Jharkhand Board JAC Class 9 Hindi Solutions Vyakaran शब्द विचार Questions and Answers, Notes Pdf.
JAC Board Class 9 Hindi Vyakaran शब्द विचार
परिभाषा-श्रुतिसम अर्थात सुनने में समान। जो शब्द पढ़ने और सुनने में लगभग एक समान लमते है, परंतु अर्थ की दृष्टि से भिन्नत पाई जाती हैं, वे श्रुतिसम-भिन्नर्थक शब्द कहलाते हैं। इन शब्दों में स्वर, मात्रा अथवा व्यंजन में थोड़-सी भिन्नता पाई जाती हैं। ये बोलने में लगभग एक जैसे लगते हैं, परंतु उनके अर्थ में भिन्नता अवश्य होती है। यही शब्द ‘ ग्रुतिसम भिन्नार्थक शब्द’ होते हैं।
जैसे – घन और धन दोनों के उच्चारण में कोई खास भिन्नता महसूस नहीं होती परंतु अर्थ में भिन्नता है।
घन = बादल
धन = रुपया-पैसा या संपत्ति
हिंदी भाषा में ऐसे बहुत से शब्द हैं, जिनमें से कुछ की सूची नीचे दी जा रही है :
पमासनाही पालन
जिन शब्दों के अर्थ में समानता होती है, उन्हें पर्यायवाची या समानार्थी शब्द कहते हैं। यद्यपि पर्यायवाची शब्दों के अर्थ में समानता तो होती है, परंतु प्रत्येक शब्द की अपनी विशेषता होती है। भावगत भिन्नता पाई जाती है। इनके प्रयोग में हमें सावधानी बरतनी होती है।
- अच्छा – सुष्ठु, शुभ, श्रेष्ठ, शोभन, सुंदर
- अनुरूप – अनुकूल, संगत, अनुसार
- अनुपम – अद्भुत, अद्वितीय, अनोखा, अपूर्व, निराला, अनूठा
- अधम – पतित, भ्रष्ट, नीच, निकृष्ट, खल, पामर, दुर्जन
- अपमान – अनादर, उपेक्षा, तिरस्कार, निरादर
- अंकुश – रोक, दबाव, प्रतिबंध
- अमृत – सुधा, पीयूष, अमिय, सोम
- अरिन – हुताशन, वहनि, अनल, पावक, आग, दहन, ज्वाला
- अलि – भ्रमर, भौरा, मधुकर, मधुप, मिलिंद
- असुर – राक्षस, दैत्य, दानव, दनुज, निशाचर
- ईश्वर – ईश, परमात्मा, परमेश्वर, प्रभु, भगवान, जगदीश
- उषा – प्रभात, सवेरा, अरुणोदय, निशांत
- उन्नति – उदय, वृद्धि, विकास, उत्कर्ष, उत्थान, अभ्युदय, प्रगति, उन्नयन
- अंकुर – कोंपल, अँखुआ, कलिका
- अँधेरा – तम, तिमिर, अंधकार, अँधियारा
- आँसू – अश्रु, नयनजल, नेत्रनीर
- अहंकार – अभिमान, गर्व, घमंड, मद, दर्प
- आनंद – मोद, प्रमोद, हर्ष, आमोद, प्रसन्नता, उल्लास
- आँख – नेत्र, चक्षु, नयन, लोचन, अक्षि
- आकाश – व्योम, गगन, अंबर, नभ, आसमान, अनंत
- अतिधि – अभ्यागत, मेहमान, आगंतुक, पाहुन
- अश्व – घोड़ा, हय, बाजी, घोटक, तुरंग
- आभूषण – अलंकार, भूषण, गहना
- इनाम – पुरस्कार, पारितोषिक, प्रीतिकर, आनंदकर
- इच्छा – अभिलाषा, चाह, मनोरथ, कामना, आकांक्षा, लालसा
- इंद्र – देवेंद्र, सुरेंद्र, सुरपति, पुरंदर, देवराज, शचीपति
- उद्देश्य – अभिग्राय, आशय, लक्ष्य, ध्येय, इष्ट, तात्पर्य
- उपकार – हित, भलाई, नेकी, भला
- कपड़ा – वस्त्र, अंबर, चीर, पट, वसन, परिधान
- किरण – रश्मि, अंशु, मरीची, मयूख, कर
- केश – बाल, अलक, कच, कुंतल
- कोयल – पिक, कोकिल, श्यामा, कलकंठी, कोकिला, वसंतदूत
- कृपा – अनुग्रह, मेहरबानी, दया, अनुकंपा
- कमल – अरविंद, जलज, नलिन, पंकज, सरोज, राजीव, नीरज, अंबुज
- कान – कर्ण, श्रोत्र, श्रवण
- किनारा – तट, तीर, कूल, पुलिन
- कृष्ण – वासुदेव, गोपाल, गिरधर, केशव
- क्रोध – गुस्सा, रोष, कोप, आमर्ष
- खल – अधम, कुटिल, दुष्ट, शठ
- खून – रक्त, लहू, शोणित
- गणेश – गणपति, भालचंद्र, लंबोदर, गजानन, विनायक
- गंगा – भागीरथी, देवनदी, सुरसरी, मंदाकिनी, नदीश्वरी
- गौ – गाय, सुरभि, धेनु, गऊ, दुधा
- गोद – अंक, क्रोड, उत्सर्ग
- गुफा – गुहा, विवर, कंदरा
- जल – वारि, नीर, पानी, पय, तोय, सलिल, अंबु, उदक
- जंगल – विपिन, कानन, वन, अरण्य
- घर – गृह, सदन, निकेतन, भवन, आवास, आलय, धाम, गेह
- चंद्रमा – शशि, विधु, चंद्र, राकेश, इंदु, चाँद, सोम, सुधाकर
- चतुर – दक्ष, प्रवीण, निपुण, कुशल, योग्य, होशियार
- चाँदनी – ज्योत्स्ना, चंद्रिका, कौमुदी, चंद्रमरीची
- झंडा – ध्वज, पताका, निशान, केतु
- तलवार – खड्ग, कृपाण, असि, शमशीर, करवाल
- तरंग – लहर, उर्मि, वीचि, हिलोर
- जीभ – जिह्वा, रसना, रसज्ञा, रसा
- दूध – दुग्ध, पय, गोरस, क्षीर
- तालाब – सर, सरोवर, तड़ाग, जलाशय, ताल, पोखर
- तारा – नक्षत्र, तारक, नखत
- तीर – बाण, शर, सायक, इषु, नाराच, शिलिमुख
- दास – भृत्य, नौकर, सेवक, अनुचर, परिचारक
- दिवस – दिन, वार, वासर, दिव, अहर
- देवता – सुर, अमर, देव, अजर
- दुर्गा – भवानी, देवी, कालिका, अंबा, चंडिका
- दुख – पीड़ा, कष्ट, व्यथा, विषाद, यातना, वेदना
- धनुष – धनु, कोदंड, चाप, कमान, शरासन, पिनाक, कार्मुक
- धन – द्रव्य, अर्थ, वित्त, संपत्ति, लक्ष्मी
- नदी – सरिता, तरंगिणी, सरित, नद, तटिनी
- दंत – दाँत, दशन, रद, द्विज, दंश
- नमस्कार – नमः, प्रणाम, अभिवादन, नमस्ते
- नरक – दुर्गति, संघात, यमपुर, यमलोक, यमालय
- पर्वत – गिरी, पहाड़, शैल, नग, अचल, महीधर
- पुत्र – सुत, बेटा, लड़का, पूत, तनय
- पुत्री – सुता, बेटी, लड़की, नंदिनी, तनया
- नारी – स्त्री, कामिनी, महिला, अबला, वनिता, भामिनी, ललना
- नागर – नगरी, पत्तन, पुर, पुरी
- निशा – यामिनी, रात, रात्रि, रजनी, शर्वरी
- निर्मल – शुद्ध, स्वच्छ, विमल, पवित्र
- नौका – नाव, तरिणी, जलयान, बेड़ा, पतंग, तरी
- पंडित – विद्वान, प्राज्ञ, बुद्धिमान, धीमान, धीर, सुधी
- पवन – हवा, वायु, समीर, बयार, मारूत, अनिल
- पक्षी – खग, नभचर, विहग, पंछी, विहंग, पतंग
- पत्नी – वधु, गृहिणी, स्त्री, प्राणप्रिया, अर्धांगिनी, भार्या
- पति – स्वामी, नाथ, वर, कांत, प्राणनाथ, आर्य, ईश
- पत्ता – पात, दल, पत्र, पल्लव
- पराग – पुष्पराज, कुसुमरज, पुष्पधूलि
- पत्थर – पाषाण, वज्र, पाहन, उपल, शिला
- पुष्प – कुसुम, सुमन, फूल, मंजरी, प्रसून
- पृथ्वी – भू, भूमि, धरणी, धरती, वसुधा, धरा
- भयानक – डरावना, भयजनक, विकट, गंभीर
- भिक्षा – भीख, याचना, माँगना, खैरात
- प्रकाश – उजाला, ज्योति, प्रभा, विभा, आलोक
- प्रतीक – चिहन, प्रतिमा, निशान, प्रतिभूति
- बाग – बगीचा, वाटिका, उपवन, उद्यान, आराम
- बिजली – विद्युत, तड़ित, दामिनी, चंचला, चपला
- बंदर – कपि, वानर, शाखामृग, हरि
- मदिरा – शराब, सुरा, मद्य, वारुणी
- मित्र – सखा, सहचर, साथी, मीत, दोस्त
- माता – जननी, माँ, मात, मैया, अंबा
- मुख – मुँह, मुखड़ा, आनन, वदन
- भूख – क्षुधा, बुभुक्षा, अन्नलिप्सा, आहारेच्छा
- मछली – अंडज, मीन, मत्स्य, शफरी
- मृत्यु – निधन, देहांत, अंत, मौत
- मनुष्य – मनुज, नर, आदमी, मानव, पुरुष
- मेघ – जलद, बादल, नीरद, घन, वारिद
- मोर – मयूर, शिखी, शिखंडी, कलापी
- मूर्ख – अज, अबोध, गंवार, मूढ़
- मल्लाह – नाविक, माँझी, खेवट, कर्णधार, केवट
- यत्न – उद्यम, प्रयास, उद्योग, प्रयत्त, पुरुषार्थ
- लक्ष्मी – इंदिरा, कमला, रमा, हरिप्रिया, श्री
- वन – विपिन, जंगल, कानन, अटवी, अरण्य
- यौवन – जवानी, युवावस्था, जीवन, शिरोमणि, तरुणाई
- युवक – जवान, युवा, तरुण
- युद्ध – समर, लड़ाई, रण, संग्राम
- राजा – नृप, भूपति, भूप, नरेश, सम्राट, नरेंद्र, नरपति
- रण – संग्राम, सम, युद्ध, लड़ाई
- शत्रु – रिपु, दुश्मन, विपक्षी, अरि, वैरी
- शरीर – देह, काया, कलेवर, तन, वपु, अंग, गात
- शिव – शंकर, महादेव, रुद्र, भूतनाथ, नीलकंठ, पिनाकी
- वृक्ष – तरु, पादप, विटप, द्रुम
- वर्ष – अब्द, साल, बरस, संवत्
- शोभा – छवि, दीप्ति, कांति, सुषमा, आभा, छटा
- समुद्र – सागर, उदधि, रत्नाकर, जलधि, सिंधु
- सरस्वती – शारदा, भारती, गिरा, वाणी
- सेना – सैन्य, दल, कटक, वाहिनी
- सिंह – शेर, केसरी, मृंगंद्र, वनराज, मृगराज
- स्वर्ण – कंचन, कनक, कुंदन, सोना
- हाथ – कर, पाणि, हस्त
- हिरन – कुरंग, मृग, सारंग, कृष्णसार
- सूर्य – रवि, प्रभाकर, भास्कर, दिवाकर, आदित्य, सविता, दिनकर
- सर्प – भुजंग, नाग, विषधर, व्याल
- संसार – दुनिया, जगत्, विश्व, जग, भवन, लोक
- संतान – संतति, अपत्य, प्रजा, प्रसूति, औलाद
- हंस – मराल, कलहंस, मानसौकस
- हनुमान – महावीर, पवनसुत, मारूत, कपीश, बजरंगबली, आंजनेय
- हाथी – गज, कुंजर, गयंद, हस्ती, मतंग, करी
विलोम शब्द
किसी शब्द के उलटे अर्थ को व्यक्त करने वाले शब्द को विलोम शब्द कहते है। भाषा में भावों-विचारों की स्पष्टता के लिए विलोम शब्द महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
शब्द – विलोम
- अंतरंग – बहिरंग
- अक्षत – विक्षत
- अस्तित्व – अनस्तित्व
- अवर – प्रवर
- अति – अल्प
- अर्थ – अनर्थ
- अथ – इति
- अंत – आरंभ
- अंधकार – प्रकाश
- आमिष – निरामिष
- हिंसा – अहिंसा
- इच्छा – अनिच्छा
- ईश – अनीश
- उद्यम – आलस्य
- उचित – अनुचित
- उपेक्षा – अपेक्षा
- उत्कर्ष – अपकर्ष
- अल्पज्ञ – सर्वज्ञ
- आज्ञा – अवज्ञा
- आदि – अंत
- आस्तिक – नास्तिक
- आय – व्यय
- आदर – निरादर
- आयात – निर्यात
- आरोह – अवरोह
- आगत – अनागत
- आर्य – अनार्य
- आंतरिक – बाह्य
- अन्याय – न्याय
- अनुज – अग्रज
- अनुराग – विराग
- अभिमान – नम्रता
- अज्ञ – प्राज्ञ
- उपकार – अपकार
- अवनति – उन्नति
- अनुकूल – प्रतिकूल
- अपेक्षा – उपेक्षा
- अनिवार्य – ऐच्छिक
- अमृत – विष
- उन्नति – अवनति
- उन्नयन – पलायन
- आना – जाना
- उर्वरा – ऊसर
- आस्था – अनास्था
- उतार – चढ़ाव
- उत्थान – पतन
- उदार – कृपण
- आकाश – पाताल
- कुरूप – सुरूप
- खल – सज्जन
- खरा – खोटा
- गुण – अवगुण
- लौकिक – अलौकिक
- लोक – परलोक
- लेन – देन
- प्राचीन – नवीन
- वादी – प्रतिवादी
- आरंभ – अंत
- आदान – प्रदान
- उत्कृष्ट – निकृष्ट
- उत्तीर्ण – अनुत्तीर्ण
- उपस्थित – अनुपस्थित
- उत्तर – प्रश्न
- उत्तम – अधम
- उपयुक्त – अनुपयुक्त
- एक – अनेक
- आलस्य – स्फूर्ति
- आचार – अनाचार
- आशा – निराशा
- एकता – अनेकता
- ऐच्छिक – आवश्यक
- कृतज्ञ – कृतघ्न
- क्रय – विक्रय
- कायर – साहसी
- धर्म – अधर्म
- ज्येष्ठ – कनिष्ठ
- जल – स्थल
- उदय – अस्त
- कीर्ति – अपकीर्ति
- कोमल – कठोर
- जीवित – मृत
- जन्म – मृत्यु
- जय – पराजय
- जीत – हार
- ऊपर – नीचे
- कर्कश – मधुर
- कनिष्ठ – ज्येष्ठ
- कुमति – सुमति
- कठिन – सरल
- कपटी – निष्कपट
- सम – विषम
- चतुर – मूर्ख
- काला – सफ़ेद
- कृत्रिम – स्वाभाविक
- उष्ण – शीत
- गुप्त – प्रकट
- ऋण – उत्रण
- घटिया – बढ़िया
- ठौर – कुठौर
- चर – अचर
- चेतन – जड़
- चल – अचल
- चंचल – स्थिर
- उधार – नकद
- उजाला – अँधेरा
- उपयोगी – अनुपयोगी
- उत्पत्ति – विनाश
- दु:शील – सुशील
- दुर्बल – बलवान
- दोष – गुण
- दायाँ – बायाँ
- शिक्षित – अशिक्षित
- शकुन – अपशकुन
- वीर – कायर
- शयन – जागरण
- नया – पुराना
- बुढ़ापा – यौवन
- जटिल – सरल
- झूठ – सच
- दुर्जन – सज्जन
- डर – निडर
- डरपोक – निर्भीक
- निकट – दूर
- तृष्णा – संतोष
- त्यागी – स्वार्थी
- दानी – कृपण
- दिन – रात
- दयालु – निर्दयी
- दुर्गंध – सुगंध
- देश – विदेश
- देव – दानव
- धीर – अधीर
- धनवान – निर्धन
- स्वर्ग – नरक
- सुरूप – कुरूप
- सामान्य – विशेष
- भला – बुरा
- भारी – हलका
- नेकी – बदी
- विधवा – सधवा
- विरोध – समर्थन
- विरोधी – समर्थक
- शांत – अशांत
- नश्वर – अनश्वर
- गहरा – छिछला
- नास्तिक – आस्तिक
- नत – उन्नत
- नूतन – पुरातन
- निद्रा – जागरण
- निर्गुण – सगुण
- रात्रि – प्रातः
- स्वदेश – विदेश
- स्तुति – निंदा
- शीत – उष्ण
- निर्यात – आयात
- निश्चय – अनिश्चय
- निंदा – स्तुति
- सुख – दु:ख
- साकार – निराकार
- सामान्य – असामान्य
- सदुपयोग – दुरुपयोग
- निंदनीय – प्रशंसनीय
- निगलना – उगलना
- पाप – पुण्य
- प्रत्यक्ष – परोक्ष
- पंडित – मूर्ख
- पराधीन – स्वाधीन
- शुष्क – आर्द्र
- शाप – वरदान
- सुगंध – दुर्गध
- सार्थक – निर्थक
- सरल – जटिल
- सुगम – दुर्गम
- सकाम – निष्काम
- स्वार्थ – परमार्थ
- सभ्य – असभ्य
- योगी – भोगी
- विक्रय – क्रय
- विद्वान – मूर्ख
- शुद्ध – अशुद्ध
- शुभ – अशुभ
- शांति – अशांति
- परतंत्र – स्वतंत्र
- पूर्व – पश्चिम
- पूर्ण – अपूर्ण
- पवित्र – अपवित्र
- सबल – निर्बल
- प्रीति – वैर
- परिश्रम – आलस्य
- पक्षपात – निष्पक्ष
- प्रसन्न – अप्रसन्न
- पक्ष – विपक्ष
- प्रश्न – उत्तर
- पुरस्कार – तिरस्कार
- बुराई – भलाई
- बाहर – अंदर
- सदाचार – दुराचार
- विजय – पराजय
- वृष्टि – अनावृष्टि
- सुपुत्र – कुपुत्र
- सुबोध – दुर्बोध
- भयभीत – निर्भय
- रुग्ण – स्वस्थ
- स्थूल – सूक्ष्म
- रक्षक – भक्षक
- हर्ष – विषाद
- प्रीति – दोष
- सौम्य – भीषण
- सुयोग – कुयोग
- मधुर – कटु
- मान – अपमान
- राग – दूवेष
- लघुता – गुरुता
- लाभ – हानि
- हार – जीत
- स्वाधीन – पराधीन
- स्थिर – चंचल
- सधवा – विधवा
- सरस – नीरस
- सौभाग्य – दुर्भाग्य
- योग्य – अयोग्य
- राजा – रंक
- मित्र – शत्रु
- मानव – दानव
- मृदु – कठोर
- मूक – वाचाल
- संधि – विग्रह
- मलिन – निर्मल
- मिथ्या – सत्य
- मुख्य – गौण
- यश – अपयश
- सफल – असफल
- संयोग – वियोग
- सुलभ – दुर्लभ
- ज्ञान – अज्ञान
- ज्ञानी – मूर्ख
- क्षमा – दंड
- क्षय – अक्षय
- संकल्प – विकल्प
- सुर – असुर
- सुरक्षित – असुरक्षित
- आत्मीय – अनात्मीय