Jharkhand Board JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 6 ऊतक Important Questions and Answers.
JAC Board Class 9 Science Important Questions Chapter 6 ऊतक
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. विभज्योतक ऊतक होता है-
(a) मूलरोम में
(b) पत्ती में
(c) तना के शीर्ष पर
(d) पुष्प में।
उत्तर:
(c) तना के शीर्ष पर।
2. विभज्योतक कोशिकाएँ होती हैं-
(a) पतली भित्ति वाली
(b) लिग्निन युक्त
(c) बहुकेन्द्रकी
(d) कोई भी नहीं।
उत्तर:
(a) पतली भित्ति वाली।
3. विभज्योतक किसके लिए उत्तरदायी है?
(a) खाद्य संश्लेषण
(b) खाद्य भण्डारण
(c) कोशिका विभाजन
(d) कोशिका परिपक्वन।
उत्तर:
(c) कोशिका विभाजन।
4. प्रकाश संश्लेषण की क्रिया होती है-
(a) क्लोरेन्काइमा में
(b) स्क्लेरेन्काइमा में
(c) कॉलेन्काइमा में
(d) इन सभी में।
उत्तर:
(a) क्लोरेन्काइमा में।
5. लिग्निन कोशिकाओं को कैसा बनाता है-
(a) दृढ़
(b) लचीली
(c) कमजोर
(d) पतली।
उत्तर:
(a) दृढ़।
6. दृढ़ ऊतक की भित्ति होती है-
(a) पेक्टिन युक्त
(b) लिग्निन युक्त।
(c) सुबेरियन युक्त
(d) क्यूटिन युक्त।
उत्तर:
(b) लिग्निन युक्त
7. कोशिकाओं का वह समूह जो उत्पत्ति, संरचना व कार्य में समान होता है, कहलाता है-
(a) ऊतक
(b) अंग
(c) अंग तन्त्र
(d) जाइलम
उत्तर:
(a) ऊतक।
8. लम्बी, लिग्निनयुक्त, उपस्थित होती हैं-
(a) जाइलम में
(b) फ्लोएम में
(c) स्क्लेरेन्काइमा में
(d) पैरेन्काइमा में।
उत्तर:
(a) जाइलम में।
9. चालनी नलिकाएँ पायी जाती हैं-
(a) जाइलम में
(b) फ्लोएम में।
(c) कैम्बियम में
(d) विभज्योतक में।
उत्तर:
(b) फ्लोएम में।
10. आँत के भीतरी अस्तर में एपीथीलियम होती है-
(a) शल्की एपीथीलियम
(b) स्तम्भाकार एपीथीलियम
(c) पक्ष्माभी एपीथीलियम
(d) घनाकार एपीथीलियम
उत्तर:
(b) स्तम्भाकार एपीथीलियम।
11. रुधिर के तरल आधात्री भाग को कहते हैं-
(a) R.B.C
(c) प्लेटलेट्स
(b) W.B.C
(d) प्लाज्मा।
उत्तर:
(d) प्लाज्मा।
12. संकुचनशीलता का गुण पाया जाता है-
(a) तन्त्रिका कोशिका में
(b) पेशी ऊतक में
(c) संयोजी ऊतक में
(d) उपर्युक्त सभी में।
उत्तर:
(b) पेशी ऊतक में।
13. किस पेशी ऊतक की कोशिकाएँ शाखित होती हैं?
(a) रेखित पेशियाँ
(c) हृदयक पेशियाँ
(b) अरेखित पेशियाँ
(d) माँसपेशियाँ।
उत्तर:
(c) हृदयक पेशियाँ।
14. अरेखित पेशियाँ पायी जाती हैं-
(a) हृदय में
(b) आमाशय में।
(c) जाँघ में
(d) बाँह में।
उत्तर:
(b) आमाशय में
15. कौन से पेशी ऊतक जन्तु की इच्छानुसार कार्य करते हैं?
(a) रेखित
(b) अरेखित
(c) हृदयक
(d) कोई भी नहीं।
उत्तर:
(a) रेखित।
16. तन्त्रिका कोशिका को कहते हैं-
(a) न्यूरॉन
(b) एक्सोन
(c) डेन्ड्राइट
(d) कोशिकाकाय।
उत्तर:
(a) न्यूरॉन।
रिक्त स्थान भरो-
- ………………… में क्लोरोफिल पाया जाता है।
- जाइलम की कोशिका भित्ति ………………… होती है।
- अस्थि के अंत: कोशीय स्थान में ………………… और …………………. को लवण भरे होते हैं।
- अस्थि एक ………………… ऊतक का उदाहरण है।
उत्तर:
- पैरेन्काइमा
- मोटी
- कैल्सियम, फॉस्फोरस,
- संयोजी।
सुमेलन कीजिए-
कॉलम ‘क’ | कॉलम ‘ख’ |
1. पैरेन्काइमा | (क) लिग्निन का जमना |
2. कोलेन्काइमा | (ख) पौधे को दृढ़ता प्रदान करना |
3. स्कलेरेन्काइमा | (ग) भोजन संचित |
4. जाइलम फाइबर | (घ) पेक्टिन का कोनों में जमना |
उत्तर:
1. (ग) भोजन संचित
2. (घ) पेक्टिन का कोनों में जमना
3. (क) लिग्निन का जमना
4. (ख) पौधे को दृढ़ता प्रदान करना
सत्य / असत्य
- अंतर्विष्ट विभज्योत्तक तने व जड़ के शीर्ष पर स्थित होता है।
- एपीडर्मिस पौधे को सुरक्षा प्रदान करता है।
- कोलेन्काइमा की कोशिका भित्ति पतली होती है।
- हृदय पेशी बेलनाकार व शाखित होती हैं।
उत्तर:
- असत्य
- सत्य
- सत्य
- सत्य
अतिलघुत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
पादप ऊतकों के दो मुख्य वर्गों के नाम लिखो।
उत्तर:
पादप ऊतकों के दो मुख्य वर्ग हैं-
- विभज्यो-तक
- स्थायी ऊतक।
प्रश्न 2.
पौधों में विभज्योतक कहाँ-कहाँ होता है?
उत्तर:
पौधों में विभज्योतक (मैरिस्टमेटिक टिशू) निम्नलिखित वृद्धि क्षेत्रों में होता है-
- जड़ तथा तने के अग्रस्थ भाग में शीर्षस्थ विभज्योतक
- जड़ की पर्व सन्धियों पर अन्तर्विष्ट विभज्योतक
- जड़ तथा तने के पार्श्व में पाश्र्वय विभज्योतक
प्रश्न 3.
विभज्योतक की मुख्य विशेषता क्या है?
उत्तर:
विभज्योतक की कोशिकाएँ निरन्तर विभाजित होती रहती हैं जिससे यह ऊतक पौधों की लम्बाई में वृद्धि में सहायता करता है।
प्रश्न 4.
श्रम विभाजन किसे कहते हैं?
उत्तर:
बहुकोशिकीय जीवों में भिन्न-भिन्न कोशिकाओं के समूह भिन्न-भिन्न कार्य करते हैं। इसे श्रम विभाजन कहते हैं।
प्रश्न 5.
किस पादप ऊतक के पास रसधानी नहीं होती है?
उत्तर:
विभज्योतक के पास रसधानी नहीं होती है।
प्रश्न 6.
विभेदीकरण किसे कहते हैं?
उत्तर:
एक विशिष्ट कार्य करने के लिए विभज्योतक के स्थायी रूप और आकार लेने की क्रिया को विभेदीकरण कहते हैं।
प्रश्न 7.
स्थायी ऊतक कैसे बनते हैं?
उत्तर:
विभज्योतक की कोशिकाएँ विभाजित होकर स्थायी ऊतक बनाती है।
प्रश्न 8.
क्लोरोफिल युक्त कोशिकाओं को क्या कहते हैं?
उत्तर:
क्लोरोफिल युक्त कोशिकाओं को क्लोरेन्काइमा कहते हैं।
प्रश्न 9.
जलीय पौधों में तैरने का गुण किस कारण से होता है?
उत्तर:
जलीय पौधों के पैरेन्काइमा की कोशिकाओं के मध्य बड़ी-बड़ी गुहिकाएँ होती हैं जो पौधों को तैरने के लिए उत्प्लावन बल प्रदान करती हैं।
प्रश्न 10.
पौधों में लचीलापन का गुण किस कारण होता है?
उत्तर:
पौधों में लचीलेपन का गुण कॉलेन्काइमा के कारण होता है।
प्रश्न 11.
पौधों में कठोरता और मजबूती किस ऊतक के कारण होती है?
उत्तर:
पौधों में कठोरता और मजबूती स्क्लेरेन्काइमा के कारण होती है।
प्रश्न 12.
स्क्लेरेन्काइमा ऊतक की कोशिकाएँ किस प्रकार की होती हैं?
उत्तर:
स्क्लेरेन्काइमा ऊतक की कोशिकाएँ मृत, लम्बी और पतली होती हैं।
प्रश्न 13.
स्क्लेरेन्काइमा ऊतक की भित्ति किस पदार्थ के कारण मोटी होती है?
उत्तर:
स्क्लेरेन्काइमा ऊतक की भित्ति लिग्निन नामक रासायनिक पदार्थ के कारण मोटी होती है।
प्रश्न 14.
शुष्क स्थानों में पाये जाने पादपों की एपीडर्मिस मोटी क्यों होती है ?
उत्तर:
शुष्क स्थानों में पाये जाने वाले पादपों की एपीडर्मिस जल की हानि कम करके उनकी रक्षा करने के लिए मोटी होती है।
प्रश्न 15.
पत्तियों की एपीडर्मिस में छोटे-छोटे छिद्रों को क्या कहते हैं?
उत्तर:
पत्तियों की एपीडर्मिस में छोटे-छोटे छिद्रों की स्टोमेटा कहते हैं।
प्रश्न 16.
रक्षी कोशिकाएँ कहाँ पायी जाती हैं?
उत्तर:
रक्षी कोशिकाएँ स्टोमेटा में पायी जाती हैं।
प्रश्न 17.
मरुस्थली पौधों की बाहरी सतह पर किस पदार्थ का लेप होता है?
उत्तर:
मरुस्थली पौधों की बाहरी सतह की एपीडर्मिस ..मैं क्यूटिन नामक रासायनिक पदार्थ का लेप होता है।
प्रश्न 18.
छाल की भित्ति पर हवा और पानी के प्रवेश को रोकने के लिए कौन सा रासायनिक पदार्थ होता है?
उत्तर:
सुबेरिन नामक रासायनिक पदार्थ होता है।
प्रश्न 19.
जटिल ऊतक किसे कहते हैं?
उत्तर:
एक से अधिक प्रकार की कोशिकाओं से मिलकर बने ऊतक जो एक साथ मिलकर एक इकाई की तरह कार्य करते हैं, उन्हें जटिल ऊतक कहते हैं।
प्रश्न 20.
जटिल ऊतकों के दो उदाहरण दो।
उत्तर:
जाइलम तथा फ्लोएम जटिल ऊतक हैं।
प्रश्न 21.
संवहन ऊतक कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
जाइलम तथा फ्लोएम संवहन ऊतक हैं।
प्रश्न 22.
स्थायी ऊतक किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
ऐसे ऊतक जिनमें विभाजन की क्षमता नष्ट हो जाती है, उन्हें स्थायी ऊतक कहते हैं।
प्रश्न 23.
स्थायी ऊतक कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
स्थायी ऊतक दो प्रकार के होते हैं-
- साधारण ऊतक
- जटिल ऊतक।
प्रश्न 24.
साधारण (सरल) ऊतकों के नाम लिखिये।
उत्तर:
पैरेन्काइमा, कॉलेन्काइमा तथा स्क्लेरेन्काइमा।
प्रश्न 25.
विभिन्न प्रकार के जन्तु ऊतकों के नाम लिखो।
उत्तर:
जन्तुओं में चार प्रकार के ऊतक होते हैं-
- एपीथीलियम ऊतक
- संयोजी ऊतक
- पेशीय ऊतक और
- तन्त्रिका ऊतक।
प्रश्न 26.
एपीथीलियमी ऊतक क्या है?
उत्तर:
जन्तु शरीर को ढकने या बाह्य रक्षा प्रदान करने तथा शरीर के अन्दर स्थित अंगों को ढकने वाले ऊतक एपीथीलियमी ऊतक हैं।
प्रश्न 27.
आहारनली और मुँह का अस्तर किससे ढका होता है?
उत्तर:
आहारनली और मुँह का अस्तर शल्की एपीथीलियम से ढका होता है।
प्रश्न 28.
त्वचा को कटने-फटने से बचाने के लिए कौन सा एपीथीलियम ऊतक होता है?
उत्तर:
त्वचा को कटने-फटने से बचाने के लिए स्तरित शल्की एपीथीलियम ऊतक कार्य करता है।
प्रश्न 29.
स्तम्भाकार एपीथीलियम ऊतक किस जगह पाया जाता है?
उत्तर:
स्तम्भाकार एपीथीलियम ऊतक आँत के भीतरी अस्तर में पाया जाता है, जहाँ अवशोषण क्रिया होती है।
प्रश्न 30.
घनाकार एपीथीलियम ऊतक का क्या कार्य है?
उत्तर:
घनाकार एपीथीलियम ऊतक वृक्कीय नली तथा लार ग्रन्थि की नली के अस्तर का निर्माण करता है और उन्हें यान्त्रिक सहारा प्रदान करता है।
प्रश्न 31.
ग्रन्थिल एपीथीलियम किसे कहते हैं?
उत्तर:
एपीथीलियम ऊतक का कुछ भाग अन्दर की ओर मुड़कर एक बहुकोशिक ग्रन्थि का निर्माण करता है। यह ग्रन्थिल एपीथीलियम कहलाता है।
प्रश्न 32.
पक्ष्माभी स्तम्भाकार एपीथीलियम कहाँ स्थित होती है?
उत्तर:
पक्ष्माभी स्तम्भाकार एपीथीलियम श्वास नली में स्थित होती है।
प्रश्न 33.
रक्त किस प्रकार का ऊतक है?
उत्तर:
रक्त तरल संयोजी ऊतक है।
प्रश्न 34.
रक्त के तरल भाग को क्या कहते हैं?
उत्तर:
रक्त के तरल भाग को प्लाज्मा कहते हैं।
प्रश्न 35.
प्लाज्मा में कितने प्रकार की कोशिकाएँ होती हैं?
उत्तर:
प्लाज्मा में तीन प्रकार की कोशिकाएँ होती हैं-
- लाल रक्त कोशिकाएँ (RBC)
- श्वेत रक्त कोशिकाएँ (WBC) तथा
- प्लेटलेट्स।
प्रश्न 36.
रक्त का कार्य बताओ।
उत्तर:
रक्त का कार्य गैसों शरीर के पचे हुए भोजन, हॉर्मोन्स और उत्सर्जी पदार्थों को शरीर के एक भाग से दूसरे भाग में संवहन करना है।
प्रश्न 37.
अस्थि संयोजी ऊतक का कार्य क्या है?
उत्तर:
अस्थि संयोजी ऊतक शरीर के कंकाल (पंजर) का निर्माण कर शरीर को आकार प्रदान करता है, माँसपेशियों को सहारा देता है तथा शरीर के मुख्य अंगों को सहारा प्रदान करता है।
प्रश्न 38.
अस्थि कोशिकाएँ किस पदार्थ के कारण कठोर होती हैं?
उत्तर:
अस्थि कोशिकाएँ कैल्सियम तथा फॉस्फोरस के कारण कठोर होती हैं।
प्रश्न 39.
अस्थियों को माँसपेशियों से कौन जोड़ता है?
उत्तर:
अस्थियों को माँसपेशियों से संयोजी ऊतक कंडरा (Tendon) जोड़ता है।
प्रश्न 40.
कंडरा ऊतक कैसे होते हैं?
उत्तर:
कंडरा मजबूत तथा सीमित लचीलेपन वाले रेशेदार ऊतक होते हैं।
प्रश्न 41.
उपास्थि क्या है?
उत्तर:
उपास्थि (Cartilage) संयोजी ऊतक है, जो अस्थियों के जोड़ों को चिकना बनाती है। उपास्थि नाक, कान, कंठ और श्वास नली में उपस्थित होती है।
प्रश्न 42.
एरियोलर संयोजी ऊतक कहाँ पाया जाता है?
उत्तर:
एरियोलर संयोजी ऊतक त्वचा और माँसपेशियों के बीच रक्त नलिका के चारों ओर तथा नसों और अस्थि मज्जा में पाया जाता है।
प्रश्न 43.
वसा का संचय कहाँ होता है?
उत्तर:
वसा का संचय (संग्रह) त्वचा के नीचे भीतरी अंगों के बीच वसामय ऊतक (एडीपोज ऊतक) में होता है। वसा का संग्रह होने के कारण यह ऊष्मा का कुचालक होता है।
प्रश्न 44.
पेशीय ऊतक कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
पेशीय ऊतक तीन प्रकार के होते हैं- रेखित, अरेखित तथा हृदयक।
प्रश्न 45.
पेशियों में गति किस कारण होती है?
उत्तर:
पेशियों में संकुचनशील प्रोटीन होती है। इसके संकुचन एवं प्रसार के कारण अंगों में गति होती है।
प्रश्न 46.
अरेखित पेशियों की गति का नियन्त्रण कौन सी पेशियाँ करती हैं?
उत्तर:
अरेखित पेशियों की गति को चिकनी पेशियाँ या अनैच्छिक पेशियाँ नियन्त्रित करती हैं।
प्रश्न 47.
अति शीघ्र उत्तेजित होने वाली कोशिकाओं का नाम लिखो।
उत्तर:
तन्त्रिका ऊतक की कोशिकाएँ अति शीघ्र उत्तेजित हो जाती हैं।
प्रश्न 48.
तन्त्रिका ऊतक कौन से अंगों में पाया जाता है?
उत्तर:
तन्त्रिका ऊतक मस्तिष्क, सुषुम्ना (मेरुरज्जु) तथा तन्त्रिकाओं में उपस्थित होता है।
प्रश्न 49.
न्यूरॉन किसे कहते हैं?
उत्तर:
तन्त्रिका ऊतक की कोशिकाओं को न्यूरॉन कहते है।
प्रश्न 50.
डेन्ड्राइट क्या है?
उत्तर:
न्यूरॉन के कोशिकाकाय से निकले हुए पतले तन्तुओं को डेन्ड्राइट कहते हैं।
प्रश्न 51.
एक तन्त्रिका कोशिका (न्यूरॉन) कितनी लम्बी हो सकती है?
उत्तर:
एक तन्त्रिका कोशिका (न्यूरॉन) 1 मीटर तक लम्बी हो सकती है।
प्रश्न 52.
एक्सॉन किसे कहते हैं?
उत्तर:
प्रत्येक न्यूरॉन में एक लम्बा प्रवर्ध होता है, जिसे एक्सॉन कहते हैं।
प्रश्न 53.
न्यूरॉन में केन्द्रक कहाँ उपस्थित होता है?
उत्तर:
न्यूरॉन में केन्द्रक कोशिकाकाय (Cyton) में उपस्थित होता है।
लघुत्तरात्मक एवं दीर्घ उत्तरीय
प्रश्न 1.
ऊतक किसे कहते हैं? पादप ऊतकों के नाम बताओ।
उत्तर:
ऊतक (Tissues) – समान उत्पत्ति, संरचना तथा कार्य करने वाली कोशिकाओं के समूह को ऊतक कहते हैं।
पादप ऊतकों के विभिन्न प्रकार-
प्रश्न 2.
विभज्योतक के विशिष्ट लक्षण बताओ।
उत्तर:
विभज्योतक के विशिष्ट लक्षण-
- इसकी कोशिकाएँ समान होती हैं।
- इसकी कोशिकाएँ पतली कोशिका भित्ति वाली तथा सेल्यूलोज की बनी होती हैं।
- कोशिकाओं का आकार गोल, अण्डाकार या बहुभुजी होता है।
- कोशिकाओं के बीच अंतर्कोशिकीय स्थान नहीं होता है।
- कोशिकाओं में पर्याप्त कोशिकाद्रव्य और स्पष्ट केन्द्रक होता है।
- इनमें रिक्तिकाओं का अभाव होता है।
- ये सदैव विभाजन करती रहती हैं।
प्रश्न 3.
स्थिति के आधार पर पौधों में कितने प्रकार के विभज्योतक होते हैं?
उत्तर:
विभज्योतक के प्रकार स्थिति के आधार पर ये ऊतक निम्नोक्त तीन प्रकार के होते हैं-
- शीर्षस्थ विभज्योतक (Apical meristem) – यह तने, जड़ व शाखाओं के अग्रभाग में स्थित होते हैं।
- अंतर्वेशी विभज्योतक (Inter calary meristem) – यह पत्तियों के आधार, एकबीजपत्री पत्तियों में जैसे- घास, गाँठों (पर्वों) के आधार के नीचे, गाँठों के ऊपरी भाग के ऊपर पाये जाते हैं।
- पाश्वय विभज्योतक (Lateral meristem) – यह संवहन बंडलों में केम्बियम के रूप में पाया जाता है। यह ऊतक द्विबीजपत्री तनों एवं जड़ के पार्श्व भागों में मिलता है। यह जड़ तथा तने की मोटाई (चौड़ाई) में वृद्धि में सहायक होता है।
प्रश्न 4.
सुरक्षात्मक ऊतक का संक्षेप में वर्णन करो।
उत्तर:
सुरक्षात्मक ऊतक यह पादप शरीर का बाहरी आवरण होता है। यह आवरण एक कोशिकीय तथा मोटा होता है, मरुस्थलीय पौधों की बाहरी सतह वाले एपीडर्मिस में क्यूटिन (एक जल अवरोधक रासायनिक पदार्थ) का लेप होता है। यह पादप शरीर के आन्तरिक ऊतक को सुरक्षा प्रदान करता है।
जैसे-जैसे वृक्ष की आयु बढ़ती है, उसके बाह्य सुरक्षात्मक ऊतकों में कुछ परिवर्तन होता है बाहरी सतह की कोशिकाएँ मोटी छाल का निर्माण करती हैं। इन छालों की कोशिकाएँ मृत होती हैं। ये बिना अन्तः कोशिकीय स्थानों में व्यवस्थित होती हैं। इनकी भित्ति पर सुबेरियन नामक रसायन होता है जो इन खलों को हवा एवं पानी के लिए अभेद्य बनाता है।
प्रश्न 5.
स्थायी ऊतक की विशेषताएँ बताओ।
उत्तर:
स्थायी ऊतक की विशेषताएँ-
- इस ऊतक की कोशिकाओं में विभाजन की क्षमता नहीं होती है।
- ये विभज्योतकी ऊतकों के विभाजन के पश्चात् बनती हैं।
- कोशिकाओं की आकृति, माप तथा संरचना निश्चित होती है।
- इनमें रिक्तिकायुक्त कोशिकाद्रव्य होता है।
- स्थायी ऊतक जीवित हो सकते हैं; जैसे- पैरेन्काइमा या मृत हो सकते हैं जैसे- स्क्लेरेन्काइमा।
प्रश्न 6.
सरल स्थायी ऊतक किन्हें कहते हैं? ये कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
सरल स्थायी ऊतक ऐसे ऊतक जो एक ही प्रकार की कोशिकाओं के समूह होते हैं, उन्हें सरल स्थायी ऊतक कहते हैं ये ऊतक निर्माण, संरचना एवं कार्यों में समान होते हैं। ये ऊतक तीन प्रकार के होते हैं-
- पैरेन्काइमा
- कॉलेन्काइमा
- स्क्लेरेन्काइमा।
प्रश्न 7.
जाइलम तथा फ्लोएम के कार्य बताओ।
उत्तर:
जाइलम का कार्य ये जल तथा उसमें घुलित खनिज लवणों को जड़ से लेकर पौधों के ऊपरी भागों तक स्थानान्तरित करते हैं। ये पौधे को यान्त्रिक शक्ति भी प्रदान करते हैं। फ्लोएम का कार्य ये पत्तियों द्वारा निर्मित भोजन को पौधे के विभिन्न भागों में स्थानान्तरित करते हैं।
प्रश्न 8.
संवहन बंडल किन्हें कहते हैं? इनका क्या कार्य है?
उत्तर:
संवहन बंडल – ये जटिल पादप ऊतक – जाइलम व फ्लोएम से मिलकर बने होते हैं। इनका मुख्य कार्य पानी, खनिज लवण और खाद्य पदार्थों का स्थानान्तरण करना है।
प्रश्न 9.
संयोजी ऊतक के कार्य लिखिए तथा विभिन्न प्रकार के संयोजी ऊतकों के नाम लिखिए।
उत्तर:
संयोजी ऊतक के कार्य-संयोजी ऊतक शरीर के विभिन्न अंगों को जोड़ते हैं, सहारा देते हैं और एक-दूसरे से बाँधे रहते हैं। कंकाल संयोजी ऊतक शरीर को निश्चित आकार प्रदान करता है व शरीर के कोमल अंगों की सुरक्षा करता है। वसा ऊतक वसा का भण्डारण करने में सहायक है। तरल संयोजी ऊतक रक्त तथा लसीका पदार्थों का परिवहन कार्य करते हैं। हमारे शरीर में पाये जाने वाले विभिन्न प्रकार के संयोजी ऊतक हैं-अस्थि, उपास्थि कंडरा, स्नायु रक्त अस्थि तथा उपास्थि के आधात्री (मेट्रिक्स) ठोस होता है, जबकि रक्त का मेट्रिक्स द्रव होता है।
प्रश्न 10.
कंडरा तथा स्नायु में अन्तर बताओ।
उत्तर:
कंडरा तथा स्नायु में अन्तर:
कंडरा (Tendon) | स्नायु (Ligament) |
1. यह माँसपेशियों को अस्थियों से जोड़ता है। | 1. यह अस्थियों को आपस में बाँधे रखता है। |
2. यह कठोर तथा सीमित लोचदार ऊतक होता है। | 2. यह सघन, लचीला तथा रेशेदार ऊतक होता है। |
प्रश्न 11.
रेखित तथा अरेखित पेशी में अन्तर बताइये।
उत्तर:
रेखित तथा अरेखित पेशी में अन्तर
रेखित पेशी | अरेखित पेशी |
1. इसकी कोशिकाएँ बेलनाकार एवं अशाखित होती हैं। | 1. इसकी कोशिकाएँ तर्कु रूप लम्बी व दोनों सिरों पर नुकीली होती हैं। |
2. इनमें गहरी व हल्की धारियाँ होती हैं। | 2 इनमें पेशी तन्तुक होते हैं। |
3. रेखित पेशी कोशिका बहुकेन्द्रकी होती हैं। | 3. इसकी कोशिका में केवल एक केन्द्रक मध्य में होता है। |
4. ये जन्तु की इच्छा से सिकुड़ती व फैलती हैं ; अतः ये ऐच्छिक होती हैं। | 4. ये स्वतः ही सिकुड़ती व फैलती हैं; अतः ये अनैच्छिक होती हैं। |
5. ये अस्थियों से जुड़ी रहती हैं; अतः इन्हें कंकाल पेशी भी कहते हैं। | 5. ये पेशियाँ अन्तरांगों में पायी जाती हैं। |
प्रश्न 12.
एपीथीलियम ऊतक कितने प्रकार के होते हैं? उनका वर्णन करो।
उत्तर:
पाठ्य 6.3.1 एपीथीलियमी ऊतक के अन्तर्गत बिन्दु (1), (2), (3) तथा (4) देखिये।
प्रश्न 13.
संयोजी ऊतकों का संक्षेप में वर्णन करो।
उत्तर:
पाठ्य 6.3.2 संयोजी ऊतक देखिये।
प्रश्न 14.
पेशीय ऊतकों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
पाठ्य 6. 33 पेशीय ऊतक देखिये।
प्रश्न 15.
तन्त्रिका कोशिका (न्यूरॉन) का नामांकित चित्र बनाकर उसका संक्षेप में वर्णन करो।
उत्तर:
तन्त्रिका कोशिका का नामांकित चित्र – चित्र 6.12 देखिये।
तन्त्रिका कोशिका – इसे न्यूरॉन भी कहते हैं। एक न्यूरॉन में निम्नलिखित भाग होते हैं-
1. कोशिकाकाय (Cyton ) – यह तन्त्रिका कोशिका (न्यूरॉन) का मुख्य भाग होता है। इसके अन्दर साइटोप्लाज्म भरा होता है जिसमें सिल्स के कण उतराते रहते हैं। इसके बीच में एक बड़ा केन्द्रक होता है।
2. डेन्ड्राइट (Dendrite ) – कोशिकाकाय से अनेक पतले धागे जैसे प्रवर्ध निकले होते हैं। इन्हें डेन्ड्राइट कहते हैं।
3. एक्सॉन (Axon ) – डेन्ड्रॉन से निकलने वाला एक प्रवर्ध लम्बा, मोटी व बेलनाकार होता है। इसे एक्सोन कहते हैं एक्सोन न्यूरोलीमा नामक झिल्ली से स्तरित होता है। इसके बीच में वसा का स्तर होता है। एक्सोन का अन्तिम सिरा शाखाओं में विभाजित होता है। इनके अन्तिम सिरे पर सिनेप्टिक घुण्डियाँ होती हैं। एक्सोन से तन्त्रिका तन्तुओं का निर्माण होता हैं।