेन तेज़ी से लिखता है।
- स्लेट में लिखो। – स्लेट पर लिखो।
- तुम्हारी बात समझ नहीं आती। – तुम्हारी बात समझ में नहीं आती।
- अच्छे विचारों का ग्रहण करो। – अच्छे विचारों को ग्रहण करो।
- सौंदर्य सबको मोह लेती है। – सौंदर्य सबको मोह लेता है।
- एडीसन प्रसिद्ध विज्ञानी था। – एडीसन प्रसिद्ध वैज्ञानिक था।
- तुम्हारी चातुर्यता हर बार कामयाब न होगी। – तुम्हारा चातुर्य हर बार कामयाब न होगा।
14. व्यंजन की अशुद्धियाँ
अशुद्ध – शुद्ध
- सबको समान अंस देना चाहिए। – सबको समान अंश देना चाहिए।
- उसका अंत्य निकट था। – उसका अंत निकट था।
- कमल जल में उत्पन्न होता है। – कमल जल में खिलता है।
- मैं किसी अन्न व्यक्ति से बात नहीं करता। – मैं किसी अन्य व्यक्ति से बात नहीं करंता।
- अनु अनु में भगवान विराजमान है। – कण-कण में भगवान विराजमान है।
15. बेमेल अशुद्धियाँ
अशुद्ध – शुद्ध
- वह प्रति पग-पग पर ठोकरें खाता है। – वह पग-पग पर ठोकरें खाता है।
- मोरनी को खुश करने के लिए नर मोर नाचता है। – मोरनी को खुश करने के लिए मोर नाचता है।
- बात तो यह है कि तुम बहुत भोले हो। – बात यह है कि तुम बहुत भोले हो।
- प्रति रोज़ दाँत साफ़ करो। – प्रतिदिन दौँ साफ़ करो।
- शरीफ पुरुष की सभी इज़्ज़त करते हैं। – शरीफ आदमी की सभी इज़ज़त करते हैं।
- बॉल को फर्श पर लुढ़का दो। – गेंद को फर्श पर लुढ़का दो।
- मैं दसवीं कक्षा का स्टूडेंट हूँ। – मैं दसर्वीं कक्षा का विद्यार्थी हूँ।
- समय को व्यर्थ न करो। – समय को व्यर्थ न गाँवाओ।
- मेरा सहेली आया है। – मेरी सहेली आई।