Jharkhand Board JAC Class 9 English Solutions Moments Chapter 4 In the Kingdom of Fools Textbook Exercise Questions and Answers.
JAC Board Class 9 English Solutions Moments Chapter 4 In the Kingdom of Fools
JAC Class 9 English In the Kingdom of Fools Textbook Questions and Answers
Think About It
Question 1.
What are the two strange things the guru and his disciple find in the Kingdom of Fools?
मूर्खों के राज्य में गुरु तथा उसके चेले को कौन-सी दो विचित्र बातें मिलती हैं ?
Answer:
The first strange thing was that it was broad daylight and still everyone was asleep. Even the cattle were sleeping. Shops were closed. They could not get anything to eat till sunset. When the night fell, the shops were opened. People woke up and they started doing their jobs. The second strange thing was that everything, such as-rice, banana or ghee had the same price. You could get anything for one duddu (a coin).
पहली विचित्र बात यह थी कि दिन का समय था और प्रत्येक व्यक्ति सोया हुआ था । और यहाँ तक कि पशु भी सो रहे थे । दुकानें बन्द थीं । उन्हें कोई भी खाने की वस्तु नहीं मिल सकी जब तक कि सूर्यास्त नहीं हो गया । जब रात हुई तो दुकानें खुलने लगीं। लोग जाग गये और उन्होंने अपना कार्य प्रारम्भ किया । दूसरी विचित्र बात यह थी कि प्रत्येक वस्तु जैसे कि चावल, केला अथवा घी सभी की एक ही कीमत थी । आप कोई भी चीज एक डुड्डू (सिक्के) में ले सकते थे ।
Question 2.
Why does the disciple decide to stay in the Kingdom of Fools ? Is it a good idea ?
शिष्य मूर्खों के राज्य में ठहरने का निश्चय क्यों करता है ? क्या यह अच्छा विचार है ?
Answer:
The disciple’s love for cheap and good food makes him stay in the Kingdom of Fools. No, I don’t think that it is a good idea, as it is dangerous to live with fools.
शिष्य का सस्ते और अच्छे भोजन के लिए प्रेम उसे मूर्खों की राजधानी में रुकने के लिए बाध्य करता है । मैं नहीं मानता कि यह एक उत्तम विचार है, क्योंकि मूर्खों के साथ रहना खतरनाक होता है ।
Question 3.
Name all the people who are tried in the king’s court, and give the reasons for their trial.
उन सब व्यक्तियों के नाम बताओ जिन पर राजा के दरबार में मुकदमा चलता है, और उन पर लगे मुकदमे का कारण भी बताओ ।
Answer:
First of all, the merchant was tried whose wall of the house collapsed and caused the thief’s death. He put the blame on the bricklayer who had built the wall. The bricklayer blamed a dancing girl who kept on going up and down the street. Now, the dancing girl blamed the goldsmith who made her walk up and down the street. The goldsmith blamed the rich merchant who had ordered to make jewellery for him urgently. This merchant is the same whose wall of the house had collapsed.
सबसे पहले उस व्यापारी पर मुकदमा चला जिसके घर की दीवार गिरने से एक चोर मर गया था । उसने दोष राजमिस्त्री पर डाल दिया जिसने दीवार बनाई थी। राजमिस्त्री ने एक नर्तकी को दोषी ठहराया जो गली में चक्कर लगा रही थी । अब, नर्तकी ने सुनार पर दोष लगाया, जिसने उससे गली के कई चक्कर लगवाए। सुनार ने धनी व्यापारी पर दोष मढ़ा, जिसने तुरन्त आभूषण बनाने का आदेश दिया था । यह वही व्यापारी है जिसके घर की दीवार गिरी थी ।
Question 4.
Who is the real culprit according to the king? Why does he escape punishment?
राजा के अनुसार असली अपराधी कौन है ? वह दण्ड से क्यों बच जाता है ?
Answer:
According to the king, the rich merchant whose wall of the house collapsed is the real culprit. He escapes punishment because he is too thin to fit in the newly made stake.
अनुसार धनी व्यापारी जिसके घर की दीवार गिरी थी, वास्तविक अपराधी है । वह दण्ड से इसलिए बच जाता है क्योंकि वह नई बनी सूली में फिट होने के लिए अत्यधिक पतला है ।
Question 5.
What are the guru’s words of wisdom ? When does the disciple remember them ?
गुरु के बुद्धिमत्तापूर्ण शब्द क्या हैं ? शिष्य उन्हें कब याद करता है?
Answer:
The guru’s words of wisdom are “This is a city of fools. You don’t know what they will do to you next.” The disciple remembers his guru’s words when he is caught to be executed without any fault.
गुरू के बुद्धिमत्तापूर्ण शब्द हैं ” यह मूखों का नगर है। आप नहीं जानते कि वे आगे आपके साथ क्या करेंगे। ” शिष्य को अपने गुरू के शब्द उस समय याद आते हैं जब उसे बिना किसी दोष के मृत्युदण्ड देने के लिए पकड़ लिया जाता है ।
Question 6.
How does the guru manage to save his disciple’s life ?
गुरु अपने शिष्य का जीवन बचाने में कैसे सफल होता है ?
Answer:
The disciple and the guru both start quarrelling wanting to be executed first. The king asks the reason for their quarrel. The guru tells him the secret that whosoever dies first on the stake will rule that kingdom again in the next life. The second to die will be reborn as the minister. Believing in the Guru’s word the foolish king and the minister get themselves executed. Thus, the disciple is saved by the guru’s clever trick.
शिष्य और गुरु, दोनों पहले मरने के लिए लड़ने लगते हैं । वह उनके झगड़े का कारण पूछता है । गुरु उसे इसका (झगड़े का रहस्य बताता है कि जो भी पहले सूली पर चढ़ेगा, वह अगले जीवन में उस राज्य पर पुनः शासन करेगा । दूसरे नम्बर पर मरने वाला मन्त्री बनेगा । गुरु की बात का विश्वास करके मूर्ख राजा और उसका मंत्री स्वयं सूली पर चढ़ जाते हैं । इस प्रकार, गुरु की चतुर चाल शिष्य को बचा लेती है ।
Talk About It
Question 1.
In Shakespeare’s plays the fool is not really foolish. If you have read or seen Shakespeare’s plays such as King Lear, As You Like It, Twelfth Night, you may talk about the role of the foel. Do you know any stories in your language about wise fools, such as Tenali Rama or Gopal Bhar? You can also read about them in Ramanujan’s collection of folk tales.
शेक्सपीयर के नाटकों में मूर्ख वास्तव में मूर्ख नहीं हैं । अगर आपने शेक्सपीयर के कुछ नाटक पढ़े या देखे हैं, जैसे- ‘किंग लीयर’, ‘ऐज़ यू लाइक इट’, ‘ट्वेल्थ नाइट’ – तो आप इनमें मूर्ख की भूमिका की चर्चा करें। क्या आप अपनी भाषा में बुद्धिमान मूर्खों की कहानियाँ जानते हैं, जैसे कि तेनालीराम और गोपाल भार ? आप इनके बारे में रामानुजन के लोककथा संग्रह पढ़ सकते हैं ।
Answer:
There is no doubt that fools in the plays of Shakespeare are not really foolish. They are wise and understanding.
Take the example of Orlando in the play ‘As You Like It’. His thin, boyish stature is no match for a giant in the form of Charles, the wrestling champion. His winning the match reflects his hidden strength and confidence of knowing the art of wrestling. Again, though he seems to be mad carving the name of his beloved, Rosalind and the poems in her praise on the trees in the forest, yet it reflects his deep love for Rosalind, the name of his beloved.
इसमें कोई सन्देह नहीं है कि शेक्सपीयर के नाटकों में मूर्ख वास्तव में मूर्ख नहीं हैं । वे बुद्धिमान और समझदार हैं ।
‘As You Like It’ नाटक में ऑरलेन्डो का उदाहरण लीजिये । उसका दुबला-पतला लड़के जैसा डील-डौल ( कद-काठी) दैत्य जैसे कुश्ती के चैम्पियन चार्ल्स से बिल्कुल मेल नहीं खाता । उसका कुश्ती जीतना उसकी छिपी हुई शक्ति को उजागर करता तथा मल्ल युद्ध कला के ज्ञान के आत्मविश्वास को प्रतिबिम्बित करता है ।
पुनः यद्यपि वह जंगल में पेड़ों पर अपनी प्रेमिका के नाम ‘रोजलिन्ड’ तथा उसकी प्रशंसा में लिखी गयी कविताओं की पच्चीकारी करता हुआ पागल नजर आता है, तथापि यह ‘रोजलिन्ड’ के प्रति उसके गहन प्रेम को प्रतिबिम्बित करता है ।
JAC Class 9 English In the Kingdom of Fools Important Questions and Answers
Answer the following questions in about 30 words each:
निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए :
Question 1.
How did the burglar die ?
सेंधमार किस प्रकार मरा ?
Answer:
One day the burglar broke into a rich merchant’s house to steal the things. When he was carrying out his loot, the weak wall fell over him and he died on the spot.
एक दिन सेंधमार ने चोरी करने के लिए एक धनी व्यापारी के यहाँ सेंध लगाई। जब वह चोरी का सामान ले जा रहा था तब कमजोर दीवार उस पर गिर पड़ी और वहीं मर गया।
Question 2.
When and why was the dancing girl going up and down the street ?
नर्तकी गली में कब और वह क्यों आ-जा रही थी ?
Answer:
The dancing girl was going up and down the street all the day. In fact, she was going to the house of the goldsmith who had not made her jewellery in time.
नर्तकी सारे दिन गली में आ-जा रही थी । वास्तव में वह सुनार के घर जा रही थी जिसने उसके आभूषण समय से नहीं बनाये थे ।
Question 3.
Who became the next king and the minister after the death of the former king and his minister?
पहले वाले राजा और उसके मंत्री की मृत्यु के बाद अगले राजा और मंत्री कौन बने ?
Answer:
After the death of the former king and his minister, the people persuaded the guru and his disciple to be their king and the minister. They agreed and became the next king and the minister respectively.
पहले वाले राजा और उसके मंत्री की मृत्यु के बाद, लोगों ने गुरु और उसके शिष्य से अंगला राजा और मंत्री बनने की प्रार्थना की । वे सहमत हो गये और क्रमशः राजा व मंत्री बन गये ।
Question 4.
Why was a fat man searched to be executed on the stake ? Who was the fat man ?
सूली पर चढ़ाने के लिए मोटा आदमी ही क्यों खोजा गया ? वह मोटा आदमी कौन था ?
Answer:
The stake was too big and the merchant was too thin to fit on it. So, a fat man was searched to be executed on the stake and that was the disciple.
सूली बहुत बड़ी थी और फाँसी दिए जाने वाला व्यापारी इतना पतला था कि उसमें फिट नहीं बैठता था । अतः एक मोटे आदमी को सूली पर चढ़ाने के लिए खोजा गया और वह शिष्य था ।
Question 5.
How did the guru save the life of his disciple ?
गुरु ने अपने शिष्य की जान कैसे बचाई ?
Answer:
The guru told the king that whoever died first on the stake would be the king in his next life. The trick worked out and the king got himself executed. Thus, the life of the disciple was saved.
गुरु ने राजा से कहा कि जो भी सूली पर पहले चढ़ेगा, वह अगले जन्म में राजा बनेगा । यह चाल काम कर गई और राजा ने खुद को फाँसी पर चढ़वा लिया । इस प्रकार शिष्य की जान बचाई गई ।
Question 6.
Why did the guru want to leave the kingdom quickly ? Why did the disciple stay on there?
गुरु उस राज्य को तुरन्त क्यों छोड़ना चाहता था ? शिष्य वहीं क्यों रह गया ?
Answer:
The guru realized that it was the kingdom of fools. So, he wanted to leave the kingdom quickly. But the disciple stayed on there because he found everything to be cheap.
गुरु ने महसूस कर लिया कि वह मूर्खों का राज्य था । इसलिए, वह राज्य को तुरन्त छोड़ना चाहता था । लेकिन . शिष्य वहाँ ठहरना चाहता था क्योंकि उसे हर चीज सस्ती मिली।
Question 7.
What was foolish about the king’s trial of the merchant ?
राजा द्वारा व्यापारी के मुकदमे में क्या मूर्खता दिखाई गई ?
Answer:
The king called the merchant for trial. He wanted to punish the merchant in place of his father, for the death of a thief. It shows that the king was a fool who was going to punish an innocent merchant
राजा ने मुकदमे के लिये व्यापारी को बुलवाया । वह (राजा) उसे उसके पिता के स्थान पर एक चोर की मृत्यु के अपराध में सजा देना चाहता था । यह दर्शाता है कि राजा मूर्ख था जो अकारण ही एक निर्दोष व्यापारी को सजा देने जा रहा था ।
Question 8.
Who was finally blamed for the crime ?
अन्त में किसे दोषी माना गया ?
Answer:
Finally, the rich merchant was blamed for the crime because his father was dead and he had inherited everything from his criminal father. So, he was sentenced to death.
अन्ततः धनी व्यापारी को जुर्म का दोषी पाया गया । क्योंकि उसका पिता मर चुका था और उसने अपने अपराधी पिता की सम्पत्ति को विरासत में पाया था । इसलिए उसे मौत की सजा सुनाई गयी ।
Question 9.
Why was the disciple caught ?
शिष्य क्यों पकड़ा गया ?
Answer:
The disciple was caught to be put to death as he was fat enough to fit the stake.
मृत्युदण्ड के लिए पकड़ लिया गया क्योंकि वह सूली पर चढ़ाने के लिए पर्याप्त रूप से मोटा था ।
Question 10.
What argument did the merchant come up with in his defence ?
व्यापारी ने अपने बचाव में क्या तर्क दिया ?
Answer:
The merchant came up with the argument that it was his father who ordered the jewellery. He was dead now.
व्यापारी ने बचाव में तर्क दिया कि जेवर बनाने का आदेश उसके पिता ने दिया था । वह अब मर चुके हैं ।
Question 11.
Why was it decided to execute the disciple ?
शिष्य को मृत्युदण्ड देने का निर्णय क्यों लिया गया ?
Answer:
It was decided to execute the merchant. A new stake was made. But the merchant was too thin to fit the stake. So, a fat person was searched to fit the stake. The disciple was fat enough. So, it was decided to execute the disciple.
व्यापारी को मृत्युदण्ड देने का निर्णय लिया गया । नई सूली बनवायी गयी। लेकिन व्यापारी इतना पतला था कि सूली में फिट नहीं हो सकता था । अतः एक मोटे व्यक्ति को तलाश किया गया जो सूली पर फिट हो सके । शिष्य काफी मोटा था । अतः, शिष्य को मृत्युदण्ड देने का निर्णय लिया गया ।
Question 12.
How did everything in the kingdom become normal again ?
राज्य में सबकुछ पुनः सामान्य कैसे हो गया ?
Answer:
After the death of the foolish king and his minister, the people of that kingdom requested the guru and his disciple to be their next king and minister. Both of them agreed. Old laws were changed. Now people worked in the day time and slept at night. Thus, everything became normal again.
मूर्ख राजा व उसके मंत्री की मौत के बाद उस राज्य के लोगों ने गुरु और शिष्य से अपना अगला राजा व मंत्री बनने की प्रार्थना की। वे दोनों सहमत हो गये । पुराने नियम बदल दिये गये । अब लोग दिन में काम करते थे व रात को सोते थे । इस प्रकार, राज्य में सब कुछ पुनः सामान्य हो गया ।
Answer the following questions in about 60 words each:
निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए :
Question 1.
How did the king find the culprit for the murder of the thief at last?
अन्ततः राजा ने चोर की हत्या के दोषी का पता कैसे लगाया ?
Answer:
In the beginning the merchant was called for trial. The merchant told that it was the brick- layer’s fault who had built the weak wall. The bricklayer blamed the dancing girl who had distracted his mind. The dancing girl blamed the goldsmith. The goldsmith in turn blamed a rich merchant. Thus, at last, the king found the rich merchant to be the culprit for the murder of the thief.
शुरूआत में व्यापारी को सजा देने के लिए बुलवाया गया । व्यापारी ने कहा कि दोष राजमिस्त्री का था जिसने दीवार कमजोर बनाई थी । राजमिस्त्री ने नर्तकी पर आरोप लगाया जिसने उसके मन की एकाग्रता को भंग किया था । नर्तकी ने सुनार पर दोष मढ़ दिया । सुनार ने एक अमीर व्यापारी पर इसका आरोप लगाया । इस प्रकार अन्ततः राजा ने चोर की हत्या के दोषी अमीर आदमी का पता लगाया ।
Question 2.
How did the guru save his disciple from being executed ?
गुरु ने अपने शिष्य को सूली पर चढ़ाये जाने से कैसे बचाया ?
Answer:
The guru and the disciple both began to quarrel as each wanted to be executed first in the court of the king. The guru told the king that the stake was new and chaste and so, whoever be executed on it first would be the king of the state in the next life. The second person, to be executed, would be his minister. The king did not want to lose the kingdom to someone else in the next round of life. So, he released both the guru and his disciple.
राजा के दरबार में गुरु और शिष्य दोनों पहले सूली पर चढ़ाये जाने के लिए झगड़ने लगे । गुरु ने राजा को बताया कि सूली नई और पवित्र थी और जो भी पहले उस पर चढ़ेगा, वह अगले जन्म में इस राज्य का राजा बनेगा । सूली पर चढ़ने वाला दूसरा व्यक्ति उसका मंत्री बनेगा । राजा अगले जन्म में राज्य को खोना नहीं चाहता था, अतः उसने गुरु और शिष्य दोनों को छोड़ दिया ।
Question 3.
Describe the kingdom of fools.
मूर्खों के राज्य का वर्णन करो ।
Answer:
In the kingdom of fools, people used to sleep in the day and work at night. Everything was cheap and cost a single coin (duddu). An innocent merchant was sentenced to death for the killing of a burglar, and then the fat disciple was caught as he was fit for the stake. In the end, the foolish king and his minister got themselves executed.
मूर्खों के राज्य में लोग दिन में सोया करते थे तथा रात में काम किया करते थे । वहाँ हर वस्तु सस्ती और . मात्र एक सिक्के (डुड्डू) के मूल्य की थी । एक निरपराध ( निर्दोष) व्यापारी को सेंधमार की हत्या के लिए मौत की सजा सुनाई गई और फिर मोटे शिष्य को पकड़ लिया गया क्योंकि वह सूली के लिए उपयुक्त था । अन्त में मूर्ख राजा और उसके मंत्री ने खुद को ही सूली पर चढ़वा लिया ।
Question 4.
How did the guru and the disciple become the king and the minister of the kingdom of fools ?
गुरु और शिष्य किस प्रकार मूर्खों के राज्य के राजा तथा मंत्री बन गये ?
Answer:
The guru told the king that whoever died on the stake first would be reborn as the king of the kingdom, and the next (who died) would be his minister. The king and the minister both wanted to become the king and the minister respectively in their next birth also. So, they decided to die first of all. After their death, the people of the kingdom made the guru and the disciple their king and the minister.
गुरु ने राजा को बताया कि जो उस सूली पर पहले मरेगा वह उस राज्य के राजा के रूप में दोबारा जन्म लेगा तथा जो उसके बाद मरेगा वह उसके मंत्री के रूप में दोबारा जन्म लेगा । राजा और मंत्री, दोनों अगले जन्म में भी क्रमशः राजा और मंत्री बनना चाहते थे । इसलिए, उन्होंने सबसे पहले मरने का निर्णय लिया। उनकी मृत्यु के पश्चात् उस राज्य के लोगों ने गुरु और शिष्य को अपना राजा तथा मंत्री बनाया ।
Question 5.
Draw a character sketch of the guru. गुरु का चरित्र चित्रण कीजिये ।
Answer:
The guru was really very wise. He very soon realized that the city was a dangerous place. Anything could happen there as fools’ actions can’t be predicted. So, he decided to leave the city. He was also a man of helping nature. He came to his disciple’s help. He knew how to handle foolish persons. By his wisdom, he not only saved himself but also his disciple. At last he became a king also.
गुरु वास्तव में बहुत बुद्धिमान था । उसने बहुत शीघ्र ही महसूस कर लिया कि वह एक खतरनाक स्थान था । वहाँ पर कुछ भी हो सकता था क्योंकि मूर्खों के कार्यों के बारे में कोई भी भविष्यवाणी नहीं की जा सकती। इसलिए उसने उस नगर को छोड़ने का निर्णय लिया । वह एक सहायक – स्वभाव का व्यक्ति भी था । वह अपने शिष्य की सहायतार्थ आया । वह जानता था कि मूखों से कैसे निपटा जाये । अपनी समझदारी से उसने न केवल स्वयं को बल्कि अपने शिष्य को भी बचाया और अन्त में राजा भी बन गया ।
In the Kingdom of Fools Summary and Translation in Hindi
About the Story
ऐसी मान्यता है कि मूर्ख इतने खतरनाक होते हैं कि उन्हें केवल अत्यन्त बुद्धिमान व्यक्तियों द्वारा ही सँभाला जा सकता है । इस कहानी में कौन-कौन मूर्ख हैं ? उनके साथ क्या घटित होता है ? यह जानने के लिए पूरी कहानी पढ़िये ।
Word-Meanings And Hindi Translation
In the Kingdom ………….. nightly business. (Page 19)
Meanings : idiots (ईड्यट्ज) = मूर्ख, जड़बुद्धि | run ( रन) = चलाना । decided ( डिसाइडिड् ) = निश्चय किया | till (टिल) = plough, जोतना । disobeyed ( डिस्ओबेड्) = आदेश नहीं मानता | punish (पनिश्) दण्डित करना । delighted (डिलाइटिड ) = happy, प्रसन्न । success (सक्सेज़) = सफलता | project (प्रोजेक्ट) : planning, कार्य-योजना | disciple (डिसाइपल ) = pupil, शिष्य । arrived (अराइव्ड) = reached, पहुँचे । stirring (स्टरिंग) = moving, इधर-उधर घूम रहा । cattle ( कैट्ल) = पशु; मवेशी । strangers (स्ट्रेन्जर्स) : अजनबी, अपरिचित | amazed (अमेज़्ड) = surprised आश्चर्यचकित। wandered ( वाण्डर्ड) = moved aimlessly, यूँ ही इधर-उधर घूमते रहे । suddenly (सडन्लि) = at once, अचानक ।
हिन्दी अनुवाद – मूर्खों के राज्य में राजा और मंत्री दोनों ही मूर्ख थे । वे अन्य राजाओं की भाँति राज्य चलाना नहीं चाहते थे। इसलिए उन्होंने दिन को रात में तथा रात को दिन में बदलने का निश्चय किया । उन्होंने आदेश दिया कि हर कोई रात को जागेगा, खेत जोतेगा और अपना व्यापार केवल अँधेरा होने के बाद ही करेगा तथा जैसे ही सूर्य उगेगा हर व्यक्ति सोने चला जायेगा । जो कोई आदेश नहीं मानेगा, उसे मृत्युदंड दिया जायेगा । लोगों ने मौत के भय से आदेश का कथनानुसार पालन किया ।
राजा और मंत्री अपनी कार्य-योजना की सफलता पर प्रसन्न थे । एक दिन एक गुरु और उसका शिष्य उस शहर में पहुँचे । यह सुन्दर नगर था, दिन का समय था पर कोई व्यक्ति दिखाई नहीं देता था । हर कोई सोया हुआ था, कोई चूहा भी घूमता दिखाई नहीं पड़ता था और यहाँ तक कि जानवरों को भी दिन में सोना सिखा दिया गया था । दोनों अजनबी यह सब देखकर चकित हुए और शाम तक नगर में यूँ ही इधर- उधर घूमते रहे, तभी अचानक पूरा नगर जाग गया तथा अपने रात के कार्य में लग गया ।
The two men ……………… Sacred bull. (Pages 19-20)
Meaning : hungry (हंग्रि) = भूखे | groceries (ग्रोसरीज़) = food items, खाद्य सामग्री | astonishment surprise, आश्चर्य cost (कॉस्ट) = कीमत होना | measure (मेश (र)) = मात्रा ; परिमाण । गुच्छा | delighted (डिलाइटिड ) = happy, प्रसन्न । realised (रियलाइज़्ड) = felt, अनुभव किया, लगा । cheap (चीप) = at a very low cost, सस्ती । wisdom (विज़डम) = बुद्धिमत्तापूर्ण बात | finally ( फाइनलि) = at last, अन्ततः । gave up (गेव अप) = प्रयास छोड़ दिया। ate his fill = पेटभर कर खाता था । sacred (सैक्रिड) = holy, पवित्र | bull (बुल) साँड़ ।
हिन्दी अनुवाद – दोनों व्यक्ति भूखे थे । अब चूँकि दुकानें खुल गई थीं, वे खाद्य सामग्री खरीदने निकले। उनके आश्चर्य की सीमा न रही जब उन्होंने हर वस्तु का एक ही मूल्य पाया, मात्र एक डुड्डू ( उस नगर में प्रचलित मुद्रा का नाम) चाहे वह चावलों का परिमाण हो या केलों का गुच्छा, सभी का मूल्य एक डुड्डू था । गुरु और उसका शिष्य प्रसन्न थे । उन्होंने पहले कभी ऐसा नहीं सुना था । वे भोजन संबंधी सभी जरूरत की चीजें एक रुपये में खरीद सकते थे । जब वे खाना पका व खा चुके तब गुरु ने महसूस किया कि यह मूर्खों का राज्य और वहाँ ठहरना उनके लिए अच्छा विचार नहीं होगा ।
उसने अपने शिष्य से कहा, “यह स्थान हमारे लिए नहीं है । चलो, चलते हैं ।” लेकिन शिष्य वह स्थान छोड़ना नहीं चाहता था । वहाँ सब कुछ सस्ता था । उसे मात्र सस्ते और अच्छे भोजन की चाह थी । गुरु ने कहा, “ये सब मूर्ख हैं । यह सब बहुत लम्बे समय तक नहीं चलेगा और तुम नहीं कह सकते कि आगे वह तुम्हारे साथ क्या व्यवहार करें लेकिन शिष्य ने गुरु की बुद्धिमत्तापूर्ण बात नहीं सुनी। वह रुकना चाहता था । अन्त में गुरु ने अपना प्रयास छोड़ दिया और कहा, “तुम जो चाहते हो, करो । मैं चलता हूँ,” और वह चले गये । शिष्य वहीं रुका रहा, उसने हर रोज भरपेट केले, चावल, घी और गेहूँ खाये और मार्गों में विचरण करने वाले पवित्र साँड़ की भाँति मोटा हो गया ।
One bright day ……………. owner of the house. (Page 20)
Meanings : bright day = दिन के उजाले में, दिन-दहाड़े । broke into (ब्रोक इनटु) = सेंध लग merchant (मॅ:चेन्ट ) = व्यापारी । hole (होल) = छेद । sneaked in (स्नीक्ट इन) = चुपके से अन्दर घुस गया। carrying out (कैरीइंग आउट) = ले जा रहा । loot (लूट) = लूट का माल, चोरी का माल । collapsed (कोलैप्स्ट) fell down, दह गई । complained (कम्प्लेन्ड ) शिकायत की । your highness = महामहिम । pursuing (पॅ: स्यूइंग) = कर रहा । ancient ( एन्शन्ट) = पुराना |
trade (ट्रेड) = धंधा, व्यापार ( यहाँ पर चोरी करने के कार्य से तात्पर्य है)। is to blame (इज़ टु ब्लेम) = is guilty, दोषी है । wrongdoer (राँगडूअर ) अपराधी । compensate (कॉम्पेन्सेट) मुआवजा दिलाना, क्षतिपूर्ति करना । injustice (इन्जस्टिस ) = अन्याय | justice (जस्टिस ) = न्याय | (वरि) worry = चिन्ता करना | summoned ( सम्मण्ड) called, बुलवाया । owner (ओनर) = master, मालिक ।
हिन्दी अनुवाद एक बार दिन-दहाड़े एक चोर ने एक धनी व्यापारी के घर में सेंध लगा दी । उसने दीवार में छेद किया और चुपके से अन्दर घुस गया और जब वह लूट का माल लेकर बाहर जा रहा था, पुराने मकान की दीवार ढह कर उसके सिर पर गिर पड़ी और वह वहीं मर गया । उसका भाई दौड़कर राजा के पास आया और शिकायत की, “महामहिम ! जब मेरा भाई अपना पुराना धंधा ( चोरी करने का ) कर रहा था तब एक दीवार उस पर गिर गई और वह मर गया । यह व्यापारी दोषी है । इसे अच्छी मजबूत दीवार बनवानी चाहिए थी । आप इस अपराधी को दण्डित करें तथा इस अन्याय के लिए मेरे परिवार को मुआवजा दिलाएँ ।” राजा ने कहा, “न्याय किया जायेगा । चिंता मत करो,” और तुरंत उस घर के मालिक को बुलवाया गया ।
When the merchant ………. by death. (Page 21)
Meanings : questioned ( क्वेश्चन्ड ) = asked, पूछा । burgled (बर्गल्ड) = stole, चोरी की । accused आरोपी । pleads guilty (प्लीड्ज़ गिल्टी) = accepts guilt, अपराध स्वीकार करता है । murdered (मॅ:डॅ:ड्) = हत्या की । punish (पनिश) दण्डित करना । helpless (हेल्पलेस) असहाय, बेचारा | fault (फॉल्ट) = mistake, गलती, दोष । built (बिल्ट) = बनाई । nearby (निअरबाई) = पास ही में। sent out (सेन्ट आउट) = भेजा । messengers (मेसिन्ज:ज़) दूतों, सन्देशवाहकों । bricklayer (ब्रिकलेअर) = राजमिस्त्री । tied (टाइड) = बँधे हुए ।
हिन्दी अनुवाद- जब व्यापारी आ गया तो राजा ने उससे पूछा, “ तुम्हारा नाम क्या है ?”
“महामहिम! मेरा नाम अमुक-अमुक है ।”
“क्या तुम घर पर थे ‘जब मृत व्यक्ति ने तुम्हारे घर चोरी की ?”
“हाँ, हुजूर ! उसने दीवार में सेंध लगाई और दीवार कमजोर थी । वह उसके ऊपर गिर पड़ी ।”
“अपराधी अपराध को स्वीकार करता है । तुम्हारी दीवार ने इस आदमी के भाई को मार डाला । तुमने एक आदमी की हत्या की है । हम तुम्हें दण्डित करेंगे ।” असहाय व्यापारी ने कहा, “महाराज, यह दीवार मैंने नहीं बनाई । यह वास्तव में उस आदमी का दोष है जिसने दीवार बनाई । उसने यह सही नहीं बनाई । आप उसे सजा दें । ”
“वह कौन है ?” “सरकार, यह दीवार मेरे पिता के समय में बनाई गई थी । मैं उस व्यक्ति को जानता हूँ । अब वह एक बूढ़ा व्यक्ति है । वह पास ही में रहता है ।” राजा ने उस राजमिस्त्री को लाने के लिए दूतों को भेजा जिसने दीवार बनाई थी । दूत उसे हाथ-पाँव बाँधकर ले आये । ‘अच्छा, तुम हो, क्या तुमने इस व्यक्ति के पिता के समय में इसकी दीवार बनाई थी ?”
” जी सरकार, मैंने बनाई थी ।” ” यह तुमने किस प्रकार की दीवार बनाई थी ? यह एक गरीब आदमी पर गिर पड़ी और उसकी जान ले ली । तुमने उसकी हत्या की है । हम तुम्हें मौत की सजा देंगे ।”
Before the king could ……………. have to be punished.” (Page 21)
Meaning: execution ( एग्ज़ीक्यूशन) = मृत्युदण्ड, फांसी । pleaded ( प्लीडिड ) = requested, गिड़गिड़ाया। remember (रिमेम्बॅ (र)) = याद होना । anklets ( एंक्लेट्स) = पायलें jingling (जिंग्लिंग) खनखनाती हुयी । could not keep my mind on the wall = (मैं) दीवार बनाने पर मन को केन्द्रित न रख सका (मैंने सावधानीपूर्वक दीवार नहीं बनाई ) । deepens (डीपेन्ज़) = becomes serious, गम्भीर होता जाना। look into (लुक इनंटु) = investigate, छानबीन करना । judge (जज) निपटारा करना । ‘such (सच) – ऐसे ।complicated (कॉम्प्लिकेटिड) जटिल । trembling (ट्रेम्बूब्लिंग) = shivering, काँपती हुई । let us get that dancer = उस नर्तकी को बुलाओ । court (कॉट्) = दरबार । distracted (डिस्ट्रैक्टिड ) = ध्यान हटाया। burglar (बर्गलर) = small thief, छोटा-मोटा चोर, सेंधमार । innocent (इनोसण्ट ) निरपराध, निर्दोष
हिन्दी अनुवाद – इससे पहले कि राजा मृत्युदण्ड का आदेश सुनाता, बेचारा राजमिस्त्री गिड़गिड़ाया, “ कृपया, आदेश देने से पहले मेरी बात सुनें । यह सही है कि दीवार मैंने बनाई और वह ठीक नहीं बनी । लेकिन ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि मेरा मन काम में नहीं था। मुझे उस नर्तकी की अच्छी तरह से याद है जो पायल झनकाती हुई सारे दिन गली में आती-जाती रही, और मैं अपनी आँखें या मन उस दीवार पर न लगा सका जिसे मैं बना रहा था । आप उस नर्तकी को बुलाएँ। मैं जानता हूँ कि वह कहाँ रहती है।” “तुम सही हो । मामला गम्भीर होता जा रहा है । हम इसकी छानबीन करेंगे । ऐसे जटिल मामलों का निपटारा आसान नहीं होता । वह नर्तकी जहाँ कहीं हो, उसे बुलाओ ।”
नर्तकी जो अब एक बूढ़ी स्त्री थी, काँपती हुई दरबार में आई । “ बहुत वर्ष पूर्व जब यह गरीब आदमी दीवार बना रहा था तब क्या तुम गली में आ-जा रही थीं ? क्या तुमने उसे देखा था ? ”
“हाँ, हुजूर, मुझे भली-भाँति याद है ।”
” तो तुम पायल झनकाती हुई गली में आ-जा रही थीं। तुम जवान इसलिए उसने बुरी दीवार बनाई । यह एक गरीब सेंधमार पर गिर गई है ( निर्दोष) व्यक्ति की जान ली है । तुम्हें सजा मिलेगी ।”
थीं और तुमने उसका ध्यान काम से हटाया, और उसे मार दिया है । तुमने एक निरपराध
She thought ………………………. own story to tell. (Page 22)
Meanings: goldsmith (गोल्डस्मिथ) सुनार । jewellery (ज्यूॲलिर) = गहने, जेवर | lazy (लेज़ि) सुस्त | scoundrel (स्काउण्डुल) = rogue, शैतान, बदमाश । excuses (एक्स्क्यूसिज़) = false justification, बहाने । dozen (डज़न) = a set of twelve दर्जन । damned (डैम्ड) = wicked, दुष्ट, घृणित | absolutely (ऍब्सल्यूट्लि) : completely, पूरी तरह से, बिल्कुल । weighing (वेइंग) = (here) keeping in view, (यहाँ) ध्यान में रखकर | evidence (एविडन्स) = गवाही | culprit (कल्प्रिट) = guilty, दोषी | hiding (हाइडिंग ) छुपा हुआ । bailiffs (बेलिप्स) कारिन्दे, एजेण्ट | searched for ( सर्स्ट फॉर) = looked for, खोजा । accusation आरोप | against (अगेन्स्ट ) विरुद्ध । (एक्यूज़ेशन)
हिन्दी अनुवाद- उसने एक मिनट सोचा और कहा, “हुजूर, रुकिये । अब मुझे याद आ गया कि मैं सड़क पर क्यों आ-जा रही थी । मैंने अपने लिए कुछ आभूषण बनाने के लिए सुनार को थोड़ा-सा सोना दिया था । वह सुस्तं और शैतान था । उसने अनेक बहाने किये कि वह अब देगा और तब देगा और सारा दिन इसी तरह करते गुजर गया । उसने दर्जनों बार मुझसे अपने घर के चक्कर लगवाये । तभी राजमिस्त्री ने मुझे देखा । यह मेरा अपराध नहीं है, . हुजूर, यह उस दुष्ट सुनार की गलती है ।” “बेचारी स्त्री, वह बिल्कुल सही कहती है, ” राजा ने गवाही को ध्यान में रखकर कहा । “आखिरकार हमें सही अपराधी मिल गया है । सुनार जहाँ भी छिपा हो, उसे पकड़ लाओ । तुरन्त !” राजा के कारिन्दों ने सुनार की खोज कर ली जो अपनी दुकान के एक कोने में छिपा बैठा था । जब उसने अपने विरुद्ध आरोप सुना तो उसने अपनी कहानी सुनाई ।
‘Meanings: I made this dancer come = मैंने इस नर्तकी को (वेडिंग) = marriage ceremony, विवाहोत्सव | impatient (इम्पेशन्ट) made a mess (मेड अ मैस) = खराब कर दी । original (ओरिजिनल) मालिक | who made her walk up and down = जिसने उसे (गली में) (रूड्लि) = harshly, कठोरतापूर्वक । आने को विवश कर दिया । wedding those who cannot wait, अधीर । वास्तविक, असली । owner (ऑनर) आने-जाने को विवश किया । rudely
“My Lord,” ………………. I’m innocent. (Pages 22-23)
हिन्दी अनुवाद – वह बोला, “महाराज, मैं तो गरीब सुनार हूँ । यह सच है कि मैंने इस नर्तकी को अपने दरवाजे पर बहुत बार आने को विवश किया। मैंने उसको बहाने बनाकर टाला क्योंकि मैं उसके आभूषण तब तक नहीं बना सकता था जब तक कि मैं एक धनी व्यापारी का आर्डर पूरा न कर लेता। उसके यहाँ विवाह होने जा रहा था तथा वे लोग प्रतीक्षा नहीं कर सकते थे ।
आप जानते हैं कि धनी लोग कितने अधीर होते हैं ! “वह धनी व्यक्ति कौन है जिसने तुम्हें इस बेचारी महिला के आभूषण बनाने से रोके रखा और उसे आने-जाने के लिए विवश किया जिससे इस राजमिस्त्री का ध्यान इतना भटक गया कि उसने दीवार खराब कर दी और जो अब एक निर्दोष व्यक्ति पर गिर पड़ी तथा उसके प्राण ले लिए ? क्या तुम उसका नाम बता सकते हो ?” “सुनार ने व्यापारी का नाम बताया और वह वही व्यक्ति था जो उस मकान का असली मालिक था जिसकी दीवार गिर गई थी ।
राजा ने सोचा, अब न्याय का चक्र पूरा हो चुका है, अपराधी वही व्यापारी निकला। जब उसे कठोरतापूर्वक राजदरबार में वापिस बुलाया गया, तो वह चीखता हुआ आया,”वह व्यक्ति मैं नहीं था जिसने आभूषणों का आर्डर दिया था, वह मेरे पिताजी थे।उनका देहान्त हो चुका है ! मैं निर्दोष हूँ !”
But the king consulted …………. worried about it. (Page 23)
Meaning: consulted (कन्सल्टिड) = took advice, सलाह की । ruled ( रूल्ड) = ordered, आदेश दिया। decisively (डिसाइसिविल) = निर्णयात्मक रूप से । inherited ( इन्हेरिटिड) = got from father, विरासत में पाई । criminal (क्रिमिनल) = guilty, अपराधी । riches (रिचेज़) = property, सम्पत्ति | sins (सिन्ज़) wrongdoings, पाप | horrible (हॉरिब्ल ) = भयावह, निर्मम | crime (क्राइम) अपराध | stake (स्टेक) (यहाँ) सूली । execution ( एग्ज़ीक्यूशन) = death sentence punishment, मृत्युदण्ड । sharpened (शार्पन्ड) धार तेज़ की । impaling (इम्पेलिंग) = सूली पर चढ़ाना । occurred (अक:ड्) = came to the mind, दिमाग में आया, महसूस हुआ । somehow ( समहाउ) – in some way, किसी प्रकार | appealed (अपील्ड) requested, निवेदन किया | common sense (कॉमन सेन्स) = सहज बुद्धि, सूझबूझ । worried ( वरीइड) चिन्तित हो गया |
हिन्दी अनुवाद – परन्तु राजा ने अपने मंत्री से सलाह की तथा निर्णयात्मक रूप से आदेश दिया : कि तुम्हारे पिता असली कातिल हैं। वह मर चुके हैं परन्तु उनके स्थान पर किसी को तो दण्ड मिलना ही चाहिए । तुमने अपने उस अपराधी पिता से सब कुछ विरासत में पाया है, उसकी सम्पत्ति तथा उसके पाप भी । जब मैंने तुम्हें पहली बार देखा था तभी मुझें तुरन्त पता चल गया था कि तुम ही इस निर्मम अपराध की जड़ हो । तुम्हें मरना ही होगा ।” और राजा ने आदेश दिया कि मृत्युदण्ड के लिए एक नयी सूली तैयार की जाये । जैसे ही सेवकों ने सूली की धार तेज कर ली तथा उसे अपराधी को उस पर चढ़ाने के लिए तैयार कर लिया तो मंत्री को महसूस हुआ कि धनी व्यापारी इतना दुबला-पतला था कि वह सूली पर भली-भाँति फिट नहीं हो सकता था । उसने राजा से सूझबूझ से काम लेने हेतु निवेदन किया । राजा को भी इस बात से चिन्ता हो गई ।
“What shall. ………….. love of food. (Pages 23-24)
Meaning: suddenly (सडन्लि) = अचानक । it struck him (इट स्ट्रक हिम) = उसके दिमाग में यह आया, सूझा । immediately (इमीडिएट्लि) = at that very moment, तत्काल | fattened (फैटॅण्ड्) = became fat, मोटा हो गया । innocent (इनोसॅन्ट) निर्दोष, निरपराध । royal (रॉयल) = of the king, राजसी, शाही । decree (डिक्री) = order, आदेश, निर्णय | place of execution (प्लेस ऑव एग्जीक्यूशन) मृत्युदण्ड का स्थान अर्थात् सूली | vision ( विश्नू ) = सूक्ष्म दृष्टि, स्वप्न । magic powers (मैजिक पॉवँ: ज्) scrape (स्क्रेप) = big trouble, बड़ी मुसीबत, उलझन ।
हिन्दी अनुवाद वह बोला, “अब हम क्या करें ?” तभी अचानक उसके दिमाग में आया कि उन्हें बस किसी मोटे व्यक्ति को खोजना था जो सूली पर फिट आ जाये । नौकरों को तुरन्त एक ऐसे व्यक्ति की खोज में सारे शहर में भेज दिया गया जो सूली पर फिट आ जाये, और उन लोगों की दृष्टि उस शिष्य पर पड़ी जो महीनों तक केले, चावल, गेहूँ तथा घी खाकर मोटा हो गया था । ” मैंने कौन – सा अपराध किया है ? मैं निर्दोष हूँ। मैं तो एक संन्यासी हूँ !” वह चीखा । ” यह सच हो सकता है । पर यह तो शाही आदेश है कि हम एक ऐसे मोटे व्यक्ति को खोजकर लायें जो सूली पर फिट हो जाये, ” वे बोले, तथा वे उसे (शिष्य को) सूली के पास ले गये ।
शिष्य को अपने ज्ञानी गुरु के शब्द याद आ गये- “यह मूर्खो की नगरी है । तुम नहीं जानते कि ये लोग अगले क्षण क्या बर्ताव करेंगे ।” जब वह अपनी मौत का इन्तजार कर रहा था, उसने अपने हृदय में गुरु से प्रार्थना करते हुए कहा कि वे जहाँ भी हों उसकी पुकार सुन लें। गुरु ने सब कुछ सूक्ष्म दृष्टि से देख लिया; उनमें चमत्कारी शक्ति थी, वे दूर तक देख सकते थे। और वे भविष्य को भी उसी प्रकार देख सकते थे जैसे कि वर्तमान तथा भूतकाल को । वे अपने शिष्य की रक्षा हेतु तुरन्त आ पहुँचे जो अपनी भोजन की लालसा के कारण इतनी बड़ी मुसीबत में फँस गया था ।
As soon as ……………… understand.(Pages 24-25)
Meanings: as soon as ( ऐज़ सून ऐज़) जैसे ही । scolded ( स्कोल्डिङ) = chided, डाँटा-फटकारा । whisper (विस्पॅ (र)) = कानाफूसी, फुसफुसाहट । addressed (अडूस्ट ) = सम्बोधित किया । wisest ( वाइज़ेस्ट) = सर्वाधिक बुद्धिमान । no doubt (नो डाउट) = कोई सन्देह नहीं । heard (हङ) = सुना । began to clamour (बिगेन टु क्लेमॅर् ) = said noisily, चीखने लगा । got into a fight = झगड़ने लगे । puzzled (पज़ल्ड) = उलझन में। behaviour (बिहेविॲ (र)) = व्यवहार। chose (चोज़ ) = चुना। replied (रिप्लाइड) = answered, उत्तर दिया । mystery (मिस्टरि) = something hidden, रहस्य । must make me understand = मुझे समझाना होगा ।
हिन्दी अनुवाद जैसे ही वे (गुरुजी) पहुँचे उन्होंने शिष्य को डाँटा-फटकारा तथा कान में फुसफुसाकर उससे कुछ कहा । फिर वे राजा के पास गये तथा उसे सम्बोधित करके बोले, “ सर्वाधिक बुद्धिमान महाराज, दोनों में कौन बड़ा होता है – गुरु या शिष्य ?” “निश्चय ही गुरु । इसमें कोई सन्देह नहीं । आप यह क्यों पूछ रहे हैं ?”
‘तब आप पहले मुझे सूली पर चढ़ाएँ । मेरे पश्चात् मेरे शिष्य को सूली पर चढ़ाएँ ।”
जब शिष्य ने यह बात सुनी तो वह समझ गया और चीखने लगा, “ पहले मुझे फाँसी दो । तुम मुझे यहाँ पहले लाये थे ! पहले मुझे मृत्युदण्ड दो, उन्हें नहीं !” अब गुरु तथा शिष्य इस बात पर झगड़ पड़े कि किसे पहले जाना (मरना) चाहिए । राजा इस व्यवहार को देखकर उलझन में पड़ गया । उसने गुरु से पूछा, “आप मरना क्यों चाहते हैं ? हमने तो इस व्यक्ति को इसलिए चुना क्योंकि हमें सूली के लिए एक मोटा व्यक्ति चाहिए था ।” ‘आप मुझसे ऐसे प्रश्न न करें। पहले मुझे ही सूली पर चढ़ाएँ,” गुरु ने उत्तर दिया । ” क्यों ? इसमें कुछ रहस्य है । एक बुद्धिमान व्यक्ति की भाँति आपको मुझे समझाना होगा । ”
“Will you promise ………………. remember?” (Page 25)
Meaning: promise (प्रॉमिस) = वचन देना | solemn word ( सोलेम वड) = promise, वचन | aside (असाइड) = in a corner, एक ओर को | earshot (ईयॅ : शॉट) = सुनने का क्षेत्र, श्रवण सीमा । right now (राइट नाउ ) = at this moment, अभी । we have been all over the world = हम समस्त संसार का भ्रमण कर चुके हैं। god (गॉड) देवता । will be reborn ( विल बी रिबॉ: न्) पुनः जन्म लेगा । sick (सिक) = tired, तंग आ गये । ascetic (असेटिक् ) = संन्यासियों का, तापसिक । for a while (फॉर अ व्हाइल ) = for some time, कुछ समय के लिए 1 keep your word (कीप योर वं: ड) = fulfil your promise, अपना वचन पूरा करो ।
हिन्दी अनुवाद – “क्या आप यह वचन देते हैं कि यदि मैं आपको यह रहस्य बता दूँ तो आप मुझे मृत्युदण्ड दे देंगे ?” गुरु ने पूछा । राजा ने वचन दे दिया । गुरु उसे एक ओर ले गया, जहाँ नौकर-चाकर उनकी बात न सुन सकें और उसने राजा से कानाफूसी की, “क्या आप जानते हैं हम अभी क्यों मरना चाहते हैं, हम दोनों ही ? हम समस्त संसार का भ्रमण कर चुके हैं पर हमें आपके जैसी नगरी अथवा राजा कभी नहीं मिला । आपकी बनाई सूली न्याय के देवता की सूली है । यह नई है । इस पर अब तक किसी भी अपराधी को नहीं चढ़ाया गया है । जो कोई भी इस पर पहले मरेगा वह इस देश के राजा के रूप में पुनः जन्म लेगा । और जो उसके पश्चात् मरेगा वह इस देश का भावी मंत्री बनेगा। हम अपने संन्यासी जीवन से तंग आ चुके हैं। कुछ समय के लिए हमारा राजा तथा मंत्री बनने का आनंन्द लेना अच्छा रहेगा। महाराज, अब आप अपना वचन पूरा करें और हमें मृत्युदण्ड दे दें । याद रखें, पहले मुझे !”
The king was now ………….. promptly executed. (Page 25)
Meanings: was now thrown into deep thought = अब गहरी सोच में डूब गया । lose (लूज़) = खोना । next round of life (नेक्स्ट राउण्ड ऑव लाइफ) = next life, अगला जीवन | postponed (पोस्टपोण्ड) delayed, टाला जाना । in secret ( इन सीक्रेट ) = गुपचुप । give over ( गिव ओवॅ (रं)) = सौंप देना | agreed ( अग्रीड) = सहमत हो गया। executioners ( एग्ज़ीक्यूशन : ज़) those who execute death sentence, वधिक, जल्लाद । send ( सेण्ड) भेजना | prison (प्रिज़न) = कारागार f released ( रिलीज़्ड) = made free, मुक्त कर दिया । disguised (डिस्गाइज़्ड) = took the appearance of, वेश बना लिया । arranged (अरेंज्ड) = व्यवस्था कर रखी थी । beforehand (बिफोरहैण्ड) = already, पहले से ही । loyal (लॉयल) = faithful, स्वामिभक्त । promptly (प्रॉम्प्ट्ल) = quickly, शीघ्रता से, तुरन्त ।
हिन्दी अनुवाद – अब राजा गहरी सोच में डूब गया । वह नहीं चाहता था कि अगले जन्म में कोई अन्य व्यक्ति उसके राज्य का स्वामी बन जाये । उसे विचार करने हेतु कुछ समय की आवश्यकता थी। इस कारण उसने मृत्युदण्ड को अगले दिन तक टालने का आदेश दे दिया तथा अपने मंत्री से गुपचुप मंत्रणा की । ” हमारे लिए यह सही नहीं होगा कि अगले जन्म में अपना राज्य अन्य लोगों को सौंप दें। आओ, हम स्वयं ही सूली पर चढ़ जाएँ तथा हम दोबारा राजा और मंत्री के रूप में पुनः जन्म लेंगे ।
संन्यासी लोग झूठ नहीं बोलते, ” वह बोला तथा मंत्री सहमत हो गया । इसलिए उसने वधिकों (जल्लादों) से कहा, “हम आज रात अपराधियों को भेजेंगे । जैसे ही पहला व्यक्ति तुम्हारे पास पहुँचे उसे पहले मृत्युदण्ड दे देना । फिर दूसरे व्यक्ति का भी वही करना । यही मेरी आज्ञा है । कोई गलती मत करना ।” उस रात राजा तथा मंत्री चुपके से कारावास में गये। उन्होंने गुरु तथा उसके शिष्य को मुक्त कर दिया और स्वयं दोनों ने गुरु तथा शिष्य का वेश बना लिया तथा अपने स्वामिभक्त नौकरों के साथ जिस प्रकार पहले से व्यवस्था कर रखी थी, उन्हें सूली पर ले जाया गया तथा तुरन्त मौत के घाट उतार दिया गया ।
When the bodies ……………………. any other place. (Pages 25-26)
Meanings: vultures (वल्चॅ:ज़) = a kind of flesh-eating birds, गिद्ध | panicked (पैनिक्ट) आतंकित हो गये, व्याकुल हो गये । confusion (कॅन्फ्यूशन) = भ्रम, उलझन । mourned (मॉ:न्ड्) = observed sorrow, शोक मनाया । discussed (डिस्कस्ट) = चर्चा की । caught up | = जाकर अपने साथ आदरपूर्वक ले आये । preparing (प्रिपेअरिंग) तैयार हो रहे । unnoticed (अन्नोटिस्ड) = without being noticed, चुपचाप । begged (बैग्ड) = requested, प्रार्थना की । arguments (आ: ग्युमेण्ट्स) तर्क-वितर्क । persuade (पॅ: स्यूएड) = make agree, सहमत करना । rule (रूल) = शासन करना | silly (सिलि) = foolish, मूर्ख । condition (कण्डिशन) = शर्त । they could change = वे बदल सकेंगे। हिन्दी अनुवाद- जब उनके शवों को कौओं तथा गिद्धों को खिलाने हेतु सूली से उतारा गया तो लोग आतंकित हो गये । उन्हें अपने सामने मृत राजा तथा मंत्री के शव दिखाई दिये। सारे नगर में उलझन थी ।
सारी रात उन लोगों ने शोक मनाया तथा राज्य के भविष्य के बारे में चर्चा की । कुछ लोगों को अचानक गुरु तथा शिष्य की याद आई और जब वे चुपचाप नगर से बाहर चले जाने वाले थे उन दोनों को पकड़ लिया गया, “हम लोगों को एक राजा तथा मंत्री की आवश्यकता है, ” एक व्यक्ति ने कहा । अन्य लोग सहमत हो गये । उन्होंने गुरु तथा शिष्य से राजा और मंत्री बनने की प्रार्थना की। शिष्य को सहमत करने के लिए अधिक तर्क-वितर्क नहीं करना पड़ा किन्तु गुरु को मनाने में ज्यादा समय लगा। अन्त में वे मूर्ख राजा तथा मूर्ख मंत्री के राज्य पर शासन करने के लिए इस शर्त पर सहमत हो गये कि वे सभी पुराने नियमों को बदल सकेंगे । तब से रात पुनः रात हो गई तथा दिन पुनः दिन हो गया। अब तुम्हें एक डुड्डू में कुछ नहीं मिल सकता था । वह राज्य भी अन्य स्थानों के समान हो गया ।