JAC Class 9th Social Science Notes History Chapter 3 नात्सीवाद और हिटलर का उदय 

JAC Board Class 9th Social Science Notes History Chapter 3 नात्सीवाद और हिटलर का उदय

→ बीसवीं शताब्दी के शुरुआती सालों में जर्मनी एक ताकतवर साम्राज्य था।

→ जर्मनी ने ऑस्ट्रिया के साथ मिलकर रूस, फ्रांस एवं इंग्लैण्ड के विरुद्ध प्रथम विश्वयुद्ध (सन् 1914-1918 ई.) लड़ा था। इस युद्ध में जर्मनी की बुरी तरह पराजय हुई।

→ जून सन् 1919 ई. में मित्र राष्ट्रों के साथ वर्साय में हुई शान्ति सन्धि जर्मनी की जनता के लिए बहुत कठोर एवं अपमानजनक थी। मित्र राष्ट्रों ने जर्मनी की सेना भंग कर दी। उस पर छ: अरब पौंड का जुर्माना लगाया गया।

→ समाजवादियों, डेमोक्रेट्स और कैथलिक गुटों ने वाइमर में एकत्र होकर तत्कालीन शासन व्यवस्था का विरोध करते हुए लोकतांत्रिक गणराज्य की स्थापना का फैसला लिया।

→ पुराने सैनिकों की मदद से इस विद्रोह को कुचल कर स्पार्टकिस्टों ने जर्मनी में कम्युनिस्ट पार्टी की नींव डाली।

→ 1929 ई. में अमेरिका में आई मंदी का सबसे बुरा प्रभाव जर्मनी की अर्थव्यवस्था पर पड़ा। चारों तरफ गहरी हताशा का माहौल था तथा लोग बेरोजगार हो रहे थे।

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→ अर्थव्यवस्था, राजनीति और समाज में गहराते जा रहे इस संकट ने हिटलर के सत्ता में पहुँचने का रास्ता साफ कर दिया।

→ सन् 1889 ई. को ऑस्ट्रिया में जन्मे एडोल्फ हिटलर का प्रारम्भिक जीवन बहुत गरीबी में गुजरा। सन् 1912 ई. में वह जर्मनी चला गया था। उसने सैनिक के रूप में प्रथम
विश्वयुद्ध में भाग लिया एवं उसे उत्कृष्ट सेवाओं के लिए विशिष्ट पदक भी मिला था।

→ सितम्बर सन् 1919 ई. में हिटलर ने राष्ट्रीय समाजवादी जर्मन कामगार पार्टी की स्थापना की। बाद में यही नात्सी पार्टी कहलाई।

→ 30 जनवरी, सन् 1933 ई. को राष्ट्रपति हिंडनबर्ग ने हिटलर को चांसलर का पद ग्रहण करने का निमन्त्रण दिया।

→ सत्ता प्राप्त कर लेने के बाद हिटलर ने लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था को भंग करना शुरू कर दिया तथा 28 फरवरी सन् 1933 को जारी अग्नि अध्यादेश के द्वारा अभिव्यक्त, प्रेस तथा सभा करने के अधिकारों को अनिश्चित काल के लिए निलम्बित कर दिया।

→ 3 मार्च सन् 1933 को प्रसिद्ध विशेषाधिकार अधिनियम द्वारा तानाशाही स्थापित कर दी।

→ हिटलर ने एक जन, एक साम्राज्य, एक नेता का नारा दिया तथा राईनलैंड, ऑस्ट्रिया तथा चेकोस्लोवाकिया पर कब्जा कर लिया।

→ सन् 1940 तक हिटलर अपनी ताकत के शिखर पर था। जून 1941 में उसने सोवियत संघ पर हमला कर दिया। यह द्वितीय विश्वयुद्ध मई 1945 में हिटलर की पराजय और जापान के हिरोशिमा शहर पर परमाणु बम गिराने के साथ खत्म हुआ।

→ नात्सी शासन ने भाषा और मीडिया का बड़ी होशियारी से इस्तेमाल किया और उसका जबरदस्त फायदा उठाया।

→ जर्मनी के बहुत से लोगों ने पुलिस दमन और मौत की आशंका के बावजूद नात्सीवाद का विरोध किया था।

→ 1899 ई. – ऑस्ट्रिया में हिटलर का जन्म हुआ।

→ 1अगस्त,सन् 1914 ई. – प्रथम विश्वयुद्ध प्रारम्भ।

→ 9 नवम्बर, सन् 1918 ई. – जर्मनी की पराजय एवं प्रथम विश्वयुद्ध की समाप्ति, वाइमर गणराज्य की स्थापना।

→ 28 जून, सन् 1919 ई. – जर्मनी वर्साय की सन्धि पर हस्ताक्षर।

→ सन् 1922 ई. – नात्सी यूथ लीग का गठन।

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→ सन् 1929 ई. – अमेरिका का वॉलस्ट्रीट शेयर एक्सचेंज धराशायी।

→ 30 जनवरी, सन् 1933 ई. – हिटलर जर्मनी का चांसलर बना।

→ 28 फरवरी,सन् 1933 ई. – जर्मनी में अग्नि अध्यादेश के तहत् मुख्य नागरिक अधिकारों का अनिश्चित काल के लिए निलम्बन।

→ 3 मार्च, सन् 1933 ई. – जर्मनी में प्रसिद्ध विशेषाधिकार अधिनियम पारित।

→ सन् 1938 ई. – जर्मनी द्वारा ऑस्ट्रिया पर अधिकार।

→ 1 सितम्बर,सन् 1939 ई. – जर्मनी द्वारा पोलैण्ड पर हमला, द्वितीय विश्वयुद्ध प्रारम्भ।

→ 22 जून, सन् 1941 ई. – जर्मन सेनाओं द्वारा सोवियत संघ पर हमला।

→ 23 जून, सन् 1941 ई. – बड़े पैमाने पर यहूदियों की हत्या।

→ 8 दिसम्बर, सन् 1941 ई. – संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा द्वितीय विश्वयुद्ध में भाग लेना।

→ 27 जनवरी, सन् 1945 ई. – सोवियत सेनाओं द्वारा औषावित्स को मुक्त कराना।

→ 8मई,सन् 1945 ई. – यूरोप के मित्र राष्ट्रों की विजय तथा जर्मनी का समर्पण।

→ एडोल्फ हिटलर – जर्मनी का तानाशाह शासक।

→ नात्सी – ‘नात्सियोणाल’ शब्द हिटलर की पार्टी के नाम का पहला शब्द था इसलिए इस पार्टी के लोगों को नात्सी कहा जाता था।

→ ह्यालमार शाख्त – हिटलर के शासनकाल का प्रमुख अर्थशास्त्री।

→ ग्योबल्स – हिटलर का प्रचार मंत्री जिसने हिटलर के साथ परिवार सहित आत्महत्या कर ली।

→ चार्ल्स डार्विन – एक प्रकृति विज्ञानी और डार्विनवाद का प्रणेता।

→ नाजीवाद – यह शब्द हिटलर द्वारा स्थापित दल अर्थात् नेशनल सोशलिस्ट जर्मन वर्कर्स पार्टी के नाम से प्रचलित हुआ।

→ हर्जाना – किसी गलती के बदले दण्ड के रूप में नुकसान की भरपाई करना।

→ प्रोपेगैंडा – जनमत को प्रभावित करने के लिए किया जाने वाला खास तरह का प्रचार।

→ जिप्सी – विशेष सामुदायिक पहचान वाले लोगों के समूह।

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→ सूदखोर – अत्यधिक ब्याज वसूल करने वाले महाजन। मेन काम्फ हिटलर द्वारा जेल में लिखी पुस्तक ‘मेरा संघर्ष’ (Mein Kampf)।

→ यन्त्रणा शिविर – यन्त्रणा शिविर जर्मनी में हिटलर द्वारा स्थापित किए गए थे। इनमें नात्सीवाद के विरोधियों को यातनाएँ दी जाती थीं।

→ मित्र राष्ट्र – चार देशों का समूह अर्थात् ब्रिटेन, फ्रांस, रूस तथा संयुक्त राज्य अमेरिका। जो धुरी शक्तियों अर्थात् जर्मनी, इटली तथा जापान के विरुद्ध द्वितीय विश्व युद्ध में लड़े।

→ धुरी शक्तियाँ – द्वितीय विश्वयुद्ध में तीन देशों का समूह जर्मनी, इटली एवं जापान।

→ वर्साय की संधि – प्रथम विश्वयुद्ध के बाद हस्ताक्षरित की हुई एक शक्ति सन्धि थी, जिसके अन्तर्गत जर्मनी पर अपमानजनक शर्ते थोपी गईं।

→ कंसन्देशन कैम्प – ऐसे स्थान जहाँ बिना किसी कानूनी कार्यवाही के लोगों को कैद रखा जाता था। ये कंसन्ट्रेशन कैम्प बिजली का करंट दौड़ते कँटीले तारों से घिरे रहते थे। इनका निर्माण हिटलर ने किया था।

→ अति-मुद्रास्फीति – कीमतों में बेहिसाब वृद्धि।

→ नॉर्डिक जर्मन आर्य – आर्यों की एक शाखा जो उत्तरी यूरोपीय देशों में रहते थे तथा वे जर्मन अथवा सम्बन्धित मूल के थे।

→ युंगफोक – 14 वर्ष से कम आयु के नात्सी युवकों का संगठन। राष्ट्रीय समाजवाद-नाजी लोगों द्वारा प्रतिपादित समाजवाद।

→ घेटो – यहूदियों के लिए रखा गया पृथक् क्षेत्र, जहाँ वे रह सकते थे। इसे दड़बा भी कहा जाता था।

→ ब्लॉण्ड – नीली आँखों और सुनहरे बालों वाले जर्मन आर्य।

→ वाल स्ट्रीट एक्सचेंज – संयुक्त राज्य अमेरिका में विश्व का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज।

→ सोवियत रेड आर्मी – द्वितीय विश्वयुद्ध में शक्तिशाली विशाल सोवियत सेना।

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→ खंदक – युद्ध के मोर्चे पर सैनिकों के छिपने के लिए खोदे गये गड्डे।

→ सर्वहाराकरण – श्रमजीवी वर्गों के निम्न स्तर तक गिरकर बहुत ही निर्धन हो जाना।

→ परसेक्यूट – किसी एक समूह या धर्मावलम्बियों को योजनाबद्ध तरीके से बड़ी सोची-समझी योजना के तहत् कत्लेआम करने की प्रक्रिया।

→ राइखस्टाग – जर्मन संसद।

→ होलोकास्ट – यहूदियों को मारने के लिए प्रयोग की जाने वाली नात्सियों की कत्लेआम प्रक्रिया। इसे महाध्वंस भी कहते हैं।

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