Jharkhand Board JAC Class 12 Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम Important Questions and Answers.
JAC Board Class 12 Geography Important Questions Chapter 2 प्रवास : प्रकार, कारण और परिणाम
बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions)
प्रश्न-दिए गए चार वैकल्पिक उत्तरों में से सही उत्तर चुनकर लिखें
1. यह किस कवि के शब्द हैं “सर ज़मीन-ए-हिन्द पर अक्वाम-ए-आलय के कारवां बनते गए हिन्दोस्तान बनता गया”
(A) फैज़
(B) फ़िराक गोरखपुरी
(C) जोश
(D) अकबर।
उत्तर:
(B) फ़िराक गोरखपुरी
2. भारत से प्रवासी श्रमिक पश्चिमी द्वीप समूह में क्या कार्य करते थे?
(A) खनन
(B) उद्योग
(C) रोपण कृषि
(D) उद्यान कृषि।
उत्तर:
3. मध्य पूर्व में भारत से प्रवास का क्या कारण था?
(A) कृषि
(B) खनन
(C) तेल वृद्धि
(D) अनुकूल जलवायु।
उत्तर:
(C) तेल वृद्धि
4. 2001 को जनगणना के अनुसार भारत में प्रवासी हैं
(A) 10.7 करोड़
(B) 15.7 करोड़
(C) 20.7 करोड़
(D) 30.7 करोड़।
उत्तर:
(D) 30.7 करोड़।
5. स्त्रियों के प्रवास की संख्या किस धारा में अधिक है?
(A) ग्रामीण से ग्रामीण
(B) ग्रामीण से नगरीय
(C) नगरीय से नगरीय
(D) नगरीय से ग्रामीण।
उत्तर:
(A) ग्रामीण से ग्रामीण
6. किस पड़ोसी देश से भारत में सर्वाधिक प्रवासी हैं?
(A) पाकिस्तान
(B) बांग्लादेश
(C) नेपाल
(D) श्रीलंका।
उत्तर:
(B) बांग्लादेश
7. उत्तर प्रदेश से कितने लोग उत्प्रवासी हैं?
(A) 16 लाख
(B) 20 लाख
(C) 23 लाख
(D) 26 लाख।
उत्तर:
(D) 26 लाख।
8. कौन-सा कारक प्रतिकर्ष कारक नहीं है?
(A) ग़रीबी
(B) जनसंख्या दबाव
(C) मनोरंजन
(D) आपदा।
उत्तर:
(C) मनोरंजन
9. कितने प्रतिशत स्त्रियां विवाह के उपरांत मायके से बाहर जाती हैं?
(A) 45
(B) 50
(C) 55
(D) 65.
उत्तर:
(D) 65.
10. भारत अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासियों से कितना धन हुंडियों के रूप में प्राप्त करता है?
(A) 70 खरब डॉलर
(B) 80 खरब डॉलर
(C) 100 खरब डॉलर
(D) 110 खरब डॉलर।
उत्तर:
(D) 110 खरब डॉलर।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective Type Questions)
प्रश्न 1.
भारत में किन क्षेत्रों से प्रवास होता रहा है?
उत्तर:
मध्य और पश्चिमी एशिया, दक्षिणी पूर्वी एशिया।
प्रश्न 2.
भारत से प्रवासी व्यापारी किन देशों को गए?
उत्तर:
मलेशिया, सिंगापुर।
प्रश्न 3.
भारत से कुशल श्रमिक मध्य पूर्व में प्रवास करने का क्या कारण था?
उत्तर:
रोज़गार के साधन उपलब्ध होना।
प्रश्न 4.
जनगणना में किस सूचना का संशोधन किया गया है ?
उत्तर:
जन्म स्थान तथा निवास स्थान।
प्रश्न 5.
पिछले निवास स्थान के आधार पर भारत में कितने प्रवासी हैं?
उत्तर:
31.5 करोड़।
प्रश्न 6.
भारत में अन्य देशों से कितना प्रवास हुआ है ?
उत्तर:
50 लाख।
प्रश्न 7.
भारत में सबसे अधिक प्रवास किस देश से हुआ है?
उत्तर:
बांग्लादेश-30 लाख।
प्रश्न 8.
भारत में किस राज्य से सर्वाधिक आप्रवासी हैं ?
उत्तर:
महाराष्ट्र-23 लाख।
प्रश्न 9.
किस राज्य में सर्वाधिक अत्प्रवासी हैं?
उत्तर:
उत्तर प्रदेश (26 लाख)।
प्रश्न 10.
प्रवास के दो मुख्य कारण बताओ।
उत्तर:
प्रतिकर्ष कारक तथा अपकर्ष कारक।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
प्रवास के दो मुख्य कारण बताओ। प्रवास की चार धाराओं की पहचान करो।
उत्तर:
प्रवास के दो प्रकार हैं –
(क) आंतरिक प्रवास-देश के भीतर।
(ख) अंतर्राष्ट्रीय प्रवास-देश के बाहर।
प्रवास के दो मुख्य कारक निम्नलिखित हैं –
(1) प्रतिकर्ष
(2) अपकर्ष।
आंतरिक प्रवास की चार मुख्य धाराएं हैं –
- ग्रामीण से ग्रामीण
- ग्रामीण से नगरीय
- नगरीय से नगरीय
- नगरीय से ग्रामीण।
प्रश्न 2.
ग्रामीण से ग्रामीण धारा में स्त्रियों की संख्या अधिक क्यों है?
उत्तर:
ग्रामीण क्षेत्रों में स्त्रियों का विवाह थोड़ी दूरी के ग्रामों में हो जाता है। स्त्रियां विवाह के पश्चात् अपने ससुराल चली जाती हैं। इसलिए प्रवास में स्त्रियों की संख्या पुरुषों की अपेक्षा अधिक है।
प्रश्न 3.
अन्तर-राज्यीय प्रवास ग्राम से नगर धारा में पुरुषों की संख्या अधिक क्यों है ?
उत्तर:
पुरुष आर्थिक कारणों से काम व रोजगार की तलाश में ग्राम से नगरों को प्रवास करते हैं। प्रतिकर्ष कारक लोगों को ग्राम छोड़ने पर विवश कर देते हैं।
प्रश्न 4.
बृहत् मुम्बई में सर्वाधिक संख्या में प्रवासी क्यों हैं ?
उत्तर:
बृहत् मुम्बई भारत का सबसे बड़ा महानगर है। इस राज्य का आकार भी बड़ा है। मुम्बई भारत का सबसे बड़ा पत्तन तथा औद्योगिक नगर है। इसलिए श्रमिक यहां काम की तलाश में प्रवास करते हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type Questions)
प्रश्न 1.
प्रवास में अपकर्ष तथा प्रतिकर्ष कारणों में अन्तर स्पष्ट करो।
उत्तर:
मुख्य रूप से प्रवास के दो कारण हैं-अपकर्ष कारक तथा प्रतिकर्ष कारक।
(क) प्रतिकर्ष कारक (Push factors) – ये कारक लोगों को निवास स्थान को छोड़ने पर विवश कर देते हैं। भारत में लोग ग्रामीण से नगरीय क्षेत्रों में मुख्यतः ग़रीबी, कृषि, भूमि पर जनसंख्या का अधिक दबाव, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी, शिक्षा के अभाव के कारण प्रवास करते हैं। इसके अतिरिक्त बाढ़, सूखा, चक्रवातीय तूफान, भूकम्प, सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाएं, युद्ध, स्थानीय संघर्ष भी प्रवास के लिए अतिरिक्त प्रतिकर्ष पैदा करते हैं।
(ख) अपकर्ष कारक (Pull factors) – ये कारक विभिन्न स्थानों से लोगों को आकर्षित करते हैं। ये लोगों को ग्रामीण क्षेत्रों से नगरों की ओर आकर्षित करते हैं। नगरीय क्षेत्रों की ओर अधिकांश ग्रामीण प्रवासियों के लिए सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण अपकर्ष कारक बेहतर अवसर, नियमित काम का मिलना और अपेक्षाकृत ऊँचा वेतन है। शिक्षा के लिए बेहतर अवसर, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और मनोरंजन के स्रोत इत्यादि भी काफी महत्त्वपूर्ण अपकर्ष कारक हैं।
प्रश्न 2.
पड़ोसी देशों से भारत में प्रवास पर नोट लिखो।
उत्तर:
भारत में पड़ोसी देशों में अप्रवास और उन देशों की ओर भारत से उत्प्रवास भी हुआ है। जनगणना 2001 में अंकित है कि भारत में अन्य देशों से 50 लाख व्यक्तियों का प्रवास हुआ है। इनमें से 96 प्रतिशत पड़ोसी देशों से आए हैं-बांग्लादेश (30 लाख) इसके बाद पाकिस्तान (9 लाख) और नेपाल (5 लाख) इनमें तिब्बत, श्रीलंका, बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान और म्यांमार 1.6 लाख शरणार्थी भी शामिल हैं। जहां तक भारत से उत्प्रवास का प्रश्न है, ऐसा अनुमान है कि भारतीय डायास्पोरा के लगभग 2 करोड़ लोग हैं जो 110 देशों में फैले हुए हैं। .
प्रश्न 3.
अन्तः राज्यीय प्रवास तथा अन्तर्राज्यीय प्रवास में अन्तर स्पष्ट करो।
उत्तर:
अन्तः राज्यीय प्रवास (Intra-state Migration) | अन्तर्राज्यीय प्रवास (Inter-state Migration) |
(1) यदि स्थानान्तरण उसी राज्य के अन्दर हो तो इसे अन्त:राज्यीय प्रवास कहते हैं। | (1) यदि स्थानान्तरण एक राज्य की सीमा से बाहर दूसरे राज्य में हो तो इसे अन्तर्राज्यीय प्रवास कहते हैं। |
(2) उदाहरण के लिए उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में बरेली के बीच प्रवास। | (2) उदाहरण के लिए उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से राजस्थान के भरतपुर जिले के बीच प्रवास। |
प्रश्न 4.
भारत में जनसंख्या प्रवास के किन्हीं तीन आर्थिक परिणामों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
आर्थिक परिणाम
(1) उद्गम प्रदेश के लिए मुख्य लाभ अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासियों द्वारा भेजी गई पूंजी है। यह विदेशी विनिमय (Foreign Exchange) का प्रमुख साधन है।
(2) सन् 2002 में भारत ने अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासियों से 110 अरब अमरीकी डालर के रूप में धन प्राप्त किया। (3) पंजाब, केरल और तमिलनाडु के लोग अपने अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासियों से महत्त्वपूर्ण राशि प्राप्त करते हैं।
प्रश्न 5.
भारत में जनसंख्या प्रवास के किन्हीं तीन पर्यावरणीय परिणामों की उदाहरणों सहित व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
प्रवास के पर्यावरणीय परिणाम –
(1) अत्यधिक जनसंख्या के कारण नगरीय केन्द्रों में वर्तमान सामाजिक और भौतिक अवसंरचना पर भारी दबाव पड़ा है।
(2) इसके परिणामस्वरूप नगरीय बस्तियों की अनियोजित वृद्धि होती है तथा गन्दी बस्तियों का विकास होता है।
(3) नगर में भौमजल स्तर का गिरना, वायु प्रदूषण, वाहितमल के निपटान तथा ठोस कचरे के प्रबन्धन जैसी गम्भीर समस्या संसाधनों के अनिश्चित होने के कारण उत्पन्न होती है।
प्रश्न 6.
भारत में प्रवास के सामाजिक परिणामों का संक्षेप में वर्णन करिए।
उत्तर:
सामाजिक परिणाम –
- नवीन प्रौद्यागिकी, परिवार नियोजन, बालिका शिक्षा आदि नए विचारों का ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसार होता है।
- विविध संस्कृतियों का अन्तर्मिश्रण होता है।
- प्रवास लोगों को अपराध और औषध दुरुपयोग जैसी असामाजिक क्रियाओं में फंसा देता है।
प्रश्न 7.
जनसंख्या का अधिक प्रवास पर्यावरण से संबंधित किस मूल्य तथ्यों को प्रभावित करता है ?
उत्तर:
जनसंख्या का अधिक प्रवास पर्यावरण के निम्नलिखित मूल्यों को प्रभावित करता है –
- जनसंख्या का अधिक प्रवास नगरीय बस्तियों की जनसंख्या में वृद्धि के कारण नई बस्तियों को जन्म देता है जो अधिक गंदगी फैला कर वातावरण को दूषित करती है।
- उपलब्ध जन सहूलियतों की नियमित सेवाओं में कमी लाता है।
- प्राकृतिक पर्यावरण का ह्रास करता है।
प्रश्न 8.
ऐसे मूल्य आधारभूत कारण बताएँ जिनसे प्रवास को अधिक बढ़ावा मिलता है ?
उत्तर:
निम्नलिखित कारणों से प्रवास को अधिक बढ़ावा मिलता है –
- रोजगार के अधिक नए अवसरों की तलाश
- राजनीतिक हालात
- जन सुविधाओं की अधिक उपलब्धता
- सामाजिक सुरक्षा।
निबन्धात्मक प्रश्न (Essay Type Questions)
प्रश्न 1.
प्रवास से क्या अभिप्राय है? प्रवासी किसे कहते हैं ? प्रवास की मुख्य धाराओं के नाम लिखो।
उत्तर:
प्रवास (Migration) – जनसंख्या के एक स्थान से दूसरे स्थान के स्थानान्तरण को प्रवास कहते हैं। कोई भी मनुष्य को जनगणना के दिन अपने जन्म स्थान के अतिरिक्त किसी अन्य स्थान पर गिना जाता है वह प्रवासी कहलाता है।
प्रवास की धाराएं-मनुष्यों के स्थानान्तरण में चार प्रकार की प्रवास धाराएं जन्म लेती हैं –
(1) ग्राम से ग्राम को।
(2) ग्राम से नगर को।
(3) नगर से नगर को।
(4) नगर से ग्राम को।
प्रवास के कारण – जनसंख्या के एक स्थान से दूसरे स्थान के स्थानान्तरण को प्रवास कहते हैं।
प्रवास प्रायः कुछ कारणों से होता है –
- रोज़गार की तलाश में नगरों को प्रवास।
- निवास की बेहतर सुविधाएं प्राप्त करने के लिए।
- स्त्रियों का विवाह के कारण प्रवास।
- सामाजिक असुरक्षा।
- राजनीतिक गड़बड़ी के कारण।
- प्राकृतिक आपदा।
अपकर्ष (Pull) – जब लोग नगर की सुविधाओं तथा आर्थिक अवसरों से आकर्षित होकर नगर की ओर प्रवास करते हैं तो इसे ‘अपकर्ष’ कारक कहते हैं।
प्रतिकर्ष (Push) – जब गांवों से लोगों को जीविका प्राप्त करने के साधन उपलब्ध नहीं होते, तो लोग बेरोज़गारी, ग़रीबी तथा भुखमरी आदि घटकों के कारण नगरों को प्रवास कर जाते हैं। इसे ‘प्रतिकर्ष’ कारक कहते हैं।
प्रश्न 2.
प्रवास के आर्थिक, जनांकिकीय, सामाजिक तथा पर्यावरणीय परिणाम बताओ। (H.B. 2011)
उत्तर:
प्रवास के परिणाम-प्रवास, क्षेत्र पर अवसरों के असमान वितरण का प्रत्युत्तर है। लोगों में कम अवसरों और कम सुरक्षा वाले स्थान से अधिक अवसरों और बेहतर सुरक्षा वाले स्थान की ओर जाने की प्रवृत्ति होती है। बदले में यह प्रवास के उदगम और गंतव्य क्षेत्रों के लिए लाभ और हानि दोनों उत्पन्न करता है। परिणामों को आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और जनांकिकीय संदर्भो में देखा जा सकता है।
1. आर्थिक परिणाम-उद्गम प्रदेश के लिए मुख्य लाभ प्रवासियों द्वारा भेजी गई हुंडी है। अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासियों द्वारा भेजी गई हुंडियां विदेशी विनिमय के प्रमुख स्रोत में से एक हैं। सन् 2002 में भारत ने अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासियों से हुंडियों के रूप में 110 लाख अमेरिकी डॉलर प्राप्त किए। पंजाब, केरल और तमिलनाडु अपने अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासियों से महत्त्वपूर्ण राशि प्राप्त करते हैं। अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासियों की तुलना में आन्तरिक प्रवासियों द्वारा भेजी गई हुंडियों की राशि बहुत थोड़ी है, किन्तु यह उद्गम क्षेत्र की आर्थिक वृद्धि में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
(1) हुंडियों के प्रयोग हुंडियों का प्रयोग मुख्यतः भोजन, ऋणों की अदायगी, उपचार, विवाहों, बच्चों की शिक्षा, कृषीय निवेश, गृह-निर्माण इत्यादि के लिए किया जाता है।
(2) बिहार, उत्तर प्रदेश, उडीसा, आन्ध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, इत्यादि के हज़ारों निर्धन गांवों की अर्थव्यवस्था के लिए ये हंडियां जीवनदायक रक्त का काम करती हैं।
(3) पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और उड़ीसा के ग्रामीण क्षेत्रों से पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रवास कृषि विकास के लिए उनकी हरित-क्रान्ति कार्ययोजना की सफलता के लिए उत्तरदायी हैं।
(4) इसके अतिरिक्त अनियन्त्रित प्रवास ने भारत के महानगरों को अति संकुचित कर दिया है। महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु और दिल्ली जैसे औद्योगिक दृष्टि से विकसित राज्यों में गन्दी बस्तियों (स्लम) का विकास देश में अनियन्त्रित प्रवास का नकारात्मक परिणाम है।
2. जनांकिकीय परिणाम-प्रवास से देश के अन्दर जनसंख्या का पुनर्वितरण होता है। ग्रामीण नगरीय प्रवास नगरों में जनसंख्या की वृद्धि में योगदान देने वाले महत्त्वपूर्ण कारकों में से एक हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले युवा आयु, कुशल एवं दक्ष लोगों का बाह्य प्रवास ग्रामीण जनांकिकीय संघटन पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है। यद्यपि उत्तराखण्ड, राजस्थान, मध्य प्रदेश और पूर्वी महाराष्ट्र से होने वाले बाह्य प्रवास ने इन राज्यों की आयु एवं लिंग संरचना में गम्भीर असन्तुलन पैदा कर दिया है। ऐसे ही असन्तुलन उन राज्यों में भी उत्पन्न हो गए हैं जिनमें ये प्रवासी जाते हैं।
3. सामाजिक परिणाम:
- प्रवासी सामाजिक परिवर्तन के अभिकर्ताओं के रूप में कार्य करते हैं। नवीन प्रौद्योगिकियों, परिवार नियोजन, बालिका शिक्षा इत्यादि से सम्बन्धित नए विचारों का नगरीय क्षेत्रों से ग्रामीण क्षेत्रों की ओर विसरण (फैलाव) इन्हीं के माध्यम से होता है।
- प्रवास से विविध संस्कृतियों के लोगों का अन्तर्मिश्रण होता है।
- यह संकीर्ण विचारों को तथा लोगों के मानसिक क्षितिज को भेद विस्तृत करता है।
- इसके गम्भीर नकारात्मक परिणाम भी होते हैं जो व्यक्तियों में सामाजिक निर्वात और खिन्नता की भावना देते हैं। व्यक्तियों में सामाजिक निर्वात और खिन्नता की भावना भर देते हैं।
- खिन्नता की सतत भावना लोगों को अपराध और औषध दुरुपयोग जैसी असामाजिक क्रियाओं के पाश में फंसने के लिए अभिप्रेरित कर सकती है।
4. पर्यावरणीय परिणाम:
(i) ग्रामीण से नगरीय प्रवास के कारण लोगों का अति संकुलन नगरीय क्षेत्रों में वर्तमान सामाजिक और भौतिक अवसंरचना पर दबाव डालता है।
(ii) अन्ततः इससे नगरीय बस्तियों की अनियोजित वृद्धि होती है।
(iii) गन्दी बस्तियों और क्षुद्र कॉलोनियों का निर्माण होता है।
(iv) इसके अतिरिक्त प्राकृतिक संसाधनों के अति दोहन के कारण नगर भौमजल स्तर के अवक्षय, वायु प्रदूषण, वाहित मल के निपटान और ठोस कचरे के प्रबन्धन जैसी गम्भीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
5. अन्य:
- प्रवास (विवाहजन्य प्रवास को छोडकर भी) स्त्रियों के जीवन स्तर को प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से प्रभावित करता है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में पुरुष वरणात्मक बाह्य प्रवास के कारण पत्नियां पीछे छूट जाती हैं जिससे उन पर अतिरिक्त शारीरिक और मानसिक दबाव पड़ता है।
- शिक्षा अथवा रोजगार के लिए ‘स्त्रियों’ का प्रवास उनकी स्वायत्तता और अर्थव्यवस्था में उनकी भूमिका को बढ़ा देता है किन्तु उनकी सुभेद्यता भी बढ़ती है।
- स्रोत प्रदेश के दृष्टिकोण से यदि हुंडियां प्रवास के प्रमुख लाभ हैं तो मानव संसाधन, विशेष रूप से कुशल लोगों का ह्रास उसकी गम्भीर लागत है। उन्नत कुशलता का बाजार सही मायने में वैश्विक बाजार बन गया है और सर्वाधिक गत्यात्मक औद्योगिक अर्थव्यवस्थाएं गरीब प्रदेशों से उच्च प्रशिक्षित व्यावसायिकों को सार्थक अनुपातों में प्रवेश दे रही हैं और भर्ती कर रही हैं। परिणामस्वरूप स्रोत प्रदेश के वर्तमान अल्पविकास का पुनर्बलन होता है।