Jharkhand Board JAC Class 12 Geography Important Questions Chapter 8 परिवहन एवं संचार Important Questions and Answers.
JAC Board Class 12 Geography Important Questions Chapter 8 परिवहन एवं संचार
बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions)
प्रश्न-दिए गए चार वैकल्पिक उत्तरों में से सही उत्तर चुनकर लिखो
1. वस्तुओं की गुणवत्ता किस कारक पर निर्भर नहीं
(A) परिवहन
(B) संचार
(C) व्यापार
(D) उत्पादन मात्रा।
उत्तर:
(D) उत्पादन मात्रा।
2. परिवहन किस को सहायक नहीं है ?
(A) सहकारिता
(B) एकता
(C) सुरक्षा
(D) आखेट।
उत्तर:
(D) आखेट।
3. कौन-सा साधन एक द्वार से दूसरे द्वार तक सेवा प्रदान करता है ?
(A) रेलें
(B) सड़कें
(C) वायुमार्ग
(D) पाईप लाइनें।
उत्तर:
(B) सड़कें
4. किस साधन द्वारा उच्च मूल्य वाली हल्की वस्तुओं का परिवहन होता है ?
(A) रेलें
(B) सड़कें
(C) वायुमार्ग
(D) जलमार्ग।
उत्तर:
(C) वायुमार्ग
5. कौन-सा परिवहन साधन भारी वस्तुएं अधिक मात्रा में ले जाने के लिए उपयुक्त है ?
(A) सड़कें
(B) रेलें
(C) वायुमार्ग
(D) पाइपलाइनें।
उत्तर:
(B) रेलें
6. प्रथम सार्वजनिक रेलमार्ग कब आरम्भ की गई ?
(A) 1815
(B) 1825
(C) 1830
(D) 1835.
उत्तर:
(B) 1825
7. किस वस्तु का पाइपलाइनों द्वारा परिवहन नहीं होता है ?
(A) खनिज तेल
(B) गैस
(C) जल
(D) कोयला।
उत्तर:
(D) कोयला।
8. कौन-सा साधन भारी सामान वाहक है ? .
(A) नाव
(B) वैगन
(C) ऊंट
(D) बारज।
उत्तर:
(D) बारज।
9. किस देश में अब भी मानव द्वारा गाड़ियां खींची जाती हैं
(A) कोरिया
(B) जापान
(C) चीन
(D) रूस।
उत्तर:
(C) चीन
10. किस प्रदेश में रेडियर बोझा ढोने वाला पशु है
(A) अफ्रीका
(B) ऑस्ट्रेलिया
(C) साइबेरिया
(D) दक्षिणी अमेरिका।
उत्तर:
(C) साइबेरिया
11. भारत में सबसे लम्बा राष्ट्रीय महामार्ग कौन-सा है ?
(A) NH 5
(B) NH6
(C) NH 7
(D) NH 8.
उत्तर:
(C) NH 7
12. मानक मापक की रेल की पटरी की चौड़ाई है
(A) 1.5 मीटर
(B) 1.44 मीटर
(C) 1 मीटर
(D) 0.75 मीटर।
उत्तर:
(C) 1 मीटर
13. ऑस्ट्रेलियन राष्ट्रीय रेलमार्ग इन स्थानों को जोड़ती है ?
(A) पर्थ से सिडनी।
(B) डारविन से मेलबोर्न
(C) ब्रिसबेन से एडीलेड
(D) सिडनी से कालगुर्ली।
उत्तर:
(A) पर्थ से सिडनी।
14. उस्पलाटा दर्रा कहां स्थित है ?
(A) एंडीज़ पर्वत
(B) राकी पर्वत
(C) आल्पस पर्वत
(D) हिमालय पर्वत।
उत्तर:
(A) एंडीज़ पर्वत
15. क्टांगा-जांबिया तांबा क्षेत्र में रेलमार्ग है ?
(A) तंजानिया
(B) बेग्रेएला
(C) ज़िम्बाब्बे
(D) ब्लू रेल।
उत्तर:
(B) बेग्रेएला
16. ट्रांस कनेडियन रेलमार्ग कब आरम्भ हुआ ?
(A) 1876
(B) 1886
(C) 1896
(D) 1898.
उत्तर:
(B) 1886
17. स्वेज नहर का निर्माण कब हुआ ?
(A) 1849
(B) 1859
(C) 1869
(D) 1879.
उत्तर:
(C) 1869
18. संसार में सब से लम्बा महामार्ग कौन-सा है ?
(A) पैन अमेरिकन
(B) ट्रांस कनेडियन
(C) ग्रांड ट्रंक
(D) ग्रेट दक्कन।
उत्तर:
(A) पैन अमेरिकन
19. संसार में सबसे लम्बा रेलमार्ग कौन-सा है ?
(A) यूनियन पैसिफ़िक
(B) कनेडियन नैशनल
(C) ट्रांस साइबेरियन
(D) ट्रांस एण्डियन।
उत्तर:
(C) ट्रांस साइबेरियन
20. स्वेज नहर किन सागरों को जोड़ती है ?
(A) भूमध्य सागर तथा रक्त सागर
(B) काला सागर तथा भूमध्य सागर
(C) उत्तरी सागर तथा बाल्टिक सागर
(D) बाल्टिक तथा श्वेत सागर।
उत्तर:
(A) भूमध्य सागर तथा रक्त सागर
21. पनामा नहर किन सागरों को जोड़ती है ?
(A) अन्ध महासागर तथा हिन्द महासागर
(B) प्रशान्त तथा हिन्द महासागर
(C) अन्ध महासागर तथा प्रशान्त महासागर
(D) भूमध्य सागर तथा रक्त सागर।
उत्तर:
(C) अन्ध महासागर तथा प्रशान्त महासागर
22. महामार्गों की चौड़ाई है
(A) 50 मीटर
(B) 60 मीटर
(C) 70 मीटर
(D) 80 मीटर।
उत्तर:
(D) 80 मीटर।
23. ट्रांस साइबेरियन रेलमार्ग के पूर्वी छोर पर स्थित स्टेशन है ?
(A) हनोई
(B) शंघाई
(C) टोक्यिो
(D) व्लाडी वास्टेक।
उत्तर:
(D) व्लाडी वास्टेक।
24. ट्रांस कनेडियन रेलमार्ग के पश्चिमी छोर पर स्थित स्टेशन है ?
(A) मांट्रियाल
(B) सेन फ्रांसिस्को
(C) वेनकूवर
(D) सेंट जॉन।
उत्तर:
(C) वेनकूवर
25. ‘आर्य भट्ट’ कब अंतरिक्ष में छोड़ा गया ?
(A) 1980
(B) 1979
(C) 1981
(D) 1975.
उत्तर:
(D) 1975
वस्तुनिष्ठ प्रश्न (Objective Type Questions)
प्रश्न 1.
उन तीन तत्त्वों के नाम लिखो जो एक स्थान पर इकट्ठे नहीं मिलते।
उत्तर:
प्राकृतिक संसाधन, आर्थिक क्रियाएं तथा बाजार।
प्रश्न 2.
कौन-से तीन कारक उत्पादक केन्द्रों तथा खपत केन्द्रों को जोड़ते हैं ?
उत्तर:
परिवहन, संचार तथा व्यापार।
प्रश्न 3.
परिवहन ने किस प्रकार एक विशिष्ट रूप धारण किया है ?
उत्तर:
परिवहन योजक तथा वाहक उपलब्ध कराता है जिनके माध्यम से व्यापार सम्भव होता है।
प्रश्न 4.
परिवहन जाल क्या होता है ?
उत्तर:
अनेक स्थान जिन्हें परस्पर मार्गों की श्रेणियों द्वारा जोड़ दिए जाने पर जिस प्रारूप का निर्माण होता है, उसे परिवहन जाल कहते हैं।
प्रश्न 5.
विश्व में परिवहन के मुख्य साधन बताओ।
उत्तर:
स्थल, जल, वायु और पाईप-लाइन।
प्रश्न 6.
आरम्भिक दिनों में किन पशुओं को बोझा ढोने के लिए प्रयोग किया जाता था ?
उत्तर:
खच्चर, घोड़े, ऊंट।
प्रश्न 7.
पहिए के आविष्कार से पूर्व कौन-से परिवहन साधन थे ?
उत्तर:
पालतू पशुओं द्वारा परिवहन का कार्य किया जाता था।
प्रश्न 8.
सर्वप्रथम रेल कब और कहां आरम्भ हुई ?
उत्तर:
पहली सार्वजनिक रेलवे 1825 में सटॉक्टन तथा डार्लिंगटन के मध्य आरम्भ हुई।
प्रश्न 9.
सड़क परिवहन में किस आविष्कार के कारण क्रान्ति हुई ?
उत्तर:
अंतर्दहन इंजन।
प्रश्न 10.
उन तीन आर्थिक पक्षों के नाम बताओ जहां सड़कें महत्त्वपूर्ण हैं ?
उत्तर:
व्यापार, वाणिज्य, पर्यटन।
प्रश्न 11.
संसार में मोटर वाहन सड़कों की कुल लम्बाई बताओ।
उत्तर:
लगभग 15 मिलियन कि० मी०।।
प्रश्न 12.
नगरों में सड़कों पर ट्रैफिक शीर्ष बिन्दु पर कब होता है ?
उत्तर:
काम के समय से पहले तथा पश्चात्।
प्रश्न 13.
उत्तरी अमेरिका में महामार्गों का घनत्व क्या है ?
उत्तर:
0.65 कि० मी० प्रति वर्ग कि० मी०।
प्रश्न 14.
ट्रांस कनेडियन महामार्ग किन दो नगरों को जोड़ता है ?
उत्तर:
वेनकूवर तथा सेंट जॉन।
प्रश्न 15.
अलास्का महामार्ग किन दो नगरों को जोड़ता है ?
उत्तर:
एडमंटन तथा एनकोरेज।
प्रश्न 16.
डार्विन तथा मेलबोर्न को जोड़ने वाले महामार्ग का नाम लिखो।
उत्तर:
ट्रांस महाद्वीपीय स्टुअरट महामार्ग।
प्रश्न 17.
चीन तथा तिब्बत में बने नए महामार्ग द्वारा किन स्थानों को जोड़ा गया है ?
उत्तर:
चेंगटू तथा ल्हासा।
प्रश्न 18.
अफ्रीका के किन दो महानगरों को एक महाद्वीपीय महामार्ग जोड़ता है ?
उत्तर:
काहिरा तथा केपटाऊन।
प्रश्न 19.
रेलमार्गों की विभिन्न गेजों की चौड़ाई कितनी है ?
उत्तर:
(1) बड़ी लाइन-1.5 मीटर से अधिक
(2) मानक लाइन-1.44 मीटर
(3) मीटर लाइन–1 मीटर।
प्रश्न 20.
किन देशों में कंप्यूटर रेलें लोकप्रिय हैं ?
उत्तर:
इंग्लैंड, संयुक्त राज्य, जापान तथा भारत में लाखों यात्री प्रतिदिन नगरों की ओर तथा वापिस यात्रा करते हैं।
प्रश्न 21.
किस देश में सर्वाधिक रेल घनत्व है ?
उत्तर:
बेल्जियम-1 कि० मी० प्रति 6.5 वर्ग कि० मी०।
प्रश्न 22.
यूरोप के किन तीन नगरों में भूमिगत रेलमार्ग हैं ?
उत्तर:
लन्दन, पेरिस, मास्को।
प्रश्न 23.
लन्दन तथा पेरिस को जोड़ने वाली सुरंग बताओ।
उत्तर:
यूरो चैनल सुरंग।
प्रश्न 24.
पश्चिम-पूर्व ऑस्ट्रेलियन द्वारा कौन-से दो नगर जोड़े गए हैं ?
उत्तर:
पर्थ तथा सिडनी।
प्रश्न 25.
दक्षिणी अमेरिका की एक पार महाद्वीपीय रेलमार्ग बताओ। यह किस दर्रे से गुजरती है ?
उत्तर:
ट्रांस एण्डियन रेलमार्ग जो वालप्रेसो तथा ब्यूनस आयर्स को जोड़ती है तथा उस्पलाटा ! (3900 मीटर) से गुज़रती है।
प्रश्न 26.
ब्लू ट्रेन से क्या अभिप्राय है ?
उत्तर:
एक रेलमार्ग जो दक्षिण अफ्रीका में केपटाऊन से प्रीटोरिया तक जाता है।
प्रश्न 27.
ऑस्टेलियन पार महाद्वीपीय रेलमार्ग पर स्थित दो खनन नगर बताओ।
उत्तर:
कालगुर्ली तथा ब्रोकन हिल।
प्रश्न 28.
आरियंट एक्सप्रेस रेलमार्ग किन स्थानों को जोड़ती है ?
उत्तर:
पेरिस तथा इस्तंबुल।।
प्रश्न 29.
प्रस्तावित ट्रांस एशियाटिक रेलमार्ग किन देशों को जोड़ेगी ?
उत्तर:
इरान, पाकिस्तान, भारत, बांग्लादेश, म्यानमार।
प्रश्न 30.
स्वेज नहर के दो छोरों पर स्थित पत्तन बताओ।
उत्तर:
पोर्ट सईद (उत्तर) तथा पोर्ट स्वेज़ (दक्षिण)।
प्रश्न 31.
स्वेज नहर पर स्थित तीन झीलें बताओ।
उत्तर:
तिमशा झील, ग्रेट बिटर झील, लिटल बिटर झील।
प्रश्न 32.
पनामा नहर के दो छोरों पर स्थित पत्तन बताओ।
उत्तर:
कोलोन अन्ध महासागर तथा पनामा प्रशान्त महासागर।
प्रश्न 33.
पनामा नहर की तीन द्वार प्रणालियां बताओ।
उत्तर:
गातुन, पेडरो मिकुएल, मीरा फ्लोरज़।
प्रश्न 34.
किस देश में राईन जलमार्ग बहता है ?
उत्तर:
जर्मनी तथा नीदरलैंड में (रोटरडम) से बेसिल (स्विट्ज़रलैंड) तक।
प्रश्न 35.
कौन-सी नहर मास्को को काला सागर तक जोड़ती है ?
उत्तर:
बाल्गा-मास्को नहर तथा वाल्गा-डान नहर।
प्रश्न 36.
उत्तरी अमेरिका में एक आन्तरिक जलमार्ग बताओ।
उत्तर:
सेंट लारेंस नदी-महान् झीलें।
प्रश्न 37.
विश्व में कितनी वाणिज्यक एयर लाइनें हैं ?
उत्तर:
लगभग 250.
प्रश्न 38.
एशिया में एक प्रस्तावित पाइपलाइन बताओ।
उत्तर:
प्रस्तावित पाइपलाइन इरान-पाकिस्तान-भारत तेल गैस पाइपलाइन है।
प्रश्न 39.
इंटरनेट से कितने लोग विश्व से जुड़े हैं ?
उत्तर:
लगभग 1000 मिलियन।
प्रश्न 40.
APPLE का विस्तार करें।
उत्तर:
Asian Passenger Pay Load Experiment.
प्रश्न 41.
किस प्रकार का परिवहन भारी तथा बड़ी वस्तुओं के कम मूल्य पर अधिक दूरी के परिवहन के लिए उपयुक्त है?
उत्तर:
जल मार्ग।
प्रश्न 42.
निम्नलिखित में से किस जलमार्ग ने भारत तथा यूरोप के मध्य दूरी अत्यधिक कम की है –
(i) राईन जल मार्ग
(ii) आशा अन्तरीय मार्ग
(iii) स्वेज नहर
(iv) पनामा नहर।
उत्तर:
स्वेज नहर।
प्रश्न 43.
उस रेलवे लाईन जो एक महाद्वीप के आर-पार गुजरती है तथा इसके दोनों सिरों को जोड़ती है, को क्या कहते हैं ?
उत्तर:
अन्तर्महाद्वीपीय रेलमार्ग।
प्रश्न 44.
उस प्रसिद्ध पेट्रोलियम पाइप लाईन का नाम लिखो जो खाड़ी मैक्सिको के तेल कुओं को उत्तरी पूर्वी राज्यों (यू-एस-ए) से जोड़ती है?
उत्तर:
बिग इंच पाईप लाईन।
प्रश्न 45.
वैश्विक संचार तंत्र के किस ग्रन्थ ने क्रान्ति ला दी है ?
उत्तर:
विद्युतीय प्रौद्योगिकी।
प्रश्न 46.
स्वेज नहर किन दो सागरों को मिलाती है ?
उत्तर:
भूमध्य सागर तथा रक्त सागर।
प्रश्न 47.
वृहद् ट्रंक मार्ग किन दो क्षेत्रों को मिलाता है ?
उत्तर:
पश्चिमी यूरोप तथा उत्तरी अमेरिका।
प्रश्न 48.
बिंग इंच क्या है ?
उत्तर:
बिंग इंच एक तेल पाइप लाइन है।
अति लघु उत्तरीय प्रश्न (Very Short Answer Type Questions)
प्रश्न 1.
‘विशाल उत्पादन और विनिमय की प्रणाली अत्यन्त जटिल है’ व्याख्या करें।
उत्तर:
प्रत्येक देश उन्हीं वस्तुओं का उत्पादन करता है जिसके लिए वहां आदर्श दशाएं उपलब्ध होती हैं। ऐसी वस्तुओं का व्यापार एवं विनिमय परिवहन और संचार पर निर्भर करता है। इसी प्रकार जीवन स्तर व जीवन की गुणवत्ता भी दक्ष परिवहन, संचार एवं व्यापार पर निर्भर है।
प्रश्न 2.
परिवहन के विभिन्न साधन बताओ। इनके द्वारा विभिन्न वस्तुओं का परिवहन बताओ।
उत्तर:
परिवहन व्यक्तियों और वस्तुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक वहन करने की सेवा को कहते हैं। इसमें मनुष्य, पशु तथा विभिन्न प्रकार की गाड़ियों का प्रयोग किया जाता है। ये परिवहन साधन स्थल, जल तथा वायु पर कार्य करते हैं।
- स्थल परिवहन-इनमें सड़कें तथा रेलें शामिल हैं।
- जल परिवहन-इनमें जहाज़ी मार्ग तथा जलमार्ग शामिल हैं।
- वायु परिवहन-ये उच्च मूल्य वस्तुओं का परिवहन करते हैं।
- पाइप लाइनें– इनके द्वारा पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस तथा तरल पदार्थों का परिवहन होता है।
प्रश्न 3.
परिवहन साधन का महत्त्व किन कारकों पर निर्भर करता है ?
उत्तर:
परिवहन साधनों का महत्त्व निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करता है –
- परिवहन की जाने वाली वस्तुओं और सेवाओं के प्रकार।
- परिवहन की लागत।
- उपलब्ध परिवहन साधन।
प्रश्न 4.
स्थल परिवहन तथा जल परिवहन साधनों में नए परिवर्तनों का वर्णन करें।
उत्तर:
पाइपलाइनें, राजमार्गों तथा तार मार्गों का प्रयोग स्थल परिवहन में होने लगा है। पाइपलाइनों द्वारा तरल पदार्थों-खनिज तेल, जल, अवतल और नाली मल का परिवहन होता है। रेलमार्ग, समुद्री पोत, बजरे, नौकाएं, मोटर, ट्रक बड़े मालवाहक हैं।
प्रश्न 5.
पक्की सड़कों तथा कच्ची सड़कों की उपयोगिता की तुलना करो।
उत्तर:
सड़कें दो प्रकार की हैं –
(i) कच्ची
(ii) पक्की।
(i) कच्ची सड़कें – ये सरल सड़कें हैं, जो सतह पर बनाई जाती हैं। ये सभी ऋतुओं में अधिक प्रभावशाली तथा वाहन योग्य नहीं हैं। वर्षा ऋतु में ये वहन योग्य नहीं होती।
(ii) पक्की सड़कें – ये ईंटों तथा पत्थरों से बनाई जाती हैं। ये ठोस होती हैं। परन्तु वर्षा ऋतु में तथा बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में इनको हानि पहुंचती है। इनके किनारों के साथ ऊंची दीवारें बना कर सुरक्षित किया जाता है।
प्रश्न 6.
चीन में प्रमुख नगरों को जोड़ने वाले महामार्गों का वर्णन करो।
उत्तर:
चीन में महामार्ग प्रमुख नगरों को जोड़ते हुए देश में क्रिस-क्रॉस करते हैं।
उदाहरण:
- ये शांसो (वियतनाम सीमा के समीप)
- शंघाई (मध्य चीन)
- ग्वांगजाओ (दक्षिण) एवं बीजिंग उत्तर को परस्पर जोड़ते हैं। एक नवीन महामार्ग तिब्बती क्षेत्र में चेगडू को ल्हासा से जोड़ता है।
प्रश्न 7.
भारत के दो प्रमुख महामार्गों का वर्णन करो।
उत्तर:
भारत में अनेक महामार्ग पाए जाते हैं जो प्रमुख शहरों और नगरों को जोड़ते हैं।
- उदाहरणस्वरूप राष्ट्रीय महामार्ग संख्या 7 जो वाराणसी को कन्याकुमारी से जोड़ता है, देश का सबसे लम्बा राष्ट्रीय महामार्ग है।
- निर्माणाधीन स्वर्णिम चतुर्भुज (Golden Quadrilateral) अथवा द्रुतमार्गों के द्वारा प्रमुख महानगरों नयी दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, चेन्नई, कोलकाता तथा हैदराबाद को जोड़ने की योजना है।
प्रश्न 8.
सीमावर्ती सड़कों से क्या अभिप्राय है ? इनके क्या कार्य हैं ?
उत्तर:
अन्तर्राष्ट्रीय सीमाओं के सहारे बनाई गई सड़कों को सीमावर्ती सड़कें कहा जाता है। ये सड़कें सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को प्रमुख नगरों से जोड़ने और प्रतिरक्षा प्रदान करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। प्रायः सभी देशों में गाँवों एवं सैन्य शिविरों तक वस्तुओं को पहुँचाने के लिए ऐसी सड़कें पाई जाती हैं।
प्रश्न 9.
ट्रांस साइबेरियन रेलमार्ग को जोड़ने वाले योजक मार्ग बताओ।
उत्तर:
इस रेलमार्ग को दक्षिण से जोड़ने वाले योजक मार्ग भी हैं, जैसे ओडेसा (यूक्रेन), कैस्पियन तट पर बाकू, ताशकंद (उज़्बेकिस्तान), उलन बटोर (मंगोलिया) और रोनयांग (मक्देन) चीन में बीजिंग की ओर।।
प्रश्न 10.
जल मार्गों के लाभ बताओ।
उत्तर:
जल परिवहन के महत्त्वपूर्ण लाभों में से एक यह है कि इसमें मार्गों का निर्माण नहीं करना पड़ता। महासागर एक-दूसरे से जुड़े हुए होते हैं। इनमें विभिन्न आकार के जहाज़ चल सकते हैं। आवश्यकता केवल दोनों छोरों पर पत्तन सुविधाएं प्रदान करने की हैं। यह परिवहन बहुत सस्ता पड़ता है क्योंकि जल का घर्षण स्थल की अपेक्षा बहुत कम होता है। जल परिवहन की ऊर्जा लागत की अपेक्षाकृत कम होती है।
प्रश्न 11.
कई नदियों की नौगम्यता को किस प्रकार बढ़ाया गया है ?
उत्तर:
- नदी तल को गहरा करके
- नदी तल को स्थिर करके
- नदियों पर बांध बना कर इस जल प्रवाह को नियन्त्रित करके।
प्रश्न 12.
महान् झीलों तथा सेंटलारेंस समुद्री मार्ग का वर्णन करो।
उत्तर:
वृहद झीलें सेंटलारेंस समुद्री मार्ग-उत्तरी अमेरिका की वृहद् झीलें सुपीरियर, यूरन, इरी तथा ओंटारियो, सू नहर तथा वलैंड नहर के द्वारा जुड़े हुए हैं, तथा आन्तरिक जलमार्ग की सुविधा प्रदान करते हैं। सेंट लॉरेंस नदी की एश्चुअरी वृहद् झीलों के साथ उत्तरी अमेरिका के उत्तरी भाग में विशिष्ट वाणिज्यिक जलमार्ग का निर्माण करती है।
प्रश्न 13.
दक्षिणी गोलार्द्ध में 10-35° अक्षांश के मध्य वायु सेवाएं सीमित क्यों हैं ?
उत्तर:
- विरल जनसंख्या के कारण
- सीमित स्थल खण्ड के कारण
- सीमित आर्थिक विकास के कारण।
प्रश्न 14.
अंतःस्थलीय जलमार्गों के विकास के लिए उत्तरदायी तीन कारकों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
नदियां, नहरें तथा झीलें महत्त्वपूर्ण अंत: स्थलीय जलमार्ग हैं। अंत:स्थलीय जलमार्गों का विकास निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करता है –
- जलधारा की चौड़ाई एवं गहराई-कई नदियों में नाव्यता बढ़ाने के लिए सुधार किए गए हैं।
- जल प्रवाह की निरंतरता-जल प्रवाह की निरंतरता को बनाए रखने के लिए बांधों तथा बराजों का निर्माण किया गया है।
- परिवहन प्रौद्योगिकी का प्रयोग नदी में पानी की एक निश्चित गहराई को बनाए रखने के लिए उसकी तलहटी से सिल्ट तथा बालू निकालकर सफ़ाई करना।
प्रश्न 15.
सड़क परिवहन सुविधाजनक क्यों होता है ?
उत्तर:
आधुनिक युग में सड़कें स्थल यातायात का मुख्य साधन हैं। छोटी दूरी के लिए सड़कें एक सस्ता परिवहन साधन है। सड़कों द्वारा तीव्र गति से परिवहन सम्भव है। सड़क परिवहन द्वारा उत्पादन वस्तुएं उपभोक्ता के द्वार तक पहँचाई जा सकती हैं। ऊँचे-नीचे प्रदेशों पर भी सड़क परिवहन सम्भव है। सड़कों द्वारा थोड़े में निर्मित माल बाजारों तक भेजा जा सकता है।
प्रश्न 16.
ट्रांस-साइबेरियन रेलमार्ग के आर्थिक महत्त्व का वर्णन करो।
उत्तर:
टांस-साइबेरियन रेलमार्ग रूस के पर्वी भाग, साइबेरिया तथा यराल प्रदेश को जोड़ती है। इस रेल मार्ग से साइबेरिया के आर्थिक विकास में सहायता मिली है। इस रेलमार्ग द्वारा पूर्वी क्षेत्र को मशीनरी तथा लोहा भेजा जाता है। साइबेरिया से पश्चिम की ओर खाद्यान्न, लकड़ी तथा कोयला भेजा जाता है। इस रेलमार्ग के उत्तर तथा दक्षिण की ओर नदियों द्वारा माल ढोया जाता है। इस व्यापारिक मार्ग पर साइबेरिया के मुख्य नगर स्थित हैं। इस रेलमार्ग के विकास से साइबेरिया में जनसंख्या की घनत्व बढ़ी है।
प्रश्न 17.
परिवहन जाल को संक्षिप्त में परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
अनेक स्थान जिन्हें परस्पर मार्गों की श्रेणियों द्वारा जोड़ दिए जाने पर जिस प्रारूप का निर्माण होता है उसे परिवहन जाल कहते हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्न (Short Answer Type Questions)
प्रश्न 1.
‘परिवहन एक संगठित सेक उद्योग है’ व्याख्या करो।
उत्तर:
- परिवहन समाज की आधारभूत आवश्यकताओं की सन्तुष्टि के लिए रचा गया एक संगठित सेवा उद्योग है।
- इसके अन्तर्गत परिवहन मार्गों, लोगों और वस्तुओं के वहन हेतु गाड़ियों, मार्गों के रख-रखाव और लदान, उतराव तथा वितरण का निपटान करने के लिए संस्थाओं का समावेश किया जाता है।
- प्रत्येक देश ने प्रतिरक्षा उद्देश्यों के लिए विभिन्न प्रकार के परिवहन का विकास किया है।
- दक्ष संचार व्यवस्था से युक्त आश्वासित एवं तीव्रगामी परिवहन प्रकीर्ण लोगों के बीच सहयोग एवं एकता को प्रोन्नत करता है।
प्रश्न 2.
विभिन्न देशों में बोझा ढोने वाले पशुओं का वर्णन करो। उत्तर-बोझा ढोने वाले पशु
- घोड़ा (Horse) – घोड़ों का प्रयोग पश्चिमी देशों में भी भारवाही पशुओं के रूप में किया जाता है।
- कुत्ते एवं रेडियर (Dogs and Reindeer) – कुत्तों एव रेडियरों का प्रयोग उत्तरी अमेरिका, उत्तरी यूरोप और साइबेरिया के हिमाच्छादित मैदानों में स्लेज को खींचने के लिए किया जाता है।
- खच्चर (Mules) – पर्वतीय प्रदेशों में खच्चरों को वरीयता दी जाती है।
- ऊँट (Camel) – ऊँटों का प्रयोग मरुस्थलीय क्षेत्रों में कारवानों के संचालन में किया जाता है।
- बैल (Bullock) – भारत में बैलों का प्रयोग छकड़ों को खींचने में किया जाता है।
प्रश्न 3.
अफ्रीका महाद्वीप के प्रमुख रेलमार्गों का वर्णन करो। ये किन-किन खनन क्षेत्रों को जोड़ती हैं ?
उत्तर:
दूसरा विशालतम महाद्वीप होने के बावजूद अफ्रीका में केवल 40,000 कि०मी० लम्बे रेलमार्ग हैं जिनमें से सोने, हीरे के सान्द्रण और ताँबा-खनन क्रियाकलापों के कारण अकेले दक्षिण अफ्रीका में 18,000 कि०मी० लम्बे रेलमार्ग हैं।
महाद्वीप के प्रमुख रेलमार्ग हैं –
- बेंगुएला रेलमार्ग जो अंगोला से कटंगा-जांबिया ताँबे की पेटी से होकर जाता है;
- तंजानिया रेलमार्ग जांबिया ताम्र पेटी से तट पर स्थित दार-ए-सलाम तक;
- बोसवाना और जिंबाब्वे से होते हुए रेलमार्ग जो स्थलरुद्ध राज्यों को दक्षिण अफ्रीकी रेलतन्त्र से जोड़ता है; और
- दक्षिण अफ्रीका गणतन्त्र में केपटाउन से प्रेटोरिया तक ब्लू ट्रेन।
प्रश्न 4.
महामार्गों से क्या अभिप्राय है ? इनकी विशेषताएं बताओ।
उत्तर:
महामार्ग (Highway) – महामार्ग दूरस्थ स्थानों को जोड़ने वाली पक्की सड़कें होती हैं जो कि अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार बनाए जाते हैं। इनका रख-रखाव केन्द्र एवं राज्य सरकारें करती हैं।
विशेषताएं:
- इनका निर्माण इस प्रकार से किया जाता है कि अबाधित रूप से यातायात का आवागमन हो सके।
- यातायात के अबाधित प्रवाह की सुविधा के लिए अलग-अलग यातायात लेन बनाए जाते हैं।
- ये पुलों, फ्लाईओवरों और दोहरे वाहन मार्गों से युक्त होते हैं।
- ये 80 मीटर चौड़ी सड़कें होती हैं।
- विकसित देशों में प्रत्येक नगर और पत्तन नगर महामार्गों द्वारा जुड़े हुए हैं।
प्रश्न 5.
राइन जलमार्ग का वर्णन करो।
उत्तर:
राइन जलमार्ग (Rhine Waterway):
राइन नदी जर्मनी और नीदरलैंड से होकर प्रवाहित होती है। नीदरलैण्ड में रोटरर्डम में अपने मुहाने से लेकर स्विटज़लैण्ड में बेसल तक यह 700 कि०मी० लम्बाई में नौकायन योग्य हैं। सामुद्रिक पोत कोलोन तक पहुँच सकते हैं। रूर नदी पूर्व से आकर राइन नदी में मिलती है। यह नदी एक सम्पन्न यला क्षेत्र से होकर प्रवाहित होती है तथा सम्पूर्ण नदी बेसिन विनिर्माण क्षेत्र की दृष्टि से अत्यधिक सम्पन्न है। इस प्रदेश में डसलडोर्क राइन नदी पर स्थित पत्तन है।
रूर के दक्षिण में फैली पट्टी से होकर भारी वस्तुओं का आवागमन होता है। यह जलमार्ग विश्व का अत्यधिक प्रयोग में लाया जाने वाला जलमार्ग है। प्रतिवर्ष 20,000 से अधिक समुद्री जलयान तथा लगभग 2 लाख आन्तरिक मालवाहक पोत वस्तुओं एवं सामग्रियों का आदान-प्रदान करते हैं। यह जलमार्ग स्विटरज़लैण्ड, जर्मनी, फ्रांस, बेल्जियम तथा नीदरलैण्ड के औद्योगिक क्षेत्रों को उत्तरी अटलांटिक समुद्री मार्ग से जोड़ता है।
प्रश्न 6.
पाइप लाइनों का विस्तृत उपभोग खनिज तेल और प्राकृतिक गैस जैसी सामग्रियों का परिवहन करने के लिए क्यों होता है ?
उत्तर:
पाइप लाइन-पाइप लाइनों का अधिक प्रयोग तरल तथा गैस पदार्थों, जैसे जल, खनिज तेल एवं प्राकृतिक गैस, के परिवहन के लिए किया जाता है, क्योंकि इसमें इनका प्रवाह सतत् बना रहता है। हम लोग पाइप लाइनों द्वारा जल तथा खनिज तेल की आपूर्ति के बारे में पहले से परिचित हैं। संसार के अनेक भागों में खाना-पकाने की गैस (एल०पी०जी०) की आपूर्ति पाइप लाइनों द्वारा ही की जाती है। पानी के साथ मिलाकर कोयले के चूर्ण का परिवहन भी पाइप लाइनों के द्वारा किया जा सकता है।
संयुक्त राज्य अमेरिका में तेल को उत्पादन क्षेत्रों से उपभोग क्षेत्रों तक ले जाने के लिए पाइप लाइनों का सघन जाल बिछा हुआ है।इनमें सबसे प्रसिद्ध पाइप लाइन ‘बिग इंच’ है, जो कि खाड़ी के तटीय कुओं से प्राप्त तेल को उत्तरी-पूर्वी भाग में पहुँचाती है। संयुक्त राज्य अमेरिका में कुल प्रति टन किलोमीटर माल ढुलाई का 17 प्रतिशत पाइप लाइन द्वारा ही ढोया जाता है।
यूरोप, पश्चिमी एशिया, रूस और भारत में तेल कुओं को परिष्करणशालाओं एवं आन्तरिक बाज़ार से जोड़ने के लिए पाइप लाइनों का ही प्रयोग किया जाता है। एक स्थान से दूसरे स्थान तक प्राकृतिक गैस पहुँचाने के लिए भी पाइप लाइन का अधिक प्रयोग होता है। पूर्वी यूरोपीय देशों में यूराल और वोल्गा के बीच के तेल कुओं को जोड़ने के लिए बनाई गई कामेकान नामक पाइप लाइन 4800 कि० मी० लम्बी है, जो संसार की एक सबसे लम्बी पाइप लाइन है।
प्रश्न 7.
यातायात के साधन किसी देश की जीवन रेखाएं क्यों कही जाती हैं ?
उत्तर:
यातायात के साधन राष्ट्ररूपी शरीर की धमनियां हैं। किसी भी देश की आर्थिक व सामाजिक उन्नति यातायात के साधनों के विकास पर निर्भर है। देश के प्राकृतिक साधनों का पूरा लाभ उठाने के लिए इन साधनों का विकास आवश्यक है। परिवहन साधन व्यापार तथा उद्योगों की आधारशिला हैं।
देश के दूर-दूर स्थित भागों को यातायात साधनों द्वारा मिलाकर एक राष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था का निर्माण होता है। इस प्रकार यातायात के साधन राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने में सहायक होते हैं। विभिन्न प्रदेशों में मानव तथा पदार्थों की गतिशीलता यातायात के साधनों पर निर्भर करती है। जिस प्रकार शरीर में नाड़ियों द्वारा रक्त प्रवाह होता है उसी प्रकार किसी देश में सड़कों, रेलमार्गों, जलमार्गों आदि द्वारा व्यापारिक वस्तुओं का आदान-प्रदान होता है। इसलिए यातायात के साधनों को देश की जीवन रेखाएं कहा जाता है।
प्रश्न 8.
“यातायात और संचार साधनों के आधुनिक विकास ने संसार को छोटा कर दिया है,” स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
यातायात और संचार साधनों के विकास से मानव ने समय और दूरी पर विजय प्राप्त कर ली है। तेज गति वाले परिवहन साधनों द्वारा दूरस्थ स्थानों को कम समय में पहुंचा जा सकता है। पृथ्वी पर दूर-दूर स्थित भू-भाग एक-दूसरे के निकट आ रहे हैं। आधुनिक साधनों विशेषकर वायुयानों के कारण परिवहन भूगोल में दूरी के तत्त्व में बहुत परिवर्तन हुए हैं। प्राचीन समय में यातायात के प्रमुख साधन स्थलमार्ग थे। ये साधन कठिन तथा धीमी गति वाले थे जिससे दूर-दूर स्थित देशों के साथ कोई सम्पर्क नहीं था।
जल-यातायात के विकास के कारण नये-नये क्षेत्रों की खोज की गई, नए समुद्री मार्गों का विकास हुआ तथा दूर-दूर के क्षेत्रों में आना-जाना तथा व्यापार सम्भव हो सका। स्टीम इंजन, तेल इंजन, प्रशीतन भण्डार वाले जलयानों के प्रयोग से जल यातायात अधिक सुविधाजनक हो गया है। वायुयान के आविष्कार से हज़ारों मील दूर स्थित स्थान बिल्कुल पड़ोस में मालूम दिखाई देते हैं और ऐसा लगता है विश्व अब सिकुड़ रहा है। इस प्रकार यातायात तथा संचार के आधुनिक साधनों ने विशाल संसार को इतना छोटा बना दिया है कि दूर से दूर स्थानों तक पहुंचने में मनुष्य को कुछ ही समय लगता है।
प्रश्न 9.
रेलमार्गों के विकास का क्या महत्त्व है ?
उत्तर:
स्थलीय परिवहन में रेलमार्ग एक महत्त्वपूर्ण साधन है। आधुनिक युग में किसी देश में आर्थिक, सामाजिक तथा राजनैतिक दृष्टि से रेलों का बड़ा महत्त्व है।
महत्त्व –
- रेलमार्ग किसी क्षेत्र के खनिज पदार्थों के विकास में सहायता करते हैं।
- रेलमार्ग औद्योगिक क्षेत्रों में कच्चे माल तथा तैयार माल के वितरण में सहायता करते हैं।
- रेलमार्ग व्यापार को उन्नत करते हैं।
- रेलमार्ग राजनीतिक एकता व स्थिरता लाने में योगदान देते हैं।
- रेलमार्ग संकट काल में सहायता कार्यों में महत्त्वपूर्ण हैं।
- कम जनसंख्या वाले प्रदेशों में रेलमार्ग जनसंख्या वृद्धि का आधार बनते हैं।
- लम्बी-लम्बी दूरियों को जोड़ने में रेलों ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वास्तव में रेलमार्गों के विकास से मानव ने दूरी और समय पर विजय प्राप्त कर ली है।
प्रश्न 10.
‘परिवहन’ शब्द की परिभाषा दीजिए। उत्तरी अमेरिका के महामार्गों की किन्हीं चार विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
परिभाषा-व्यक्तियों और वस्तुओं का एक स्थान से दूसरे स्थान तक वहन करने की सेवा को परिवहन कहते हैं जिसमें स्थल, जल तथा वायु परिवहन साधनों का प्रयोग होता है।
उत्तरी अमेरिका के महामार्गों की विशेषताएं –
- उत्तरी अमेरिका में महामार्गों का घनत्व उच्च है। यह 0.65 कि० मी० प्रति वर्ग कि०. मी० है। प्रत्येक स्थान महामार्ग से 20 कि० मी० की दूरी पर स्थित हैं।
- पश्चिमी प्रशान्त महासागरीय तट पर स्थित नगर पूर्व में अटलांटिक महासागरीय तट पर स्थित नगरों से भली भांति जुड़े हुए हैं।
- उत्तर में कनाडा के नगर दक्षिण में मैक्सिको के नगरों से जुड़े हैं। (उत्तर-दक्षिण परिवहन मार्गों द्वारा)
- पार कनाडियन महामार्ग, अलास्का महामार्ग तथा पान अमेरिका महामार्ग महत्त्वपूर्ण महामार्ग हैं।
प्रश्न 11.
विश्व का व्यस्ततम समुद्री जल मार्ग कौन-सा है ? इस मार्ग की चार विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
उत्तर अटलांटिक समुद्री जलमार्ग विश्व का व्यस्ततम समुद्री मार्ग है जिस पर विश्व का लगभग \(\frac {1}{4}\) व्यापार होता है।
विशेषताएं –
- यह मार्ग विश्व के दो औद्योगिक प्रदेशों-उत्तर पूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिमी यूरोप को मिलाता है।
- इसे ‘वृहद् ट्रंक मार्ग’ (Big trunk route) कहा जाता है क्योंकि यह एक लम्बा मार्ग है।
- दोनों तटों पर पत्तनों और पोताश्रयों की उन्नत सुविधाएं उपलब्ध हैं। जैसे न्यूयार्क, लन्दन आदि।
- किसी भी अन्य मार्ग की अपेक्षा अधिक देशों और लोगों की सेवाएं प्रदान करना है।
अन्तर स्पष्ट करने वाले प्रश्न
प्रश्न 1.
पोताश्रय तथा पत्तन में अन्तर स्पष्ट करो।
उत्तर:
पोताश्रय (Harbour) | पत्तन (Port) |
(1) पोताश्रय समुद्र में जहाजों के प्रवेश करने का प्राकृतिक स्थान होता है। | (1) पत्तन समुद्री तट पर जहाज़ों के ठहरने के स्थान होते हैं। |
(2) यहां जहाज़ लहरों तथा तूफ़ान से सुरक्षा प्राप्त करते हैं। | (2) यहां जहाज़ों पर सामान लादने-उतारने की सुविधाएं होती हैं। |
(3) ज्वार नद मुख तथा कटे-फटे तट, खाड़ियां प्राकृतिक पोताश्रय बनाते हैं, जैसे मुम्बई में। | (3) यहां कई बस्तियों होती हैं जहां गोदामों की सुविधाएं होती हैं। |
(4) जलतोड़ दीवारें बनाकर कृत्रिम पोताश्रय बनाये जाते हैं। | (4) पत्तन व्यापार के द्वार कहे जाते हैं। यहां स्थल तथा समुद्री भाग मिलते हैं। |
(5) पोताश्रय में एक विशाल जल क्षेत्र में जहाजों के आगमन की सुविधाएं होती हैं। | (5) पत्तन प्रायः अपनी पृष्ठ-भूमि से रेलों व सड़कों द्वारा जुड़े होते हैं। |
प्रश्न 2.
राष्ट्रीय महामार्ग तथा राज्य महामार्गों में अन्तर स्पष्ट करो।
उत्तर:
राष्ट्रीय महामार्ग | राज्य महामार्ग |
(1) यह महामार्ग देश के विभिन्न राज्यों की राजधानियों को आपस में जोड़ते हैं। | (1) यह महामार्ग किसी राज्य के मुख्य नगरों को आपस में जोड़ते हैं। |
(2) इन महामार्गों की देखभाल केन्द्रीय सरकार करती है। | (2) इन महामार्गों की देखभाल राज्य सरकार करती है। |
(3) शेरशाह सूरी मार्ग एक राष्ट्रीय महामार्ग है। | (3) अमृतसर-चण्डीगढ़ मार्ग एक राज्य मार्ग है। |
राष्ट्रीय महामार्ग | राज्य महामार्ग |
प्रश्न 3.
परिवहन एवं संचार में अन्तर स्पष्ट करो।
उत्तर:
परिवहन | संचार |
(1) सन्देश तथा विचारों के भेजने के माध्यमों को संचार दूसरे स्थान तक भेजने के साधनों को परिवहन साधन कहते हैं। | (1) उपयोगी वस्तुओं व यात्रियों को एक स्थान से साधन कहते हैं। |
(2) रेलें, सड़कें, जलमार्ग तथा वायुमार्ग परिवहन साधन हैं। | (2) तार, टेलीफोन, रेडियो आदि संचार साधन हैं। |
प्रश्न 4.
स्वेज़ एवं पनामा नहर मार्गों के आर्थिक महत्त्व की तुलनात्मक व्याख्या करो।
उत्तर:
स्वेज़ नहर तथा पनामा नहरों में कई प्रकार की समानताएं तथा विभिन्नताएं मिलती हैं –
स्वेज नहर (Suez. Canal) | पनामा नहर (Panama Canal) |
(1) स्थिति (Location) – यह मिस्र देश में स्थित है। | (1) यह पनामा देश में स्थित है। |
(2) अधिकार (Rights) इस नहर पर मिस्त्र देश काअधिकार है। | (2) इस नहर पर संयुक्त राज्य का अधिकार है। |
(3) देश (Countries) – इसके आसपास उन्नत देश | (3) इसके आस-पास कम उन्नत देश हैं। |
(4) यातायात (Traffic) – इस में एक तरफ़ा यातायात होता है। | (4) इसमें दोनों तरफ से यातायात होता है। |
(5) लम्बाई (Length) स्वेज नहर की लम्बाई अधिक | (5) पनामा नहर की लम्बाई कम है। |
(6) द्वार (Locks) – इस नहर में कोई द्वार प्रणाली नहीं है। | (6) इस नहर में जहाज़ द्वार प्रणाली द्वारा ही आ-जा सकते हैं। |
(7) धरातल (Relief) – इस नहर का धरातल समतल | (7) इस नहर का धरातल पहाड़ी है। |
(8) कर (Taxes) – इस नहर से गुजरने वाले जहाजों पर भारी कर लगते हैं। | (8) इस नहर से गुजरने वाले जहाज़ों पर कम कर लगते हैं। |
(9) यातायात (Traffic) – इस मार्ग पर अधिकयातायात हैं। | (9) इस मार्ग पर कम यातायात हैं। |
(10) महासागर (Oceans)-यह नहर रूम सागर तथा रक्त सागर को मिलाती है। | (10) यह नहर प्रशान्त महासागर तथा अन्धमहासागर को मिलाती है। |
(11) प्रयोग (Use)-इसका अधिकतर प्रयोग इंग्लैण्ड द्वारा होता है। | (11) इसका अधिकतर प्रयोग अमेरिका से होता है। |
(12) कोयला (Coal)-इस मार्ग पर कोयले के पर्याप्त साधन हैं। | (12) इस मार्ग पर कोयले के कम साधन हैं। |
(13) बन्दरगाह (Ports)-इस मार्ग पर अधिक बन्दरगाह हैं। | (13) इस मार्ग पर कम बन्दरगाह हैं। |
निबन्धामक प्रश्न (Essay Type Questions)
प्रश्न 1.
संसार के प्रमुख समुद्री मार्गों का वर्णन करो। इन मार्गों की विशेषताएं, व्यापार तथा महत्त्व बताओ।
उत्तर:
यातायात के साधनों में समुद्री यातायात सबसे सस्ता तथा महत्त्वपूर्ण साधन है। संसार का अधिकतर व्यापार समुद्री मार्गों द्वारा होता है। जब बहुत से जहाज़ एक निश्चित मार्ग का अनुसरण करते हैं तो उसे समुद्री मार्ग (Ocean Route) कहते हैं। इन मार्गों द्वारा दूर-दूर के देशों से सम्पर्क बढ़े हैं तथा अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में वृद्धि हुई है। संसार के प्रमुख समुद्री मार्ग (Chief Ocean Routes of the World) अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मुख्यतः समुद्री मार्ग द्वारा ही होता है। स्थल भाग की अधिकता के कारण मुख्य समुद्री मार्ग मध्य अक्षांशों में स्थित है। संसार के मुख्य समुद्री मार्ग अग्रलिखित हैं –
(1) उत्तरी अन्ध महासागरीय मार्ग।
(2) स्वेज नहर मार्ग।
(3) पनामा नहर मार्ग।
(4) आशा अन्तरीप मार्ग।
(5) प्रशान्त महासागरीय मार्ग।
(6) दक्षिणी अन्ध महासागरीय मार्ग।
1. उत्तरी अन्ध महासागरीय मार्ग (North Atlantic Route)
(i) महत्त्व (Importance):
यह मार्ग 40°-50° उत्तर अक्षांशों में यूरोप तथा उत्तरी अमेरिका के बीच स्थित है। यह संसार का सबसे व्यस्त व्यापारिक मार्ग है। (This is the busiest route of the world.) संसार के 75% जलयान इस मार्ग पर चलते हैं। संसार के आधे से अधिक बन्दरगाह इस मार्ग पर स्थित हैं। इस मार्ग के सिरों या उत्तरी अमेरिका के उन्नत औद्योगिक प्रदेश हैं। इसलिए संसार का 25% व्यापार इसी मार्ग से होता है। इसे वृहद ट्रंक मार्ग (Big Trunk Route) भी कहते हैं।
(ii) सुविधाएं (Facilities):
यह मार्ग एक महान् वृत्त (Great Circle) है। इस पर कोयला व तेल की सुविधाएं हैं। संसार के गहरे, सुरक्षित बन्दरगाह हैं। यहां बड़े-बड़े शिपयार्ड (Ship Yards) स्थित हैं। परन्तु न्यूयार्क के निकट रेतीले तट, न्यूफाउण्डलैंड के निकट कोहरा (Fog) व हिमखण्ड (Icebergs) की कठिनाइयां हैं।
(iii) बन्दरगाह (Ports):
यूरोप की ओर लन्दन (London), लिवरपूल (Liverpool), ग्लासगो (Glasgow), ओसलो (Oslo), हैम्बर्ग (Hamburg), रोटरडम (Rottardam), लिस्बन (Lisbon) प्रमुख बन्दरगाह हैं। उत्तरी अमेरिका की ओर क्यूबैक (Qubec), मौंट्रियल (Montreal), हैलिफैक्स (Halifax), बोस्टन (Boston), फिलाडैलफिया (Philadelphia) तथा न्यूयार्क (Newyork) प्रमुख बन्दरगाह हैं।
(iv) व्यापार (Trade) पूर्व की ओर (East Bound):
पूर्व की ओर व्यापार अधिक है। कनाडा व संयुक्त राज्य से यूरोप को गेहूं, कपास, कागज़ की लुगदी, पेट्रोल, फल, माँस व डेयरी पदार्थ भेजे जाते हैं।
पश्चिम की ओर (West Bound) यूरोप से उत्तरी अमेरिका की दवाइयां, चाक, चीनी मिट्टी, पाईराइट व अखबारी कागज़ भेजा गया है।
2. स्वेज नहर मार्ग (Suez Canal Route)
(i) महत्त्व (Importance) – यह मार्ग रूम सागर तथा लाल सागर को जोड़ने वाली स्वेज नहर के कारण महत्त्वपूर्ण मार्ग है। यह संसार का दूसरा बड़ा मार्ग है। इसे सबसे अधिक लम्बा मार्ग होने के कारण ग्रांड ट्रंक मार्ग (Grand Trunk Route) कहते हैं। इस मार्ग पर संसार की घनी जनसंख्या वाले प्रदेश स्थित हैं।
(ii) सुविधाएं (Facilities) – इस मार्ग पर कोयला व तेल की सुविधाएं प्राप्त हैं। इस मार्ग के कारण यूरोप तथा एशिया में लगभग 8,000 किलोमीटर की दूरी कम हो गई है। इस नहर द्वारा इंग्लैण्ड के साम्राज्य व व्यापार को बहुत सुरक्षा प्राप्त थी। इसे ब्रिटिश साम्राज्य की जीवन रेखा कहा जाता है। (Suez Route has been called the Life Line of British Empire)।
(iii) बन्दरगाह. (Ports):
रूम सागर व लाल सागर को पार करने के पश्चात् इसकी तीन शाखाएं हो जाती हैं –
(1) अफ्रीका की ओर।
(2) ऑस्ट्रेलिया की ओर।
(3) एशिया की ओर।
पश्चिम की ओर – लन्दन, लिवरपूल, मोर्सेल्ज, लिस्बन, नेपल्स, सिकन्दरिया प्रमुख बन्दरगाह हैं। पूर्व की ओर-अदन (Aden), कराची (Karachi), मुम्बई (Mumbai), कोलकाता (Kolkata), चेन्नई (Chennai), कोलम्बो (Colombo), रंगून (Rangoon), सिंगापुर (Singapore), हांगकांग (Hongkong), शंघाई (Shanghai), याकोहामा (Yokohama), मैल्बोर्न (Melbourne), विलिंगटन (Wellington) प्रमुख बन्दरगाह हैं।
(iv) व्यापार (Trade) पूर्व की ओर (East Bound) – तैयार माल, मशीनें, दवाइयां, रसायन, परिवहन का समान भेजा जाता है। पश्चिम की ओर (West Bound) – पटसन, रेशम, चाय, ऊन, मांस, टिन, रबड़, गर्म मसाले, पेट्रोल, चीनी भेजी जाती है।
3. पनामा नहर मार्ग (Panama Canal Route)
(i) महत्त्व (Importance) – अन्ध महासागर तथा प्रशांत महासागर को मिलाने वाली पनामा नहर के 1914 में निर्माण होने से इस मार्ग का महत्त्व बढ़ गया है। इस मार्ग का विशेष महत्त्व संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया तथा न्यूजीलैंड को है।
(ii) सुविधाएं (Facilities) – इस मार्ग के खुल जाने के कारण दक्षिणी अमेरिका के Cape Horn का चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं रही। इस प्रकार अमेरिका के पूर्वी तथा पश्चिमी तटों के बीच 10,000 किलोमीटर दूरी कम हो गई।
(iii) बन्दरगाह (Ports) – पश्चिम की ओर (West Bound)-आकलैंड (Aukland), वालपरेसो (Valpraiso), लॉस ऐंजल्स (Los Angeles), सैन फ्रांसिस्को (San Francisco), वैनकूवर (Vancouver) तथा प्रिंस रूपर्ट (Prince Rupert) प्रमुख बन्दरगाह हैं। पूर्व की ओर (East Bound)-किंगस्टन (Kingston), हवाना (Havana), रियो-डी-जैनेरो (Rio-De-Janeiro), पनामा (Panama), न्यू ओरलियनज (New Orleans) प्रमुख बन्दरगाह हैं।
4. आशा अन्तरीप मार्ग (Cape of Good Hope Route)
(i) महत्त्व (Importance) – यह एक प्राचीन समुद्री मार्ग है। 1498 में वास्कोडिगामा (Vasco Degama) ने इस मार्ग की खोज की। स्वेज़ नहर के बन्द हो जाने के कारण इस मार्ग का महत्त्व बढ़ गया है। यह मार्ग दक्षिणी अफ्रीका,
ऑस्ट्रेलिया व न्यूज़ीलैंड के लिए महत्त्वपूर्ण है।
(ii) सुविधाएं (Facilities) – यह मार्ग एक महान् वृत्त वाला मार्ग है। इस मार्ग पर कोयला व तेल की सुविधाएं प्राप्त हैं। यह मार्ग स्वेज़ मार्ग की अपेक्षा सस्ता व ठण्डा है तथा बड़े-बड़े जहाज इस मार्ग पर गुज़र सकते हैं।
(iii) बन्दरगाह (Ports)-आशा अन्तरीप से पूर्व की ओर मार्ग के तीन भाग हैं –
(1) अफ्रीका के पूर्वी तट के साथ।
(2) एशिया की ओर।
(3) ऑस्ट्रेलिया तथा न्यूज़ीलैंड की ओर।
पश्चिम की ओर (West Bound) – लन्दन, लिवरपूल, लिस्बन, लागोस, मानचेस्टर आदि यूरोप के बन्दरगाह हैं।
पूर्व की ओर (East Bound) – केपटाउन (Capetown), एलिजाबेथ (Elizabeth), डरबन (Durban), दार इस्लाम (Dar-e-Slam) एशिया व ऑस्ट्रेलिया के बन्दरगाह हैं।
(iv) व्यापार (Trade) –
पूर्व की ओर (East Bound) – तैयार माल, मशीनें, दवाइयां, मोटरें व कपड़ा भेजा जाता है।
पश्चिम की ओर (West Bound) – गेहूं, पटसन, चाय, चमड़ा, रबड़, डेयरी पदार्थ सोना, ऊन, कपास, तांबा, तम्बाकू आदि भेजा जाता है।
5. प्रशान्त महासागरीय मार्ग (Trans-Pacific Route)
(i) महत्त्व (Importance) – यह मार्ग एशिया तथा अमेरिका महाद्वीपों को मिलाता है। यह मार्ग कम महत्त्वपूर्ण है। इस मार्ग की लम्बाई बहुत अधिक है तथा इसके सिरों पर कम उन्नत प्रदेश हैं।
(ii) सविधाएँ (Facilities) – यह एक महान वत्त है। इस मार्ग पर हिमशिलाओं का अभाव है। इस मार्ग की कई शाखाएं होनोलुल (Honolulu) नामक स्थान पर मिलती हैं, जैसे –
(1) उत्तरी अमेरिका से जापान मार्ग।
(2) उत्तरी अमेरिका के पूर्वी तट से न्यूजीलैंड मार्ग।
(3) उत्तरी अमेरिका के पश्चिमी तट से न्यूजीलैंड मार्ग।
(iii) बन्दरगाह (Ports) – पूर्व की ओर-याकोहामा, हांगकांग, शंघाई, मनीला, सिडनी व ऑकलैंड प्रमुख बन्दरगाह हैं। पश्चिम की ओर-वैंकूवर, प्रिंस रूपर्ट, सैन फ्रांसिस्को, लास एंजल्स प्रमुख बन्दरगाह हैं।
(iv) व्यापार (Trade) – एशिया की ओर लकड़ी, लुगदी, गेहूं, मशीनें, पेट्रोल, कागज़, फल तथा दवाइयां भेजी जाती हैं। उत्तरी अमेरिका की ओर-चीनी, पटसन, चाय, रेशम, तेल व खिलौने भेजे जाते हैं।
6. दक्षिणी अन्ध महासागरीय मार्ग (South Atlantic Route) –
(i) महत्त्व (Importance) – यह मार्ग दक्षिणी अमेरिका तथा यूरोप के देशों को मिलाता है।
(ii) सुविधाएं (Facilities) – ब्राजील के केप सन राक (Cape San Roque) से आगे इस मार्ग के दो भाग हो जाते हैं। एक यूरोप को तथा दूसरा उत्तरी अमेरिका की ओर। यहां दक्षिणी अफ्रीका से आने वाले मार्ग भी मिलते हैं।
(iii) बन्दरगाह (Ports) – उत्तर की ओर यूरोप तथा उत्तरी अमेरिका के प्रसिद्ध बन्दरगाह तथा दक्षिण की ओर ब्यूनस आयर्स (Buenos Aires), मोण्टी-विडियो (Monte-Video), रीयो-डी-जैनेरो (Rio-De-Janeiro), बहिया (Bahia), सैन्टाज़ (Santos) हैं।
(iv) व्यापार (Trade) – दक्षिण की ओर-कोयला, मशीनरी तथा तैयार माल भेजा जाता है। उत्तर की ओर- रबड़, कहवा, चीनी, मांस, शोरा व गेहूं भेजा जाता है।
प्रश्न 2.
स्वेज नहर के भौगोलिक, आर्थिक तथा सैनिक महत्त्व का वर्णन करो।
उत्तर:
स्वेज नहर (Suez Canal):
1. स्थिति (Location) – स्वेज नहर संसार की सबसे भूमध्य सागर बड़ी जहाज़ी नहर (Nevigation Canal) है । यह नहर मित्र (Egypt) में स्थित है। यह नहर स्वेज़ के स्थलडमरू मध्य (Suez Isthmus) को काट कर बनाई गई है।
2. इतिहास (History) – इस नहर का निर्माण एक फ्रांसीसी इन्जीनियर फर्डीनेण्ड डी लैसैप्स (Ferdinand De Lesseps)
मंचाला की देख-रेख में सन् 1859 ई० में शुरू हुआ। इस निर्माण में लगभग 10 वर्ष लगे। इस नहर को 17 नवम्बर, 1869 को चालू किया गया। इसके निर्माण काल में 1 जानें नष्ट हुईं। इस नहर के निर्माण पर 180 लाख पौंड खर्च हुए।
इस नहर का निर्माण स्वेज नहर कम्पनी (Suez Canal काहिरा इस्माइलिया ! Company) द्वारा किया गया। इस कम्पनी के अधिकतर हिस्से तिमसा झील (Shares) फ्रांस तथा इंग्लैण्ड के थे। इसके प्रकार इस नहर पर ग्रेट बिटर इंग्लैण्ड तथा फ्रांस को अधिकार था। यह नहर 99 वर्षों के पट्टे पर दी गई थी। परन्तु मिस्र के राष्ट्रपति कर्नल नासिर ने 26 जुलाई, लिटल बिटर 1956 को इस नहर के राष्ट्रीयकरण की घोषणा कर दी। 1967 में मिस्र व इज़राइल में युद्ध हुआ तथा स्वेज़ नहर जहाज़ों के लिए बन्द हो गई। 1975 से स्वेज नहर पुनः खुल गई। -ताजे पानी की नहर पोर्ट स्वेज़
3. सागर तथा बन्दरगाह (Sea and Ports) – यह नहर 1+ रेलमार्ग रक्त सागर (Red Sea) तथा रूम सागर (Mediterranean Sea) स्वज का को मिलाती है। रूम सागर की ओर पोर्ट सईद (Port Said) तथा रक्त सागर की ओर पोर्ट स्वेज़ (Port Suez) के बन्दरगाह हैं। इस नहर की कुल लम्बाई 162 किलोमीटर, चौड़ाई, 60 से 65 मीटर तक तथा कम-से-कम गहराई 10 मीटर है। यह नहर पूरी लम्बाई में समुद्र तल पर बनी है।
इस नहर के मार्ग में नमकीन पानी की तीन झीलें हैं –
(1) लिटिल बिटर झील (Little Bitter Lake)।
(2) ग्रेट बिटर झील (Great Bitter Lake)।
(3) टिमशाह झील (Timshah Lake)।
इस नहर को पार करने में 12 घण्टे लग जाते हैं। जहाज़ औसत रूप से 14 किलोमीटर प्रति घण्टा की गति से चलते हैं। कम चौड़ाई के कारण एक साथ दो जहाज़ नहीं गुजर सकते हैं। इसलिए एक जहाज़ को झील में ठहरा लिया जाता है।
4. महत्त्व (Importance)
- यह मार्ग संसार की घनी जनसंख्या वाले भाग के मध्य में से गुजरता है।
- इस मार्ग पर बहुत अधिक देश स्थित हैं जिनके द्वारा विभिन्न वस्तुओं का व्यापार होता है।
- इस मार्ग पर ईंधन के लिए कोयला व तेल मिल जाते हैं।
- इस मार्ग पर छोटे-छोटे कई मार्ग मिल जाते हैं।
- इस मार्ग पर कई उत्तम बन्दरगाहें स्थित हैं।
- यह नहर तीन महाद्वीपों के केन्द्र पर स्थित है (It is located at the crossroads of three continents)। यहां यूरोप, अफ्रीका तथा एशिया महाद्वीप के लिए मार्ग निकलते हैं।
- इस नहर द्वारा इंग्लैण्ड के साम्राज्य तथा व्यापार की रक्षा होती रही है। इसलिए इसे ब्रिटिश साम्राज्य की जीवन रेखा (Life Line of British Empire) भी कहते हैं।
- इस नहर के खुल जाने से दक्षिणी अफ्रीका का चक्कर काटकर आने-जाने की आवश्यकता नहीं रही।
5. व्यापारिक महत्त्व (Commercial Importance) – इस नहर के बन जाने से यूरोप तथा एशिया व सुदूर पूर्व के बीच दूरी काफ़ी कम हो गई है। यह नहर हिन्द महासागर का (Gateway) द्वार है। कई देशों की दूरी की बचत इस प्रकार है –
स्थान से | स्थान तक | दूरी की बचत |
(1) लन्दन | खाड़ी फारस | 8800 किलोमीटर |
(2) लन्दन | मुम्बई | 8000 किलोमीटर |
(3) लन्दन | सिंगापुर | 6000 किलोमीटर |
(4) लन्दन | मम्बासा | 4800 किलोमीटर |
(5) लन्दन | जकार्ता | 4700 किलोमीटर |
(6) लन्दन | सिडनी | 1500 किलोमीटर |
(7) न्यूयार्क | मुम्बई | 6000 किलोमीटर |
(8) न्यूयार्क | हांगकांग | 4000 किलोमीटर |
6. व्यापार (Trade):
इस नहर के कारण एशिया तथा यूरोप के बीच व्यापार अधिक हो गया है। नहर को चौड़ा व गहरा करने के कारण अब औसत रूप में 87 जहाज़ प्रतिदिन गुजर सकते हैं। 1976 में इस नहर से लगभग 20,000 जहाजों ने प्रवेश किया। इस मार्ग पर संसार का 25% व्यापार होता है। इसमें से अधिकतर जहाज़ ब्रिटेन को जाते हैं। 70% जहाज़ तेल वाहक जहाज़ (Oil Tankers) होते हैं। इस मार्ग से यूरोप को कच्चे माल (Raw Materials) जाते हैं तथा युरोप से तैयार माल व मशीनरी एशिया को भेजी जाती है। एशिया की ओर से कपास, पटसन, चाय, खांड, कहवा,’ , ऊन, मांग, डेयरी पदार्थ, रेशम, रबड़, चावल, तांबा, तम्बाकू, चमड़ा आदि पदार्थ यूरोप को भेजे जाते हैं। इस नहर द्वारा भारत का 60% निर्यात तथा 70% आयात व्यापार होता है। परन्तु अब यह व्यापार अन्तरीप मार्ग से होता है।
7. त्रुटियां (Drawbacks):
इस नहर में निम्नलिखित त्रुटियां भी हैं –
(1) यह नहर-कम चौड़ी व कम गहरी है। इसलिए बड़े-बड़े आधुनिक जहाज़ तथा बड़े-बड़े तेल वाहक जहाज़ (Oil Tankers) नहीं गुजर सकते हैं।
(2) यह पक्षीय यातायात होने के कारण नहर पार करने में समय अधिक लगता है।
(3) यह मार्ग बहुत महंगा है। जहाज़ों से बहुत अधिक चुंगी कर (Taxes) वसूल किया जाता है।
(4) दोनों ओर से मरुस्थल की रेत उड़-उड़ कर नहर में गिरती है। इसे साफ करने पर बहुत व्यय करना पड़ता है।
8. भविष्य (Future):
स्वेज़ नहर पर आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने की योजना है। कई बार मिस्र-इजराइल झगड़े के कारण यह नहर बन्द रही है। परन्तु अब संसार का अधिकतर व्यापार आशा अन्तरीप मार्ग पर तेज़ जहाज़ों से होने लग पड़ा है। भविष्य में स्वेज नहर इतनी महत्त्वपूर्ण नहीं होगी। (It will not be the same old romantic Suez Canal.)
प्रश्न 3.
पनामा नहर के भौगोलिक, आर्थिक व राजनीतिक महत्त्व का वर्णन करो।
उत्तर:
पनामा नहर (Panama Canal):
1. स्थिति (Location):
यह नहर मध्य अमेरिका (Central America) के पनामा गणराज्य में स्थित है। यह नहर पनामा स्थल डमरू मध्य (Panama Isthmus) को काटकर बनाई गई है।
2. इतिहास (History):
स्वेज नहर की सफलता को देख कर पनामा नहर के निर्माण की योजना बनाई गई। 1882 ई० में फर्डिनेण्ड-डी-लैसैप्स ने इस नहर का निर्माण कार्य आरम्भ किया परन्तु पीले ज्वर तथा मलेरिया के कारण हजारों श्रमिक मर गए। अत: यह प्रयत्न असफल रहा। उसके पश्चात् सन् 1904 में संयुक्त राज्य (U.S.A.) सरकार ने इस नहर का निर्माण आरम्भ किया। यह नहर दस वर्ष में 15 अगस्त, 1914 को बन कर तैयार हुई। इसके निर्माण पर 772 करोड़ पौंड खर्च हुए। यह नहर संयुक्त राज्य के अधीन है। इस नहर के निर्माण में कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। इसलिए नहर का सफलतापूर्वक निर्माण आधुनिक विज्ञान की बहुत बड़ी सफलता है। (“The construction of Panama Canal was a great feast of Engineering.”)
इस नहर का निर्माण दो खाड़ियों (Bays), एक कृत्रिम झील (Artificial Lake), एक प्राकृतिक झील (Natural Lake) तथा तीन द्वार प्रणालियों (Lock Systems) द्वारा किया गया है। इस नहर का तल समुद्र तल के समान नहीं है। इसका निर्माण कुलबेरा (Culbera) नामक पहाड़ी को काट कर किया गया है। गातुन (Gatun) नामक कृत्रिम झील बनाई. गई है। इस नहर में तीन स्थानों पर फाटक बनाए गए हैं।
(1) गातुन (Gatun) द्वार
(2) पैड्रो मिग्वल (Padromiguel) द्वार।
(3) मिरा फ्लोर्स (Miraflore) द्वारा।
इन द्वारों को खोलकर जल-स्तर समान किया जाता है। फिर जलयान ऊपर चढ़ाए या नीचे उतारे जाते हैं। यह दोहरी द्वार प्रणाली (Double Lock System) है। इसमें एक ही समय में दोनों ओर से यातायात सम्भव है। इस प्रकार जहाजों को इस नहर में 45 मीटर तक ऊपर चढ़ाना या नीचे उतारना पड़ता है, इस नहर को चार्जेस (Charges) नदी द्वारा जल-विद्युत् प्रदान की जाती है जिससे प्रकाश व जलयानों को खींचने की शक्ति मिलती है।
3. सागर तथा बन्दरगाह (Sea and Ports):
“यह नहर प्रशान्त महासागर (Pacific Ocean) तथा अन्ध महासागर Atlantic Ocean) को मिलाती है। इसे प्रशान्त महासागर का द्वार (Gateway of the Pacific) भी कहते हैं। प्रशान्त तट पर पनामा (Panama) तथा अन्धमहासागर तट पर कालोन (Colon) के बन्दरगाह हैं । यह नहर 81.6 किलोमीटर लम्बी, 12 मीटर गहरी तथा 90 से 300 मीटर चौड़ी है। इस नहर को पार करने में 8 घण्टे लगते हैं। इस नहर में से बड़े-बड़े जहाज़ नहीं गुज़र सकते।
4. महत्त्व (Importance):
(1) इस नहर के निर्माण में अन्ध महासागर तथा प्रशान्त महासागर के बीच दूरी कम हो गई है।” (Panama Canal has changed the element of distance in geography of transport.)” इससे पहले जहाज़ दक्षिणी अमेरिका के (सिरे) केप हार्न (Cape Horm) का चक्कर लगा कर जाते थे। इस नहर से सबसे अधिक लाभ संयुक्त राज्य अमेरिका (U.S.A.) को हुआ है। इसके पश्चिमी व पूर्वी तट से ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, दक्षिणी अमेरिका, जापान के बन्दरगाहों की दूरी कम हो गई है। इस नहर के द्वारा यूरोप को कोई विशेष लाभ नहीं है। कई देशों की दूरी की बचत इस प्रकार है –
स्थान तक | दूरी की बचत |
(1) न्यूयार्क सान फ्रांसिस्को | 13000 किलोमीटर |
(2) न्यूयार्क सिडनी | 6000 किलोमीटर |
(3) न्यूयार्क हांगकांग | 7000 किलोमीटर |
(4) न्यूयार्क वालपरेसो | 6000 किलोमीटर |
(5) न्यूयार्क टोकियो | 6000 किलोमीटर |
(6) न्यूयार्क सिडनी | 700 किलोमीटर |
(2) इस नहर के कारण पश्चिमी द्वीप समूह (West Indies) का महत्त्व बढ़ गया।
(3) इस नहर के कारण संयुक्त राज्य संकट के समय एक ही नौसेना (Navy) से पश्चिमी व पूर्वी तट की रक्षा कर सकता है।
5. व्यापार (Trade):
इस नहर द्वारा व्यापार में बहुत वृद्धि हुई है। औसत रूप से प्रतिदिन 50 जहाज़ गुजरते हैं। प्रति वर्ष लगभग 15,0000 जहाज़ प्रवेश करते हैं। अन्ध महासागर से प्रशान्त महासागर की ओर अधिक व्यापार होता है। पूर्व की ओर से संयुक्त राज्य व यूरोप को शिल्पी वस्तुएं, खनिज पदार्थ, तेल, मशीनें, दवाइयां, सूती व ऊनी कपड़ा भेजा जाता है। पश्चिम की ओर से डेयरी पदार्थ, मांस, रेशम, रबड़, चाय, तम्बाकू, नारियल, शोरा, तांबा भेजा जाता है।
6. त्रुटियां (Drawbacks):
इस मार्ग में निम्नलिखित दोष हैं –
(1) इस नहर में बड़े-बड़े जहाज़ नहीं गुज़र सकते।
(2) द्वार प्रणाली के कारण काफ़ी असुविधा रहती है।
(3) इस मार्ग पर बन्दरगाह बहुत कम है।
(4) इस नहर के साथ के देश उन्नत नहीं हैं।
7. भविष्य (Future):
दक्षिणी अमेरिका के देश बड़ी तेज़ी से उन्नति कर रहे हैं। इनके विकास के कारण इस मार्ग पर व्यापार बढ़ेगा।
प्रश्न 4.
संसार के प्रमुख रेलमार्गों का वर्णन करो।
उत्तर:
संसार के प्रमुख रेलमार्ग-स्थल मार्गों में रेलमार्ग सबसे महत्त्वपूर्ण है। रेलमार्ग वास्तव में औद्योगिक क्रान्ति की देन है। रेलमार्गों की सबसे अधिक लम्बाई संयुक्त राज्य अमेरिका में है। संसार के कई भागों में अन्तर्महाद्वीपीय रेलमार्गों का विकास हुआ है। यह रेलमार्ग महाद्वीपों के दो विपरीत तटों को मिलाकर देश की एकता को मज़बूत करते हैं । विभिन्न आर्थिक क्रियाओं वाले दूर-दूर स्थित स्थानों को जोड़ते हैं। अधिकतम ऐसे रेलमार्ग विरल जनसंख्या वाले प्रदेशों में मिलते हैं। प्राय: उष्ण कटिबन्धीय आर्द्र वनों में, गर्म मरुस्थलों तथा शीत प्रदेशों में ऐसे रेलमार्ग मिलते हैं। यह रेलमार्ग इन प्रदेशों के कच्चे माल को औद्योगिक क्षेत्रों तक पहुंचाते हैं।
1.ट्रांस साइबेरियन रेल-मार्ग:
यह रेल मार्ग 9332 कि० मी० लम्बा है तथा संसार में सबसे बड़ा रेलमार्ग है। यह रेलमार्ग साइबेरिया तथा यूराल प्रदेश के आर्थिक तथा औद्योगिक विकास का आधार है। यह एक अन्तर्महाद्वीपीय मार्ग है। यह रेलमार्ग पश्चिम में बाल्टिक सागर पर स्थित सेंट पीटरसवर्ग बन्दरगाह को पूर्व में प्रशान्त महासागर पर स्थित ब्लाडीवोस्टक बन्दरगाह से जोड़ता है। इस रेलमार्ग के मुख्य स्टेशन मास्को, रयाजान, कुईबिशेव, चेलिया बिन्सक, ओमस्क, नोवो सिबीरस्क, चीता, इकूटस्क तथा खाबारोवस्क हैं। इस रेलमार्ग द्वारा कोयला, तेल, लकड़ी, खनिज, कृषि उत्पादन, मशीनरी तथा औद्योगिक उत्पादों का आदान-प्रदान पूर्व से पश्चिम को होता है। इकूटस्क एक फ़र का व्यापारिक केन्द्र है।
2. कैनेडियन पैसेफिक रेलमार्ग:
यह रेलमार्ग कनाडा के पूर्वी भाग में हैलीफैक्स से चलकर पश्चिम में वैन्कूवर तक पहुंचता है। यह रेलमार्ग दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों में से गुजरता है। इस रेलमार्ग में लकड़ी, खनिज पदार्थ, गेहूं व लोहे का परिवहन होता है। इस मार्ग की लम्बाई 7050 कि० मी० है। इस मार्ग पर सेंटजॉन, मांट्रियल, ओटावा, विनीपेग आदि नगर स्थित हैं। यह रेलमार्ग क्यूबेक-मांट्रियल के औद्योगिक क्षेत्र को कोणधारी वनों तथा प्रेयरीज़ के गेहूं प्रदेश से जोड़ता है। इस प्रकार यह रेलमार्ग राजनैतिक तथा आर्थिक रूप से एकता स्थापित करता है। यह क्यूबैक-मांट्रियल प्रेयरी, कोणधारी वन क्षेत्र को जोड़ता है।
3. यूनियन पैसेफिक रेलमार्ग:
यह रेलमार्ग अटलांटिक तट से न्यूयार्क से लेकर शिकागो तथा सानफ्रांसिस्को तथा प्रशांत महासागर तट तक जाता है। शिकागो संसार भर में सबसे बड़ा रेल केन्द्र है।
4. केप-काहिरा रेल-मार्ग:
यह रेल-मार्ग अफ्रीका के दक्षिणी सिरे को उत्तरी सिरे से जोड़ता है। यह रेलमार्ग केपटाऊन से प्रारम्भ होकर काहिरा तक जाता है।
5. ट्रांस एण्डियन रेलमार्ग:
यह रेलमार्ग दक्षिणी अमेरिका में चिल्ली के वालप्रेसो नगर तथा अर्जेन्टीना के ब्यूनस आयर्स नगर को मिलाता है। यह रेलमार्ग एण्डीज पर्वतों को 3485 मीटर की ऊंचाई से पार करके उस्पलाटा दर्रे तथा सुरंगों से गुजरता है। यह पम्पास से कृषि तथा पशुपालन क्षेत्रों को चिल्ली के खनिज तथा फल उत्पादन क्षेत्र से जोड़ता है।
6. ऑस्ट्रेलियन अन्तर्महाद्वीपीय मार्ग-यह मार्ग पूर्व में सिडनी को पश्चिमी तट पर स्थित पर्थ नगर से मिलाता है। यह रेलमार्ग पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के मरुस्थल से गुजरता है।
7. यूरोप – इस महाद्वीप में 4,40,000 कि०मी० लम्बा रेलमार्ग है। बेल्जियम में सर्वाधिक रेल घनत्व है, जो 1 कि० मी० प्रति 6.5 वर्ग कि. मी. है। लन्दन, पेरिस, मिलान, बर्लिन, वारसा मुख्य स्टेशन हैं। चैनल टनल यूरो लन्दन तथा पेरिस को जोड़ता है। लन्दन, पेरिस, मॉस्को में भूमिगत रेल मार्ग है।
8. ओरियण्ट एक्सप्रेस रेलमार्ग पेरिस से इस्तंबुल तक है । प्रस्तावित पारीय-एशिया रेलमार्ग इस्तंबुल से बंकाक तक गुजर कर ईरान, पाकिस्तान, भारत, बांग्लादेश तथा म्यानमार को मिलाएगी।
प्रश्न 5.
संसार के प्रमुख आन्तरिक जल-मार्गों का वर्णन करो।
उत्तर:
प्रमुख आन्तरिक जल-मार्ग
1. यूरोप –
(i) फ्रांस में सीन तथा रोन नदियां यातायात के लिए प्रयोग की जाती हैं।
(ii) पश्चिमी जर्मनी में राइन (Rhine) नदी सबसे महत्त्वपूर्ण जल-मार्ग है। यह नदी पश्चिमी जर्मनी के व्यापार की जीवन रेखा है। इस नदी द्वारा रूहर घाटी से खनिज पदार्थों का परिवहन किया जाता है।
(iii) यूरोप में कई अन्य नदियां डैन्यूब, वेसर, ऐल्ब, ओडर, विसचूला भी महत्त्वपूर्ण जल-मार्ग हैं।
(iv) रूस में वोल्गा, नीपर नदियां यातायात के साधन के रूप में प्रयोग की जाती हैं। वोल्गा नदी संसार में सबसे बड़ी जलप्रवाह प्रणाली है जो 11200 कि० मी० लम्बी है। वाल्गा-मास्को नहर तथा वाल्गा-डान महत्त्वपूर्ण नहरें हैं जो इसे काला सागर से जोड़ती हैं।
2. उत्तरी अमेरिका उत्तरी अमेरिका में महान् झीलें तथा मिसीसिपी नदी तथा सेंट-लारेंस जल-मार्ग महत्त्वपूर्ण हैं। ग्रेट-लेक सेंट लारेंस जल-मार्ग से जहाज़ 3760 कि० मी० अन्दर तक आ-जा सकते हैं।
3. एशिया-भारत में गंगा तथा ब्रह्मपुत्र नदियाँ, चीन में यांगसी नदी तथा बर्मा में इरावदी नदी महत्त्वपूर्ण भीतरी जल-मार्ग है।
4. दक्षिणी अमेरिका-दक्षिणी अमेरिका में अमेजन नदी में तट से 1600 कि०मी० अन्दर तक जहाज चलाए जा सकते हैं। परन्तु कम जनसंख्या तथा पिछड़ेपन के कारण इस घाटी में इस जल-मार्ग का महत्त्व कम है। दक्षिणी अमेरिका में पराना-पेरागुए जल-मार्ग भी महत्त्वपूर्ण है।
5. अफ्रीका- अफ्रीका में नील, नाईजर, कांगो तथा जैम्बजी नदियां जल प्रपातों के कारण अधिक उपयोगी नहीं हैं।
6. अन्य मार्ग-संसार में कई देशों में नहरें भी यातायात के साधन के रूप में प्रयोग की जाती हैं। पश्चिमी जर्मनी में कील नहर और राइन नहर, रूस में वोल्गा-वाल्टिक नहर, उत्तरी अमेरिका में हडसन- मोहाक नहर, इंग्लैण्ड में मानचेस्टर लिवरपूल नहर, भारत में बकिंघम नहर यातायात के लिए महत्त्वपूर्ण हैं।
प्रश्न 6.
संसार में सड़क मार्गों के वितरण का वर्णन करो।
उत्तर:
सड़कों का विश्व वितरण-संसार में उन्नत देशों में सड़कों का जाल बिछा हुआ है। औद्योगिक देश कच्चे माल के लिए सड़कों पर निर्भर करते हैं। सड़क मार्गों का विस्तार रेल मार्गों से अधिक है।
1. उत्तरी अमेरिका – उत्तरी अमेरिका के विकसित देशों संयुक्त राज्य तथा कनाडा में सड़कों का जाल बिछा हुआ है। यहां मोटर गाड़ियों की संख्या अधिक है। उत्तरी अमेरिका के पश्चिमी तथा पूर्वी तट पर स्थित नगरों को महामार्गों द्वारा जोड़ा गया है। उत्तर में अलास्का को दक्षिणी चिल्ली तक जोड़ने वाले महामार्ग को पैन अमेरिकन (Pan American) मार्ग कहा जाता है। यह 24500 कि०मी० लम्बा है तथा विश्व में सबसे लम्बा मार्ग है। ट्रांस केनेडियन महामार्ग न्यूफाऊंडलैंड के सेंटजॉन नगर को बैंकूवर नगर से जोड़ता है। इस महाद्वीप में सर्वाधिक सड़क घनत्व है जो 0.65 कि० मी० प्रति वर्ग कि० मी० है।
2. एशिया – एशिया में प्राचीनकाल से ही स्थलमार्गों का महत्त्व रहा है। यात्रियों के काफिले इन महामार्गों पर चलते थे जिन्हें कारवाँ मार्ग कहते थे। चीन में बीजिंग नगर से शंघाई तक सड़क मार्ग हैं। चैंगड़ से एक महामार्ग लहासा तक है।
3. भारत – भारत में अधिकतर पक्की सड़कें दक्षिणी भारत में स्थित हैं। भारत में शेरशाह सूरी मार्ग या ग्रैंड ट्रंक मार्ग (G.T. Road) बड़े-बड़े नगरों को जोड़ती हैं। यह अमृतसर, दिल्ली तथा कोलकाता के बीच राष्ट्रीय मार्ग नं0 1 तथा नं0 2 के रूप में 1856 कि०मी० लम्बी है। भारत का सबसे बड़ा मार्ग राष्ट्रीय मार्ग नं0 7 है जो वाराणसी से कन्याकुमारी तक 2325 कि०मी० लम्बा है। भारत में स्वर्णिम चतुर्भुज मार्ग महानगरों नई दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई, कोलकाता को जोड़ता है।
4. अन्य मार्ग-यूरोप में सड़कों का जाल बिछा है। प्रत्येक नगर एवं पत्तन महामार्गों द्वारा जुड़े हुए हैं। अफ्रीका में काहिरा से केपटाऊन मार्ग महत्त्वपूर्ण है। रूस में मास्को नगर कई सड़क मार्गों का केन्द्र है। ऑस्ट्रेलिया में स्टुआर्ट मार्ग पूर्वी, दक्षिणी, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया को मिलाता है।
प्रश्न 7.
वायु मार्गों का विकास किन तत्त्वों पर निर्भर करता है ?
उत्तर:
वायु मार्ग महान् वृत्तों के अनुसार बनाए जाते हैं ताकि कम दूरी हो। वायु-परिवहन के लिए अच्छा मौसम हो। धुन्ध, कोहरा, हिमपात और तूफ़ान आदि बाधाएं उत्पन्न कर देते हैं। हवाई अड्डों के लिए समतल भूमि प्राप्त हो। अधिक उन्नत देशों में लोगों के उच्च जीवन स्तर के कारण वाय मार्गों का विकास होता है। निर्धन देश इन साधनों पर अधिक खर्च नहीं कर सकते। आधुनिक युग में युद्ध तथा संकट के लिए वायु सेवा आवश्यक है।
वायु मार्गों के गुण-दोष
(Merits-Demerits of Airways)
संसार में वायु मार्गों का विकास प्रथम विश्व युद्ध के पश्चात् हुआ। आजकल इस का बहुत बड़ा महत्त्व है। यह एक तीव्रगामी साधन है। इसमें मार्गों के निर्माण पर कोई खर्च नहीं होता, केवल हवाई अड्डों का निर्माण करना पड़ता है। इससे पर्वतों, विशाल महासागरों व मरुस्थलों के पार पहुंचा जा सकता है, जहां दूसरे साधन नहीं पहुँच सकते। विभिन्न संस्कृतियों के बड़े-बड़े नगरों के वायु मार्गों द्वारा जुड़े होने से अन्तर्राष्ट्रीय भावना का विकास होता है। परन्तु इस साधन पर व्यय बहुत होता है। इसका व्यापारिक महत्त्व भी अधिक नहीं है। वायुयानों द्वारा यात्रियों, डाक व शीघ्र खराब होने वाले पदार्थों का परिवहन होता है।
विश्व में नोडल बिन्दु (Nodal Point) – संयुक्त राज्य अमेरिका में संसार की 60% वायु सेवाएं उपलब्ध हैं। मुख्य नोडल बिन्दु है-न्यूयार्क, लन्दन, पेरिस, रोम, मास्कों, कराची, नई दिल्ली, मुम्बई, बैंकाक, सिंगापुर, टोकियो, सेन फ्रांसिस्को, लॉस एन्जलज, शिकागो।