JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति

Jharkhand Board JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति Important Questions and Answers.

JAC Board Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1. गाड़ी द्वारा चली गयी दूरी बतायी जाती है-
(a) स्पीडोमीटर से
(b) ओडोमीटर से
(c) मेनोमीटर से
(d) सीस्मोग्राफ़ से।
उत्तर:
(b) ओडोमीटर से।

2. त्वरण का S.I. मात्रक है-
(a) मी/से.²
(b) मी/से.
(c) किग्रा.मी/से.
(d) न्यूटन/मीटर।
उत्तर:
(a) मी/से.²

3. किसी वस्तु की गति के लिए दूरी-समय ग्राफ, समय अक्ष के समान्तर एक सरल रेखा है। यह ग्राफ प्रदर्शित करता है-
(a) एक समान गति
(b) समान वेग
(c) त्वरित गति
(d) विरामावस्था।
उत्तर:
(d) विरामावस्था।

4. 36 किमी/घण्टा की चाल से चल रही कार 10 मिनट में कितनी दूरी तय करेगी-
(a) 6 किमी
(b) 36 किमी
(c) 3.6 किमी
(d) 0.36 किमी।
उत्तर:
(a) 6 किमी।

5. वेग परिवर्तन की दर को कहते हैं-
(a) विस्थापन
(b) चाल
(c) त्वरण
(d) संवेग।
उत्तर:
(c) त्वरण।

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6. दिए गए सूत्र में रिक्त स्थान भरिए-
S = ut + ……………………..
(a) at
(b) 2as
(c) at²
(d) \(\frac { 1 }{ 2 }\)at²
उत्तर:
(d) \(\frac { 1 }{ 2 }\)at²

7. किसी वस्तु की गति के लिए चाल समय ग्राफ, समय अक्ष के समान्तर एक सरल रेखा है। यह ग्राफ प्रदर्शित करता है।
(a) एक समान त्वरित गति
(b) एक समान चाल
(c) असमान त्वरित गति
(d) विरामावस्था।
उत्तर:
(b) एक समान चाल।

8. कोई कार 54 किमी/घण्टा की चाल से चल रही है। 5 सेकण्ड पश्चात् उसकी चाल 72 किमी/ घण्टा हो जाती है उसका त्वरण होगा-
(a) 2मी/से
(c) मी/से²
(b) 4मी/से²
(d) \(\frac { 1 }{ 2 }\) मी/से²।
उत्तर:
(c) 1 मी/से²।

9. विरामावस्था से गतिशील होकर किसी पिण्ड का त्वरण 8 ms-2 हो जाता है। पिण्ड द्वारा 1 सेकण्ड में चली गई दूरी होगी-
(a) 6m
(b) 4m
(c) 2m
(d) &m
उत्तर:
(b) 4m।

10. एक कार 54 किमी / घण्टा की चाल से गतिमान है, मी/से में इसकी चाल है-
(a) 20 मी/से.
(b) 194.4 मी/से.
(c) 15 मी/से.
(d) 18 मी/से.।
उत्तर:
(c) 15 मी / से।

11. A से B तक तय की गयी दूरी है-
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(a) 2r
(b) 2πr
(c) πr
(d) \(\frac { πr }{ 2 }\)
उत्तर:
(c) πr

12. प्रश्न 11 वाले चित्र में बिन्दु A से B तक का विस्थापन है-
(a) 2r
(b) 2 πr
(c) πr
(d) शून्य।
उत्तर:
(a) 2r।

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13. 20 किमी / घण्टा की चाल से गतिशील किसी कार की चाल 6 सेकण्ड में 60 किमी / घण्टा हो जाती है।
कार का त्वरण है-
(a) 240 किमी / घण्टा²
(b) 24 किमी / घण्टा²
(c) 2400 किमी / घण्टा²
(d) \(\frac { 1 }{ 240 }\) किमी/ घण्टा²।
उत्तर:
(c) 2400 किमी / घण्टा²।

14. विस्थापन का SI मात्रक है-
(a) m/s
(b) m/s²
(c) km/h
(d) m.
उत्तर:
(d) m.

15. निम्नांकित ग्राफ दर्शाता है-
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(a) वस्तु स्थिर है
(b) वस्तु स्थिर वेग से गतिमान है।
(c) वस्तु का वेग एक समान दर से परिवर्तित हो रहा है
(d) वस्तु का त्वरण असमान है।
उत्तर:
(b) वस्तु स्थिर वेग से गतिमान है।

रिक्त स्थान भरो-

  1. दूरी एक ……………………. राशि है।
  2. विस्थापन एक ……………………. राशि है।
  3. विस्थापन का अंकीय मान ……………………. होता है जब प्रारम्भिक और अंतिम स्थिति एक हो ।
  4. यदि वस्तु की गति समय के साथ लगातार घटती है तो वह ……………………. गति कहलाती है।

उत्तर:

  1. अदिश
  2. सदिश
  3. शून्य
  4. मंदन।

सुमेलन कीजिए-

कॉलम ‘क’ कॉलम ‘ख’
1. प्रथम समीकरण (क) v² – u² = 2as
2. द्वितीय समीकरण (ख) v = u + at
3. तृतीय समीकरण (ग) s – u t = \(\frac { 1 }{ 2 }\) at²

उत्तर:
1. (ख) v = u + at
2. (ग) s – u t = \(\frac { 1 }{ 2 }\) at²
3. (क) v² – u² = 2as

सत्य / असत्य-

  1. मंदन की स्थिति में त्वरण ऋणात्मक होता है।
  2. यदि वस्तु की गति समय के साथ लगातार घटती है तब वह त्वरण गति कहलाती है।
  3. विस्थापन शून्य नहीं हो सकता।
  4. दूरी का मान शून्य नहीं हो सकता।

उत्तर:

  1. सत्य
  2. असत्य
  3. असत्य
  4. सत्य।

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
चाल को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
किसी वस्तु द्वारा किसी भी दिशा में इकाई समय में चली गयी दूरी को चाल कहते हैं।

प्रश्न 2.
एक वस्तु एक समान वेग से चल रही है। इसका त्वरण ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
शून्य।

प्रश्न 3.
क्या किसी गतिमान वस्तु का औसत वेग शून्य हो सकता है ?
उत्तर:
हाँ, जब उसका किसी दिये गये समय में विस्थापन शून्य हो।

प्रश्न 4.
किसी वस्तु की चाल नियत है। क्या उसमें त्वरण हो सकता है ? उदाहरण दीजिये।
उत्तर:
चाल नियत होने पर भी वस्तु में त्वरण हो सकता है, यदि वह वृत्तीय गति में है जैसे कृत्रिम उपग्रहों की पृथ्वी के चारों ओर गति, इलेक्ट्रॉन की नाभिक के चारों ओर गति ।

प्रश्न 5.
एक वस्तु द्वारा तय की गई दूरी समय के अनुक्रमानुपाती है, उसकी चाल कैसी होगी?
उत्तर:
पिण्ड की चाल एक समान होगी।

प्रश्न 6.
एक गेंद वायु में ऊपर फेंकी गई गेंद का त्वरण तथा वेग सबसे ऊपर वाले भाग में क्या होगा?
उत्तर:
त्वरण 9.8m/s² है जो नीचे की ओर कार्य करता है तथा उसका वेग शून्य होगा।

प्रश्न 7.
वेग की परिभाषा लिखिए।
उत्तर:
विस्थापन परिवर्तन की दर वेग कहलाती है।

प्रश्न 8.
एक समान त्वरित गति का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
पृथ्वी पर स्वतन्त्रतापूर्वक गिरती हुई वस्तु की गति।

प्रश्न 9.
मन्दन किसे कहते हैं?
उत्तर:
ऋणात्मक त्वरण को मन्दन कहते हैं।

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प्रश्न 10.
विरामावस्था अवस्था किसे कहते हैं?
उत्तर:
ऐसी अवस्था जब वस्तु की चाल शून्य हो, विरामावस्था कहलाती है।

प्रश्न 11.
चाल तथा वेग का SI मात्रक क्या है?
उत्तर:
मीटर / सेकण्ड।

प्रश्न 12.
एकसमान वृत्तीय गति से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
एकसमान वृत्तीय गति यदि कोई वस्तु समान समयान्तराल में वृत्तीय पथ पर समान दूरी तय करती है तो वस्तु की गति एकसमान वृत्तीय गति कहलाती है।

प्रश्न 13.
कोई वस्तु 10 मीटर/सेकण्ड के वेग से गति कर रही है, यदि उसकी गति एकर शन हो तो 10 सेकण्ड पश्चात् उसका वेग क्या होगा?
उत्तर:
चूँकि वस्तु की गति एकसमान है; अतः उसका वेग अपरिवर्तित रहेगा अर्थात् 10 सेकण्ड पश्चात् भी उसका वेग 10 मीटर / सेकण्ड ही रहेगा।

प्रश्न 14.
एक कार का दूरी-समय ग्राफ निम्नांकित चित्र में प्रदर्शित है। बताइए-
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(i) ग्राफ का कौन-सा भाग कार की विरामावस्था को प्रदर्शित करता है?
(ii) AB भाग में कार के वेग की प्रकृति क्या है?
(iii) कौन-सा भाग कार के वापस लौटने को प्रदर्शित करता है?
उत्तर:
(i) A से B तक का भाग विरामावस्था को प्रदर्शित करता है।
(ii) OA भाग में कार का वेग एकसमान है।
(iii) BC भाग कार के वापस लौटने को प्रदर्शित करता है।

प्रश्न 15.
निम्नलिखित में से उस ग्राफ को पहचानिए जो – (a) एकसमान मंदन, (b) शून्य त्वरण की गति को प्रदर्शित करता है।
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उत्तर:
(a) ग्राफ C में चाल एकसमान रूप से घटती है; अतः यह एकसमान मन्दन को प्रदर्शित करता है।
(b) ग्राफ B में वस्तु स्थिर चाल से गतिमा है; अत: यह ग्राफ शून्य त्वरण की गति को प्रदर्शित करता है।

प्रश्न 16.
एक गेंद मेज पर गति करती हुई उसके किनारे पहुँचती है और नीचे गिर पड़ती है। नीचे गिरते समय इसके द्वारा तय किए गए मार्ग को प्रदर्शित कीजिए। इस पथ का नाम भी बताइए।
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उत्तर:
गेंद का पथ परवलयाकार होगा।

प्रश्न 17.
वेग समय ग्राफ का ढलान क्या प्रदर्शित करता है?
उत्तर:
वेग समय ग्राफ का ढलान (slope) त्वरण को प्रदर्शित करता है।

प्रश्न 18.
अगर किसी वस्तु का वेग समय ग्राफ, समय अक्ष के समान्तर हो, तो इससे क्या निष्कर्ष निकलता है?
उत्तर:
पिण्ड का वेग एक समान है अर्थात् पिण्ड का त्वरण शून्य है।

प्रश्न 19.
कोई वस्तु समान समय में समान दूरी तय करती है। इसके दूरी-समय ग्राफ का ढलान क्या होगा?
उत्तर:
एक सीधी सरल रेखा होगी जो x अक्ष के साथ कोई कोण बनाती है।

प्रश्न 20.
कोई वस्तु समान समय अन्तरालों में समान दूरी तय करती है। इसके चाल-समय ग्राफ का ढलान क्या होगा?
उत्तर:
यह एक सीधी रेखा होगी जो समय अक्ष के समान्तर होती है।

प्रश्न 21.
यदि किसी वस्तु का विस्थापन समय ग्राफ एक सीधी रेखा हो जो समय के साथ एक कोण बनाती है। गति की प्रकृति कैसी होगी ?
उत्तर:
एकसमान गति।

प्रश्न 22.
यदि किसी वस्तु का विस्थापन समय ग्राफ समय अक्ष के समान्तर हो तो वस्तु की गति कैसी होगी?
उत्तर:
वस्तु विराम अवस्था में है।

प्रश्न 23.
वस्तु की गति के बारे में आप क्या बता सकते हैं, यदि
(a) उसका विस्थापन समय ग्राफ एक सीधी रेखा है।
(b) उसका वेग समय ग्राफ एक सीधी रेखा है।
उत्तर:
(a) एक समान वेग
(b) एक समान त्वरण।

प्रश्न 24.
S.I. पद्धति में त्वरण का मात्रक लिखिए।
उत्तर:
S. I. पद्धति में त्वरण का मात्रक मीटर/सेकण्डर² है।

प्रश्न 25.
निम्नलिखित गति के समीकरण में खाली स्थान भरिए – s = ……………… + \(\frac { 1 }{ 2 }\) at²
उत्तर:
गति का समीकरण s = ut + \(\frac { 1 }{ 2 }\) at²

प्रश्न 26.
गति के समीकरण v² + ……………… + 2as को पूर्ण कीजिए।
उत्तर:
गति का समीकरण v² = u² + 2 a s

प्रश्न 27.
समय-दूरी ग्राफ का ढाल क्या प्रदर्शित करता है?
उत्तर:
समय-दूरी ग्राफ का ढाल चाल को प्रदर्शित करता है।

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प्रश्न 28.
यदि समय विस्थापन ग्राफ, समय- अक्ष के समान्तर एक सरल रेखा में हो तो वेग तथा त्वरण के मान होंगे?
उत्तर:
वेग तथा त्वरण दोनों के मान शून्य होंगे।

प्रश्न 29.
समय वेग ग्राफ का ढाल क्या प्रदर्शित करता है?
उत्तर:
समय वेग ग्राफ का ढाल त्वरण को प्रदर्शित करता है।

प्रश्न 30.
समय वेग ग्राफ में त्वरण किसके बराबर होता है?
उत्तर:
ग्राफ रेखा के ढाल के बराबर होता है।

प्रश्न 31.
क्या संलग्न चित्र 8.30 में प्रदर्शित किसी वस्तु का समय दूरी ग्राफ सही है? कारण सहित स्पष्ट कीजिए।
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उत्तर:
ग्राफ सही नहीं है। इस ग्राफ में एक ही समय (जैसे-4 सेकण्ड) पर वस्तु को दो अलग-अलग स्थानों पर दिखाया गया है जो कि असम्भव है।

प्रश्न 32.
एक वस्तु त्रिज्या के वृत्त पर गति कर रही है। उसके द्वारा चली दूरी व विस्थापन कितना होगा?
(i) आधे चक्कर के बाद
(ii) पूरा चक्कर हो जाने पर।
उत्तर:
(i) आधा चक्कर पूरा हो जाने पर चली दूरी तथा विस्थापन 21 होगा।
(ii) चक्कर पूरा हो जाने पर चली दूरी 2xr तथा विस्थापन शून्य होगा।

प्रश्न 33.
गति का समीकरण लिखिए जबकि गतिशील वस्तु में त्वरण न होकर मन्दन हो रहा है।
उत्तर:
मन्दन होने पर त्वरण ऋणात्मक होगा। अतः गति के समीकरण निम्नवत् होंगे-

  • v = u – at,
  • s = ut – \(\frac { 1 }{ 2 }\) at²
  • v² – u² – 2 as.

प्रश्न 34.
एक वस्तु एकसमान वेग से चल रही है, गति के समीकरणों का स्वरूप बताइए।
उत्तर:
जब वस्तु एकसमान वेग से चल रही है तो त्वरण a = 0:

  • v = u.
  • s = ut
  • v² = u²

प्रश्न 35.
कोई वस्तु विरामावस्था से अचर त्वरण से चलना प्रारम्भ करती है, तो गति के समीकरणों का स्वरूप बताइए।
उत्तर:
जब वस्तु विरामावस्था से चल रही है, तो u = 0

  • v = at
  • s = \(\frac { 1 }{ 2 }\) at²
  • v² = 2 as

प्रश्न 36.
गति के समीकरण v = u + at का अर्थ समझाइए।
उत्तर:
गति के समीकरण v = u + at का अर्थ है-
t समय पश्चात् वस्तु का अन्तिम वेग प्रारम्भिक वेग + त्वरण समय।

प्रश्न 37.
वृत्तीय गति किसे कहते हैं?
उत्तर:
वृत्तीय गति – जब कोई वस्तु वृत्ताकार पथ पर गति करती है तो उस वस्तु की गति वृत्तीय गति कहलाती है।

लघुत्तरात्मक एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
एकसमान गति व असमान गति को दूरी समय आरेख से समझाइए।
उत्तर:
समान गति यदि कोई वस्तु निश्चित समय अन्तराल में समान दूरी तय करती है, तो वस्तु की गति को एकसमान गति कहते हैं।

उदाहरण – यदि हम एक कार से सड़क पर एकसमान चाल से गतिमान हैं, तो माना हम निम्नलिखित प्रेक्षण प्राप्त करते हैं-

किलोमीटर पत्थर की संख्या (दूरी) समय (सेकण्ड में)
मूल पत्थर 0
1 किमी पत्थर 100 सेकण्ड
2 किमी पत्थर 200 सेकण्ड
3 किमी पत्थर 300 सेकण्ड
4 किमी पत्थर 400 सेकण्ड
5 किमी पत्थर 500 सेकण्ड

इन प्रेक्षणों के द्वारा ग्राफ खींचने पर चित्र 8.31 के समान ग्राफ प्राप्त होता है।
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इस ग्राफ से स्पष्ट है कि दूरी व समय के बीच एक सीधी रेखा प्राप्त हुई है अतः कार की गति एकसमान गति है दूरी समय आलेख का ढाल (झुकाव ) वस्तु की चाल को प्रदर्शित करता है।

असमान गति- यदि किसी वस्तु द्वारा समान समय अन्तरालों में तय की गयी दूरियाँ असमान हों तो वस्तु की गति असमान गति कहलाती है।

उदाहरण के लिए यदि कोई कार असमान चाल से चल रही है तो कार द्वारा समान समय अन्तरालों में तय की गयी दूरियाँ भिन्न-भिन्न होंगी।

समय दूरी
0 सेकण्ड में 0 मीटर
1 सेकण्ड में 6 मीटर
2 सेकण्ड में 14 मीटर
3 सेकण्ड में 21 मीटर
4 सेकण्ड में 30 मीटर
5 सेकण्ड में 40 मीटर

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति 8
चित्र से स्पष्ट है कि कार द्वारा समान समय अन्तरालों में तय की गयी दूरी समान नहीं है अतः यह गति असमान गति है। इसे त्वरित गति भी कहते हैं।

प्रश्न 2.
हम किसी वस्तु की स्थिति कैसे निरूपित करते हैं?
उत्तर:
किसी वस्तु की स्थिति निरूपित करने के लिए आवश्यक है-
(i) एक नियत बिन्दु जिसे ‘मूल’ अथवा ‘निर्देश बिन्दु’ कहते हैं।
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति 9

(ii) एक ‘निश्चित रेखा’ जो कि मूल बिन्दु से होकर जाती है और जिसे ‘सन्दर्भ अक्ष’ भी कहते हैं। अतः किसी वस्तु की स्थिति को व्यक्त करने के लिए आवश्यक है-

  • वस्तु की मूल बिन्दु 0 से दूरी तथा
  • ‘सन्दर्भ अक्ष’ और वस्तु एवं मूल बिन्दु को मिलाने वाली रेखा के बीच स्थित कोण

चित्र 8.33 में एक वस्तु की स्थिति बिन्दु P पर है जो कि मूल बिन्दु पर 6 मीटर दूर उत्तर:पूर्व दिशा में है।

प्रश्न 3.
अदिश राशि क्या है? उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
अदिश राशि – वे भौतिक राशियाँ जिनको व्यक्त करने के लिए केवल परिमाण की आवश्यकता होती है, अदिश राशि कहलाती हैं। दूरी, चाल, समय, क्षेत्रफल आदि अदिश राशियाँ हैं।

प्रश्न 4.
सदिश राशियाँ क्या हैं? उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
वे भौतिक राशियाँ जिनको दर्शाने के लिए दिशा तथा परिमाण दोनों की आवश्यकता होती है, ‘सदिश राशियाँ’ कहलाती हैं। विस्थापन, वेग, बल आदि सदिश राशियाँ हैं।

प्रश्न 5.
निम्नलिखित में से अदिश तथा सदिश राशियाँ छाँटो-
तापक्रम, संहति, आयतन चाल, विस्थापन, समय, दूरी, वेग, विद्युत आवेश, त्वरण, बल, संवेग, कार्य भार तथा ऊर्जा, घनत्व।
उत्तर:

  • अदिश- तापक्रम, संहति, आयतन, चाल, समय, दूरी, विद्युत आवेश, घनत्व, कार्य और ऊर्जा।
  • सदिश – विस्थापन, वेग, त्वरण, बल, संवेग तथा भार।

प्रश्न 6.
चलन या गमन क्या है? जीव-जन्तुओं में कौन-कौन सी गति देखी जा सकती है? उदाहरण दो।
उत्तर:
जीव-जन्तुओं की गतिशीलता को चलन या गमन कहते हैं। जीव-जन्तुओं की निम्नलिखित गतियाँ होती हैं-

  • हाथी अथवा गाय जैसे जन्तु, अपने पैरों के द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाते हैं।
  • जन्तु एक स्थान पर स्थिर रहते हुए भी अपने अंगों, जैसे- कान, पूँछ, सिर को हिला सकते हैं।
  • साँप, छिपकली जैसे जन्तु रेंगते हुए एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाते हैं।
  • तितली हवा में उड़ती है और मछली पानी में तैरती है।

प्रश्न 7.
जीव-जन्तुओं की तुलना में पेड़-पौधों की गति स्वाभाविक क्यों नहीं होती? पेड़-पौधों की गति के उदाहरण दो।
उत्तर:
जीव-जन्तुओं की तुलना में पेड़-पौधों की गति का प्रेक्षण सरलता से नहीं किया जा सकता क्योंकि कुछ ही पेड़-पौधे बहुत धीमी गति से गतिशील होते हैं। जैसे-

  • पौधे की जड़ें मिट्टी में नीचे की ओर तथा उसकी कोंपलें ऊपर की ओर गति करती हैं।
  • पेड़ की पत्तियाँ और नई शाखाएँ निरन्तर उत्पन्न होती और बढ़ती रहती हैं।
  • फूलों के खिलने तथा फलों के बढ़ने के कारण भी गति होती है।

प्रश्न 8.
सजीव एवं निर्जीव वस्तुओं की गतियों में क्या अन्तर है?
उत्तर:
पेड़-पौधों तथा जीव-जन्तुओं में गति स्वत: ही होती है अर्थात् उनकी गति स्वतः गति है। लेकिन निर्जीव वस्तुओं में गति के लिए किसी बाह्य कारक की आवश्यकता होती है। जैसे- पंखे को चलाने के लिए विद्युत की आवश्यकता होती है और स्कूटर को गति देने के लिए पेट्रोल की आवश्यकता होती है।

प्रश्न 9.
गणितीय विधि से एकसमान त्वरण के अन्तर्गत ऋजुरेखीय गति करती किसी वस्तु के लिए गति के समीकरणों का निगमन कीजिए।
उत्तर:
गणितीय विधि द्वारा गति के समीकरण स्थापित करना
(i) गति का प्रथम समीकरण माना, किसी गतिशील वस्तु का प्रारम्भिक वेग 1 व एकसमान त्वरण है। माना सेकण्ड में दूरी चलने के पश्चात् वस्तु का वेग हो जाता है, तब
1 सेकण्ड में वस्तु के वेग में वृद्धि = a
t सेकण्ड में वस्तु के वेग में वृद्धि = a x t
अतः t सेकण्ड पश्चात् वस्तु का वेग प्रारम्भिक वेग + t सेकण्ड में वस्तु के वेग वृद्धि
या v = u + at

(ii) गति का द्वितीय समीकरण-माना, किसी गतिशील वस्तु का प्रारम्भिक वेग u तथा एकसमान त्वरण a है माना, t समय पश्चात् वस्तु का अन्तिम वेग हो जाता है; अतः
1 सेकण्ड में वस्तु के वेग में वृद्धि = a
गति के प्रारम्भ होने के 1 सेकण्ड बाद वस्तु का वेग = (u + a)
गति समाप्त होने के 1 सेकण्ड पहले वस्तु का वेग =(v – a)
अतः वस्तु का औसत वेग = \(\frac{(u+a)(v-a)}{2}=\left(\frac{u+v}{2}\right)\)
इसी प्रकार, गति प्रारम्भ होने के 2 सेकण्ड बाद वस्तु का वेग = (u+2a)
गति समाप्त होने के 2 सेकण्ड पहले वस्तु का वेग = (v – 2a )
अतः वस्तु का औसत वेग = \(\frac{(u+2 a)(v-2 a)}{2}\)
= \(\frac { u+v }{ 2 }\)
इस प्रकार, त्वरण के नियत होने पर वस्तु का औसत वेग सदैव ही \(\frac { 1 }{ 2 }\) (M+ v) रहता है अतः हम यह मान सकते हैं कि सेकण्ड तक वस्तु इसी औसत वेग \(\frac { 1 }{ 2 }\) (M + v) से चलती रही है।
अत: t सेकण्ड में वस्तु द्वारा चली गई दूरी,
s = वस्तु का औसत वेग x समय = \(\frac { 1 }{ 2 }\) (u + v) × t
परन्तु गति के प्रथम समीकरण v = u + at से,
अतः वस्तु द्वारा चली गई दूरी 5 = \(\frac { u+u+at }{ 2 }\) x t
= \(\frac{2 u t+a t^2}{2}\)
s = at + \(\frac { 1 }{ 2 }\)at²

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(iii) गति का तृतीय समीकरण गति के प्रथम समीकरण v = u + at का दोनों ओर का वर्ग करने पर,
v² = (u + at)² = u² + 2u at + a² t²
= u² + 2a (ut + \(\frac { 1 }{ 2 }\)at²)
परन्तु गति के द्वितीय समीकरण ut + \(\frac { 1 }{ 2 }\)at² = s से,
v² = u² + 2 as

प्रश्न 10.
चाल- समय ग्राफ से किसी वस्तु द्वारा चली गई दूरी किस प्रकार ज्ञात करोगे?
उत्तर:
चाल-समय ग्राफ से किसी वस्तु द्वारा चली गई दूरी ज्ञात करना – यदि समय को X- अक्ष पर तथा चाल को Y-अक्ष पर लेकर ग्राफ खींचा जाए तो इसे वस्तु का चाल – समय ग्राफ कहते हैं। इस ग्राफ से हम किसी भी समयान्तराल में वस्तु द्वारा चली गई दूरी ज्ञात कर सकते हैं।

यदि वस्तु की चाल नियत है तो समय-चाल ग्राफ चाल – समय के समान्तर एक सरल रेखा होगी चित्र – 8.34)।
यदि ∆t = (t2 – t1 ) समय में वस्तु द्वारा चली गई दूरी ∆s (s2 – s1) है तो
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति 10
वस्तु की चाल (v) = \(\frac { ∆ s }{ ∆ t }\)
अतः वस्तु द्वारा चली गई दूरी
(∆s) = v = ∆t = DC × ED
= 6 x (6 – 2) सेकण्ड
= 6 x 4 मीटर
= 24 मीटर
इस प्रकार, किसी गतिमान वस्तु द्वारा तय की गई दूरी, उसके चाल – समय ग्राफ तथा समय-अक्ष के बीच घिरे क्षेत्रफल के बराबर होती है। यह तथ्य एकसमान गति तथा असमान गति दोनों के लिए समान रूप से लागू होता है।

प्रश्न 11.
निम्नलिखित के समय वेग ग्राफ खींचकर उदाहरण द्वारा समझाइए – (i) एकसमान वेग, (ii) एकसमान त्वरित गति (iii) असमान त्वरित गति।
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति 11
उत्तर:
(i) एकसमान वेग-यदि कोई वस्तु एक नियत दिशा में इस प्रकार गति करती है कि उसके द्वारा समान समयान्तरालों में तय की गई दूरियाँ समान हैं, तब वस्तु का वेग, एकसमान वेग कहलाता है। चित्र 8.35 में एक वस्तु का वेग – समय ग्राफ प्रदर्शित है। जिसमें कोई वस्तु 5 मीटर / सेकण्ड के समान वेग से एक निश्चित दिशा में चल रही है। यह ग्राफ समय अक्ष के समान्तर एक सरल रेखा है, जो यह दर्शाती है कि वस्तु का वेग सदैव 5 मीटर / सेकण्ड बना रहता है। इस प्रकार एकसमान वेग से गतिमान वस्तु का समय- वेग ग्राफ, समय अक्ष के समान्तर सरल रेखा के रूप में होता है।

(ii) एकसमान त्वरित गति यदि किसी वस्तु के वेग में समान समयान्तरालों में समान परिवर्तन होता है तो वस्तु की गति एकसमान त्वरित गति कहलाती है। चित्र 8.36 में मुक्त रूप से गिरते हुए पत्थर का वेग समय ग्राफ प्रदर्शित है।
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति 12
इसमें पत्थर का वेग प्रति सेकण्ड 9.8 मीटर / सेकण्ड बढ़ता रहता है, अर्थात् वस्तु की गति में त्वरण 9.8 मीटर / सेकण्ड² है। यह ग्राफ एक झुकी हुई सरल रेखा के रूप में प्राप्त होता है, जो दर्शाता है कि वस्तु की गति, एकसमान त्वरित गति है।

(iii) असमान त्वरित गति – यदि किसी वस्तु के वेग में समान समयान्तरालों में असमान परिवर्तन होते हैं, तब वस्तु की गति असमान त्वरित गति कहलाती है। चित्र 8.37 में किसी शहर में एक कार की गति का वेग समय ग्राफ दिया गया है। इसमें कार का वेग घटता बढ़ता है। यह ग्राफ टेढ़े-
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति 13
मेढ़े वक्र के रूप में प्राप्त होता है, जो यह दर्शाता है कि कार की गति असमान त्वरित गति है।

प्रश्न 12.
वेग- समय ग्राफ से त्वरण ज्ञात करने की विधि उदाहरण सहित समझाइए।
उत्तर:
वेग-समय ग्राफ से त्वरण ज्ञात करना – चित्र 8.38 में किसी वस्तु का वेग समय ग्राफ दिखाया गया है। ग्राफ से स्पष्ट है कि वेग समान दर बढ़ रहा है।

किसी वस्तु का त्वरण ज्ञात करने के दो बिन्दु A व B लेते हैं। माना A पर t1 समय पर वेग v1 तथा बिन्दु B पर t2 समय पर वेग v2 है।
अतः
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वेग परिवर्तन = v2 – v1 = BC
तथा समयान्तराल = t2 – t1 = AC
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति 15
इस प्रकार, किसी गतिमान वस्तु का त्वरण, उनके वेग-समय ग्राफ के ढाल के बराबर होता है।

आंकिक प्रश्न

प्रश्न 1.
कोई कार एकसमान रूप से त्वरित होकर 5 सेकण्ड में 18 किमी / घण्टा से 36 किमी / घण्टा की गति प्राप्त करती है। ज्ञात कीजिए-
(i) त्वरण
(ii) उतने समय में कार द्वारा तय दूरी।
हल:
दिया है u = 18 किमी / घण्टा
= 18 × \(\frac {5}{18}\)
= 5 मीटर/सेकण्ड
v = 36 किमी / घण्टा = 36 × \(\frac {5}{18}\) = 10 मीटर / सेकण्ड
t = 5 सेकण्ड, a = ?. s = ?
(i) त्वरण a = \(\frac{v-u}{t}=\frac{10-5}{5}=\frac{5}{5}\) = 1 मीटर/सेकण्डर

(ii) तय दूरी v2 – u2 = 2as से,
अतः तय दूरी s = \(\frac{100-25}{2}=\frac{75}{2}\) = 37.5 मीटर।

प्रश्न 2.
किसी कार पर ब्रेक लगाने से वह गति की विपरीत दिशा में 6 मीटर/सेकण्ड’ का त्वरण उत्पन्न करती है। यदि कार ब्रेक लगाये जाने के बाद रुकने में 2 सेकण्ड का समय लेती है तो उतने समय में तय की गई दूरी की गणना कीजिए ।
हल:
दिया है a = -6 मीटर / सेकण्ड2, रुकने पर v = 0 तथा t = 2 सेकण्ड
माना कि ब्रेक लगाने के समय कार का वेग u है तो
सूत्र v = u + at से, 0 = u + (-6) × 2
या u = 6 × 2 = 12 मीटर / सेकण्ड
अब इस बीच तय दूरी
s = ut+ \(\frac {1}{2}\) at2 = 12 × 2 + \(\frac {1}{2}\) (-6) × 22
= 24 – 3 × 4 – 12
अतः रुकने तक कार 12 मीटर की दूरी तय करती है।

प्रश्न 3.
कोई वस्तु 2 मीटर/सेकण्ड के वेग से 5 सेकण्ड तक चलती है। अगले 5 सेकण्ड में एकसमान त्वरण के कारण उसका वेग बढ़कर 10 मीटर / सेकण्ड हो जाता है। इसके बाद इस वस्तु का वेग एकसमान रूप से कम होता है। और वस्तु 10 सेकण्ड में विराम अवस्था में आ जाती है तो
(a) इस वस्तु की गति के लिए वेग समय तथा दूरी – समय ग्राफ खींचिए।
(b) ग्राफ में वह भाग दिखाइए जहाँ गति एकसमान है तथा जहाँ असमान है।
(c) ग्राफ से वस्तु द्वारा प्रारम्भ से 2 सेकण्ड बाद, 12 सेकण्ड बाद तथा अन्तिम 10 सेकण्ड में तय की गई दूरी ज्ञात कीजिए।
हल:
(a) वेग-समय ग्राफ –
पैमाना – समय-अक्ष, 1 सेमी = 2 सेकण्ड
वेग- अक्ष, 1 सेमी = 2 मीटर / सेकण्ड
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति 16
प्रथम 5 सेकण्ड में वस्तु का वेग अचर 2 मीटर / सेकण्ड है; अत: t = 0 सेकण्ड से t = 5 सेकण्ड तक ग्राफ समय अक्ष के समान्तर सरल रेखा होगी जो वेग अक्ष को 2 मीटर / सेकण्ड पर काटता है। t = 5 सेकण्ड से t = 10 सेकण्ड के बीच वेग 2 मीटर/सेकण्ड से एकसमान त्वरण से बढ़कर 10 मीटर / सेकण्ड हो जाता है। अतः यहाँ ग्राफ बिन्दुओं B (5, 2) तथा C ( 10, 10) को मिलाने वाली सरल रेखा होगी। तीसरे भाग में ग्राफ बिन्दुओं C ( 10, 10) तथा D (20,0 ) को मिलाने वाली सरल रेखा होगी।

दूरी – समय ग्राफ – दूरी – समय ग्राफ खींचने के लिए सर्वप्रथम हमें विभिन्न समयों पर वस्तु द्वारा तय की गई दूरियाँ ज्ञात करनी होंगी।
प्रथम भाग में, पहले 5 सेकण्ड के लिए वस्तु का वेग 2 मीटर / सेकण्ड है; अतः इस भाग में तय दूरी,
S1 = vt = 2 मीटर/सेकण्ड x 5 सेकण्ड = 10 मीटर
अतः t = 5 सेकण्ड पर s = 10 मीटर।
अगले 5 सेकण्ड की गति के लिए, प्रारम्भिक वेग u = 2 मीटर / सेकण्ड v = 10 मीटर / सेकण्ड = 5 सेकण्ड।
समीकरण v = u + at से,
त्वरण a = \(\frac{v-u}{t}=\frac{10-2}{5}=\frac{8}{5}\)
a = 1.6 मीटर / सेकण्ड2
समीकरण s = ut + \(\frac {1}{2}\) at2 से,
इस दौरान तय दूरी –
s = 2 × 5 + \(\frac {1}{2}\) x 1.6 (5)2 = 10 + 20 = 30 मीटर
∴ प्रथम 10 से. में तय दूरी s = प्रथम 5 से. में तय दूरी + 30 = 10 + 30 = 40 मीटर
अतः इस भाग के लिये = 5 + 5 = 10 से. पर s = 40 मी.
अन्तिम 10 से. की गति लिये, प्रारम्भिक वेग u = 10 मी / से. v = 0 t = 10, सेकण्ड; v = u + at से
इस भाग का त्वरणं a = \(\frac{v-u}{t}=\frac{0-10}{10}\) = -1 मी / से2
समी. s = ut + \(\frac {1}{2}\) at2 से
s = 10 × 10 + \(\frac {1}{2}\) (-1) × 102 = 100 – 50 = 50 मीटर
∴ 20 सेकण्ड में तय कुल दूरी = 40 + 50 = 90 मीटर
अतः अन्तिम भाग के लिए t=10 + 10 = 20 सेकण्ड पर 90 मीटर।
इस प्रकार हमें निम्न सारणी प्राप्त होती है –

समय (सेकण्ड में) 0 5 10 20
दूरी s (मीटर में) 0 10 40 90

उपर्युक्त आँकड़ों के आधार पर वस्तु का दूरी-ग्राफ नीचे दिया गया है।
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति 17
पैमाना –
समय – अक्ष 1 सेमी = 2 सेकण्ड
दूरी – अक्ष 1 सेमी = 20 मीटर
वेग- समय ग्राम में, भाग AB एकसमान गति को तथा भाग BC व CD असमान गति को प्रदर्शित करते हैं।

(b) दूरी-वेग समय ग्राफ में, भाग OA एकसमान गति को तथा भाग AB व BC असमान गति को प्रदर्शित करते हैं।

(c) दूरी – समय – ग्राफ से, 12 सेकण्ड बाद तय दूरी के लिए t = 2 सेकण्ड पर समय- अक्ष के लम्बवत् रेखा खींची जो ग्राफ को बिन्दु P पर काटती है। बिन्दु P से दूरी-अक्ष के लम्बवत् रेखा खींची जो दूरी-अक्ष को बिन्दु Q पर काटती है। बिन्दु Q के संगत दूरी अक्ष पर दूरी = 4 मीटर।
∴ t = 2 सेकण्ड बाद तय दूरी = 4 मीटर ।
इसी प्रकार, = 12 सेकण्ड बाद तय दूरी = 58 मीटर।
इसी प्रकार, प्रथम 10 सेकण्ड में तय दूरी = 40 मीटर (बिन्दु B)
तथा कुल 20 सेकण्ड में तय दूरी = 90 मीटर ( बिन्दु C )
∴ अन्तिम 10 सेकण्ड में तय दूरी = 90 मीटर 40 मीटर = 50 मीटर ।

प्रश्न 4.
संलग्न चित्र – 8.41 में प्रदर्शित चाल – समय ग्राफ से ज्ञात कीजिए –
(i) वस्तु की प्रारम्भिक चाल
(ii) 6 सेकण्ड में वस्तु द्वारा चली गई दूरी
(iii) वस्तु का त्वरण।
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति 18
हल:
(i) वस्तु की प्रारम्भिक चाल = 2.5 मीटर/सेकण्ड ।

(ii) 6 सेकण्ड में वस्तु द्वारा चली गई दूरी = चाल × समय
= (7.5 – 2.5 ) मीटर / सेकण्ड × 6 सेकण्ड
= 5 × 6 मीटर = 30 मीटर
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति 18a
\(\frac {5}{6}\) मीटर/सेकण्ड2
= 0.83 मीटर / सेकण्ड2

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति

प्रश्न 5.
संलग्न चित्र 8.42 में किसी गतिशील पिण्ड का वेग-समय ग्राफ प्रदर्शित है। ज्ञात कीजिए –
(i) प्रथम 10 सेकण्ड में चली गई दूरी
(ii) 15वें सेकण्ड पर पिण्ड का त्वरण
(iii) 20 से 25 सेकण्ड के बीच त्वरण।
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति 19
हल:
(i) प्रथम 10 सेकण्ड में चली गई दूरी
= समकोण ∆OAD का क्षेत्रफल
= \(\frac {1}{2}\) × OD × AD
= \(\frac {1}{2}\) × (10 – 0) सेकण्ड × (30 × 0) मीटर/सेकण्ड = 150 मीटर।
(ii) 15वें सेकण्ड पर त्वरण शून्य होगा; क्योंकि वेग – परिवर्तन शून्य है।

(iii) 20 से 25 सेकण्ड के बीच त्वरण
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति 20
= – \(\frac {30}{5}\)
= – 6 मीटर / सेकण्ड2

प्रश्न 6.
कोई जलयान 56 किलोमीटर/घण्टा की चाल से चल रहा है। 1 सेकण्ड के पश्चात् उसकी चाल 58 किलोमीटर / घण्टा हो जाती है। उसका त्वरण ज्ञात कीजिए।
हल:
दिया है : जलयान का प्रारम्भिक वेग (4) = 56 किलोमीटर/घण्टा,
जलयान का अन्तिम वेग (v) = 58 किलोमीटर/घण्टा
समय (t) = 1 सेकण्ड = \(\frac {1}{3600}\) घण्टा
जलयान का त्वरण (a) =
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=  \(\frac {5}{9}\)मीटर / सेकण्ड2
= 0.56 मीटर / सेकण्ड2

प्रश्न 7.
10 सेकण्ड में एक कार का वेग 36 किमी / घण्टा से 72 किमी/घण्टा हो जाता है। कार का त्वरण ज्ञात कीजिए।
हल:
दिया है कार प्रारिम्भक वेग (u) = 36 किमी / घण्टा
= \(\frac{36 \times 1000}{60 \times 60}\) मीटर/सेकण्ड
= 10 मीटर / सेकण्ड
तथा कार का अन्तिम वेग (v) = 72 किमी / घण्टा
= \(\frac{72 \times 1000}{60 \times 60}\)
= 20 ‘मीटर/सेकण्ड
अतः कार का त्वरण (a) =
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 8 गति 22
= 1 मीटर / सेकण्ड2

प्रश्न 8.
एक गोली 90 मीटर / सेकण्ड के वेग से लक्ष्य से टकराकर 0.3 सेकण्ड में रुक जाती है। गोली का मन्दन ज्ञात कीजिए।
हल:
दिया है : u = 90 मीटर / सेकण्ड, v = 0, t = 0.3 सेकण्ड a = ?
समीकरण v = u + at से,
0 = 90 + a × 0.3
अतः गोली का मन्दन (a) = – \(\frac{90}{0.3}\)
= – 300 मीटर / सेकण्ड2

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Jharkhand Board JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति Textbook Exercise Questions and Answers.

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Jharkhand Board Class 9 Science गति Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
एक एथलीट वृत्तीय रास्ते, जिसका व्यास 200 मीटर है, का एक चक्कर 40 सेकण्ड में लगाता है। 2 मिनट 20 सेकण्ड के बाद वह कितनी दूरी तय करेगा और उसका विस्थापन क्या होगा?
हल:
∵ व्यास 2 = 200 मीटर
∴ एक चक्कर में तय किए गए पथ की लम्बाई = परिधि = 2πr = π (2r) = \(\frac { 22 }{ 7 }\) x 200 मीटर
∵ एक चक्कर लगाने का समय = 40 सेकण्ड
2 मिनट 20 सेकण्ड (= 140 सेकण्ड) में चक्करों की संख्या = \(\frac { 140 }{ 40 }\) = 3.5 चक्कर
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 6
∴ कुल तय दूरी = 3.5 चक्करों में तय दूरी
= 3.5 x एक चक्कर तय दूरी
= 3.5 x \(\frac { 22 }{ 7 }\) x 200 = 2,200 मीटर।
3-5 चक्करों के बाद एथलीट अपने प्रारम्भिक बिन्दु ‘A’ से जाने वाले व्यास के विपरीत सिरे ‘B’ पर होगा।
∴ एथलीट का विस्थापन व्यास AB की लम्बाई
= 200 मीटर।

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति

प्रश्न 2.
300 मीटर के सीधे रास्ते पर जोसेफ जॉगिंग करता हुआ 2 मिनट 50 सेकण्ड में एक सिरे ‘A’ से दूसरे सिरे ‘B’ पर पहुँचता है और घूमकर 1 मिनट में 100 मीटर पीछे बिन्दु ‘C’ पर पहुँचता है। जोसेफ की औसत चाल और औसत वेग क्या होंगे?
(a) सिरे ‘A’ से दूसरे सिरे ‘B’ तक तथा
(b) सिरे ‘A’ से सिरे ‘C’ तक।
हल:
(a) सिरे ‘A’ से सिरे ‘B’ तक-
कुल तय दूरी AB = 300 मीटर
तथा लिया गया समय t = 2 मिनट 50 सेकण्ड
= 2 × 60 + 50 सेकण्ड
= 170
सेकण्ड
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 7
पुनः विस्थापन प्रारम्भिक बिन्दु ‘A’ से अन्तिम बिन्दु ‘B’ तक सरल रेखीय दूरी
= AB = 300 मीटर
तथा लगा समय t = 170 सेकण्ड
∴ औसत वेग
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 8
= 1.76 मीटर/सेकण्ड A से B की ओर।

(b) सिरे ‘A’ से सिरे ‘C’तक-
कुल तय दूरी = AB + BC = 300 + 100
= 400 मीटर
तथा कुल समय = 2 मिनट 50 सेकण्ड + 1 मिनट
= 170 सेकण्ड + 60 सेकण्ड
= 230 सेकण्ड।
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 9
पुनः विस्थापन = प्रारम्भिक बिन्दु ‘A’ से अन्तिम बिन्दु ‘C’ तक सरल रेखीय दूरी
= AC = AB – BC
= 300 – 100
= 200 मीटर
जबकि कुल समय = 230 सेकण्ड
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 10
= 0.87 मीटर/सेकण्ड A से C की ओर।

प्रश्न 3.
अब्दुल गाड़ी से स्कूल जाने के क्रम में औसत चाल को 20 किमी/ घण्टा पाता है। उसी रास्ते से लौटने के समय वहाँ भीड़ कम है और औसत चाल 40 किमी / घण्टा है। अब्दुल की इस पूरी यात्रा में उसकी औसत चाल क्या है?
हल:
माना कि घर से स्कूल तक यात्रा-मार्ग की म्बाई = किमी
जाते समय औसत चाल = 20 किमी/घण्टा
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 11
इसी प्रकार,
∵ लौटते समय औसत चाल = 40 किमी/घण्टा
लौटने में लगा समय t2 है तब
लौटने में लगा समय t2 =
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 12
∴ स्कूल जाने और लौटने में लगा कुल समय
t = t1 + t2 = \(\frac { s }{ 20 }\) + \(\frac { s }{ 40 }\)
= \(\frac { 2s+s }{ 40 }\)
= \(\frac { 3s }{ 40 }\)
जबकि तय की गई कुल दूरी = s + s = 2 s
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 13

प्रश्न 4.
कोई मोटरबोट झील में विरामावस्था से सरल रेखीय पथ पर 3-0 मीटर/सेकण्ड के नियत त्वरण से 8-0 सेकण्ड तक चलती है। इस समयान्तराल में मोटरबोट कितनी दूरी तय करती है?
हल:
दिया है प्रारम्भिक वेग u = 0, त्वरण a = 3.0 मीटर / सेकण्ड²,
समय t = 8.0 सेकण्ड तथा तय दूरी s = ?
सूत्र s = ut + at² से, s = 0 x 8 + \(\frac { 1 }{ 2 }\) × 3.0 × (8.0)²
= \(\frac { 1 }{ 2 }\) × 3 × 64
= 96 मीटर
∴ मोटरबोट द्वारा 8-0 सेकण्ड में तय दूरी 96 मीटर।

प्रश्न 5.
किसी गाड़ी का चालक 52 किमी / घण्टा की गति से चल रही कार में ब्रेक लगाता है तथा कार विपरीत दिशा में एकसमान दर से त्वरित होती है। कार 5 सेकण्ड में रुक जाती है। दूसरा चालक 30 किमी/ घण्टा की गति से चल रही दूसरी कार पर धीमे-धीमे ब्रेक लगाता है तथा 10 सेकण्ड में रुक जाता है। एक ही ग्राफ पेपर पर दोनों कारों के लिए चाल – समय ग्राफ आलेखित कीजिए। ब्रेक लगाने के पश्चात् दोनों में से कौन-सी कार अधिक दूरी तक जाएगी?
हल:
पैमाना Y-अक्ष : 1 सेमी = 10 किमी / घण्टा
X-अक्ष: 1 सेमी = 1 सेकण्ड
दोनों कारों के चाल- समय ग्राफ चित्र 8.20 में प्रदर्शित है।
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 14
ब्रेक लगाने के बाद रुकने तक कारों द्वारा तय दूरियाँ ज्ञात करना-
प्रथम कार द्वारा तय दूरी ग्राफ AB के नीचे घिरा क्षेत्रफल
= ∆AOB का क्षेत्रफल = \(\frac { 1 }{ 2 }\) OA x OB
= \(\frac { 1 }{ 2 }\) x (52 किमी / घण्टा ) x 5 सेकण्ड
= \(\frac { 1 }{ 2 }\) [52 x \(\frac { 5 }{ 18 }\) मीटर/सेकण्ड] x 5 सेकण्ड
= 36.11 मीटर
दूसरी कार द्वारा तय दूरी ∆COD का क्षेत्रफल
= \(\frac { 1 }{ 2 }\) OC X OD
= \(\frac { 1 }{ 2 }\) x (30 किमी / घण्टा) x 10 सेकण्ड
= \(\frac { 1 }{ 2 }\) [30 × 18 मीटर/सेकण्ड] x 10 सेकण्ड
= 41.67 मीटर
स्पष्ट है कि रुकने से पूर्व दूसरी कार अधिक दूरी तक जाएगी।

प्रश्न 6.
संलग्न चित्र में तीन वस्तुओं A, B तथा C के दूरी- समय ग्राफ प्रदर्शित हैं। ग्राफ का अध्ययन करके निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 15
(a) तीनों में से कौन सबसे तीव्र गति से गतिमान है?
(b) क्या ये तीनों किसी भी समय सड़क के एक ही बिन्दु पर होंगे?
(c) जिस समय B, A से गुजरती है उस समय तक C कितनी दूरी तय कर लेती है?
(d) जिस समय B, C से गुजरती है, उस समय तक यह कितनी दूरी तय कर लेती है?
उत्तर:
(a) हम जानते हैं कि दूरी समय ग्राफ का ढाल, वस्तु की चाल को प्रदर्शित करता है।
∵ ग्राफ B का ढाल सर्वाधिक है, इसका अर्थ यह है कि वस्तु B सबसे तीव्र गति से गतिमान है।

(b) चूँकि तीनों ग्राफ परस्पर एक ही बिन्दु पर नहीं काटते हैं, अर्थात् तीनों वस्तुएँ किसी भी समय सड़क के एक ही बिन्दु पर नहीं होंगी।

(c) जिस समय B, A से गुजरती है, उस समय C की मूल बिन्दु की दूरी 8 किमी (ग्राफ से पढ़ने पर)

(d) जिस समय B,C से गुजरती है, उस समय तक B तथा C दोनों की मूल बिन्दु से दूरियाँ 5.1 किमी (ग्राफ से पढ़ने पर)।

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति

प्रश्न 7.
20 मीटर की ऊँचाई से एक गेंद को गिराया जाता है। उसका वेग 10 मीटर / सेकण्ड के एक समान त्वरण की दर से बढ़ता है तो यह किस वेग से धरातल से टकराएगी? कितने समय पश्चात् वह धरातल से टकराएगी?
हल:
दिया है: 0, h = 20 मीटर, 8 10 मीटर / सेकण्ड 2, v = ?, t = ?
सूत्र
v² – u² = 2 as से,
v² – 0² = 2 × 10 × 20 या
v² = 20 x 20 = 400
∴ v = \(\sqrt{400}\)
= 20 मीटर / सेकण्ड
पुन: सूत्र
v = u + gt से,
20 = 0 + 10 × t
⇒ t = \(\frac { 20 }{ 10 }\) = 2 सेकण्ड
अतः गेंद धरातल से 2 सेकण्ड बाद, 20 मीटर / सेकण्ड के वेग से टकराएगी।

प्रश्न 8.
किसी कार का चाल-समय ग्राफ संलग्न चित्र 8.22 में प्रदर्शित किया गया है-
(a) पहले 4 सेकण्ड में कार कितनी दूरी तय करती है? इस अवधि में कार द्वारा तय दूरी को ग्राफ में छायांकित क्षेत्र द्वारा दर्शाइए।
(b) ग्राफ का कौन-सा भाग कार की एकसमान को दर्शाता है?
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 16
उत्तर:
(a) प्रथम 4 सेकण्ड में कार द्वारा तय दूरी को निम्न चित्र में छायांकित क्षेत्र द्वारा प्रदर्शित किया गया है।
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 17
(b) प्रथम 6 सेकण्ड के बाद का ग्राफ एक क्षैतिज रेखा है, अर्थात् ग्राफ काढाल (त्वरण) शून्य है; अतः ग्राफ का यह भाग कार की एकसमान गति को प्रदर्शित करता है।

प्रश्न 9.
निम्नलिखित में कौन-सी अवस्थाएँ सम्भव हैं तथा प्रत्येक के लिए एक उदाहरण दीजिए – (a) कोई वस्तु जिसका त्वरण नियत हो परन्तु वेग शून्य हो। (b) कोई त्वरित वस्तु एकसमान चाल से गति कर रही हो। (c) कोई वस्तु किसी निश्चित दिशा में गति कर रही हो तथा त्वरण उसके लम्बवत् हो।
उत्तर:
(a) सम्भव है। मकान की छत से छोड़ते समय गेंद का वेग शून्य होता है, जबकि त्वरण नियत रहता है।
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 18
(b) सम्भव है। वृत्तीय गति में एकसमान चाल हो सकती है।

(c) असम्भव है; क्योंकि यदि त्वरण गति की दिशा के लम्बवत् दिशा में है तो दिशा निश्चित नहीं रह सकती, वह समय के साथ बदल जाएगी।
उदाहरण- जब किसी मकान की छत से किसी गेंद को क्षैजित दिशा में फेंका जाता है तो गेंद पर गुरुत्वीय त्वरण गति की दिशा के लम्ब दिशा में कार्य करता है जिस कारण उसकी गति की दिशा बदलती जाती है।

प्रश्न 10.
एक कृत्रिम उपग्रह 42, 250 किमी त्रिज्या की वृत्ताकार कक्षा में घूम रहा है। यदि वह 24 घण्टे में में पृथ्वी की परिक्रमा करता है तो उसकी चाल का परिकलन कीजिए।
हल:
दिया है : कक्षा की त्रिज्या r = 42, 250 किमी
एक चक्कर लगाने का समय (परिक्रमण काल)
घण्टे = 24 x 60 x 60 सेकण्ड
∴ एक चक्कर में तय दूरी = परिधि = 2πr
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 19

Jharkhand Board Class 9 Science गति InText Questions and Answers

क्रियाकलाप 8.1. (पा. पु. पृ. सं. 108)
आपकी कक्षा की दीवार विरामावस्था में है या गति में, चर्चा करें।
उत्तर:
कक्षा की दीवार विरामावस्था में है।

क्रियाकलाप 8.2.
क्या आपने कभी अनुभव किया है कि रेलगाड़ी, जिसमें आप बैठे हैं, गति करती हुयी प्रतीत होती है जबकि वास्तव में वह विरामावस्था में है?
उत्तर:
जब हम किसी रुकी हुयी रेलगाड़ी में बैटे हों तथा उसके सापेक्ष दूसरी रेलगाड़ी गति करती हो। तब ऐसा प्रतीत होता है कि हम जिस रेलगाड़ी में बैठे हैं वह गति कर रही है।

क्रियाकलाप 8.3. (पा. पु. पृ. सं. 110)
एक मीटर स्केल एवं एक लम्बी रस्सी लेकर बास्केटबॉल कोर्ट के एक कोने से दूसरे कोने तक उसके किनारे से होते हुए जाए तथा अपने द्वारा तय की गई दूरी तथा विस्थापन के परिमाण को मापें। दोनों स्थितियों में प्रेक्षित अन्तर को वर्णित करें।

क्रियाकलाप 8.4.
गाड़ियों में तय की गई दूरी को प्रदर्शित करने के लिए एक यन्त्र लगा होता है, उसे ओडोमीटर कहा जाता है। भुवनेश्वर से नई दिल्ली जाते समय ओडोमीटर के अन्तिम पाठ्यांक और आरम्भिक पाठ्यांक का अन्तर 1850 किमी है। मानचित्र की सहायता से भुवनेश्वर तथा नई दिल्ली के बीच के विस्थापन (न्यूनतम दूरी) के परिमाण को ज्ञात करें।

खंड 8.1 से सम्बन्धित पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा. पु. पृ. सं. 110)

प्रश्न 1.
एक वस्तु के द्वारा कुछ दूरी तय की गई। क्या इसका विस्थापन शून्य हो सकता है? अगर हाँ, तो अपने उत्तर को उदाहरण के द्वारा समझाइए।
उत्तर:
हाँ, वस्तु का विस्थापन शून्य हो सकता है। उदाहरणार्थं – यदि एक छात्र सुबह अपने घर से स्कूल को जाता है जो घर से 4 किमी की दूरी पर है तथा दोपहर बाद घर वापस लौटता है तो उसके द्वारा तय की गई दूरी तो 8 किमी होगी, जबकि उसका विस्थापन शून्य होगा (∵ प्रारम्भिक तथा अन्तिम बिन्दु एक ही हैं।)

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति

प्रश्न 2.
एक किसान 10 मीटर भुजा वाले एक वर्गाकार खेत की सीमा पर 40 सेकण्ड में चक्कर लगाता है। 2 मिनट 20 सेकण्ड के बाद किसान के विस्थापन का परिमाण क्या होगा?
हल:
दिया है: एक चक्कर का समय 40 सेकण्ड
जबकि कुल समय = 2 मिनट, 20 सेकण्ड
= (2 x 60 + 20) सेकण्ड
= 120 + 20 = 140 सेकण्ड
140 सेकण्ड में किसान 3 चक्कर पूर्ण करने के बाद, अपने प्रारम्भिक बिन्दु से विकर्णत: विपरीत कोने पर होगा।
अतः किसान के विस्थापन का परिमाण = विकर्ण AC की लम्बाई
∆ ABC में,
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 20
AB = 10 मीटर,
BC = 10 मीटर
जबकि ∠ABC = 90°
∴ पाइथागोरस प्रमेय से,
AC² = AB² + BC²
= (10)² + (10)²
= 100 + 100 – 200
= 100 × 2
वर्गमूल लेने पर, AC = 10\(\sqrt{2}\) मीटर
= 10 × 1.414 = 14.14 मीटर
अत: किसान के विस्थापन का परिणाम 10\(\sqrt{2}\) मीटर या 14-14 मीटर है।

प्रश्न 3.
विस्थापन के लिए निम्नलिखित में कौन सही है?
(a) यह शून्य नहीं हो सकता है।
(b) इसका परिमाण वस्तु के द्वारा तय की गई दूरी से अधिक होता है।
उत्तर:
विस्थापन के लिए उपर्युक्त दोनों में से कोई भी कथन सत्य नहीं हैं।

क्रियाकलाप 8.5. (पा.पु. पू. सं. 110)
दो वस्तुओं A व B की गति से सम्बन्धित आँकड़ों को सारणी 81 में दिया गया है। इसमें बताएँ कि वस्तुओं की गति एक समान है या असमान।
सारणी 8.1

समय वस्तु A के द्वारा तय की गई दूरी मीटर में वस्तु B के द्वारा तय की गई दूरी मीटर में
9.30 am 10 12
9.45 am 20 19
10.00 am 30 23
10.15 am 40 35
10.35 am 50 37
10.45 am 60 41
11.00 am 70 44

प्रश्न 1.
उपरोक्त सारणी से बताएँ कि वस्तु A द्वारा तय की गई गति असमान है या एकसमान।
उत्तर:
एकसमान।

प्रश्न 2.
वस्तु B द्वारा तय की गई गति एकसमान है या असमान।
उत्तर:
असमान।

प्रश्न 3.
एकसमान गति किसे कहते हैं?
उत्तर:
किसी वस्तु द्वारा समान समयांतराल में समान दूरी तय करना एकसमान गति कहलाता है।

प्रश्न 4.
असमान गति किसे कहते हैं?
उत्तर:
किसी वस्तु द्वारा समान समयांतराल में तय की गई असमान दूरी को असमान गति कहते हैं।

क्रियाकलाप 8.6. (पा.पु. पृ. सं. 112)
अपने घर से जाने में लगे समय को मापिए। यदि आपके पैदल चलने की औसत चाल 4 किमी / घण्टा है तो अपने घर से स्कूल की दूरी की आकलन करें।

क्रियाकलाप 8.7 (पा.पु. पृ. सं. 112)
आसमान में बादल छाए होने पर बिजली के चमकने और बादलों के गरजने की क्रिया बार-बार होती है। पहले बिजली की चमक दिखाई देती है तथा कुछ समय पश्चात् बादलों के गरजने की ध्वनि हमारे कानों तक पहुँचती है।
इनके बीच के समायन्तराल को एक डिजिटल स्टॉप घड़ी से मापें।

प्रश्न 1.
बिजली की चमक पहले तथा ध्वनि बाद में सुनाई क्यों देती है?
उत्तर:
प्रकाश की चाल (3 x 108 m/s), ध्वनि की चाल (346m/s) से बहुत अधिक होती है। इस कारण से बिजली की चमक पहले तथा ध्वनि बाद में सुनाई देती है।.

खण्ड 8.2 से सम्बन्धित पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर। (पा.पु. पृ. सं. 112)

प्रश्न 1.
चाल एवं वेग में अन्तर बताइए।
उत्तर:
चाल तथा वेग में अन्तर

चाल देग
1. किसी वस्तु द्वारा, दूरी तय करने की समय दर को उसकी चाल कहते हैं। 1. किसी वस्तु द्वारा, विस्थापन तय करने की समय दर को उसका वेग कहते हैं।
2. यह अदिश राशि होती है, जिसमें केवल परिमाण होता है। 2. यह एक सदिश राशि होती है जिसमें परिमाण के साथ दिशा भी होती है।
3. यह सदैव धनात्मक होती है। 3. यह धनात्मक तथा ऋणात्मक दोनों हो सकता है।

प्रश्न 2.
किस अवस्था में किसी वस्तु के औसत वेग का परिमाण उसकी औसत चाल के बराबर होता है?
उत्तर:
यदि वस्तु एक सरल रेखा में गति कर रही है तो उसके औसत वेग का परिमाण, उसकी औसत चाल के बराबर होगा।

प्रश्न 3.
एक गाड़ी का ओडोमीटर क्या मापता है?
उत्तर:
गाड़ी का ओडोमीटर, उसके द्वारा तय की गई दूरी को मापता है।

प्रश्न 4.
जब वस्तु एकसमान गति में होती है तो उसका मार्ग कैसा दिखाई पड़ता है?
उत्तर:
जब वस्तु एकसमान गति में होती है, तब उसका मार्ग एक सरल रेखा जैसा दिखाई पड़ता है।

प्रश्न 5.
एक प्रयोग के दौरान, अन्तरिक्ष यान से एक सिग्नल को पृथ्वी पर पहुँचने में 5 मिनट का समय लगता है। पृथ्वी पर स्थित स्टेशन से उस अन्तरिक्ष यान की दूरी क्या है?
दिया है, सिग्नल की चाल-प्रकाश की चाल
= 3 x 108 मीटर/सेकण्ड।
हल:
दिया है : सिग्नल द्वारा पृथ्वी तक पहुँचने में लगा समय
t = 5 मिनट 300 सेकण्ड
∴ स्टेशन से अन्तरिक्ष यान की दूरी = सिग्नल की चाल x लगा समय
= 3 x 108 (मीटर / सेकण्ड ) x 300 सेकण्ड
= 9 × 1010 मीटर
= \(\frac{9 \times 10^{10}}{1000}\) किमी।
= 9 × 107 किमी।

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति

उदाहरण 8.2.
यात्रा शुरू होते समय कार का ओडोमीटर 2000 km प्रदर्शित करता है और यात्रा समाप्ति पर 2400 km प्रदर्शित करता है। यदि इस यात्रा में 8h लगते हैं, तो कार की औसत चाल को km h-1 और ms-1 में ज्ञात करें।
हल:
कार के द्वारा तय की गई दूरी
s = 2400 km – 2000 km = 400 km
दूरी तय करने में लगा कुल समय
‘t’ = 8 h.
कार की औसत चाल
vav = \(\frac { s }{ t }\)
= \(\frac { 400 km}{ 8h }\)
= 50 km h-1
= 50 \(\frac{\mathrm{km}}{\mathrm{h}} \times \frac{1000 \mathrm{~m}}{1 \mathrm{~km}} \times \frac{1 \mathrm{~h}}{3600 \mathrm{~s}}\)
= 13.9ms-1
कार की औसत चाल 50kmh1 अथवा 13.9ms 1 है।

उदाहरण 8.3.
ऊषा 90 लम्बे तालाब में तैरती है। वह एक सिरे से दूसरे सिरे तक सरल रेखीय पथ पर जाती है तथा वापस आती है। इस दौरान वह कुल 180 mm की दूरी 1 मिनट में तय करती है। ऊषा की औसत चाल और औसत वेग को ज्ञात कीजिए।
हल:
ऊषा द्वारा 1 मिनट में तय की गई कुल दूरी 180 m है।
1 मिनट में ऊषा का विस्थापन = 0 m
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 1
अतः ऊषा की औसत चाल 3 ms-1 है और औसत वेग 0ms-1 है।

क्रियाकलाप 8.8. (पा.पु. पू. सं. 114)
आप दैनिक जीवन में बहुत प्रकार की गतियों को देखते होंगे, जिनमें प्रमुख हैं: (a) त्वरण गति की दिशा में हो (b) त्वरण गति की दिशा के विपरीत है। (c) एक समान त्वरण है, तथा (d) असमान त्वरण है।
क्या ऊपर दिए गए प्रत्येक प्रकार की गति के लिए एक-एक उदाहरण दे सकते हैं।

उदाहरण 8.4.
राहुल अपनी साइकिल को विरामावस्था से चलाना शुरू करता है और 30s में 6ms का वेग प्राप्त करता है। वह इस इस प्रकार से ब्रेक लगाता है कि साइकिल का वेग अगले 5s में कम होकर 4 ms-1 हो जाता है। दोनों स्थितियों में साइकिल के त्वरण का परिकलन करें।
हल:
पहली स्थिति में
प्रारम्भिक वेग u = 0; अन्तिम वेग = 6m/s
समय t = 30s.
समीकरण से,
त्वरण a = \(\frac { v-u }{ t }\)
u, v और t का दिया हुआ मान समीकरण में रखने पर,
a = \(\frac{\left(6 m s^{-1}-0 m s^{-1}\right)}{30 s}\) = 0.2 ms-2
दूसरी स्थिति में,
प्रारम्भिक वेग u = 6 ms-1
अन्तिम वेग v = 4 ms-1; तथा समय t = 5s.
तब, a = \(\frac{\left(4 m s^{-1}-6 m s^{-1}\right)}{5 s}\) = – 0.4 ms-2
साइकिल का त्वरण पहली स्थिति में 0.2 ms-2 है और दूसरी स्थिति में – 0.04ms-2 है।

खण्ड 8.3 से सम्बन्धित पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा.पु. पृ. सं. 114 )

प्रश्न 1.
आप किसी वस्तु के बारे में कब कहेंगे कि, (i) वह एकसमान त्वरण से गति में है? (ii) वह असमान त्वरण से गति में है?
उत्तर:

  • जब वस्तु एक सरल रेखा में गतिमान हो तथा समान समयान्तरालों में इसका वेग समान रूप से घटता या बढ़ता हो।
  • जब समान समयान्तरालों में वस्तु का वेग असमान रूप से परिवर्तित होता हो।

प्रश्न 2.
एक बस की गति 5 सेकण्ड में 80 किमी/घण्टा से घटकर 60 किमी/घण्टा हो जाती है। बस का त्वरण ज्ञात कीजिए।
हल:
बस का प्रारम्भिक वेग 480 किमी/घण्टा
= 80 × \(\frac { 5 }{ 18 }\) मीटर / सेकण्ड
= \(\frac { 200 }{ 9 }\) मीटर/सेकण्ड
जबकि अन्तिम वेग v = 60 किमी / घण्टा
= 60 × \(\frac { 5 }{ 18 }\) मीटर / सेकण्ड
= \(\frac { 50 }{ 3 }\) मीटर/सेकण्ड
समयान्तराल t = 5 सेकण्ड
∴ बस का त्वरण a = \(\frac{v-u}{t}=\frac{\frac{50}{3}-\frac{200}{9}}{5}\)
= \(\frac{(150-200) / 9}{5}=\frac{-50}{5 \times 9}=-\frac{10}{9}\)
अत: बस का त्वरण a = 10/9 मीटर / सेकण्ड।

प्रश्न 3.
एक रेलगाड़ी स्टेशन से चलना प्रारम्भ करती है और एकसमान त्वरण के साथ चलते हुए 10 मिनट में 40 किमी / घण्टा की चाल प्राप्त करती है। इसका त्वरण ज्ञात कीजिए।
हल:
स्टेशन पर रेलगाड़ी का प्रारम्भिक वेग 14 = 0
जबकि अन्तिम वेग v = 40 किमी / घण्टा
= 40 x \(\frac { 5 }{ 18 }\) = \(\frac { 100 }{ 9 }\) मीटर / सेकण्ड
लिया गया समय t = 10 मिनट
= 10 × 60 = 600 सेकण्ड
∴ रेलगाड़ी का त्वरण
a = \(\frac{v-u}{t}=\frac{\frac{100}{9}-0}{600}=\frac{100}{9 \times 600}=\frac{1}{54}\)
= 0.018 मीटर/सेकण्ड²।

क्रियाकलाप 8.9. (पा. पु. पृ. सं. 117)
एक ट्रेन के तीन विभिन्न स्टेशनों A, B और C पर आगमन और प्रस्थान करने के समय एवं स्टेशन A से स्टेशन B व C की दूरी निम्न सारणी 8.2 में दी गई है। मान लें कि किन्हीं दो स्टेशनों के बीच ट्रेन की गति एकसमान है तो इस आधार पर वेग-समय ग्राफ खींचें तथा व्याख्या करें।

सारणी 8.2 : स्टेशन A से B तथा C की दूरी तथा ट्रेन के आगमन व प्रस्थान करने का समय

स्टेशन A से दूरी (Km) आगमन का समय (घण्टे) प्रस्थान का समय (घण्टे)
A 0 08 : 00 08 : 15
B 120 11 : 15 11 : 30
C 180 13 : 00 13 : 15

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 2

क्रियाकलाप 8.10.
फिरोज और उसकी बहन सानिया अपनी साइकिलों से स्कूल जाते हैं। वे दोनों घर से एक ही समय पर प्रस्थान करते हैं एवं एक ही मार्ग से जाते हैं फिर भी अलग-अलग समय पर स्कूल पहुँचते हैं। सारणी 8.13 उन दोनों के द्वारा अलग-अलग समय में तय की गई दूरी को दर्शाती है। उन दोनों की गति के लिए एक ही पैमाने पर दूरी-समय ग्राफ खीचें तथा व्याख्या करें।

सारणी 8.3. (पा. पु. पृ. स. 118)
फिरोज और सानिया द्वारा अपने साइकिलों पर अलग-अलग समय में तय की गई दूरी।

समय फिरोज के द्वारा तय की गई दरी KM सानिया के द्वारा तय की गई दूरी KM
8.00 am 0 0
8.05 am 1.0 0.8
8.10 am 1.9 1.6
8.15  am 2.8 2.3
8.20 am 3.6 3.0
8.25 am 3.6

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 3

खण्ड 8.4 से सम्बन्धित पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नेत्तर (पा. पु. पृ. सं. 118)

प्रश्न 1.
किसी वस्तु की एकसमान व असमान गति के लिए समय-दूरी ग्राफ की प्रकृति क्या होती है?
उत्तर:
एकसमान गति-एकसमान गति के लिए समय-दूरी ग्राफ एक सरल रेखा होता है।
असमान गति – असमान गति में समय दूरी ग्राफ सरल रेखा नहीं होता है। यह एक वक्र हो सकता है। कई अलग- अलग वक्र तथा सरल रेखाओं से मिलकर बना हो सकता है।

प्रश्न 2.
किसी वस्तु की गति के विषय में आप क्या कह सकते हैं, जिसका दूरी- समय ग्राफ, समय अक्ष के समान्तर एक सरल रेखा है?
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 4
उत्तर:
दूरी समय ग्राफ का समय अक्ष के समान्तर सरल रेखा होना यह प्रदर्शित करता है कि वस्तु की निर्देश बिन्दु से दूरी, समय के साथ परिवर्तित नहीं हो रही है अर्थात् समय के साथ वस्तु की स्थिति बदल नहीं रही है। इसका अर्थ यह है कि वस्तु गतिमान नहीं है अर्थात् स्थिर है। (देखिए चित्र 8.14)

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति

प्रश्न 3.
किसी वस्तु की गति के विषय में आप क्या कह सकते हैं, जिसका चाल-समय ग्राफ, अक्ष के समान्तर एक सरल रेखा है?
उत्तर:
चाल- समयग्राफ का समय अक्ष के समान्तर एक सरल रेखा होना यह प्रदर्शित करता है कि वस्तु की चाल समय के साथ परिवर्तित नहीं हो रही है। अर्थात् चाल स्थिर है। अतः वस्तु एकसमान चाल से गतिमान है। (देखिए fast 8.15)
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति 5

प्रश्न 4.
वेग समय ग्राफ के नीचे के क्षेत्र में मापी गई राशि क्या होती है?
उत्तर:
वेग-समय ग्राफ के नीचे के क्षेत्र से एक दिए गए समयान्तराल में वस्तु द्वारा तय की गई दूरी ज्ञात होती है।

खण्ड 8.5 से सम्बन्धित पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा.पु. पू. सं. 121)

प्रश्न 1.
कोई बस विरामावस्था से चलना प्रारम्भ करती है तथा 2 मिनट तक 0-1 मीटर/सेकण्ड के एकसमान त्वरण से चलती है। परिकलन कीजिए-
(a) प्राप्त की गई चाल, (b) तय की गई दूरी।
हल:
दिया है:
u = 0, त्वरण a = 0.1 मीटर / सेकण्ड²
समय t = 2 मिनट = 2 x 60 = 120 सेकण्ड
(a) सूत्र vu + gt से,
प्राप्त की गई चाल x 120 सेकण्ड = 0 + 0.1 (मी / से-) = 12 मीटर / सेकण्ड।

(b) s = ut + \(\frac { 1 }{ 2 }\) at² ar से तय की गई दूरी
s = 0 × 120 + \(\frac { 1 }{ 2 }\) x 0.1 x 120 x 120
= 720 मीटर।

प्रश्न 2.
कोई रेलगाड़ी 90 किमी / घन्टा की चाल से चल रही है। ब्रेक लगाए जाने पर वह – 0.5 मीटर / सेकण्डर² का एकसमान त्वरण उत्पन्न करती है। रेलगाड़ी विरामावस्था में जाने से पहले कितनी दूरी तय करेगी ?
हल:
दिया है : u = 90 किमी / घण्टा
= 90 × \(\frac { 5 }{ 18 }\) = 25 मीटर / सेकण्ड
a = – 0.5 मीटर / सेकण्डर²
रुक जाने पर v = 0, तय दूरी s = ?
सूत्र v² – u² = 2as से
0² – ( 25)² – 2 × (0.5) × 3 या 625 = – s
अतः तय की गई दूरी 625 मीटर।

प्रश्न 3.
एक ट्राली एक आनत तल पर 2 मीटर/सेकण्डर के त्वरण से नीचे जा रही है। गति प्रारम्भ करने के 3 सेकण्ड के पश्चात् उसका वेग क्या होगा?
हल:
दिया है : u = 0 a = 2 मीटर / सेकण्डर²
t = 3 सेकण्ड, v = ?
सूत्र v = u + at से,
3 सेकण्ड बाद, वेग = 0 + 2 × 3 = 6 मीटर / सेकण्ड।

प्रश्न 4.
एक रेसिंग कार का एकसमान त्वरण 4 मीटर / सेकण्ड है। गति प्रारम्भ करने के 10 सेकण्ड के पश्चात् वह कितनी दूरी तय करेगी?
हल:
दिया है गति के प्रारम्भ में u = 0, त्वरण a = 4 मीटर / सेकण्ड 2, समय t = 10 सेकण्ड दूरी s = ?
सूत्र
S = ut + \(\frac { 1 }{ 2 }\) at² से,
तय दूरी
s = 0 × 10 + \(\frac { 1 }{ 2 }\) × 4 × (10)²
= 2 × 100
या s = 200 मीटर

प्रश्न 5.
किसी पत्थर को ऊर्ध्वाधर ऊपर की ओर 5 मीटर / सेकण्ड के वेग से फेंका जाता है। यदि गति के दौरान पत्थर का नीचे की ओर दिष्ट त्वरण 10 मीटर / सेकण्ड है तो पत्थर के द्वारा कितनी ऊँचाई प्राप्त की गई तथा उसे वहाँ पहुँचने में कितना समय लगा?
हल:
दिया है पत्थर का वेग u = 5 मीटर / सेकण्ड, त्वरण a = 10 मीटर / सेकण्डर
[∵ त्वरण नीचे की ओर है अतः ऋणात्मक लिया गया है।]
माना कि पत्थर ऊँचाई तक पहुँचता है, वहाँ पहुँचने में उसे समय लगता है।
तब अधिकतम ऊँचाई पर s = h तथा v = 0
v² – u² = 2 as, 0² – (5)² = 2(-10) h
या – 25 = 20h या h = \(\frac { -25 }{ -20 }\) = \(\frac { 5 }{ 4 }\) मीटर
तथा v = u + at से 0 = 5 + (-10)t
या 10 t = 5 या t = = 0-5 सेकण्ड
अतः पत्थर द्वारा प्राप्त ऊँचाई h = 1.25 मीटर
तथा यह ऊँचाई प्राप्त करने में लिया गया समय t = 10.5 सेकण्ड।

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 8 गति

क्रियाकलाप 8.11. (पा.पु. पृ. सं. 122)
एक धागे का टुकड़ा लेकर उसके एक छोर पर एक छोटे से पत्थर को बाँध दें धागे के दूसरे छोर को पकड़कर पत्थर को वृत्तीय मार्ग पर नियत चाल से घुमाया जाए। अब यदि पत्थर सहित धागे को छोड़ दिया जाए तब पत्थर किस दिशा में जाएगा। पत्थर को अलग-अलग स्थान पर पुनः छोड़ें तथा प्रेक्षण करें।

निष्कर्ष – पत्थर वृत्तीय पथ के स्पर्शी के अनुदिश सरल रेखीय पथ पर गति करता है। इसका कारण यह है कि जब पत्थर को छोड़ा जाता है तो वह उसी दिशा में गति जारी रखता है जिस दिशा में उस क्षण वह गति कर रहा है। जब किसी पत्थर को वृत्तीय पथ पर घुमाया जाता है तो उसकी गति की दिशा प्रत्येक बिन्दु पर परिवर्तित होती है।

उदाहरण – एथलीट चक्रिका (डिसकॅस) या गोले को फेंकते समय अपने शरीर को घुमाकर उसे वृत्तीय गति प्रदान करता है। इच्छित दिशा में गोला या चक्र उसी दिशा में गति करता है जिस दिशा में वह छोड़ते समय गति कर रहा था। इसके अन्य उदाहरण हैं- चन्द्रमा एवं पृथ्वी की गति, पृथ्वी के चारों ओर वृत्तीय कक्षा में घूर्णन करता हुआ एक उपग्रह, वृत्तीय पथ पर नियत चाल से चलता हुआ साइकिल सवार इत्यादि।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 7 जीवों में विविधता

Jharkhand Board JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 7 जीवों में विविधता Important Questions and Answers.

JAC Board Class 9 Science Important Questions Chapter 7 जीवों में विविधता

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1. किस वैज्ञानिक ने पाँच जगत प्रणाली प्रस्तुत की?
(a) लिनियस
(c) कार्ल बोस
(b) व्हिटेकर
(d) अर्न्सट हेकेल।
उत्तर:
(b) व्हिटेकर।

2. ‘दि ओरिजिन ऑफ स्पीशीज’ पुस्तक के लेखक थे-
(a) अर्न्सट हेकेल
(b) चार्ल्स डार्विन
(c) व्हिटेकर
(d) लिनियस।
उत्तर:
(b) चार्ल्स डार्विन।

3. नील हरित शैवाल किस वर्ग में आते हैं?
(a) प्लांटी
(b) मोनेरा
(c) प्रोटिस्टा
(d) कवक।
उत्तर:
(b) मोनेरा।

4. शैवाल उदाहरण है-
(a) माँस
(b) प्रोटोजोआ
(c) यीस्ट
(d) प्रोटिस्टा

5. प्रकाश संश्लेषण की
(a) जन्तुओं में
(b) हरे पौधों में।
(c) कवकों में
(d) उपर्युक्त सभी में।
उत्तर:
(b) हरे पौधों में।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 7 जीवों में विविधता

6. जिम्नोस्पर्म का उदाहरण है-
(a) आइपोमिया
(b) पाइनस
(c) फ्यूनेरिया
(d) मासलिया।
उत्तर:
(b) पाइनस।

7. किस संघ का शरीर छिद्रमय होता है?
(a) पोरीफेरा
(b) प्रोटोजोआ
(c) मोलस्का
(d) एनीलिडा
उत्तर:
(a) पोरीफेरा।

8. निम्नलिखित में कौन-सा जन्तु मछली है?
(a) जेलीफिश
(b) झींगा मछली
(c) तारा मछली
(d) लेखियो।
उत्तर:
(d) लेखियो।

9. किस संघ के जन्तुओं में
(a) एनीलिडा
(b) मॉलस्का
(c) आर्थ्रोपोडा
(d) इकानोडर्मेटा।
उत्तर:
(c) आर्थ्रोपोडा।

10. एक ही वंश फेलिस में रखें गये जन्तु हैं-
(a) शेर
(b) चीता
(c) तेन्दुआ
(d) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(d) उपर्युक्त सभी।

11. द्विनाम पद्धित के जन्मदाता हैं-
(a) केरोलस लिनियस
(b) ओसवाल्ड टिप्पो
(c) व्हिटेकर
(d) चार्ल्स डार्विन।
उत्तर:
(a) केरोलस लिनियस।

12. उपास्थि का कंकाल बना होता है-
(a) शार्क
(b) बेल
(c) लेबियो
(d) हिप्पोकैम्पस।
उत्तर:
(a) शार्क।

रिक्त स्थान भरो-

  1. …………………. जगत में एककोशिक प्रोकैरियोटी जीव आते हैं।
  2. …………………. को मृतजीवी कहते हैं।
  3. पुष्पी पादपों को ………………… भी कहा जाता है।
  4. केंचुआ भी कहा जाता है। जंतु का उदाहरण हैं।

उत्तर:

  1. मोनेरा
  2. फंजाई
  3. एंजियोस्पर्म
  4. एनीलिड।

सुमेलन कीजिए-

कॉलम ‘क’ कॉलम ‘ख’
1. तारा मछली (क) मोलस्क
2. मकड़ी (ख) इकाइनोडर्म
3. ऑक्टॉपस (ग) सरीसृप
4. छिपकली (घ) आर्थ्रोपोड

उत्तर:
1. (ख) इकाइनोडर्म
2. (घ) आर्थ्रोपोड
3. (क) मोलस्क
4. (ग) सरीसृप

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 7 जीवों में विविधता

सत्य / असत्य-

  1. पक्षी समतापी प्राणी होते हैं।
  2. स्तनपायी जीवों का हृदय द्विकक्षीय होता है।
  3. पादप जगत का सरलतम वर्ग ब्रायोफाइटा है।
  4. मनुष्य का वैज्ञानिक नाम होमो सेपियन्स है।

उत्तर:

  1. सत्य
  2. असत्य
  3. असत्य
  4. सत्य।

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
वर्गीकरण क्या है?
उत्तर:
जीवों को उनकी समानता एवं भिन्नता के आधार पर अनेक वर्गों में बाँटना वर्गीकरण कहलाता है।

प्रश्न 2.
वर्गीकरण का आधारभूत लक्षण क्या है?
उत्तर:
वर्गीकरण का आधारभूत लक्षण कोशिकीय संरचना एवं कार्य है।

प्रश्न 3.
प्रकाश संश्लेषण करने वाले जीवों को क्या कहते हैं?
उत्तर:
प्रकाश संश्लेषण करने वाले जीवों को पौधे कहते हैं।

प्रश्न 4.
पौधों का शरीर किस आधार पर विकसित होता है?
उत्तर:
पौधों का शरीर भोजन ग्रहण करने के आधार पर विकसित होता है।

प्रश्न 5.
व्हिटेकर ने जीवों को किन समूहों में वर्गीकृत किया?
उत्तर:
व्हिटेकर ने जीवों को पाँच समूहों में वर्गीकृत किया था। ये समूह हैं-मोनेरा, प्रोटिस्टा, फंजाई, प्लांटी और एनीमेलिया।

प्रश्न 6.
वर्गीकरण की विभिन्न इकाइयाँ क्या हैं?
उत्तर:
जगत, संघ, वर्ग, गण, कुल, वंश तथा जाति वर्गीकरण की विभिन्न इकाइयाँ हैं।

प्रश्न 7.
बोस ने मोनेरा जगत को किन दो भागों में बाँटा?
उत्तर:
बोस ने मोनेरा जगत को दो भागों में बाँटा-

  • आकीबैक्टीरिया
  •  यूबैक्टीरिया।

प्रश्न 8.
व्हिटेकर ने वर्गीकरण का आधार किसे बनाया था?
उत्तर:
व्हिटेकर ने कोशिकीय संरचना, पोषण के स्रोत और तरीके तथा शारीरिक संगठन को वर्गीकरण का आधार बनाया था।

प्रश्न 9.
मोनेरा वर्ग में कौन-कौन से जीव आते हैं?
उत्तर:
मोनेरा वर्ग में एककोशिकीय जीव आते हैं, जिनमें कोशिका भित्ति पाई जाती है।

प्रश्न 10.
मोनेरा वर्ग के तीन उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
मोनेरा वर्ग के तीन उदाहरण- जीवाणु, नील- हरित शैवाल, माइकोप्लाज्मा हैं।

प्रश्न 11.
प्रोटिस्टा वर्ग के तीन उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
प्रोटिस्टा वर्ग के तीन उदाहरण एककोशिकीय शैवाल, प्रोटोजोआ, डाइएटम।

प्रश्न 12.
फंजाई को मृतजीवी क्यों कहते हैं?
उत्तर:
फंजाई पोषण के लिए सड़े-गले कार्बनिक पदार्थों पर निर्भर करती है, इसलिए इसे मृतजीवी कहते हैं।

प्रश्न 13.
फंजाई की कोशिका भित्ति किस पदार्थ की बनी होती है?
उत्तर:
फंजाई की कोशिका भित्ति काइटिन नामक जटिल शर्करा की बनी होती है।

प्रश्न 14.
सहजीविता किसे कहते हैं?
उत्तर:
कवकों की कुछ प्रजातियाँ नील हरित शैवाल के साथ स्थायी अन्तर्सम्बन्ध बनाती हैं, इसे सहजीविता कहते हैं।

प्रश्न 15.
लाइकेन क्या हैं?
उत्तर:
वृक्षों की छालों पर रंगीन धब्बों के रूप में दिखाई देने वाले जो कवकों एवं नील हरित शैवाल की सहजीविता से बनते हैं, उनको लाइकेन कहते हैं।

प्रश्न 16.
शैवाल और कवक किस समूह में आते हैं?
उत्तर:
शैवाल और कवक थैलोफाइटा समूह में आते हैं।

प्रश्न 17.
ब्रायोफाइटा वर्ग के पौधों को किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर:
ब्रायोफाइटा वर्ग के पौधों को उभयचर नाम से जाना जाता है।

प्रश्न 18.
ब्रायोफाइटा के दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
फ्यूनेरिया (मॉस) तथा मार्केशिया।

प्रश्न 19.
टेरिडोफाइटा वर्ग के पौधों का शरीर कितने भागों में विभाजित होता है?
उत्तर:
टेरिडोफाइडा वर्ग के पौधों का शरीर जड़, तना तथा पत्ती में विभाजित होता है।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 7 जीवों में विविधता

प्रश्न 20.
टेरिडोफाइडा के दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
मार्सीलिया, फर्न, हॉर्स टेल।

प्रश्न 21.
बीजाणु (स्पोर) किसे कहते हैं?
उत्तर:
थैलोफाइटा, ब्रायोफाइटा और टेरिडोफाइटा में नग्न भ्रूण पाये जाते हैं, जिन्हें बीजाणु (स्पोर) कहते हैं।

प्रश्न 22.
क्रिप्टोगैम किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
जिन पौधों में बीज उत्पन्न करने की क्षमता नहीं होती है, उन्हें क्रिप्टोगैम कहते हैं।

प्रश्न 23.
फैनरोगैम किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
वे पौधे जिनमें जनन ऊतक पूर्ण विकसित एवं विभेदित होते हैं तथा जनन की प्रक्रिया के बाद बीज उत्पन्न करते हैं, उन्हें फैनरोगैम कहते हैं।

प्रश्न 24.
एन्जियोस्पर्म किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
जिन पौधों के बीज फलों के अन्दर ढके होते हैं। इनके बीजों का विकास अण्डाशय के अन्दर होता है, जो बाद में फल बन जाते हैं। इन्हें एन्जियोस्पर्म कहते हैं।

प्रश्न 25.
एन्जियोस्पर्म को कितने भागों में बाँटा गया है?
उत्तर:
एन्जियोस्पर्म को दो भागों में बाँटा गया है- एकबीजपत्री तथा द्विबीजपत्री।

प्रश्न 26.
जिम्नोस्पर्म पौधे किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
नग्न बीज उत्पन्न करने वाले पौधों को जिम्नोस्पर्म कहते हैं।

प्रश्न 27.
पोरीफेरा में नाल प्रणाली का क्या कार्य है?
उत्तर:
पोरीफेरा के शरीर में नाल प्रणाली जल, ऑक्सीजन एवं भोज्य पदार्थों का संचरण करती है।

प्रश्न 28.
पोरीफेरा के दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
साइकॉन, यूप्लेक्टीला, स्पांजिला आदि।

प्रश्न 29.
सीलेन्ट्रेटा जन्तुओं के समूह में और एकाकी रहने वाले जीवों के उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
समूह में रहने वाले जीव- कोरल (मूँगा) एकल रहने वाले जीव- हाइड़ा, जेलीफिश।

प्रश्न 30.
दो परजीवी प्लेटीहेल्मिन्थीज जन्तुओं के उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
लिवरफ्लूक, टेपवर्म।

प्रश्न 31.
तीन परजीवी निमेटोड के उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
गोलकृमि (ऐस्कैरिस), फाइलेरिया कृमि, पिनवर्म।

प्रश्न 32.
एनीलिडा वर्ग के तीन उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
केंचुआ, नेरीस, जोंक।

प्रश्न 33.
जन्तु जगत का सबसे बड़ा संघ कौन-सा है?
उत्तर:
जन्तु जगत का सबसे बड़ा संघ आर्थ्रोपोडा है।

प्रश्न 34.
आर्थ्रोपोडा के पाँच उदाहरण लिखो।
उत्तर:
झींगा, तितली, मक्खी, मकड़ी, बिच्छू, केंकड़ा।

प्रश्न 35.
मोलस्का जन्तुओं के तीन उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
सीप, घोंघा, ऑक्टोपस

प्रश्न 36.
जल संवहन नाल तन्त्र किन जीवों में पाया जाता है?
उत्तर:
जल संवहन नाल तन्त्र इकाइनोडर्मेटा संघ के जन्तुओं में पाया जाता है, जो इनके चलन में सहायक होता है, जैसे- स्टारफिश।

प्रश्न 37.
प्रोटोकॉर्डेटा वर्ग के तीन उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
बैलेनोग्लॉसस, हर्डमानिया, एम्फिऑक्सस।

प्रश्न 38.
कशेरुकी जीवों के प्रमुख लक्षण लिखो।
उत्तर:
नोटोकॉर्ड की उपस्थिति, पृष्ठनलीय कशेरुकदण्ड एवं मेरुरज्जु, त्रिकोरकी शरीर, युग्मित क्लोम थैली, देहगुहा की उपस्थिति।

प्रश्न 39.
मत्स्य वर्ग के कोई तीन लक्षण लिखो।
उत्तर:
मत्स्य वर्ग के जन्तुओं का शरीर शल्क या प्लेटों से ढका हुआ, हृदय द्विकक्षीय श्वसन क्लोमों द्वारा, अण्डज प्राणी।

प्रश्न 40.
किस मछली का कंकाल केवल उपास्थि का बना होता है?
उत्तर:
शार्क मछली का शरीर केवल उपास्थि का बना होता है।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 7 जीवों में विविधता

प्रश्न 41.
हिप्पोकेम्पस किस वर्ग का जन्तु है?
उत्तर:
हिप्पोकेम्पस मत्स्य वर्ग का जन्तु है।

प्रश्न 42.
जल-स्थलचर वर्ग की चार विशेषताएँ (लक्षण) बताओ।
उत्तर:
जलस्थलचर वर्ग के जन्तु जल और स्थल दोनों स्थानों पर रह सकते हैं। इनकी त्वचा पर श्लेष्म ग्रन्थियाँ पायी जाती हैं। हृदय त्रिकक्षीय होता है ये असमतापी होते हैं और जल में अण्डे देते हैं।

प्रश्न 43.
असमतापी जन्तुओं के दो वर्गों के नाम लिखो।
उत्तर:
जल-स्थलचर व सरीसृप वर्ग के जन्तु असमतापी होते हैं।

प्रश्न 44.
चार सरीसृप वर्ग के जन्तुओं के नाम लिखो।
उत्तर:
साँप, छिपकली, कछुआ, मगरमच्छ।

प्रश्न 45.
पक्षी किस प्रकार के जन्तु हैं?
उत्तर:
पक्षी समतापी तथा वायु में उड़ने वाले जन्तु हैं।

प्रश्न 46.
पक्षियों के पंख किस अंग के रूपान्तर हैं?
उत्तर:
पक्षियों के पंख आगे के दो पैरों के रूपान्तर हैं।

प्रश्न 47.
किन्हीं दो अण्डे देने वाले स्तनपायी जन्तुओं के नाम लिखो।
उत्तर:

  1. इकिडना
  2. प्लेटीपस।

प्रश्न 48.
जल में रहने वाले दो स्तनपायी जन्तुओं के नाम लिखो।
उत्तर:

  1. ह्वेल
  2. वालरस।

प्रश्न 49.
अविकसित बच्चों को जन्म देने वाले स्तनपायी का नाम लिखो।
उत्तर:
कंगारू अविकसित बच्चों को जन्म देती है।

प्रश्न 50.
मासूपियम थैली क्या होती है?
उत्तर:
कंगारू के पेट पर मासूपियम नामक थैली होती. है, इसमें अविकसित बच्चों के पोषण हेतु स्तनग्रन्थियाँ होती हैं। बच्चे इस थैली में तब तक रहते हैं जब तक कि उनका पूर्ण विकास नहीं हो जाता है।

प्रश्न 51.
‘सिस्टेमा नेचुरी’ पुस्तक के लेखक का नाम बताओ।
उत्तर:
सिस्टेमा नेचुरी’ पुस्तक कालवानलिने (केरोलस लिनियस) ने लिखी थी।

प्रश्न 52.
द्विनाम पद्धति किसने प्रस्तुत की थी?
उत्तर:
द्विनाम पद्धति केरोलस लिनियस ने प्रस्तुत की थी।

प्रश्न 53.
मेगाडाइवर्सिटी क्षेत्र किसे कहते हैं?
उत्तर:
पृथ्वी पर कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच के क्षेत्र को मेगाडाइवर्सिटी क्षेत्र कहते हैं। इस क्षेत्र में जो नमी और गर्मी वाला भाग है वहाँ पौधों और जन्तुओं में पर्याप्त विविधता पाई जाती है।

प्रश्न 54.
पृथ्वी पर जैव विविधता का आधे से अधिक भाग किन देशों में केन्द्रित है?
उत्तर:
पृथ्वी पर जैव विविधता का आधे से अधिक भाग मैक्सिको, ब्राजील, कोलम्बिया, इक्वेडोर, पेरू, जायरे, मैडागास्कर, आस्ट्रेलिया, चीन, भारत, इण्डोनेशिया और मलेशिया में केन्द्रित है।

लघुत्तरात्मक एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
जैवविविधता से क्या तात्पर्य है? जैव विविधता असीमित है, इस कथन को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
जैव विविधता जैव विविधता से तात्पर्य विभिन्न जीवरूपों में पाई जाने वाली विविधता से है। यह शब्द किसी विशेष क्षेत्र में पाये जाने वाले विभिन्न जीवरूपों की ओर संकेत करता है। ये विभिन्न जीव न केवल एक समानं पर्यावरण में रहते हैं बल्कि एक दूसरे को प्रभावित भी करते हैं।

इसके परिणामस्वरूप विभिन्न प्रजातियों का स्थायी समुदाय अस्तित्व में आता है। किसी समुदाय की विविधता भूमि, जल, जलवायु आदि कई चीजों से प्रभावित होती है। अनुमानित रूप से पृथ्वी पर जीवों की लगभग 1 करोड़ प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जबकि हमें केवल 10 लाख या 20 लाख प्रजातियों की ही जानकारी है।

प्रश्न 2.
क्या जीवों की विविधता आदिकाल से इसी प्रकार की है?
उत्तर:
जीवों की विविधता आदिकाल से इसी प्रकार आज या अब जो विविधता दिखाई देती है, वह विगत् 350 करोड़ वर्षों के जैव विकास का परिणाम है। इस अत्यधिक दीर्घ अवधि में बहुत सी जातियाँ अस्तित्व में आई और बहुत सी विलुप्त हो गई ऐसा अनुमान लगाया गया है कि जीवों की विलुप्त हुई जातियों की संख्या आ गुनिक काल में पाई जाने वाली जातियों से 50 गुना अधिक थी।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 7 जीवों में विविधता

प्रश्न 3.
जीवों के वर्गीकरण की आवश्यकता क्यों है? स्पष्ट कीजिये।
उत्तर:
जीवों के वर्गीकरण की आवश्यकता- विश्व के विभिन्न भागों में भिन्न-भिन्न प्रकार के जीव पाए जाते हैं। पहाड़ों पर रहने वाले जीव मैदानी भागों के जीवों से भिन्न होते हैं तो वनों के जीव मरुस्थली जीवों से भिन्न होते हैं। इनमें से प्रत्येक जीव जाति अपने आप में अद्भुत है। इस प्रकार जीवों में असीमित विविधता पाई जाती है। जैव विकास की दीर्घकालीन अवधि में अनेक प्रजातियाँ विलुप्त हो चुकी हैं। इतनी अधिक संख्या में तथा विविधता में पाए जाने वाले जीवों में से प्रत्येक जीव का अलग-अलग अध्ययन करना सम्भव नहीं है।

इस असम्भव कार्य को सम्भव करने के लिए विभिन्न प्रकार के जीवों को क्रमबद्ध रूप से व्यवस्थित करना अर्थात उनका वर्गीकरण करना आवश्यक है। वर्गीकरण करने पर हम प्रत्येक वर्ग से कुछ प्रतिनिधि जीवों का अध्ययन करके, उस वर्ग के अन्य सभी सदस्य जीवों के विषय में भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

प्रश्न 4.
वर्गीकरण का महत्व बताइए।
उत्तर:
वर्गीकरण का महत्व-जीवों का वर्गीकरण निम्नलिखित बातों से अत्यधिक महत्वपूर्ण है-

  • किसी भी समूह के एक जीव का अध्ययन करने से उस समूह के सभी जीवों के सामान्य लक्षणों का ज्ञानार्जन किया जा सकता है।
  • विभिन्न समूहों के सामान्य लक्षणों का अध्ययन करके उन्हें जटिलता के आधार पर विकास के क्रम में सरलता से रखा गया है।
  • विभिन्न समूहों के जीवों का अध्ययन करने से कुछ जीव ऐसे भी मिले हैं, जिनमें दो पृथक समूहों के लक्षण विद्यमान थे अथवा हैं
  • ऐसे जीव दो समूहों के मध्य संयोजक कड़ी के रूप में माने जाते हैं। इन के अध्ययन से विभिन्न समूहों में परस्पर सम्बन्ध का बोध होता है।
  • विभिन्न समूहों के जीवों का अध्ययन करने से उन समूहों की उत्पत्ति का ज्ञान हो जाता है। जैसे- पक्षी वर्ग तथा स्तनपायी वर्ग का विकास सरीसृप वर्ग से हुआ है।
  • वर्गीकरण से जीवों में पाई जाने वाली आकारिकीय समानताओं एवं विभिन्नताओं के कारण का भी ज्ञान हो जाता है।
  • किसी वातावरण में पाए जाने वाले विभिन्न वर्गों के लक्षणों के आधार पर उनकी अनुकूलता के बारे में अनुमान लगाया जा सकता विभिन्न वर्गों के जीवों का अध्ययन करने से जैव विकास का अनुमान लगाया जा सकता है।
  • जीवों (पौधों एवं जन्तुओं) का भौगोलिक वितरण पूर्णत: वर्गीकरण से उपलब्ध सूचनाओं पर आश्रित है।

प्रश्न 5.
द्विनाम पद्धति क्या है? एक उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
द्विनाम पद्धति लीनियस द्वारा किसी भी जीव का नाम रखने के लिए एक विशेष वैज्ञानिक पद्धति प्रस्तुत की गई, जिसे द्विनाम पद्धति कहते हैं। इसके अनुसार प्रत्येक जीव को दोहरा नाम दिया जाता है- पहला नाम वंश (जीनस) का तथा दूसरा नाम जाति (स्पीशीज) का होता है।

जैसे – मनुष्य का वैज्ञानिक नाम होमो सेपियन्स है। इसमें होमो मनुष्य के वंश (जीनस) तथा सेपियन्स उसकी जाति (स्पीशीज ) को प्रकट करता है। इस पद्धति में वंश का नाम सदैव अंग्रेजी के बड़े अक्षर से तथा जाति का नाम अंग्रेजी के छोटे अक्षर से तिरछे ( इटैलिक) अक्षरों में लिखा जाता है। जैसे- मनुष्य- होमो सेपियन्स (Homo sapiens)

शेर-फेलिस लिओ (Falis leo)

प्रश्न 6.
पौधों एवं जन्तुओं में समानता बताइए।
उत्तर:
पौधों एवं जन्तुओं में समानता –

  • दोनों के शरीर कोशिकाओं से बने होते हैं।
  • दोनों की कोशिकाओं में जीवद्रव्य होता है।
  • दोनों में ही पाचन, श्वसन एवं प्रजनन आदि समान क्रियाएँ होती हैं।
  • दोनों में ही वृद्धि होती है।
  • दोनों ही संवेदनशील होते हैं।
  • दोनों में ही अपनी वंश वृद्धि के लिए प्रजनन क्रिया होती है।

प्रश्न 7.
पौधों और जन्तुओं में अन्तर बताइए।
उत्तर;
पौधों और जन्तुओं में अन्तर –

पौधों (पादप) जन्तु (प्राणी)
1. पादप कोशिकाओं में कोशिका भित्ति होती है। 1. इनकी कोशिकाओं में कोशिका भित्ति नहीं होती है।
2. इनकी कोशिकाओं में क्लोरोफिल उपस्थित होता है। 2. इनकी कोशिकाओं में क्लोरोफिल नहीं होता है।
3. हरे पौधे अपना भोजन स्वयं बना सकते हैं, अर्थात् ये स्वपोषी होते हैं। 3. जन्तु अपना भोजन स्वयं नहीं बना सकते, अर्थात् ये परपोषी होते हैं।
4. पौधों में वृद्धि जीवन भर होती है। 4. जन्तुओं में वृद्धि निश्चित आयु तक होती है।
5. अधिकांश पौधे गति नहीं करते हैं। 5. अधिकांश जन्तु गति करते हैं।

प्रश्न 8.
नविटेकर द्वारा प्रस्तुत पाँच जगत के वर्गीकरण को चार्ट बनाकर लिखो।
उत्तर:
चित्र 7.4 देखिए।

प्रश्न 9.
वनस्पति जगत का वर्गीकरण किस प्रकार किया गया है? चार्ट बनाकर बताओ।
उत्तर:
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 7 जीवों में विविधता 1

प्रश्न 10.
अकशेरुकी और कशेरुकी जन्तुओं में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
अकशेरुकी और कशेरुकी जन्तुओं में अन्तर-

अकशेरुकी जन्तु कशेरुकी जन्तु
1. इनमें नोटोकॉर्ड नहीं होती है। 1. जन्तु की किसी न किसी अवस्था में नोटोकॉर्ड अवश्य पाई जाती है।
2. केन्द्रीय तन्त्रिका तन्त्र ठोस होता है तथा यह आहार नाल के नीचे अधर तल पर स्थित होता है। 2. केन्द्रीय तन्त्रिका तन्त्र खोखला एवं नलिकाकार होता है तथा आहारनाल के पृष्ठ तल पर स्थित होता है।
3. इनमें पृष्ठनलीय कशेरुक दण्ड एवं मेरुरज्जु अनुपस्थित होता है। 3. इनमें पृष्ठनलीय कशेरुक द्ण तथा मेरुरज्जु पाया जाता है।
4. इनमें क्लोम विदर नही होते हैं। 4. इनमें युग्मित क्लोम विदर जीवन की किसी न किसी अवस्था में अवश्य पाये जाते हैं।

 

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Jharkhand Board JAC Class 9 Science Solutions Chapter 7 जीवों में विविधता Textbook Exercise Questions and Answers.

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Jharkhand Board Class 9 Science जीवों में विविधता Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
जीवों के वर्गीकरण से क्या लाभ है?
उत्तर:
जीवों के वर्गीकरण से लाभ-

  • जीवों के वर्गीकरण की सहायता से विभिन्न प्रकार के जीवों में पाई जाने वाली समानता एवं विभिन्नता का ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
  • जीवों का वर्गीकरण करने से हमें जीवों के अध्ययन में सुविधा होती है।
  • जीवों के विकासक्रम का ज्ञान होता है।
  • जीवों के पारस्परिक सम्बन्धों का ज्ञान होता है।

प्रश्न 2.
वर्गीकरण में पदानुक्रम निर्धारण के लिए दो लक्षणों में से आप किस लक्षण का चयन करेंगे?
उत्तर:
कोशिकीय संरचना, शारीरिक संगठन, पोषण के स्रोत एवं विधियों के आधार पर वर्गीकरण में पदानुक्रम निर्धारित किया जाता है। वर्गीकरण के विभिन्न पदानुक्रम
निम्नवत् हैं-
जगत् संघ → वर्ग → गण → कुल → वंश → जाति।

प्रश्न 3.
जीवों के पाँच जगत में वर्गीकरण के आधार की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
आर. एच. ह्रिटेकर (1959) ने समस्त जीवों को कोशिकीय संरचना, पोषण के स्रोत तथा भोजन ग्रहण करने की विधि और शारीरिक संगठन के आधार पर निम्नलिखित 5 जगत में बाँटा था-

  • मोनेरा
  • प्रोटिस्टा
  • फंजाई
  • प्लान्टी तथा
  • एनीमेलिया।

1. मोनेरा – इसके अन्तर्गत उन एककोशिकीय प्रोकेरियोटी जीवों को रखा गया है जिनमें कुछ में कोशिका भित्ति पाई जाती है तथा कुछ में नहीं पोषण के आधार पर ये स्वपोषी या विषमपोषी दोनों हो सकते हैं। जैसे- नील हरित शैवाल, बैक्टीरिया, माइकोप्लाज्मा आदि ।

2. प्रोटिस्टा – इस जगत के अन्तर्गत एककोशिक, यूकेरियोटी जीवों को रखा गया है जिनमें गमन के लिए सीलिया, फ्लैजेला नामक संरचनाएँ पाई जाती हैं। ये स्वपोषी और विषमपोषी दोनों तरह के होते हैं जैसे- एककोशिक शैवाल, डाइएटम, प्रोटोजोआ आदि।

3. फंजाई – इसके अन्तर्गत विषमपोषी यूकेरियोटी जीवों को रखा गया है। इन्हें मृतजीवी कहते हैं, क्योंकि ये अपने पोषण के लिए सड़े-गले कार्बनिक पदार्थों पर निर्भर रहते हैं। जैसे यीस्ट, मशरूम, पेनीसीलियम आदि ।

4. प्लांटी – इसके अन्तर्गत कोशिका भित्ति वाले बहुकोशिक यूकेरियोटी जीवों को रखा गया है। ये स्वपोषी होते हैं और प्रकाश संश्लेषण द्वारा अपना भोजन स्वयं बनाते हैं। इस वर्ग में सभी पौधों को रखा गया है। इसके अन्तर्गत थैलोफाइटा, ब्रायोफाइटा, टेरिडोफाइटा, जिम्नोस्पर्म एवं एन्जियोस्पर्म आदि पादपं आते हैं।

5. एनीमेलिया – इसके अन्तर्गत ऐसे सभी बहुकोशिक यूकेरियोटी जीवों को रखा गया है, जिनमें कोशिका भित्ति नहीं पाई जाती है। इस वर्ग के जीव विषमपोषी होते हैं। इसके अन्तर्गत सभी अकशेरुकी तथा कशेरुकी जन्तु आते हैं।

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 7 जीवों में विविधता

प्रश्न 4.
पादप जगत के प्रमुख वर्ग कौन हैं? इस वर्गीकरण का क्या आधार है?
उत्तर:
पादप जगत के प्रमुख वर्ग हैं-

  • थैलोफाइटा
  • ब्रायोफाइटा
  • टेरिडोफाइटा
  • जिम्नोस्पर्म तथा
  • एन्जियोस्पर्म।

पादप जगत के वर्गीकरण के आधार-

  • पादप शरीर के प्रमुख घटक पूर्ण रूप से विकसित एवं विभेदित हैं।
  • पादप शरीर में जल, खनिज तथा कार्बनिक भोज्य पदार्थों का संवहन करने के लिए विशिष्ट ऊतकों (जाइलम एवं फ्लोएम) की उपस्थिति है या नहीं।
  • पौधों में बीजधारण की क्षमता है या नहीं।
  • पौधा नग्नबीजी है या आवृतबीजी है।

प्रश्न 5.
जन्तुओं और पौधों के वर्गीकरण के आधारों में मूल अन्तर क्या है?
उत्तर:
जन्तुओं और पौधों के वर्गीकरण के आधारों में मूल अन्तर शारीरिक संगठा का है। पौधों में कोशिका भित्ति पाई जाती है। इनमें प्रकाशसंश्लेषण द्वारा अपना भोजन स्वयं बनाने की क्षमता होती है, अन्तः ये स्वपोषी होते हैं। जन्तुओं में कोशिका भित्ति नहीं होती है इनकी शारीरिक संरचना एवं संगठन जटिल होता है। ये अपना भोजन स्वयं बनाने में सक्षम नहीं होते हैं, अतः ये अपने भोजन के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पौधों पर निर्भर रहते हैं। इसलिए ये परपोषी अथवा विषमपोषी होते हैं।

प्रश्न 6.
वर्टीब्रेटा (कशेरुक प्राणी) को विभिन्न वर्गों में बाँटने के आधार की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
सभी वर्टीब्रेटा जन्तुओं में वास्तविक मेरुदण्ड एवं अन्तः कंकाल पाया जाता है। इसलिए जन्तुओं में पेशियों का वितरण होता है। इनमें ऊतकों एवं अंगों का जटिल विभेदन पाया जाता है। सभी जन्तुओं में नोटोकॉर्ड, मेरुरज्जु, त्रिकोरिक शरीर, युग्मित क्लोम थैली एवं देहगुहा पाई जाती है। पेशियाँ तथा अस्थियाँ प्रचलन में सहायक होती हैं। इन जन्तुओं में नेत्र, कर्ण एवं प्राणेन्द्रियाँ आदि संवेदांग पाये जाते हैं।

वर्टीब्रेटा को उपर्युक्त लक्षणों के आधार पर अग्रलिखित छह: वर्गों में विभाजित किया जाता है-

  • सायक्लोस्टोमेटा
  • मत्स्य
  • जल स्थलचर
  • सरीसृप
  • पक्षी तथा
  • स्तनपायी।

1. सायक्लोस्टोमेटा- ये बिना जबड़े के कशेरुकी हैं। इनका लंबे ईल के आकार का शरीर होता है। इनकी त्वचा शल्क रहित और चिकनी होती है। ये बाह्य परजीवी होते हैं और दूसरे कशेरुकी से संबद्ध होते हैं उदाहरण हैग फिश, पेट्रोमाइजॉन।

2. मत्स्य- ये जलीय जन्तु हैं। इनमें त्वचा पर स्केल पाये जाते हैं। श्वसन क्लोम द्वारा होता है। ये असमतापी प्राणी हैं। कंकाल अस्थियों या उपास्थियों का होता है। ये अण्डे देते हैं। उदाहरण- रोहू, शार्क, लेबियो, हिप्पोकैम्पस आदि।

3. जल स्थलचर-ये जल और स्थल दोनों जगह रहते। ये शल्कहीन, असमतापी व अण्ड प्रजक होते हैं। श्वसन क्लोम, त्वचा तथा फेफड़ों द्वारा होता है। उदाहरण – मेंढक, टोड, सेलामेंडर आदि।

4. सरीसृप – इनका शरीर शल्कों से ढका हुआ, श्वसन फेफड़ों द्वारा, हृदय त्रिकक्षीय, असमतापी व अण्डज प्राणी हैं। ये भूमि पर पेट के बल रेंग कर चलते हैं। उदाहरण- कछुआ, साँप, छिपकली, मगरमच्छ आदि।

5. पक्षी – ये वायु में उड़ते हैं। इनके अग्रपाद पंखों में रूपान्तरित होते हैं। मुख के आगे चोंच होती है। शरीर कोमल परों से ढका होता है। हृदय चार वेश्मी होता है। ये अण्डे देते हैं। उदाहरण- कबूतर, तोता, सारस, कौवा, गौरैया, बतख, मोटर आदि।

6. स्तनपायी – ये समतापी होते हैं। त्वचा पर बाल, स्वेद व तैल ग्रन्थियाँ पाई जाती हैं। हृदय चार कक्षीय, श्वसन फेफड़ों द्वारा, बाह्य कर्ण व स्तन ग्रन्थियाँ पाई जाती हैं। ये बच्चों को जन्म देते हैं। उदाहरण- मनुष्य, बन्दर, गाय, भैंस, शेर, बिल्ली, कुत्ता, कंगारू आदि।

Jharkhand Board Class 9 Science जीवों में विविधता InText Questions and Answers

क्रियाकलाप 7.1. (पा. पु. पृ. सं. 90)
देसी ओर जर्सी गाय की तुलना करें।

प्रश्न 1.
क्या एक देसी गाय, जर्सी गाय के जैसी ही दिखती है?
उत्तर:
नहीं।

प्रश्न 2.
क्या सभी देसी गायें एक जैसी दिखती हैं?
उत्तर:
नहीं।

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 7 जीवों में विविधता

प्रश्न 3.
क्या हम देसी गायों के झुंड में जर्सी गाय को पहचान सकेंगे?
उत्तर:
हाँ।

प्रश्न 4.
पहचानने का हमारा आधार क्या होगा?
उत्तर:
देसी गाय के बड़े सींग तथा कूबड़ होता है। जर्सी गाय में ये नहीं होते।
पृथ्वी पर रहने वाले कुछ जीव तो बहुत छोटे हैं तथा कुछ बहुत बड़े होते हैं। उदाहरण के लिए, बैक्टीरिया को देखने के लिए सूक्ष्मदर्शी का उपयोग करना पड़ता है जबकि 100 m लंबे रेडवुड पेड़ भी होते हैं। चीड़ के वृक्ष हजारों वर्ष तक जीवित रहते हैं जबकि कुछ कीट जैसे मच्छरों का जीवन कुछ दिनों का ही होता है। सभी जीवों के रंग रूप भी अलग-अलग होते हैं।

खंड 7 से संबंधित पाठ्यपुस्तक के प्रश्न (पा. पु. पु. सं. 91)

प्रश्न 1.
हम जीवधारियों का वर्गीकरण क्यों करते हैं?
उत्तर:
संसार में विभिन्न प्रकार के पौधे एवं जन्तु पाये जाते हैं। इनमें से कुछ जीवों की संरचना सरल एवं कुछ की जटिल होती है। उनका सरलतापूर्वक अध्ययन करने के लिए वर्गीकरण किया जाता है, जो उनकी समानताओं एवं असमानताओं पर आधारित होता है।

प्रश्न 2.
अपने चारों ओर फैले जीव रूपों की विभिन्नता के तीन उदाहरण दें।
उत्तर:

  • आकार के आधार पर भिन्नता, जैसे जीवाणु (बैक्टीरिया) का आकार कुछ माइक्रोमीटर होता है, जबकि 30 मीटर लम्बे नीले ह्रेल या केलीफोर्निया में मिलने वाले 100 मीटर लम्बे रेडबुड (सिकोया) के पेड़ भी पाये जाते हैं।
  • आयु के आधार पर भिन्नता, जैसे मच्छर का जीवन काल कुछ दिन का होता है जबकि कछुआ 300 वर्ष तक जीवित रहता है।

खण्ड 7.2 से सम्बन्धित पाठय-पुस्तक के प्रश्न

प्रश्न 1.
आदिम जीव किन्हें कहते हैं? ये तथाकधित उन्नत जीवों से किस प्रकार भिन्न हैं?
उत्तर:
जिन जीवों की शारीरिक संरचना में प्राचीन काल से लेकर आज तक कोई खास (महत्वपूर्ण) परिवर्तन नहीं हुआ है उनको आदिम जीव कहते हैं। किन्तु ऐरो जीव जिनकी शारीरिक संरचना में विकास के दौरान पर्याप्त प।रंवर्तन हुआ है, उनको उन्नत जीव कहते हैं।

प्रश्न 2.
क्या उन्नत जीव और जटिल जीव एक होते हैं?
उत्तर:
नहीं, उन्नत जीव और जटिल भिन्न होते हैं।

खण्ड 7.3 से सम्बन्धित पाठ्य-पुस्तक के प्रश्न (पा. पु. पृ. सं. 96)

प्रश्न 1.
मोनेरा अथवा प्रोटिस्टा जैसे जीवों के वर्गीकरण के मापदण्ड क्या हैं?
उत्तर:
मोनेरा के मापदण्ड-

  • इस वर्ग के कुछ जीवों में कोशिका भित्ति पाई जाती है और कुछ में नहीं।
  • इन जीवों में न तो संगठित केन्द्रक और कोशिकांग होते हैं और न ही उनका शरीर बहुकोशिक होता है।
  • ये स्वपोषी तथा विषमपोषी दोनों होते हैं।

प्रोटिस्टा के मापदण्ड-

  • इस वर्ग के जीवों के शरीर में गमन के लिए सीलिया, फ्लैजेला नामक संरचनाएँ होती हैं।
  • इस वर्ग के जीव एककोशिक होते हैं।
  • ये स्वपोषी और विषमपोषी दोनों तरह के होते हैं।

प्रश्न 2.
प्रकाश संश्लेषण करने त्राले एककोशिक यूकेरियोटी जीव को आप किस जगत् में रखेंगे?
उत्तर:
प्रकाश संश्लेषण करने वाले एककोशिक यूकेरियोटी जीव को प्रोटिस्टा वर्ग में रखेंगे।

प्रश्न 3.
वर्गीकरण के विभिन्न पदानुक्रमों में किस समूह में सर्वाधिक समान लक्षण वाले सबसे कम जीवों को और किस समूह में सबसे ज्यादा संख्या में जीवों को रखा जायेगा?
उत्तर:
सबसे कम संख्या में समान लक्षण वाले जीवों को जाति (स्पीशीज) में तथा सबसे ज्यादा संख्या में समान लक्षण वाले जीवों को जगत (किंगडम) में रखा जायेगा।

क्रियाकलाप 7.2.
भिगोये हुए चने, गेहूँ, मक्का, मटर और इमली के बीज लिए। ये बीज जल अवशोषित करके नरम हो जाते हैं। इन बीजों को दो बराबर भागों में बाँटते हैं। जिन बीजों में दो दालें दिखाई देती हैं वे द्विबीजपत्री कहलाते हैं। जो बीज नहीं फूटते और दालें नहीं दिखाई देती हैं वे एक बीजपत्री कहलाते हैं। अब इन पौधों की जड़ों पत्तियों और फलों के लक्षणों का निरीक्षण करते हैं।

प्रश्न 1.
एक बीजपत्री पौधों के लक्षण लिखो।
उत्तर:
एक बीजपत्री पौधों के बीजों को भिगोने और उनको फाड़ने पर दो दालें दिखाई नहीं देती हैं।

प्रश्न 2.
चना तथा मटर के बीजों में कितने बीजपत्र होते हैं?
उत्तर:
चना तथा मटर के बीजों में दो-दो बीजपत्र होते हैं।

प्रश्न 3.
एक बीजपत्री पौधों में कैसी जड़ें होती हैं?
उत्तर:
एक बीजपत्री पौधों में रेशेदार जड़ें होती हैं।

प्रश्न 4.
द्विबीजपत्री पौधों की पत्तियों में किस तरह का शिरा विन्यास होता है?
उत्तर:
द्विबीजपत्री पौधों की पत्तियों में जालिकावत् शिरा विन्यास होता है।

खड 7.4 से सम्बन्धित पाठ्य पुस्तक के प्रश्न (पा. पु. पू. सं. 99)

प्रश्न 1.
सरलतम पौधों को किस वर्ग में रखा गया है?
उत्तर:
सरलतम पौधों को थैलोफाइटा वर्ग में रखा गया है।

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 7 जीवों में विविधता

प्रश्न 2.
टैरिडोफाइट और फैनरोगैम में क्या अन्तर है?
उत्तर:

टेरिडोफाइट फैनरोगैम
1. इनमें नग्न भ्रूण पाए जाते हैं, जिन्हें बीजाणु कहते हैं। 1. इनमें जनन ऊतक पूर्ण विकसित एवं विभेदित होते हैं।
2. जननांग अप्रत्यक्ष होते हैं। 2. इनमें पुष्प तथा बीजों का निर्माण होता है।
3. ये पौधे बीज रहित होते हैं। 3. ये बीज युक्त पौधे होते हैं।

प्रश्न 3.
जिम्नोस्पर्म और एन्जियोस्पर्म एक-दूसरे से किस प्रकार भिन्न हैं?
उत्तर:

जिम्नोस्पर्म एन्जियोस्पर्म
1. इनमें बीज फलों के अन्दर बन्द नहीं होते हैं अर्थात् बीज नग्न होते हैं। 1. इनमें बीज फलों के अन्दर बन्द रहते हैं; अर्थात् ये आवृतबीजी होते हैं।
2. इनमें जनन रचनाएँ शंकु कहलाती हैं।
उदाहरण – साइकस, पाइनस।
2. इनमें जनन रचनाएँ पुष्प कहलाती हैं।
उदाहरण-गेहूँ, चावल, चना, मटर, सेम।

खण्ड 7.5 से सम्बन्धित पाठ्य-पुस्तक के प्रश्न (पा. पु. पृ. सं. 105)

प्रश्न 1.
पोरीफेरा और सिलेंटरेटा वर्ग के जन्तुओं में क्या अन्तर है?
उत्तर:
अन्तर

पोरीफेरा सिलेंटरेटा
1. ये छिद्रयुक्त व अचल जीव हैं जो किसी आधार से चिपके रहते हैं। 1. ये जलीय जन्तु हैं। इनके शरीर में एक छिद्र होता है।
2. इनमें नालतन्त्र पाया जाता है। 2. इनमें देहगुहा (सीलेन्ट्रोन) पाई जाती है।
3. इनमें ऊतकों का विभेदन नहीं होता है। 3. इनमें शारीरिक संगठन ऊतकीय स्तर का होता है।

प्रश्न 2.
एनीलिडा के जन्तु, आर्थ्रोपोडा के जन्तुओं से किस प्रकार भिन्न हैं?
उत्तर:
भिन्नता

एनीलिडा आर्थ्र्रोपोडा
1. इनका शरीर द्विपार्श्वसममित एवं त्रिकोरक होता है। 1. इनमें भी द्विपाशर्वसममित होती है।
2. परिसंचरण तन्त्र खुला होता है। 2. परिसंचरण तन्त्र बन्द प्रकार का होता है।
3. देहगुहा रक्त से भरी होती है। 3. देहगुहा रक्त से भरी नहीं होती है।
4. इनमें जोड़दार टाँगें नहीं होती हैं। 4. इनमें जोड़दार टाँगें होती हैं।

प्रश्न 3.
जल स्थलचर और सरीसृप में क्या अन्तर है?
उत्तर:
अन्तर

जल स्थलचर सरीसृप
1. इनके शरीर पर शल्क नहीं होते हैं। 1. इनके शरीर पर शल्क होते हैं।
2. त्वचा पर श्लेष्म ग्रन्थियाँ होती हैं। 2. श्लेष्म ग्रन्थियाँ नहीं होती हैं।
3. श्वसन क्लोम, त्वचा अथवा फेफड़ों द्वारा होता है। 3. श्वसन केवल फेफड़ों द्वारा होता है।
4. ये अण्डे जल में देते हैं और इनके अण्डे कवच रहित होते हैं। 4. ये अण्डे स्थल पर देते हैं और इनके अण्डे कवचयुक्त होते हैं।

प्रशुन 4.
पक्षी वर्ग और स्तनपायी वर्ग के जन्तुओं में क्या अन्तर है?
उत्तर:
अन्तर

पक्षी स्तनपायी
1. त्वचा परों से ढकी रहती है। 1. त्वचा पर बाल, स्वेद व तेल ग्रन्थियाँ पाई जाती हैं।
2. अगली टाँगें उड़ने के लिए पंखों (Wings) में रूपान्तरित होती हैं। 2. अगली टाँगें प्रचलन तथा हाथ वस्तुओं को पकड़ने के लिए उपयोजित होते हैं।
3. कर्णपल्लव तथा स्तनग्रन्थियाँ नहीं पाई जाती हैं। 3. कर्ण पल्लव तथा स्तनग्रन्थियाँ पाई जाती हैं।
4. ये अण्डे देते हैं। 4. ये प्रायः शिशुओं को जन्म देते हैं।
5. इनके मुख के आगे चोंच होती है। 5. इनमें चोंच नहीं होती है।

क्रियाकलाप 7.3 (पा. पु. पृ. सं. 105)
निम्नलिखित जन्तुओं और पौधों के नाम जितनी भाषाओं में सम्भव हो सके आप बताएँ-
1. चीता 2. मोर 3. चींटी 4. नीम 5. कमल 6. आलू [नोट-अध्यापक की सहायता से छात्र स्वयं करें।] (पा. पु. पृ. सं. 106)

क्रियाकलाप 7.4 (पा. पु. पृ. सं. 106)
किन्हीं पाँच जन्तुओं और पौधों के वैज्ञानिक नाम का पता लगाइए। क्या इनके वैज्ञानिक नामों और सामान्य नामों में कोई समानता है?

क्रियाकलाप 7.3 तथा 7.4 से सम्बन्धित प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
किन्हीं पाँच जन्तुओं के वैज्ञानिक नाम बताओ।
उत्तर:

सामान्य नाम वैज्ञानिक नाम
1. शेर फेलिस लिओ (Falis leo)
2. चीता फेलिस टाइग्रिस (Falis trigris)
3. कुत्ता केनिस फेमिलीएरिस (Canis familiaris)
4. मनुष्य होमो सेपियन्स (Homo sepiance)
5. हाथी एलीफस इण्डिकस (Elephus indicus)

प्रश्न 2.
किन्हीं पाँच पौधों के वैज्ञानिक नाम बताओ।
उत्तर:

सामान्य नाम वैज्ञानिक नाम
1. सरसों ब्रेसिका कमपेस्ट्रिस (Brassica campestris)
2. आलू सोलेनम ट्यूबरोसम (Solanum tuberosum)
3. मटर पाइसम सेटाइवम (Pisum sativum)
4. गेहूँ ट्रिटिकम सेटाइवम (Triticum sativum)
5. तुलसी ओसिमम सेंक्टम (Ocimum sanctum)

प्रश्न 3.
जन्तुओं के वर्गीकरण का चार्ट बनाइए।
उत्तर:
प्राणी
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 7 जीवों में विविधता 1

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 6 ऊतक

Jharkhand Board JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 6 ऊतक Important Questions and Answers.

JAC Board Class 9 Science Important Questions Chapter 6 ऊतक

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1. विभज्योतक ऊतक होता है-
(a) मूलरोम में
(b) पत्ती में
(c) तना के शीर्ष पर
(d) पुष्प में।
उत्तर:
(c) तना के शीर्ष पर।

2. विभज्योतक कोशिकाएँ होती हैं-
(a) पतली भित्ति वाली
(b) लिग्निन युक्त
(c) बहुकेन्द्रकी
(d) कोई भी नहीं।
उत्तर:
(a) पतली भित्ति वाली।

3. विभज्योतक किसके लिए उत्तरदायी है?
(a) खाद्य संश्लेषण
(b) खाद्य भण्डारण
(c) कोशिका विभाजन
(d) कोशिका परिपक्वन।
उत्तर:
(c) कोशिका विभाजन।

4. प्रकाश संश्लेषण की क्रिया होती है-
(a) क्लोरेन्काइमा में
(b) स्क्लेरेन्काइमा में
(c) कॉलेन्काइमा में
(d) इन सभी में।
उत्तर:
(a) क्लोरेन्काइमा में।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 6 ऊतक

5. लिग्निन कोशिकाओं को कैसा बनाता है-
(a) दृढ़
(b) लचीली
(c) कमजोर
(d) पतली।
उत्तर:
(a) दृढ़।

6. दृढ़ ऊतक की भित्ति होती है-
(a) पेक्टिन युक्त
(b) लिग्निन युक्त।
(c) सुबेरियन युक्त
(d) क्यूटिन युक्त।
उत्तर:
(b) लिग्निन युक्त

7. कोशिकाओं का वह समूह जो उत्पत्ति, संरचना व कार्य में समान होता है, कहलाता है-
(a) ऊतक
(b) अंग
(c) अंग तन्त्र
(d) जाइलम
उत्तर:
(a) ऊतक।

8. लम्बी, लिग्निनयुक्त, उपस्थित होती हैं-
(a) जाइलम में
(b) फ्लोएम में
(c) स्क्लेरेन्काइमा में
(d) पैरेन्काइमा में।
उत्तर:
(a) जाइलम में।

9. चालनी नलिकाएँ पायी जाती हैं-
(a) जाइलम में
(b) फ्लोएम में।
(c) कैम्बियम में
(d) विभज्योतक में।
उत्तर:
(b) फ्लोएम में।

10. आँत के भीतरी अस्तर में एपीथीलियम होती है-
(a) शल्की एपीथीलियम
(b) स्तम्भाकार एपीथीलियम
(c) पक्ष्माभी एपीथीलियम
(d) घनाकार एपीथीलियम
उत्तर:
(b) स्तम्भाकार एपीथीलियम।

11. रुधिर के तरल आधात्री भाग को कहते हैं-
(a) R.B.C
(c) प्लेटलेट्स
(b) W.B.C
(d) प्लाज्मा।
उत्तर:
(d) प्लाज्मा।

12. संकुचनशीलता का गुण पाया जाता है-
(a) तन्त्रिका कोशिका में
(b) पेशी ऊतक में
(c) संयोजी ऊतक में
(d) उपर्युक्त सभी में।
उत्तर:
(b) पेशी ऊतक में।

13. किस पेशी ऊतक की कोशिकाएँ शाखित होती हैं?
(a) रेखित पेशियाँ
(c) हृदयक पेशियाँ
(b) अरेखित पेशियाँ
(d) माँसपेशियाँ।
उत्तर:
(c) हृदयक पेशियाँ।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 6 ऊतक

14. अरेखित पेशियाँ पायी जाती हैं-
(a) हृदय में
(b) आमाशय में।
(c) जाँघ में
(d) बाँह में।
उत्तर:
(b) आमाशय में

15. कौन से पेशी ऊतक जन्तु की इच्छानुसार कार्य करते हैं?
(a) रेखित
(b) अरेखित
(c) हृदयक
(d) कोई भी नहीं।
उत्तर:
(a) रेखित।

16. तन्त्रिका कोशिका को कहते हैं-
(a) न्यूरॉन
(b) एक्सोन
(c) डेन्ड्राइट
(d) कोशिकाकाय।
उत्तर:
(a) न्यूरॉन।

रिक्त स्थान भरो-

  1. ………………… में क्लोरोफिल पाया जाता है।
  2. जाइलम की कोशिका भित्ति ………………… होती है।
  3. अस्थि के अंत: कोशीय स्थान में ………………… और …………………. को लवण भरे होते हैं।
  4. अस्थि एक ………………… ऊतक का उदाहरण है।

उत्तर:

  1. पैरेन्काइमा
  2. मोटी
  3. कैल्सियम, फॉस्फोरस,
  4. संयोजी।

सुमेलन कीजिए-

कॉलम ‘क’ कॉलम ‘ख’
1. पैरेन्काइमा (क) लिग्निन का जमना
2. कोलेन्काइमा (ख) पौधे को दृढ़ता प्रदान करना
3. स्कलेरेन्काइमा (ग) भोजन संचित
4. जाइलम फाइबर (घ) पेक्टिन का कोनों में जमना

उत्तर:
1. (ग) भोजन संचित
2. (घ) पेक्टिन का कोनों में जमना
3. (क) लिग्निन का जमना
4. (ख) पौधे को दृढ़ता प्रदान करना

सत्य / असत्य 

  1. अंतर्विष्ट विभज्योत्तक तने व जड़ के शीर्ष पर स्थित होता है।
  2. एपीडर्मिस पौधे को सुरक्षा प्रदान करता है।
  3. कोलेन्काइमा की कोशिका भित्ति पतली होती है।
  4. हृदय पेशी बेलनाकार व शाखित होती हैं।

उत्तर:

  1. असत्य
  2. सत्य
  3. सत्य
  4. सत्य

अतिलघुत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
पादप ऊतकों के दो मुख्य वर्गों के नाम लिखो।
उत्तर:
पादप ऊतकों के दो मुख्य वर्ग हैं-

  • विभज्यो-तक
  • स्थायी ऊतक।

प्रश्न 2.
पौधों में विभज्योतक कहाँ-कहाँ होता है?
उत्तर:
पौधों में विभज्योतक (मैरिस्टमेटिक टिशू) निम्नलिखित वृद्धि क्षेत्रों में होता है-

  • जड़ तथा तने के अग्रस्थ भाग में शीर्षस्थ विभज्योतक
  • जड़ की पर्व सन्धियों पर अन्तर्विष्ट विभज्योतक
  • जड़ तथा तने के पार्श्व में पाश्र्वय विभज्योतक

प्रश्न 3.
विभज्योतक की मुख्य विशेषता क्या है?
उत्तर:
विभज्योतक की कोशिकाएँ निरन्तर विभाजित होती रहती हैं जिससे यह ऊतक पौधों की लम्बाई में वृद्धि में सहायता करता है।

प्रश्न 4.
श्रम विभाजन किसे कहते हैं?
उत्तर:
बहुकोशिकीय जीवों में भिन्न-भिन्न कोशिकाओं के समूह भिन्न-भिन्न कार्य करते हैं। इसे श्रम विभाजन कहते हैं।

प्रश्न 5.
किस पादप ऊतक के पास रसधानी नहीं होती है?
उत्तर:
विभज्योतक के पास रसधानी नहीं होती है।

प्रश्न 6.
विभेदीकरण किसे कहते हैं?
उत्तर:
एक विशिष्ट कार्य करने के लिए विभज्योतक के स्थायी रूप और आकार लेने की क्रिया को विभेदीकरण कहते हैं।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 6 ऊतक

प्रश्न 7.
स्थायी ऊतक कैसे बनते हैं?
उत्तर:
विभज्योतक की कोशिकाएँ विभाजित होकर स्थायी ऊतक बनाती है।

प्रश्न 8.
क्लोरोफिल युक्त कोशिकाओं को क्या कहते हैं?
उत्तर:
क्लोरोफिल युक्त कोशिकाओं को क्लोरेन्काइमा कहते हैं।

प्रश्न 9.
जलीय पौधों में तैरने का गुण किस कारण से होता है?
उत्तर:
जलीय पौधों के पैरेन्काइमा की कोशिकाओं के मध्य बड़ी-बड़ी गुहिकाएँ होती हैं जो पौधों को तैरने के लिए उत्प्लावन बल प्रदान करती हैं।

प्रश्न 10.
पौधों में लचीलापन का गुण किस कारण होता है?
उत्तर:
पौधों में लचीलेपन का गुण कॉलेन्काइमा के कारण होता है।

प्रश्न 11.
पौधों में कठोरता और मजबूती किस ऊतक के कारण होती है?
उत्तर:
पौधों में कठोरता और मजबूती स्क्लेरेन्काइमा के कारण होती है।

प्रश्न 12.
स्क्लेरेन्काइमा ऊतक की कोशिकाएँ किस प्रकार की होती हैं?
उत्तर:
स्क्लेरेन्काइमा ऊतक की कोशिकाएँ मृत, लम्बी और पतली होती हैं।

प्रश्न 13.
स्क्लेरेन्काइमा ऊतक की भित्ति किस पदार्थ के कारण मोटी होती है?
उत्तर:
स्क्लेरेन्काइमा ऊतक की भित्ति लिग्निन नामक रासायनिक पदार्थ के कारण मोटी होती है।

प्रश्न 14.
शुष्क स्थानों में पाये जाने पादपों की एपीडर्मिस मोटी क्यों होती है ?
उत्तर:
शुष्क स्थानों में पाये जाने वाले पादपों की एपीडर्मिस जल की हानि कम करके उनकी रक्षा करने के लिए मोटी होती है।

प्रश्न 15.
पत्तियों की एपीडर्मिस में छोटे-छोटे छिद्रों को क्या कहते हैं?
उत्तर:
पत्तियों की एपीडर्मिस में छोटे-छोटे छिद्रों की स्टोमेटा कहते हैं।

प्रश्न 16.
रक्षी कोशिकाएँ कहाँ पायी जाती हैं?
उत्तर:
रक्षी कोशिकाएँ स्टोमेटा में पायी जाती हैं।

प्रश्न 17.
मरुस्थली पौधों की बाहरी सतह पर किस पदार्थ का लेप होता है?
उत्तर:
मरुस्थली पौधों की बाहरी सतह की एपीडर्मिस ..मैं क्यूटिन नामक रासायनिक पदार्थ का लेप होता है।

प्रश्न 18.
छाल की भित्ति पर हवा और पानी के प्रवेश को रोकने के लिए कौन सा रासायनिक पदार्थ होता है?
उत्तर:
सुबेरिन नामक रासायनिक पदार्थ होता है।

प्रश्न 19.
जटिल ऊतक किसे कहते हैं?
उत्तर:
एक से अधिक प्रकार की कोशिकाओं से मिलकर बने ऊतक जो एक साथ मिलकर एक इकाई की तरह कार्य करते हैं, उन्हें जटिल ऊतक कहते हैं।

प्रश्न 20.
जटिल ऊतकों के दो उदाहरण दो।
उत्तर:
जाइलम तथा फ्लोएम जटिल ऊतक हैं।

प्रश्न 21.
संवहन ऊतक कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
जाइलम तथा फ्लोएम संवहन ऊतक हैं।

प्रश्न 22.
स्थायी ऊतक किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
ऐसे ऊतक जिनमें विभाजन की क्षमता नष्ट हो जाती है, उन्हें स्थायी ऊतक कहते हैं।

प्रश्न 23.
स्थायी ऊतक कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
स्थायी ऊतक दो प्रकार के होते हैं-

  • साधारण ऊतक
  • जटिल ऊतक।

प्रश्न 24.
साधारण (सरल) ऊतकों के नाम लिखिये।
उत्तर:
पैरेन्काइमा, कॉलेन्काइमा तथा स्क्लेरेन्काइमा।

प्रश्न 25.
विभिन्न प्रकार के जन्तु ऊतकों के नाम लिखो।
उत्तर:
जन्तुओं में चार प्रकार के ऊतक होते हैं-

  • एपीथीलियम ऊतक
  • संयोजी ऊतक
  • पेशीय ऊतक और
  • तन्त्रिका ऊतक।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 6 ऊतक

प्रश्न 26.
एपीथीलियमी ऊतक क्या है?
उत्तर:
जन्तु शरीर को ढकने या बाह्य रक्षा प्रदान करने तथा शरीर के अन्दर स्थित अंगों को ढकने वाले ऊतक एपीथीलियमी ऊतक हैं।

प्रश्न 27.
आहारनली और मुँह का अस्तर किससे ढका होता है?
उत्तर:
आहारनली और मुँह का अस्तर शल्की एपीथीलियम से ढका होता है।

प्रश्न 28.
त्वचा को कटने-फटने से बचाने के लिए कौन सा एपीथीलियम ऊतक होता है?
उत्तर:
त्वचा को कटने-फटने से बचाने के लिए स्तरित शल्की एपीथीलियम ऊतक कार्य करता है।

प्रश्न 29.
स्तम्भाकार एपीथीलियम ऊतक किस जगह पाया जाता है?
उत्तर:
स्तम्भाकार एपीथीलियम ऊतक आँत के भीतरी अस्तर में पाया जाता है, जहाँ अवशोषण क्रिया होती है।

प्रश्न 30.
घनाकार एपीथीलियम ऊतक का क्या कार्य है?
उत्तर:
घनाकार एपीथीलियम ऊतक वृक्कीय नली तथा लार ग्रन्थि की नली के अस्तर का निर्माण करता है और उन्हें यान्त्रिक सहारा प्रदान करता है।

प्रश्न 31.
ग्रन्थिल एपीथीलियम किसे कहते हैं?
उत्तर:
एपीथीलियम ऊतक का कुछ भाग अन्दर की ओर मुड़कर एक बहुकोशिक ग्रन्थि का निर्माण करता है। यह ग्रन्थिल एपीथीलियम कहलाता है।

प्रश्न 32.
पक्ष्माभी स्तम्भाकार एपीथीलियम कहाँ स्थित होती है?
उत्तर:
पक्ष्माभी स्तम्भाकार एपीथीलियम श्वास नली में स्थित होती है।

प्रश्न 33.
रक्त किस प्रकार का ऊतक है?
उत्तर:
रक्त तरल संयोजी ऊतक है।

प्रश्न 34.
रक्त के तरल भाग को क्या कहते हैं?
उत्तर:
रक्त के तरल भाग को प्लाज्मा कहते हैं।

प्रश्न 35.
प्लाज्मा में कितने प्रकार की कोशिकाएँ होती हैं?
उत्तर:
प्लाज्मा में तीन प्रकार की कोशिकाएँ होती हैं-

  • लाल रक्त कोशिकाएँ (RBC)
  • श्वेत रक्त कोशिकाएँ (WBC) तथा
  • प्लेटलेट्स।

प्रश्न 36.
रक्त का कार्य बताओ।
उत्तर:
रक्त का कार्य गैसों शरीर के पचे हुए भोजन, हॉर्मोन्स और उत्सर्जी पदार्थों को शरीर के एक भाग से दूसरे भाग में संवहन करना है।

प्रश्न 37.
अस्थि संयोजी ऊतक का कार्य क्या है?
उत्तर:
अस्थि संयोजी ऊतक शरीर के कंकाल (पंजर) का निर्माण कर शरीर को आकार प्रदान करता है, माँसपेशियों को सहारा देता है तथा शरीर के मुख्य अंगों को सहारा प्रदान करता है।

प्रश्न 38.
अस्थि कोशिकाएँ किस पदार्थ के कारण कठोर होती हैं?
उत्तर:
अस्थि कोशिकाएँ कैल्सियम तथा फॉस्फोरस के कारण कठोर होती हैं।

प्रश्न 39.
अस्थियों को माँसपेशियों से कौन जोड़ता है?
उत्तर:
अस्थियों को माँसपेशियों से संयोजी ऊतक कंडरा (Tendon) जोड़ता है।

प्रश्न 40.
कंडरा ऊतक कैसे होते हैं?
उत्तर:
कंडरा मजबूत तथा सीमित लचीलेपन वाले रेशेदार ऊतक होते हैं।

प्रश्न 41.
उपास्थि क्या है?
उत्तर:
उपास्थि (Cartilage) संयोजी ऊतक है, जो अस्थियों के जोड़ों को चिकना बनाती है। उपास्थि नाक, कान, कंठ और श्वास नली में उपस्थित होती है।

प्रश्न 42.
एरियोलर संयोजी ऊतक कहाँ पाया जाता है?
उत्तर:
एरियोलर संयोजी ऊतक त्वचा और माँसपेशियों के बीच रक्त नलिका के चारों ओर तथा नसों और अस्थि मज्जा में पाया जाता है।

प्रश्न 43.
वसा का संचय कहाँ होता है?
उत्तर:
वसा का संचय (संग्रह) त्वचा के नीचे भीतरी अंगों के बीच वसामय ऊतक (एडीपोज ऊतक) में होता है। वसा का संग्रह होने के कारण यह ऊष्मा का कुचालक होता है।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 6 ऊतक

प्रश्न 44.
पेशीय ऊतक कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
पेशीय ऊतक तीन प्रकार के होते हैं- रेखित, अरेखित तथा हृदयक।

प्रश्न 45.
पेशियों में गति किस कारण होती है?
उत्तर:
पेशियों में संकुचनशील प्रोटीन होती है। इसके संकुचन एवं प्रसार के कारण अंगों में गति होती है।

प्रश्न 46.
अरेखित पेशियों की गति का नियन्त्रण कौन सी पेशियाँ करती हैं?
उत्तर:
अरेखित पेशियों की गति को चिकनी पेशियाँ या अनैच्छिक पेशियाँ नियन्त्रित करती हैं।

प्रश्न 47.
अति शीघ्र उत्तेजित होने वाली कोशिकाओं का नाम लिखो।
उत्तर:
तन्त्रिका ऊतक की कोशिकाएँ अति शीघ्र उत्तेजित हो जाती हैं।

प्रश्न 48.
तन्त्रिका ऊतक कौन से अंगों में पाया जाता है?
उत्तर:
तन्त्रिका ऊतक मस्तिष्क, सुषुम्ना (मेरुरज्जु) तथा तन्त्रिकाओं में उपस्थित होता है।

प्रश्न 49.
न्यूरॉन किसे कहते हैं?
उत्तर:
तन्त्रिका ऊतक की कोशिकाओं को न्यूरॉन कहते है।

प्रश्न 50.
डेन्ड्राइट क्या है?
उत्तर:
न्यूरॉन के कोशिकाकाय से निकले हुए पतले तन्तुओं को डेन्ड्राइट कहते हैं।

प्रश्न 51.
एक तन्त्रिका कोशिका (न्यूरॉन) कितनी लम्बी हो सकती है?
उत्तर:
एक तन्त्रिका कोशिका (न्यूरॉन) 1 मीटर तक लम्बी हो सकती है।

प्रश्न 52.
एक्सॉन किसे कहते हैं?
उत्तर:
प्रत्येक न्यूरॉन में एक लम्बा प्रवर्ध होता है, जिसे एक्सॉन कहते हैं।

प्रश्न 53.
न्यूरॉन में केन्द्रक कहाँ उपस्थित होता है?
उत्तर:
न्यूरॉन में केन्द्रक कोशिकाकाय (Cyton) में उपस्थित होता है।

लघुत्तरात्मक एवं दीर्घ उत्तरीय

प्रश्न 1.
ऊतक किसे कहते हैं? पादप ऊतकों के नाम बताओ।
उत्तर:
ऊतक (Tissues) – समान उत्पत्ति, संरचना तथा कार्य करने वाली कोशिकाओं के समूह को ऊतक कहते हैं।
पादप ऊतकों के विभिन्न प्रकार-
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 6 ऊतक 1

प्रश्न 2.
विभज्योतक के विशिष्ट लक्षण बताओ।
उत्तर:
विभज्योतक के विशिष्ट लक्षण-

  • इसकी कोशिकाएँ समान होती हैं।
  • इसकी कोशिकाएँ पतली कोशिका भित्ति वाली तथा सेल्यूलोज की बनी होती हैं।
  • कोशिकाओं का आकार गोल, अण्डाकार या बहुभुजी होता है।
  • कोशिकाओं के बीच अंतर्कोशिकीय स्थान नहीं होता है।
  • कोशिकाओं में पर्याप्त कोशिकाद्रव्य और स्पष्ट केन्द्रक होता है।
  • इनमें रिक्तिकाओं का अभाव होता है।
  • ये सदैव विभाजन करती रहती हैं।

प्रश्न 3.
स्थिति के आधार पर पौधों में कितने प्रकार के विभज्योतक होते हैं?
उत्तर:
विभज्योतक के प्रकार स्थिति के आधार पर ये ऊतक निम्नोक्त तीन प्रकार के होते हैं-

  • शीर्षस्थ विभज्योतक (Apical meristem) – यह तने, जड़ व शाखाओं के अग्रभाग में स्थित होते हैं।
  • अंतर्वेशी विभज्योतक (Inter calary meristem) – यह पत्तियों के आधार, एकबीजपत्री पत्तियों में जैसे- घास, गाँठों (पर्वों) के आधार के नीचे, गाँठों के ऊपरी भाग के ऊपर पाये जाते हैं।
  • पाश्वय विभज्योतक (Lateral meristem) – यह संवहन बंडलों में केम्बियम के रूप में पाया जाता है। यह ऊतक द्विबीजपत्री तनों एवं जड़ के पार्श्व भागों में मिलता है। यह जड़ तथा तने की मोटाई (चौड़ाई) में वृद्धि में सहायक होता है।

प्रश्न 4.
सुरक्षात्मक ऊतक का संक्षेप में वर्णन करो।
उत्तर:
सुरक्षात्मक ऊतक यह पादप शरीर का बाहरी आवरण होता है। यह आवरण एक कोशिकीय तथा मोटा होता है, मरुस्थलीय पौधों की बाहरी सतह वाले एपीडर्मिस में क्यूटिन (एक जल अवरोधक रासायनिक पदार्थ) का लेप होता है। यह पादप शरीर के आन्तरिक ऊतक को सुरक्षा प्रदान करता है।

जैसे-जैसे वृक्ष की आयु बढ़ती है, उसके बाह्य सुरक्षात्मक ऊतकों में कुछ परिवर्तन होता है बाहरी सतह की कोशिकाएँ मोटी छाल का निर्माण करती हैं। इन छालों की कोशिकाएँ मृत होती हैं। ये बिना अन्तः कोशिकीय स्थानों में व्यवस्थित होती हैं। इनकी भित्ति पर सुबेरियन नामक रसायन होता है जो इन खलों को हवा एवं पानी के लिए अभेद्य बनाता है।
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 6 ऊतक 2

प्रश्न 5.
स्थायी ऊतक की विशेषताएँ बताओ।
उत्तर:
स्थायी ऊतक की विशेषताएँ-

  • इस ऊतक की कोशिकाओं में विभाजन की क्षमता नहीं होती है।
  • ये विभज्योतकी ऊतकों के विभाजन के पश्चात् बनती हैं।
  • कोशिकाओं की आकृति, माप तथा संरचना निश्चित होती है।
  • इनमें रिक्तिकायुक्त कोशिकाद्रव्य होता है।
  • स्थायी ऊतक जीवित हो सकते हैं; जैसे- पैरेन्काइमा या मृत हो सकते हैं जैसे- स्क्लेरेन्काइमा।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 6 ऊतक

प्रश्न 6.
सरल स्थायी ऊतक किन्हें कहते हैं? ये कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
सरल स्थायी ऊतक ऐसे ऊतक जो एक ही प्रकार की कोशिकाओं के समूह होते हैं, उन्हें सरल स्थायी ऊतक कहते हैं ये ऊतक निर्माण, संरचना एवं कार्यों में समान होते हैं। ये ऊतक तीन प्रकार के होते हैं-

  • पैरेन्काइमा
  • कॉलेन्काइमा
  • स्क्लेरेन्काइमा।

प्रश्न 7.
जाइलम तथा फ्लोएम के कार्य बताओ।
उत्तर:
जाइलम का कार्य ये जल तथा उसमें घुलित खनिज लवणों को जड़ से लेकर पौधों के ऊपरी भागों तक स्थानान्तरित करते हैं। ये पौधे को यान्त्रिक शक्ति भी प्रदान करते हैं। फ्लोएम का कार्य ये पत्तियों द्वारा निर्मित भोजन को पौधे के विभिन्न भागों में स्थानान्तरित करते हैं।

प्रश्न 8.
संवहन बंडल किन्हें कहते हैं? इनका क्या कार्य है?
उत्तर:
संवहन बंडल – ये जटिल पादप ऊतक – जाइलम व फ्लोएम से मिलकर बने होते हैं। इनका मुख्य कार्य पानी, खनिज लवण और खाद्य पदार्थों का स्थानान्तरण करना है।

प्रश्न 9.
संयोजी ऊतक के कार्य लिखिए तथा विभिन्न प्रकार के संयोजी ऊतकों के नाम लिखिए।
उत्तर:
संयोजी ऊतक के कार्य-संयोजी ऊतक शरीर के विभिन्न अंगों को जोड़ते हैं, सहारा देते हैं और एक-दूसरे से बाँधे रहते हैं। कंकाल संयोजी ऊतक शरीर को निश्चित आकार प्रदान करता है व शरीर के कोमल अंगों की सुरक्षा करता है। वसा ऊतक वसा का भण्डारण करने में सहायक है। तरल संयोजी ऊतक रक्त तथा लसीका पदार्थों का परिवहन कार्य करते हैं। हमारे शरीर में पाये जाने वाले विभिन्न प्रकार के संयोजी ऊतक हैं-अस्थि, उपास्थि कंडरा, स्नायु रक्त अस्थि तथा उपास्थि के आधात्री (मेट्रिक्स) ठोस होता है, जबकि रक्त का मेट्रिक्स द्रव होता है।

प्रश्न 10.
कंडरा तथा स्नायु में अन्तर बताओ।
उत्तर:
कंडरा तथा स्नायु में अन्तर:

कंडरा (Tendon) स्नायु (Ligament)
1. यह माँसपेशियों को अस्थियों से जोड़ता है। 1. यह अस्थियों को आपस में बाँधे रखता है।
2. यह कठोर तथा सीमित लोचदार ऊतक होता है। 2. यह सघन, लचीला तथा रेशेदार ऊतक होता है।

प्रश्न 11.
रेखित तथा अरेखित पेशी में अन्तर बताइये।
उत्तर:
रेखित तथा अरेखित पेशी में अन्तर

रेखित पेशी अरेखित पेशी
1. इसकी कोशिकाएँ बेलनाकार एवं अशाखित होती हैं। 1. इसकी कोशिकाएँ तर्कु रूप लम्बी व दोनों सिरों पर नुकीली होती हैं।
2. इनमें गहरी व हल्की धारियाँ होती हैं। 2 इनमें पेशी तन्तुक होते हैं।
3. रेखित पेशी कोशिका बहुकेन्द्रकी होती हैं। 3. इसकी कोशिका में केवल एक केन्द्रक मध्य में होता है।
4. ये जन्तु की इच्छा से सिकुड़ती व फैलती हैं ; अतः ये ऐच्छिक होती हैं। 4. ये स्वतः ही सिकुड़ती व फैलती हैं; अतः ये अनैच्छिक होती हैं।
5. ये अस्थियों से जुड़ी रहती हैं; अतः इन्हें कंकाल पेशी भी कहते हैं। 5. ये पेशियाँ अन्तरांगों में पायी जाती हैं।

प्रश्न 12.
एपीथीलियम ऊतक कितने प्रकार के होते हैं? उनका वर्णन करो।
उत्तर:
पाठ्य 6.3.1 एपीथीलियमी ऊतक के अन्तर्गत बिन्दु (1), (2), (3) तथा (4) देखिये।

प्रश्न 13.
संयोजी ऊतकों का संक्षेप में वर्णन करो।
उत्तर:
पाठ्य 6.3.2 संयोजी ऊतक देखिये।

प्रश्न 14.
पेशीय ऊतकों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
पाठ्य 6. 33 पेशीय ऊतक देखिये।

प्रश्न 15.
तन्त्रिका कोशिका (न्यूरॉन) का नामांकित चित्र बनाकर उसका संक्षेप में वर्णन करो।
उत्तर:
तन्त्रिका कोशिका का नामांकित चित्र – चित्र 6.12 देखिये।
तन्त्रिका कोशिका – इसे न्यूरॉन भी कहते हैं। एक न्यूरॉन में निम्नलिखित भाग होते हैं-
1. कोशिकाकाय (Cyton ) – यह तन्त्रिका कोशिका (न्यूरॉन) का मुख्य भाग होता है। इसके अन्दर साइटोप्लाज्म भरा होता है जिसमें सिल्स के कण उतराते रहते हैं। इसके बीच में एक बड़ा केन्द्रक होता है।

2. डेन्ड्राइट (Dendrite ) – कोशिकाकाय से अनेक पतले धागे जैसे प्रवर्ध निकले होते हैं। इन्हें डेन्ड्राइट कहते हैं।

3. एक्सॉन (Axon ) – डेन्ड्रॉन से निकलने वाला एक प्रवर्ध लम्बा, मोटी व बेलनाकार होता है। इसे एक्सोन कहते हैं एक्सोन न्यूरोलीमा नामक झिल्ली से स्तरित होता है। इसके बीच में वसा का स्तर होता है। एक्सोन का अन्तिम सिरा शाखाओं में विभाजित होता है। इनके अन्तिम सिरे पर सिनेप्टिक घुण्डियाँ होती हैं। एक्सोन से तन्त्रिका तन्तुओं का निर्माण होता हैं।

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक

Jharkhand Board JAC Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक Textbook Exercise Questions and Answers.

JAC Board Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक

Jharkhand Board Class 9 Science ऊतक Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
ऊतक को परिभाषित करें।
उत्तर:
कोशिकाओं के ऐसे समूह को जिसकी उत्पत्ति, संरचना एवं कार्य समान हों, ऊतक कहते हैं।

प्रश्न 2.
कितने प्रकार के तत्व मिलकर जाइलम ऊतक का निर्माण करते हैं? उनके नाम बताएँ।
उत्तर:
चार प्रकार के तत्व मिलकर जाइलम ऊतक का निर्माण करते हैं। ये चार तत्व हैं-

  • वाहिनिका (ट्रैकीड्स)
  • वाहिका (Trachea)
  • जाइलम पैरेन्काइमा और
  • जाइलम फाइबर (रेशे)।

प्रश्न 3.
पौधों में सरल ऊतक जटिल ऊतक से किस प्रकार भिन्न होते हैं?
उत्तर:
सरल ऊतक एवं जटिल ऊतक में भिन्नता

सरल ऊतक जटिल ऊतक
1. ये एक ही प्रकार की कोशिकाओं के बने हो ते हैं। उदाहरण पैरेन्काइमा, कॉलेन्काइमा, स्क्लेरेनकाइमा। 1. ये एक से अधिक प्रकार की कोशिकाओं के बने होते हैं। उदाहरण-जाइलम तथा फ्लोएम।
2. इनकी कोशिकाएँ जीवित होती हैं। 2. अधिकतर कोशिकाएँ मृत होती हैं।
3. ये पतली कोशिका भित्ति वाली सरल कोशिकाओं के बने होते हैं। 3. इनकी कोशिका भित्ति मोटी होती है।
4. सरल ऊतक आधारीय पैकिंग पदार्थ के रूप में जल एवं भोजन संचय करने तथा यान्त्रिक सहायता प्रदान करने का कार्य करते हैं। 4. जटिल ऊतक संवहन ऊतक का कार्य करते हैं एवं पौधों को यान्त्रिक दृढ़ता प्रदान करते हैं।

प्रश्न 4.
कोशिका भित्ति के आधार पर पैरेन्काइमा, कॉलेन्काइमा और स्क्लेरेन्काइमा के बीच भेद स्पष्ट करें।
उत्तर:
पैरेन्काइमा, कॉलेन्काइमा एवं स्क्लेरेन्काइमा में भेद (अन्तर)

पैरेन्काइमा कॉलेन्काइमा स्क्लेरेन्काइमा
1. यह गोल, महीन कोशिका भित्ति वाली कोशिकाओं का बना होता है, जिनमें केन्द्रक विद्यमान होता है। इनके बीच अंतराकोशिकीय स्थान पाये जाते हैं। 1. यह बहुभुजी कोशिकाओं का बना होता है। इनके बीच अंतराकोशिकीय स्थान नहीं होते हैं। 1. यह मोटी भित्ति वाली कोशिकाओं का बना होता है जो आकार में लम्बी अथवा अनियमित होती हैं।
2. ये सजीव होती हैं। 2. ये भी सजीव होती हैं। 2. ये कोशिकाएँ मृत होती हैं।
3. कोशिका भित्ति पैक्टिन तथा सेल्यूलोज की बनी व पतली होती है। 3. कोशिका भित्ति पैक्टिन तथा सेल्यूलोज की बनी होती है। 3. कोशिका भित्ति लिगिन की बनी तथा मोटी होती है।

प्रश्न 5.
रन्ध्र के क्या कार्य हैं?
उत्तर:
रन्ष्र के प्रमुख कार्य-

  • वायुमण्डल से गैसों का आदान-प्रदान करना,
  • वाष्पोत्सर्जन की क्रिया करना।

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक

प्रश्न 6.
तीनों प्रकार के पेशीय रेशों के चित्र बनाकर अन्तर स्पष्ट करें।
उत्तर:
चित्र 6.11 देखिये।

ऐच्छिक पेशी अनैच्छिक पेशी हृदयक पेशी
1. ये प्रायः अस्थियों से जुड़ी रहती हैं। 1. ये आँख की पलकों, मूत्रवाहिनी और फेफड़ों की श्वसनी में होती हैं। 1. ये हुदय की भित्ति में होती हैं।
2. ये ऐच्छिक होती हैं। 2. ये अनैच्छिक होती हैं। 2. ये भी अनैच्छिक होती हैं।
3. इनमें गहरे तथा हल्के रंग की पट्टियाँ होती हैं। इसलिए इन्हें रेखित पेशियाँ भी कहते हैं। 3 इनमें गहरे तथा हल्के रंग की पट्टियाँ नहीं होती हैं। इसलिए इन्हें अरेखित पेशियाँ भी कहते हैं। 3. इनमें गहरे तथा हल्के रंग की पद्टियों का अभाव होता है।
4. ये लम्बी, बेलनाकार, शाखारहित और बहुकेन्द्रकीय होती हैं। 4. ये लम्बी, एक केन्द्रकीय और सिरों की ओर नुकीली तर्कुआकार होती हैं। 4. ये बेलनाकार, शाखाओं वाली और केन्द्रकीय होती हैं।

प्रश्न 7.
कार्डिक (हृदयक) पेशी का विशेष कार्य क्या है?
उत्तर:
कार्डिक पेशियाँ जीवन भर बिना थके लयबद्ध होकर प्रसार तथा संकुचन करती रहती हैं। इससे प्राणियों में रक्त परिसंचरण होता है।

प्रश्न 8.
रेखित, अरेखित तथा कार्डिक (हददयक) पेशियों में शरीर में स्थित कार्य और स्थान के आधार पर अन्तर स्पष्ट करें।।
उत्तर:
रेखित, अरेखित व कार्डिक पेशियों में अन्तर

रेखित पेशियाँ अरेखित पेशियाँ कार्डिक पेशियाँ
शरीर में स्थिति के स्थान-हाथ, पैर में अस्थियों से जुड़ी हुई। आहार नली में, आँख की पलक, मूत्रवाहिनी, फेफड़ों की श्वसनी, रक्त वाहिनियाँ। हृदय की भित्ति।
कार्य-
शरीर के अंगों (हाथ, पैर आदि) में इच्छानुसार गति प्रदान करना। इनकी गति ऐच्छिक पेशियों द्वारा नियन्त्रित होती है।
जन्तु की इच्छानुसार गति नहीं करती हैं। इनकी गति को अनैच्छिक पेशियाँ नियन्त्रित करती हैं। ये जीवन भर बिना थके लयबद्ध होकर प्रसार और संकुचन करती हैं। इससे प्राणियों में रक्त परिसंचरण होता है।

प्रश्न 9.
न्यूरॉन का एक चिह्लित चित्र बनाएँ।
उत्तर:
चित्र 6.12 देखिये।

प्रश्न 10.
निम्नलिखित के नाम लिखें-
(a) ऊतक जो मुँह के भीतरी अस्तर का निर्माण करता है।
(b) ऊतक जो मनुष्य में पेशियों को अस्थि से जोड़ता है।
(c) ऊतक जो पौधों में भोजन का संवहन करता है।
(d) ऊतक जो हमारे शरीर में वसा का संचय करता है।
(e) तरल आधात्री सहित संयोजी ऊतक।
(f) मस्तिष्क में स्थित ऊतक।
उत्तर:
(a) शल्की एपीथीलियम ऊतक
(b) कंडरा
(c) फ्लोएम ऊतक
(d) वसामय (एडीपोज) ऊतक
(e) रक्त (Blood)
(f) तन्त्रिका ऊतक।

प्रश्न 11.
निम्नलिखित में ऊतक के प्रकार की पहचान करें-त्वचा, पौधों का वल्क, अस्थि, वृक्कीय नलिका अस्तर, संवहन बंडल।
उत्तर:

  • त्वच – एपीथीलियम ऊतक
  • पौधों का वल्क- सरल स्थायी ऊतक-पैरेन्काइमा
  • अस्थि – संयोजी कंकाल ऊतक (अस्थि)
  • वृक्कीय नलिका अस्तर – घनाकार एपीथीलियम
  • संवहन बण्डल – जटिल ऊतक- जाइलम तथा फ्लोएम।

प्रश्न 12.
पैरेन्काइमा ऊतक किस क्षेत्र में स्थित होते हैं?
उत्तर:
पैरेन्काइमा ऊतक तने तथा पत्तियों में स्थित होते हैं।

प्रश्न 13.
पौधों में एपीडर्मिस की क्या भूमिका है?
उत्तर:
एपीड़्रिस ऊतक पौँधों की पूरी सतह को ढके रहता है और पौधों के सभी भागों की रक्षा करता है। यह पौधों को यान्त्रिक सहायता प्रदान करती है।

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक

प्रश्न 14.
छाल (कॉक) किस प्रकार सुरक्षा ऊतक के रूप में कार्य करता है?
उत्तर:
छाल या कॉर्क मोटी भित्ति वाली मृत कोशिकाओं का बना होता है। इनकी भित्ति पर सुबेरिन नामक रसायन होता है, जो कॉर्क को हवा एवं पानी के लिए अभेद्य बनाता है। इस प्रकार छाल या कॉर्क सुरक्षा ऊतक के रूप में कार्य करता है।

प्रश्न 15.
निम्न दी गई तालिका को पूर्ण करें-
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक 1a
उत्तर:
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक 1b

Jharkhand Board Class 9 Science ऊतक InText Questions and Answers

खण्ड 6.1 से सम्बन्धित पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा. पु. पृ. सं. 77)

प्रश्न 1.
ऊतक क्या है?
उत्तर:
ऊतक (Tissue) – ऊतक समान उत्पत्ति, संरचना तथा कार्य करने वाली कोशिकाओं का एक समूह होता है।

प्रश्न 2.
बहुकोशिक जीवों में ऊतकों का क्या उपयोग है?
उत्तर:
बहुकोशिक जीवों में प्रत्येक कार्य कोशिकाओं के विभिन्न समूहों द्वारा किया जाता है। कोशिकाओं के ये समूह एक विशिष्ट कार्य को ही अति दक्षतापूर्वक सम्पन्न करने की क्षमता रखते हैं। अतः बहुकोशिक जीवों में ऊतकों के कारण श्रम-विभाजन होता है। प्रत्येक ऊतक एक विशिष्ट कार्य बड़ी दक्षता से करता है।

जैसे-मनुष्यों तथा पशु-पक्षियों में अस्थिओं और पेशिओं की सहायता से गति होती है, पक्षी वायु में उड़ते हैं। तन्त्रिका से संदेश का संवहन होता है। रक्त तथा लसीका द्वारा ऑक्सीजन, CO2 पोषक पदार्थ, हार्मोन्स तथा उत्सर्जी पदार्थों का संवहन होता है। पौधों में भोजन तथा जल एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाता है। ऊतक पेड़ पौधों को स्थिरता प्रदान करते हैं। उन्हें सहारा और मजबूती देते हैं।

क्रियाकलाप 6.1.
दो काँच के जार लेकर उनमें पानी भर देते हैं। अब दो प्याज लेकर दोनों जारों पर एक-एक
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक 1

प्याज रख देते हैं (चित्र 6.2 के अनुसार)। कुछ दिनों तक दोनों प्याजों की मूलों की लम्बाई को मापते हैं। पहले, दूसरे और तीसरे दिनों में मूल की लम्बाई को माप लेते हैं। दूसरे जार में रखी प्याज की मूल को चौथे दिन 1 cm. काट लेते हैं। इसके बाद दोनों जार में रखी प्याज की मूलों की लम्बाइयों का पाँच दिनों तक निरीक्षण करते हैं और उनमें हुई प्रत्येक दिन की वृद्धि को मापते हैं।

प्रश्न 1.
किस जार में रखी हुई प्याज की मूल लम्बी होती है?
उत्तर:
पहले जार में रखी हुई प्याज की मूल लम्बी होती है।

प्रश्न 2.
हमारे द्वारा मूल के ऊपरी हिस्से को काट लेने के बाद भी क्या वह वृद्धि करती रहती है?
उत्तर:
नहीं।

प्रश्न 3.
जार-2 में रखी प्याज की मूल के ऊपरी हिस्से को काटने से वह वृद्धि करना बन्द कर देगी, क्यों?
उत्तर:
क्योंकि प्याज के ऊपरी हिस्से पर विभज्योतक ऊतक उपस्थित होते हैं। अतः उस हिस्से के काटने से वे ऊतक नष्ट हो जाते हैं और मूल में वृद्धि नहीं होती।

क्रियाकलाप 6.2.
एक पौधे का तना लेकर अपने शिक्षक की सहायता से उसके पतले सैक्शन (अनुप्रस्थ काट) काट लेते हैं। अब सभी सैकशनों को सेफ्रेनिन से रंजित कर लेते
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक 2
हैं। उनमें से एक अच्छे से कटे हुए सैक्शन को स्लाइड पर रखकर उस पर ग्लिसरीन की एक बूँद डालते हैं। उसको कवर स्लिप से ढक कर स्लाइड का सूक्ष्मदर्शी से निरीक्षण करते हैं और कोशिकाओं के विन्यास का अध्ययन करते हैं।

प्रश्न 1.
(i) क्या सभी कोशिकाओं की संरचनाएँ समान हैं?
उत्तर:
नहीं। सभी कोशिकाओं की संरचनाएँ समान नहीं हैं।

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक

(ii) कोशिकाओं के विभिन्न प्रकार क्यों हैं?
उत्तर:
क्योंकि विभज्योतक की कोशिकाएँ विभाजित होकर विशेष प्रकार का कार्य करती हैं। इस प्रकार विशिष्ट कार्य करने के लिए इन कोशिकाओं का विभेदीकरण हो जाता है। इसलिए ये विभिन्न प्रकार की होती हैं।

क्रियाकलाप 6.3.
रियो की एक ताजा तोड़ी हुई पत्ती लेते हैं। इसे दबाव लगाकर इस तरह तोड़ते हैं कि पत्ती का छिलका निकल आये। इस छिलके को अलग करके जल सै
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक 3
भरी हुई पैट्रीडिश में रखते हैं। इसमें कुछ बूंदे सैफ्रेनिन विलयन की डालकर लगभग 2 मिनट बाद छिलके को स्लाइड पर रखते हैं और इसे धीरे से कवर स्लिप से ढक देते हैं। अब इसका सूक्ष्मदर्शी द्वारा अवलोकन करते हैं। हम देखते हैं कि कोशिकाओं की सबसे बाहरी परत एपीडर्मिस हैं। यह जल की हानि कम करके पादपों की रक्षा करती ह तथा पौधों के सभी भागों की रक्षा करती है।

इसकी कोशिकाएँ बिना किसी अन्तर्कोशिकीय स्थान के अविछिन्न परत बनाती हैं। अधिकांश एपीडर्मल कोशिकाएँ अपेक्षाकृत चपटी होती हैं। पत्ती की एपीडर्मिस में छोटे-छोटे छिद्र होते हैं जिन्हें स्टोमेटा कहते हैं। स्टोमेटा दो वृक्काकार कोशिकाओं से घिरे रहते हैं जिन्हें रक्षी कोशिकाएँ कहते हैं। ये कोशिकाएँ वायुमण्डल से गैसों का आदान-प्रदान करने का कार्य करती हैं। वाष्पोत्सर्जन की क्रिया भी स्टोमेटा द्वारा होती है।

प्रश्न 1.
पैरेन्काइमा ऊतक का कार्य क्या है?
उत्तर:
पैरेन्काइमा ऊतक पौधे को सहायता प्रदान करता है और भोजन का भण्डारण करता है।

प्रश्न 2.
क्लोरोफिल किन कोशिकाओं में पाया जाता है?
उत्तर:
क्लोरोफिल पैरेन्काइमा ऊतक की कोशिकाओं में पाया जाता है।

प्रश्न 3.
प्रकाश संश्लेषण की क्रिया किन ऊतकों में होती है?
उत्तर:
प्रकाश संश्लेषण की क्रिया क्लोरेन्काइमा (हरित ऊतक) की कोशिकाओं में होती है।

प्रश्न 4.
जलीय पौधों में कौन से ऊतक की कोशिकाएँ उत्प्लावन बल प्रदान करती हैं?
उत्तर:
जलीय पौधों में पैरेन्काइमा ऊतक की कोशिकाएँ उत्प्लावन बल प्रदान करती हैं।

प्रश्न 5.
लिग्निन क्या है तथा यह क्या कार्य करता है?
उत्तर:
लिग्निन कोशिकाओं को दृढ़ बनाने के लिए सीमेन्ट का कार्य करने वाला एक रासायनिक पदार्थ होता है।

प्रश्न 6.
कोशिकाओं की बाहरी परत कौन सी होती है?
उत्तर:
कोशिकाओं की बाहरी परत एपीडर्मिस होती है।

प्रश्न 7.
एपीडर्मिस का कार्य बताओ।
उत्तर:
एपीडर्मिस पौधों के सभी भागों की रक्षा करती है। यह जल हानि के विरुद्ध यान्त्रिक आघात व परजीवी कवक के प्रवेश को रोकती है।

प्रश्न 8.
पौधों में स्टोमेटा का क्या कार्य है?
उत्तर:
पौधों में स्टोमेटा गैसों का आदान-प्रदान करने तथा वाष्पोत्सर्जन का कार्य करते हैं।

खण्ड 6.2 सम्बन्धित पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा.पु. पू. सं. 81)

प्रश्न 1.
याद करें प्रकाश संश्लेषण के लिए किस गैस की आवश्यकता होती है?
उत्तर:
प्रकाश संश्लेषण के लिए कार्बन डाइ ऑक्साइड (CO2) गैस की आवश्यकता होती है।

प्रश्न 2.
पौधों में वाष्पोत्सर्जन के कार्यों का उल्लेख
उत्तर:
पौधों में वाष्पोत्सर्जन के कार्य-

  • वाष्पोत्सर्जन के कारण जल के अवशोषण, रसारोहण तथा समान वितरण में सहायता मिलती है।
  • भूमि से खनिज लवणों के अवशोषण में सहायता मिलती है।
  • पौधों में ताप का नियमन होता रहता है।
  • वाष्पोत्सर्जन के कारण पौधे सड़ने-गलने नहीं पाते हैं।
  • फलों में शर्करा आदि पोषक पदार्थों की मात्रा में वृद्धि होती है।

जड़ों की एपीडर्मल कोशिकाएँ जल को अवशोषित करने का कार्य करती हैं। इनमें बाल जैसे प्रवर्ध होते हैं जो अवशोषक सतह को बढ़ा देते हैं और उनकी जड़ की कुल पानी सोखने की क्षमता बढ़ जाती है।

मरुस्थलीय पौधों की बाह्य सतह पर एपीडर्मिस में क्यूटिन का लेप होता है क्यूटिन एक जल अवरोधक रासायनिक पदार्थ होता है।
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक 4
पेड़ों की आयु बढ़ने के साथ उनके बाहरी सुरक्षात्मक ऊतकों में भी परिवर्तन आता है। द्वितीयक विभज्योतक की एक पट्टी (जो कॉर्टेक्स में होती है), कॉर्क नामक कोशिकाओं की परत का निर्माण करती है। इन छालों की कोशिकाएँ मृत होती हैं। ये अंत: कोशिकीय स्थानों के बिना व्यवस्थित होती हैं (चित्र 6.6 देखें)। इनकी भित्ति पर सुबरिन होता है। सुबरिन छालों को पानी और हवा के लिए अभेद्य बनाता।

खण्ड 6.2.2 (ii) से सम्बन्धित पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा.पु. पृ. सं. 83)

प्रश्न 1.
सरल ऊतक के कितने प्रकार हैं?
उत्तर:
सरल ऊतक तीन प्रकार के होते हैं-

  • पैरेन्काइमा (मृदूतक-Parenchyma)
  • कॉलेन्काइमा (स्थूलकोण ऊतक-Collenchyma) तथा
  • स्क्लेरेन्काइमा (दृढ़ ऊतक Sclerenchyma)।

प्रश्न 2.
प्ररोह का शीर्षस्थ विभज्योतक कहाँ पाया जाता है?
उत्तर:
प्ररोह का शीर्षस्थ विभज्योतक जड़ों और तनों की वृद्धि वाले भागों में पाया जाता है, और यह इनकी लम्बाई में वृद्धि करता है।

प्रश्न 3.
नारियल का रेशा किस ऊतक का बना होता है?
उत्तर:
नारियल का रेशा स्क्लेरेन्काइमा (दृढ़ ऊतक ) का बना होता है।

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक

प्रश्न 4.
फ्लोएम के संघटक कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
चालनी नलिका, साथी कोशिकाएँ, फ्लोएम पैरेन्काइमा तथा फ्लोएम रेशे फ्लोएम के संघटक हैं।

क्रियाकलाप 6.4.
रक्त की एक बूँद स्लाइड पर डालें। सूक्ष्मदर्शी की सहायता से उसमें उपस्थित विभिन्न कोशिकाओं को देखें।

रक्त (Blood) एक प्रकार का तरल संयोजी ऊतक है। रक्त के तरल आधात्री भाग को प्लाज्मा (Plasma) कहते हैं। प्लाज्मा में लाल रक्त कोशिकाएँ (RBC), श्वेत रक्त कोशिकाएँ (WBC) तथा प्लेटलेट्स निलम्बित होते हैं। प्लाज्मा में प्रोटीन, नमक तथा हॉर्मोन भी होते हैं।

रक्त गैसों, शरीर के पचे हुए भोजन, हॉर्मोन और उत्सर्जी पदार्थों का शरीर के एक भाग से दूसरे भाग में संवहन करता है। अस्थि (Bone) कंकाल संयोजी ऊतक है। यह पंजर का निर्माण कर शरीर को निश्चित आकार प्रदान करता है, माँसपेशियों को सहारा देता है और शरीर के मुख्य अंगों को सहारा देता है।
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 6 ऊतक 5
संयोजी ऊतकों के प्रकार: (a) एरिओलर ऊतक, (b) वसामय (एडीपोज़) ऊतक, (c) संहत अस्थि ऊतक, (d) काचाभ स्नायु ऊतक (e) विभिन्न रक्त कोशिकाएँ।

यह ऊतक कठोर और मजबूत होता है। अस्थि कोशिकाएँ कठोर आधात्री में धँसी होती हैं जो कैल्सियम तथा फॉस्फोरस से बनी होती हैं।

दो अस्थियाँ परस्पर एक अन्य संयोजी ऊतक-स्नायु (Ligament) से जुड़ी होती हैं। यह ऊतक बहुत लचीला एवं मजबूत होता है। स्नायु में बहुत कम आधात्री होती है। एक अन्य प्रकार का संयोजी ऊतक कन्डरा (Tendon) है, जो माँसपेशियों को अस्थियों से जोड़ता है। यह मजबूत तथा सीमित लचीलेपन वाले रेशेदार ऊतक होते हैं।

उपास्थि (Cartilage) भी एक प्रकार का कंकाल संयोजी ऊतक है। इसमें कोशिकाओं के बीच पर्याप्त स्थान होता है। इसकी ठोस आधानी प्रोटीन और शर्करा की बनी होती है। यह अस्थियों के जोड़ों को चिकना बनाती है। यह नाक, कान, कंठ और श्वास नली में भी उपस्थित होती है।

ऐरियोलर (Aerolar) संयोजी ऊतक त्वचा और माँसपेशियों के बीच, रक्त नलिका के चारों ओर तथा नसों और अस्थि मज्जा में पाया जाता है। यह अंगों के भीतर की खाली जगह को भरता है, आन्तरिक अंगों को सहारा देता है और ऊतकों की मरम्मत में सहायता करता है।

वसामय (Adipose) ऊतक त्वचा के नीचे आन्तरिक अंगों के बीच पाया जाता है और वसा के संग्रह का कार्य करता है । इस ऊतक की कोशिकाएँ वसा की गोलिकाओं से भरी होती हैं। यह वसा संग्रहित होने के कारण ऊष्मीय कुचालक का कार्य भी करता है।

क्रियाकलाप 6.5.
विभिन्न प्रकार की पेशीय ऊतकों की संरचना की तुलना कीजिए। उनके आकार, केन्द्रक की संख्या और कोशिका में केन्द्रक की स्थिति को नोट कीजिए।

लक्षण रेखित चिकनी हृद्
आकार बेलनाकार, अशखित लंबी और शंक्वाकार बेलनाकार व शखित
केंद्रकों की संख्या बहुनाभिकीय एक एक
केंद्रकों की स्थिति हाथ, पैर में अस्थितयों से जुड़ी हुई आहार नली, आँख्र की नलक, मूत्रवाहिनी, फेफड़ों की श्वसनी रक्त-वाहिनियाँ हदय की भित्ति

खण्ड 6.3 से सम्बन्धित पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा. पु. पृ. सं. 87)

प्रश्न 1.
उस ऊतक का नाम बताएँ जो हमारे शरीर में गति के लिए उत्तरदायी है।
उत्तर:
पेशीय ऊतक हमारे शरीर में गति के लिए उत्तरदायी हैं।

प्रश्न 2.
न्यूरॉन देखने में कैसा लगता है?
उत्तर:
न्यूरॉन देखने में लम्बा धागे जैसा लगता है। इसकी लम्बाई 1 मीटर तक हो सकती है। न्यूरॉन का मुख्य भाग कोशिकाकाय (Cyton) कहलाता है। इससे एक लम्बा एक्सॉन (Axon) तथा अनेक छोटे-छोटे डेन्ड्राइट्स (Dendrites) निकले होते हैं।

प्रश्न 3.
हृदय पेशी ‘के तीन लक्षणों को बताएँ।
उत्तर:
हृदय पेशी के तीन लक्षण-

  • यह केवल हृदय भित्ति में पायी जाती है।
  • इसकी कोशिकाएँ बेलनाकार, शाखाओं युक्त व एक केन्द्रकीय होती हैं।
  • ये पेशियाँ जीवन भर बिना थके लयबद्ध होकर प्रसार एवं संकुचन करती रहती हैं।

प्रश्न 4.
एरियोलर ऊतक के क्या कार्य हैं?
उत्तर:
एरियोलर ऊतक के कार्य-

  • यह अंगों के भीतर की खाली जगह को भरता है।
  • यह ऊतकों की मरम्मत में सहायता करता है।
  • यह ऑतरिक अंगों को सहारा प्रदान करता है।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 5 जीवन की मौलिक इकाई

Jharkhand Board JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 5 जीवन की मौलिक इकाई Important Questions and Answers.

JAC Board Class 9 Science Important Questions Chapter 5 जीवन की मौलिक इकाई

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1. स्वनिर्मित सूक्ष्मदर्शी से कोशिका को सर्वप्रथम देखा था-
(a) श्लाइडेन ने
(b) रॉबर्ट हुक ने
(c) रॉबर्ट ब्राउन ने
(d) ल्यूवेन हॉक ने।
उत्तर:
(b) रॉबर्ट हुक ने।

2. शरीर की संरचनात्मक एवं
(a) ऊतक
(b) अंग
(c) कोशिका
(d) कोशिकांग
उत्तर:
(c) कोशिका।

3. एक कोशिकीय जीव हैं-
(a) क्लेमाइडोमोनास
(b) पैरामीशियम
(c) बैक्टीरिया
(d) ये सभी।
उत्तर:
(d) ये सभी।

4. केन्द्रक का पता लगाया था-
(a) रॉबर्ट हक ने
(b) राबर्ट ब्राउन ने
(c) एम. श्लाइडेन ने
(d) जे. ई. पुरकिन्जे ने।
उत्तर:
(b) राबर्ट ब्राउन ने

5. तरल जैविक पदार्थ को जीवद्रव्य नाम दिया था-
(a) टी. स्वान ने
(b) एम. श्लाइडेन ने
(c) जे. ई. पुरकिन्जे ने
(d) विस्पो ने
उत्तर:
(c) जे. ई. पुरकिन्जे ने।

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6. ‘आत्मघाती थैली के नाम से जाना जाने वाला कोशिकांग है-
(a) केन्द्रक
(b) लाइसोसोम
(c) राइबोसोम
(d) माइटोकॉन्ड्रिया।
उत्तर:
(b) लाइसोसोम।

7. निम्न में से किस कोशिकांग में DNA पाया जाता है?
(a) अन्तर्द्रव्यी जालिका
(b) राइबोसोम
(c) क्लोरोप्लास्ट
(d) लाइसोसोम।
उत्तर:
(b) राइबोसोम।

8. कोशिका का बिजलीघर किस अंगक को कहते हैं?
(a) क्लोरोप्लास्ट
(b) ल्यूकोप्लास्ट।
(c) माइटोकॉन्ड्रिया
(d) लाइसोसोम।
उत्तर:
(b) ल्यूकोप्लास्ट।

9. प्रोटीन संश्लेषण से सम्बन्धित
(a) क्लोरोप्लास्ट
(b) ल्यूकोप्लास्ट
(c) राइबोसोम
(d) गॉल्जी उपकरण।
उत्तर:
(c) राइबोसोम।

10. गॉल्जी उपकरण का विवरण कोशिकांग है-
(a) श्लाइडेन
(b) राबर्ट ब्राउन
(c) केमिलो गॉल्जी
(d) ल्यूवेनहॉक।
उत्तर:
(c) केमिलो गॉल्जी।

अति लघूत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1.
कोशिका क्या है?
उत्तर:
कोशिका शरीर की संरचनात्मक तथा आनु- वांशिक क्रियात्मक इकाई है।

प्रश्न 2.
कोशिका के तीन प्रमुख क्रियात्मक क्षेत्र कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
कोशिका के तीन प्रमुख क्रियात्मक क्षेत्र हैं-

  • कोशिका झिल्ली
  • कोशिका द्रव्य तथा
  • केन्द्रक।

प्रश्न 3.
कोशिका के प्रमुख कोशिकांग कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
कोशिका के प्रमुख कोशिकांग अन्तर्द्रव्यी जालिका, गॉल्जी उपकरण, लाइसोसोम, माइटोकॉन्ड्रिया, प्लास्टिड तथा रसधानी आदि हैं।

प्रश्न 4.
कोशिका की खोज किसने की थी?
उत्तर:
कोशिका की खोज रॉबर्ट हुक ने की थी।

प्रश्न 5.
कोशिका में केन्द्रक की खोज किसने की थी?
उत्तर:
कोशिका में केन्द्रक की खोज रॉबर्ट ब्राउन ने की थी।

प्रश्न 6.
कोशिका सिद्धान्त किसने प्रस्तुत किया था?
उत्तर:
कोशिका सिद्धान्त एम. श्लाइडेन तथा टी. स्वान ने प्रस्तुत किया था।

प्रश्न 7.
कोशिकाद्रव्य में पाये जाने वाले किन्हीं दो कोशिकांगों के नाम तथा कार्य बताइये।
उत्तर:

  • माइटोकॉण्ड्रिया ऊर्जा उत्पन्न करना।
  • राइबोसोम – प्रोटीन का संश्लेषण करना।

प्रश्न 8.
अन्तर्द्रव्यी जालिका (ER) का कार्य बताइए।
उत्तर:
केन्द्रक तथा कोशिकाद्रव्य के बीच पदार्थों का परिवहन करना।

प्रश्न 9.
आत्मघाती थैलियाँ किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
लाइसोसोम को आत्मघाती थैलियाँ कहते हैं।

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प्रश्न 10.
लाइसोसोम का कार्य बताइये।
उत्तर:
लाइसोसोम क्षतिग्रस्त, मृत कोशिकाओं को पाचित कर समाप्त करता है।

प्रश्न 11.
कोशिका का नियंत्रण केन्द्र किस अंगक को कहते हैं?
उत्तर:
केन्द्रक को कोशिका का नियंत्रण केन्द्र कहते हैं।

प्रश्न 12.
प्लाज्मा झिल्ली को वरणात्मक पारगम्य झिल्ली क्यों कहते हैं?
उत्तर:
प्लाज्मा झिल्ली कुछ आवश्यक पदार्थों को अन्दर आने देती है तथा अनावश्यक पदार्थों को अन्दर आने से रोकती है। इसी प्रकार यह आवश्यक पदार्थों को बाहर नहीं जाने देती तथा अनावश्यक पदार्थों को बाहर जाने देती है। इसलिए इसे वरणात्मक पारगम्य झिल्ली कहते हैं।

प्रश्न 13.
CO2 तथा O2 झिल्ली के आर-पार किस विधि से आ-जा सकते हैं?
उत्तर:
विसरण क्रिया द्वारा।

प्रश्न 14.
परासरण किसे कहते हैं?
उत्तर:
वरणात्मक पारगम्य झिल्ली द्वारा जल के अणुओं की होने वाली गति को परासरण कहते हैं।

प्रश्न 15.
अल्प परासरण दाबी विलयन किसे कहते हैं?
उत्तर:
यदि कोशिका को तनु विलयन वाले माध्यम में रखा जाए तो जल परासरण विधि द्वारा कोशिका के अन्दर चला जायेगा। ऐसे विलयन को अल्प परासरण दाबी विलयन कहते हैं।

प्रश्न 16.
समपरासरणी विलयन किसे कहते हैं?
उत्तर:
यदि कोशिका को ऐसे माध्यम विलयन में रखा जाए जिसमें बाह्य जल की सान्द्रता कोशिका में स्थित जल की सान्द्रता के ठीक बराबर हो तो कोशिका झिल्ली से जल में कोई शुद्ध गति नहीं होगी। ऐसे विलयन को समपरासरणी विलयन कहते हैं।

प्रश्न 17.
अति परासरण दाबी विलयन किसे कहते हैं?
उत्तर:
यदि कोशिका के बाहर वाला विलयन अन्दर के घोल से अधिक सान्द्र है तो जल परासरण द्वारा कोशिका से बाहर आ जायेगा। ऐसे विलयन को अति परासरण दाबी विलयन कहते हैं।

प्रश्न 18.
कोशिका में जल भीतर जाने का क्या परिणाम होगा?
उत्तर:
कोशिका फूल जायेगी।

प्रश्न 19.
कोशिका से अधिक जल बाहर आ जाने का क्या परिणाम होगा?
उत्तर:
कोशिका सिकुड़ जायेगी।

प्रश्न 20.
अण्डे को तनु HCI में रखकर इसका कवच हटा देते हैं। एक कवच रहित अण्डे को जल में और दूसरे कवच रहित अण्डे को सान्द्र नमक (NaCl) के घोल में रखने पर उनमें क्या परिवर्तन होगा और क्यों?
उत्तर:
कवचरहित अण्डे को जल में रखने पर अण्डा फूल जाता है तथा नमक के सान्द्र घोल में रखने पर सिकुड़ जाता है, क्योंकि इनमें क्रमशः अन्त: परासरण तथा बहि: परासरण की क्रिया होती है।

प्रश्न 21.
पौधों की मूल द्वारा जल का अवशोषण किस क्रिया द्वारा होता है?
उत्तर:
पौधों की मूल द्वारा जल का अवशोषण परासरण क्रिया द्वारा होता है।

प्रश्न 22.
प्लाज्मा झिल्ली किस पदार्थ से बनी होती है?
उत्तर:
प्लाज्मा झिल्ली लिपिड तथा प्रोटीन की बनी होती है।

प्रश्न 23.
प्लाज्मा झिल्ली की रचना किस यंत्र से देख सकते हैं?
उत्तर:
प्लाज्मा झिल्ली की रचना केवल इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी से देख सकते हैं।

प्रश्न 24.
कोशिका झिल्ली का लचीलापन एक ‘कोशिकीय जीवों में किस कार्य में सहायक होता है?
उत्तर:
एककोशिकीय जीवों में कोशिका झिल्ली का लचीलापन बाह्य वातावरण से अपना भोजन तथा अन्य पदार्थ ग्रहण करने में सहायक होता है।

प्रश्न 25.
एण्डोसाइटोसिस किसे कहते हैं?
उत्तर:
कोशिका झिल्ली के लचीलेपन से एक कोशिकीय जीवों के द्वारा बाह्य वातावरण से अपना भोजन तथा अन्य पदार्थ ग्रहण करने की विधि को एण्डोसोइटोसिस कहते हैं।

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प्रश्न 26.
पादप कोशिका भित्ति किस पदार्थ की बनी होती है?
उत्तर:
पादप कोशिका भित्ति सेल्यूलोज की बनी होती है।

प्रश्न 27.
कोशिका भित्ति वे निर्माण में सेल्यूलोज की क्या उपयोगिता है?
उत्तर:
सेल्यूलोज एक जटिल पदार्थ है। यह पौधों को संरचनात्मक दृढ़ता प्रदान करता है।

प्रश्न 28.
जीवद्रव्य कुंचन किसे कहते हैं?
उत्तर:
जब पादप कोशिका में परासरण द्वारा पानी की हानि होती है तो कोशिका झिल्ली सहित आन्तरिक पदार्थ संकुचित हो जाते हैं। इस घटना को जीवद्रव्य कुंचन कहते हैं।

प्रश्न 29.
पत्ती में उपस्थित छोटे-छोटे हरे कणों को में उपस्थित छोटे-छोटे हरे कणों को क्या कहते हैं?
उत्तर:
पत्ती क्लोरोप्लास्ट कहते हैं।

प्रश्न 30.
क्लोरोप्लास्ट में क्या भरा होता है?
उत्तर:
क्लोरोप्लास्ट में क्लोरोफिल भरा होता है।

प्रश्न 31.
पादप कोशिकाएँ परिवर्तनीय माध्यम को जन्तु कोशिका की अपेक्षा आसानी से किस कारण सहन कर सकती हैं?
उत्तर:
कोशिका भित्ति के कारण।

प्रश्न 32.
क्रोमोसोम कहाँ पाये जाते हैं?
उत्तर:
क्रोमोसोम केन्द्रक में पाये जाते हैं।

प्रश्न 33.
क्रोमोसोम किस पदार्थ के बने होते हैं?
उत्तर:
क्रोमोसोम DNA तथा प्रोटीन के बने होते हैं।

प्रश्न 34.
DNA का पूरा नाम लिखो।
उत्तर:
DNA डिऑक्सीराइबोन्यूक्लिअक अम्ल।

प्रश्न 35.
माता-पिता के गुण सन्तान में किस रूप में जाते हैं?
उत्तर:
क्रोमोसोम में आनुवंशिक गुण होते हैं जो माता-पिता से DNA अणु के रूप में अगली संतति में आ जाते हैं।

प्रश्न 36.
जीन किसे कहते हैं?
उत्तर:
DNA के क्रियाखण्ड को जीन कहते हैं।

प्रश्न 37.
क्रोमेटिन पदार्थ क्या है?
उत्तर:
क्रोमेटिन पदार्थ धागे की तरह रचनाओं के जाल का एक पिण्ड होता है।

प्रश्न 38.
कौशिकीय जनन में केन्द्रक का क्या महत्व है?
उत्तर:
कोशिकीय जनन में केन्द्रक विभाजित होकर दो नई कोशिकाएँ बनाता है।

प्रश्न 39.
बैक्टीरिया के केन्द्रक की विशेषता बताओ।
उत्तर:
बैक्टीरिया का केन्द्रकीय क्षेत्र बहुत कम स्पष्ट होता है, क्योंकि इसमें केन्द्रक झिल्ली नहीं होती । इसमें केवल क्रोमेटिन पदार्थ होता है। ऐसे क्षेत्र को केन्द्रककाय कहते हैं।

प्रश्न 40.
यूकैरियोट किसे कहते हैं?
उत्तर:
जिन जीवों की कोशिकाओं में केन्द्रक झिल्ली होती है, उन्हें यूकैरियोट कहते हैं।

प्रश्न 41.
प्रोकैरियोट किसे कहते हैं?
उत्तर:
जिन जीवों की कोशिकाओं में केन्द्रक झिल्ली नहीं होती है, उन्हें प्रोकैरियोट कहते हैं।

प्रश्न 42.
कोशिका द्रव्य क्या है?
उत्तर:
प्लाज्मा झिल्ली के अन्दर के तरल पदार्थ को कोशिका द्रव्य कहते हैं, इसमें बहुत से विशिष्ट कोशिका अंगक होते हैं। कोशिका द्रव्य तथा केन्द्रक दोनों को मिलाकर जीवद्रव्य कहते हैं।

प्रश्न 43.
वाइरस में जीवन के गुण सदा लक्षित क्यों नहीं होते हैं?
उत्तर:
वाइरस में किसी प्रकार की झिल्ली नहीं होती है। इसलिए इसमें जीवन के गुण तब तक लक्षित नहीं होते जब तक कि वह किसी सजीव के शरीर में प्रविष्ट होकर बहुगुणन नहीं कर लेता।

प्रश्न 44.
अन्तर्द्रव्यी जालिका (ER) क्या है?
उत्तर:
अन्तर्द्रव्यी जालिका (ER) झिल्लीयुक्त नलिकाओं तथा शीट का एक बहुत तन्त्र है। यह लम्बी अथवा गोल या आयताकार थैलों की तरह दिखाई देती है। इसकी रचना प्लाज्मा झिल्ली के समरूप होती है।

प्रश्न 45.
अन्तर्द्रव्यी जालिका कितने प्रकार की होती है?
उत्तर:
अन्तर्द्रव्यी जालिका दो प्रकार की होती है-

  • खुरदरी अन्तर्द्रव्यी जालिका (RER) तथा
  • चिकनी अन्तर्द्रव्यी जालिका (SER)।

प्रश्न 46.
खुरदरी अन्तर्द्रव्यी जालिका खुरदरी क्यों होती है?
उत्तर:
क्योंकि इस पर राइबोसोम लगे होते हैं।

प्रश्न 47.
राइबोसोम का कार्य बताइए।
उत्तर:
राइबोसोम पर प्रोटीन संश्लेषित होती है।

प्रश्न 48.
झिल्ली जीवात् जनन किसे कहते हैं?
उत्तर:
कुछ प्रोटीन तथा वसा कोशिका झिल्ली को बनाने में सहायता करते हैं। इस क्रिया को झिल्ली जीवात् जनन कहते हैं।

प्रश्न 49.
कशेरुकी जन्तुओं में चिकनी अन्तर्द्रव्यी जालिका यकृत की कोशिकाओं में क्या कार्य करती है?
उत्तर:
कशेरुकी जन्तुओं में अन्तर्द्रव्यी जालिका (SER) विष तथा दवा को निराविषीकरण का कार्य करते हैं।

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प्रश्न 50.
गॉल्जी उपकरण का विवरण सर्वप्रथम किसने प्रस्तुत किया था?
उत्तर:
गॉल्जी उपकरण का विवरण सर्वप्रथम केमिलो गॉल्जी ने प्रस्तुत किया था।

प्रश्न 51.
गॉल्जी उपकरण में सामान्य शक्कर से क्या बनता है?
उत्तर:
गॉल्जी उपकरण में सामान्य शक्कर से जटिल शक्कर बनती है।

प्रश्न 52.
लाइसोसोम किसके द्वारा बनाया जाता है?
उत्तर:
लाइसोसोम गॉल्जी उपकरण के द्वारा बनाया जाता है।

प्रश्न 53.
लाइसोसोम क्यों फट जाते हैं?
उत्तर:
कोशिकीय उपापचय में व्यवधान के कारण जब कोशिका क्षतिग्रस्त या मृत हो जाती है, तो लाइसोसोम फट जाते हैं।

प्रश्न 54.
किस अंगक को कोशिका का बिजलीघर कहते हैं?
उत्तर:
माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का बिजली घर कहते हैं।

प्रश्न 55.
माइटोकॉन्ड्रिया किस रूप में ऊर्जा प्रदान करता है?
उत्तर:
माइटोकॉन्ड्रिया ATP (ऐडिनोसिन ट्राइफास्फेट) के रूप में ऊर्जा प्रदान करता है।

प्रश्न 56.
माइटोकॉन्ड्रिया की झिल्ली कैसी होती है?
उत्तर:
माइटोकॉन्ड्रिया में दोहरी झिल्ली होती है। बाहरी झिल्ली छिद्रित तथा भीतरी झिल्ली बहुत अधिक वलित होती है।

प्रश्न 57.
किन अंगकों में अपने DNA तथा राइबोसोम होते हैं?
उत्तर:
माइटोकॉन्ड्रिया तथा प्लैस्टिड में अपने DNA तथा राइबोसोम होते हैं।

प्रश्न 58.
प्लास्टिड किन कोशिकाओं में स्थित होते हैं?
उत्तर:
प्लास्टिड केवल पादप कोशिकाओं में स्थित होते हैं।

प्रश्न 59.
प्लास्टिड कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:
प्लास्टिड दो प्रकार के होते हैं-

  • क्रोमोप्लास्ट (रंगीन प्लास्टिड) तथा
  • ल्यूकोप्लास्ट (श्वेत तथा रंगहीन प्लास्टिड)।

प्रश्न 60.
क्रोमोप्लास्ट में कौन सा पदार्थ उपस्थित होता है?
उत्तर:
क्रोमोप्लास्ट में क्लोरोफिल उपस्थित होता है।

प्रश्न 61.
क्लोरोप्लास्ट का कार्य क्या है?
उत्तर:
पौधों में क्लोरोप्लास्ट प्रकाश संश्लेषण का कार्य करते हैं।

प्रश्न 62.
ल्यूकोप्लास्ट का कार्य बताइये।
उत्तर:
ल्यूकोप्लास्ट में स्टार्च, तेल तथा प्रोटीन जैसे पदार्थ संचित होते हैं।

प्रश्न 63.
जन्तु तथा पादप कोशिकाओं में रसधानियाँ कैसी होती हैं?
उत्तर:
जन्तु कोशिकाओं में छोटी तथा पादप कोशिकाओं में बहुत बड़ी रसधानियाँ होती हैं।

प्रश्न 64.
पादप कोशिका की रसधानियों में कौन सा पदार्थ भरा रहता है?
उत्तर:
पादप कोशिका की रसधानियों में कोशिका रस (Cell sap) भरा रहता है।

प्रश्न 65.
रसधानियों का कार्य बताइये।
उत्तर:
रसधानियाँ कोशिकाओं को स्फीति तथा कठोरता प्रदान करती हैं।

प्रश्न 66.
अमीबा की रसधानी में कौन सा पदार्थ होता
उत्तर:
अमीबा की खाद्य रसधानी में उनके द्वारा उपयोग में लाए गये खाद्य पदार्थ होते हैं।

प्रश्न 67.
कुछ एककोशिकीय जीवों में रसधानियाँ कौन से पदार्थ बाहर निकालती हैं?
उत्तर:
कुछ एककोशिकीय जीवों में विशिष्ट रसधानियाँ अतिरिक्त जल तथा अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालती हैं। रिक्त स्थान भरो-

  1. अमीबा …………….. जीव है।
  2. रंगीन लवक …………….. कहलाते हैं।
  3. …………….. कोशिका का बिजलीघर है।
  4. …………….. आत्मघाती थैली कहलाता है।

उत्तर:

  1. एककोशिकीय
  2. क्रोमोप्लास्ट
  3. माइटो-कॉन्ड्रिया
  4. लाइसोसोम।

सुमेलन कीजिए-

कॉलम ‘क’ कॉलम ‘ख’
1. खाद्य रिक्तिका (i) आत्मघाती थैली
2. प्लास्टिड (ii) ATP
3. माइटोकॉन्ड्रिया (iii) ल्यूकोप्लास्ट
4. लाइसोसोम (iv) अमीबा

उत्तर:
1. (iv) अमीबा
2. (iii) ल्यूकोप्लास्ट
3. (ii) ATP
4. (i) आत्मघाती थैली

सत्य / असत्य –

  1. पादप कोशिका में लाइसोसोम नहीं पाए जाते हैं।
  2. अर्धसूत्री विभाजन में संतति कोशिकाओं में गुणसूत्रों की संख्या मातृ कोशिका के समान होती है।
  3. ऊतक जीवन की मौलिक इकाई है।
  4. प्रोकैरियोटी जीव हमेशा बहुकोशिक होते हैं।

उत्तर:

  1. सत्य
  2. असत्य
  3. असत्य
  4. असत्य।

लघूत्तरात्मक एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
कोशिका क्या है? इसे जीवों की कार्यात्मक इकाई क्यों कहते हैं?
उत्तर:
कोशिका शरीर की रचनात्मक तथा कार्यात्मक इकाई है। जीवों का शरीर एक या अनेक कोशिकाओं से मिलकर बना होता है। कोशिका जीवों में कुछ आधारभूत कार्य सम्पन्न करती है, जैसे- श्वसन, पोषण तथा अपशिष्ट पदार्थों का उत्सर्जन, नई प्रोटीन का निर्माण करना आदि। इसलिए कोशिका को जीवों की कार्यात्मक इकाई कहते हैं।

प्रश्न 2.
कोशिका सिद्धान्त किसने प्रस्तुत किया? कोशिका सिद्धान्त क्या है?
उत्तर:
कोशिका सिद्धान्त एम. श्लाइडेन तथा टी. स्वान ने प्रस्तुत किया था। इस सिद्धान्त के अनुसार-

  • सभी जीव (प्राणी तथा पादप) कोशिकाओं से बने होते हैं।
  • कोशिका जीवों की संरचनात्मक तथा क्रियात्मक इकाई होती है।
  • नई कोशिका का निर्माण पूर्ववर्ती कोशिका से होता है।
  • कोशिका जीवों की आनुवंशिक इकाई भी होती है।

प्रश्न 3.
प्लाज्मा झिल्ली तथा कोशिका भित्ति में क्या अन्तर है? प्रत्येक का कार्य बताइए।
उत्तर:
प्लाज्मा झिल्ली तथा कोशिका भित्ति में अन्तर:

प्लाज्मा झिल्ली कोशिका भित्ति
1. यह सभी कोशिकाओं में उपस्थित होती है। 1. यह वेन्वल पादप कोशिकाओं में उपस्थित होती है।
2. यह प्रोटीन की बनी हुई ‘ तथा सजीव होती है। 2. यह सेल्यूलोज की बनी हुई तथा निर्जीव होती है।
3. यह कोमल तथा प्रत्यास्थ होती है। 3. यह कठोर तथा मजबूत होती है।
4. यह वर्णात्मक पारगम्य होती है। 4. यह वरणात्मक पारगम्य नहीं होती है।

कोशिका भित्ति का कार्य – यह पौधों को संरचनात्मक दृढ़ता प्रदान करती है।

प्लाज्मा झिल्ली का कार्य-यह जन्तु कोशिकाओं का बाहरी आवरण बनाती है तथा वरणात्मक झिल्ली का कार्य करती है।

प्रश्न 4.
विसरण तथा परासरण में दो अन्तर बताओ।
उत्तर:
विसरण तथा परासरण में अन्तर

विसरण परासरण
1. यह क्रिया प्राय: पदार्थ की तीनों अवस्थाओं (ठोस, द्रव तथा गैस) में होती है। 1. यह क्रिया केवल द्रव पदार्थों में होती है।
2. इसमें वरणात्मक पारगम्य झिल्ली का होना आवश्यक नहीं है। 2. इसमें दो भिन्न सान्द्रण के विलयनों के मध्य वरणात्मक पारगम्य झिल्ली का होना आवश्यक है।

प्रश्न 5.
कोशिका भित्ति की उपयोगिता बताइये।
उत्तर:
कोशिका भित्ति की उपयोगिता-कोशिका भित्ति पौधों, कवक तथा बैक्टीरिया की कोशिकाओं को अपेक्षाकृत कम तनु विलयन में बिना फटे बनाए रखती है। ऐसे माध्यम से कोशिका परासरण विधि द्वारा पानी लेती है और कोशिका फूल जाती है तथा कोशिका भित्ति पर दबाव डालती है। कोशिका भित्ति भी फूली हुई कोशिका के प्रति समान रूप से दबाव डालती है। कोशिका भित्ति के कारण पादप कोशिकाएँ परिवर्तनीय माध्यम जन्तु कोशिका की अपेक्षा आसानी से सहन कर लेती हैं।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 5 जीवन की मौलिक इकाई

प्रश्न 6.
प्लाज्मा झिल्ली के प्रमुख कार्य बताओ।
उत्तर:
प्लाज्मा झिल्ली के प्रमुख कार्य:

  • कोशि काओं को आकृति प्रदान करना
  • अन्दर के कोशिकांगों को सुरक्षित करना
  • कुछ आवश्यक पदार्थों को अन्दर आने देना तथा अपशिष्ट पदार्थों को बाहर जाने देना
  • अन्य पदार्थों की गति को रोकना।

प्रश्न 7.
केन्द्रक की संरचना तथा कार्य बताओ।
उत्तर:
केन्द्रक की संरचना तथा कार्य पाठ्य 5.2.3 के अन्तर्गत पैराग्राफ तीन देखिये।

प्रश्न 8.
अन्तर्द्रव्यी जालिका (ER) का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
पाठ्य 5.2.5 कोशिका अंगक (i) अन्तर्द्रव्यी जालिका देखिये।

प्रश्न 9.
गॉल्जी उपकरण की रचना तथा वर्णन कीजिए।
उत्तर:
पाठ्य 5.2.5 कोशिका अंगंक (ii) गॉल्जी उपकरण देखिये।

प्रश्न 10.
माइटोकॉन्ड्रिया की संरचना तथा कार्य का वर्णन करो।
उत्तर:
पाठ्य 5.2.5 कोशिका अंगक (iv) माइटोकॉन्ड्रिया देखिये।

प्रश्न 11.
लाइसोसोम की रचना तथा वर्णन कीजिए।
उत्तर:
पाठ्य 5.2.5 कोशिका अंगक (iii) लाइसोसोम देखिये।

प्रश्न 12.
प्लास्टिड का वर्णन कीजिए।’
उत्तर:
पाठ्य 5.2.5 कोशिका अंगक (v) प्लास्टिड देखिये।

प्रश्न 13.
रसधानी का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
पाठ्य 5.2.5 कोशिका अंगक (vi) रसधानियाँ देखिये।

प्रश्न 14.
प्रोकैरियोटिक कोशिका का नामांकित चित्र बनाओ।
उत्तर:
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 5 जीवन की मौलिक इकाई 1

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Jharkhand Board Class 9 Science जीवन की मौलिक इकाई Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
पादप कोशिकाओं तथा जन्तु कोशिकाओं में तुलना करो।
उत्तर:
पादप कोशिका तथा जन्तु कोशिका में तुलना।

पादप कोशिका जन्तु कोशिका
1. इसमें सेल्यूलोज की बनी कोशिका भित्ति तथा प्लाज्मा झिल्ली दोनों पाई जाती हैं। 1. इसमें कोशिका भित्ति नहीं होती केवल प्लाज्मा झिल्ली होती है।
2. इनमें क्लोरोप्लास्ट होते हैं। 2. इनमें क्लोरोप्लास्ट नहीं होता है।
3. रसधानियौँ बड़ी होती हैं। 3. रसधानियाँ छोटी या अनुपस्थित होती हैं।
4. प्रायः कोशिका अंगक झिल्ली युक्त होते हैं। 4. कोई भी कोशिका अंगक झिल्ली युक्त नहीं होता है।
5. केन्द्रक कोशिका की परिधि की ओर खिसका रहता है। 5. केन्द्रक गोल एवं कोशिका के मध्य में होता है।
6. गॉल्जी उपकरण कम विकसित होते हैं। 6. गॉल्जी उपकरण पूर्ण विकसित एवं स्पष्ट होता है।

प्रश्न 2.
प्रोकैरियोटी कोशिकाएँ यूकैरियोटी कोशिकाओं से किस प्रकार भिन्न होती हैं?
उत्तर:
प्रोकैरियोटी व यूकैरियोटी कोशिका में भिन्नता

प्रोकैरियोटी कोशिका यूकैरियोटीक कोशिका
1. केन्द्रक झिल्ली नहीं होती है। 1. केन्द्रक झिल्ली होती है।
2. झिल्ली युक्त कोशिका अंगक नहीं होते हैं। 2. झिल्ली युक्त कोशिका अंगक होते हैं।
3. केवल एक क्रोमोसोम पाया जाता है। 3. एक से अधिक क्रोमोसोम पाए जाते हैं।
4. क्लोरोफिल झिल्लीदार पुटिका के साथ होता है। 4. क्लोरोफिल प्लास्टिड में होता है।

प्रश्न 3.
यदि प्लाज्मा झिल्ली फट जाए या टूट जाए तो क्या होगा?
उत्तर:
प्लाज्मा झिल्ली वर्णात्मक पारगम्य होती है। यह आवश्यक पदार्थों को अन्दर आने देती है तथा अनावश्यक पदार्थों को बाहर जाने देती है और अन्दर आने से रोकती है। यदि प्लाज्मा झिल्ली फट जाए या टूट जाए तो कोशिका क्षतिग्रस्त या मृत हो जायेगी।

प्रश्न 4.
यदि गॉल्जी उपकरण न हो तो कोशिका के जीवन में क्या होगा?
उत्तर:
यदि गॉल्जी उपकरण न हो तो कोशिका में बने पदार्थों का संचयन, रूपान्तरण और पैकिंग का कार्य सम्भव नहीं हो पायेगा।

प्रश्न 5.
कोशिका का कौन-सा अंगक बिजलीघर है? और क्यों?
उत्तर:
कोशिका का माइटोकॉन्ड्रिया महत्त्वपूर्ण अंगक तथा कोशिका का बिजलीघर है क्योंकि जीवन के लिए आवश्यक विभिन्न रासायनिक क्रियाओं के संचालन हेतु माइटोकॉन्ड्रिया भोजन के ऑक्सीकरण से ऊर्जा मुक्त करती है जो ATP के रूप में संचित रहती है। अतः ऊर्जा उत्पादन करने के कारण माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का बिजलीघर कहते हैं।

प्रश्न 6.
कोशिका झिल्ली को बनाने वाले लिपिड तथा प्रोटीन का संश्लेषण कहाँ होता है?
उत्तर:
कोशिका झिल्ली को बनाने वाले लिपिड का संश्लेषण चिकनी अन्तर्द्रव्यी जालिका (SER) द्वारा तथा प्रोटीन का संश्लेषण राइबोसोम्स द्वारा होता है।

प्रश्न 7.
अमीबा अपना भोजन कैसे प्राप्त करता है?
उत्तर:
अमीबा एन्डोसाइटोसिस प्रक्रिया द्वारा बाह्य वातावरण से अपना भोजन प्राप्त करता है। इसकी प्लाज्मा झिल्ली अन्दर की ओर मुड़कर कप के आकार का गड्ढा (Cavity) बना लेती है, जिसमें भोजन प्रवेश कर जाता है। इसके बाद यह खाद्यधानी का रूप ले लेती है।

प्रश्न 8.
परासरण क्या है?
उत्तर:
परासरण एक विशिष्ट विधि है जिसके द्वारा जल के अणु वरणात्मक पारगम्य झिल्ली द्वारा उच्च जल की सान्द्रता से निम्न जल की सान्द्रता की ओर जाते हैं।

प्रश्न 9.
निम्नलिखित परासरण प्रयोग करें-
छिले हुए आधे-आधे आलू के चार टुकड़े लो, इन चारों को खोखला करो जिससे कि आलू के कप बन जायें। इनमें से एक कप को उबले आलू में बनाना है। आलू के प्रत्येक कप को जल वाले बर्तन में रखो। अब
(a) कप ‘A’ को खाली रखो,
(b) कप ‘B’ में एक चम्मच चीनी डालो,
(c) कप ‘C’ में एक चम्मच नमक डालो, तथा
(d) उबले आलू से बनाए गए कप D में एक चम्मच चीनी डालो।

आलू के इन चारों कपों को दो घन्टे तक रखने के पश्चात् उनका अवलोकन करो तथा निम्न प्रश्नों के उत्तर दो-
(i) ‘B’ तथा ‘C’ के खाली भाग में जल क्यों एकत्र हो गया? इसका वर्णन करो।
(ii) ‘A’ आलू इस प्रयोग के लिए क्यों महत्त्वपूर्ण है?
(iii) ‘A’ तथा ‘D’ आलू के खाली भाग में जल क्यों एकत्र नहीं हुआ ? इसका वर्णन करो।
उत्तर:
(i) ‘B’ तथा ‘C’ के खाली भाग में जल इसलिए एकत्र हो गया क्योंकि परासरण द्वारा जल कप B तथा C के अन्दर चला गया।

(ii) ‘A’ आलू इस प्रयोग के लिए इसलिए महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि भीतर से खाली होने के कारण जल में कोई शुद्ध गति नहीं हुई।

(iii) ‘A’ तथा ‘D’ आलू के खाली भाग में जल एकत्र नहीं हुआ क्योंकि A कप कच्चे आलू का बना था और भीतर से खाली था परन्तु कप D उबले आलू का था जिसमें एक चम्मच चीनी थी। उबला होने के कारण वह वरणात्मक झिल्ली का कार्य नहीं करता। इसलिए आलू के कप A तथा D से जल में कोई शुद्ध गति नहीं हुई।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 5 जीवन की मौलिक इकाई

प्रश्न 10.
कायिक वृद्धि एवं मरम्मत हेतु किस प्रकार के कोशिका विभाजन की आवश्यकता होती है तथा इसका औचित्य बताएँ?
उत्तर:
कायिक वृद्धि एवं मरम्मत हेतु सूत्री विभाजन की आवश्यकता होती है। इस प्रक्रिया में हर कोशिका (मातृ कोशिका) विभाजित होती है तथा दो समरूप संतति कोशिकाओं का निर्माण करती हैं। संतति कोशिकाओं में गुणसूत्रों की संख्या मातृ कोशिका के समान होती है।

प्रश्न 11.
युग्मकों के बनने के लिए किस प्रकार का कोशिका विभाजन होता है? इस विभाजन का महत्त्व बताएँ ।
उत्तर:
युग्मकों के बनने के लिए अर्धसूत्री विभाजन होता है। इस विभाजन में प्रत्येक कोशिका अर्धसूत्रण द्वारा विभाजित होती हैं जिससे दो की जगह चार नई कोशिकाओं का निर्माण होता है।

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क्रियाकलाप – 1.
प्याज का एक छोटा टुकड़ा लेकर चिमटी की सहायता से प्याज की अवतल सतह की ओर (भीतरी सतह) से झिल्ली उतार लेते हैं। इस झिल्ली को तुरंत पानी से भरे वॉच ग्लास में रख लेते हैं। इससे झिल्ली मुड़ने या सूखने से बच जाती है। अब काँच की एक स्लाइड लेकर इस पर पानी की एक बूँद डालते हैं। इसके बाद वॉच ग्लास में रखी झिल्ली के छोटे टुकड़े को सीधी इस स्लाइड पर रखते हैं। अब इस पर एक बूँद आयोडीन की डालकर इसे कवर स्लिप से ढक देते हैं। कवर स्लिप को इस प्रकार से ढकते हैं कि इसमें वायु के बुलबुले न आने पायें। अब इस स्लाइड को संयुक्त सूक्ष्मदर्शी यंत्र से पहले कम शक्ति वाले तथा इसके बाद उच्च शक्ति वाले अभिदृश्यक द्वारा देखते हैं।
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 5 जीवन की मौलिक इकाई 1
सूक्ष्मदर्शी द्वारा देखने पर झिल्ली की सभी संरचनाएँ एक जैसी दिखाई देती हैं। प्याज की झिल्ली की कोशिकाएँ एक समान होती हैं। प्याज के आकार से इनका कोई सम्बन्ध नहीं होता है। ये छोटी-छोटी संरचनाएँ प्याज के शल्ककन्द की मूलभूत इकाई हैं। इन संरचनाओं को कोशिका (Cell ) कहते हैं। इसी प्रकार सभी जीव-जन्तुओं का शरीर कोशिकाओं से मिलकर बना होता है। यद्यपि कुछ जीव एककोशिकीय भी होते हैं। सूक्ष्मदर्शी के आविष्कार के बाद ही यह पता चला है कि एक कोशिका स्वयं में ही एक सम्पूर्ण जीव जैसे – अमीबा, क्लैमिडोमोनास, पैरामीशियम तथा बैक्टीरिया हो सकती है।

इन सजीवों को एक कोशिकीय जीव कहते हैं। बहुकोशिकीय जीवों में अनेक कोशिकाएँ समाहित होकर विभिन्न कार्यों को सम्पन्न करने के लिए विभिन्न अंगों का निर्माण करती हैं। उदाहरणार्थ- फंजाई (कवक), पादप तथा जन्तु। सभी कोशिकाएँ अपनी पूर्ववर्ती कोशिकाओं से उत्पन्न होती हैं। (पा. पु. पृ. सं. – 65)

क्रियाकलाप – 2.
प्याज की पत्ती की झिल्ली, प्याज की मूलाग्र अथवा विभिन्न आकार के प्याज की झिल्ली की अस्थायी स्लाइड बना सकते हैं।
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 5 जीवन की मौलिक इकाई 2
कोशिकाओं की आकृति तथा आकार उनके विशिष्ट कार्यों के अनुरूप होते हैं। कुछ कोशिकाएँ अपना आकार
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 5 जीवन की मौलिक इकाई 3
बदलती रहती हैं, जैसे- एककोशिकीय अमीबा कुछ जीवों में कोशिका का आकार लगभग स्थिर रहता है और प्रत्येक प्रकार की कोशिका के लिए विशिष्ट होता है। उदाहरण के लिए तंत्रिका कोशिका।

प्रत्येक जीवित कोशिका में कुछ मूलभूत कार्य करने की क्षमता होती है, जो सभी सजीवों का गुण है। शरीर के विभिन्न अंग विभिन्न कार्य करते हैं जैसे मनुष्य के शरीर में हृदय रुधिर को पम्प करता है तथा आमाशय भोजन का पाचन करता है आदि। इसी प्रकार एककोशिकीय जीवों में भी श्रम विभाजन होता है।

वास्तव में ऐसी प्रत्येक कोशिका में कुछ विशिष्ट घटक होते हैं जिन्हें कोशिकांग कहते हैं। प्रत्येक कोशिकांग एक विशिष्ट कार्य करता है, जैसे कोशिका में नए पदार्थ का निर्माण, अपशिष्ट पदार्थों का निष्कासन आदि। इन कोशिकांगों के कारण ही एक कोशिका जीवित रहती है और अपने सभी कार्य करती हैं। ये कोशिकांग मिलकर एक मूलभूत इकाई बनाते हैं जिसे कोशिका कहते हैं।

प्रश्न 1.
क्या सभी कोशिकाओं का आकार तथा आकृति एक जैसी दिखाई देती हैं?
उत्तर:
नहीं, कोशिकाओं की आकृति तथा आकार उनके विशिष्ट कार्यों के अनुरूप होते हैं।

प्रश्न 2.
क्या सभी कोशिकाओं की संरचना एक जैसी दिखाई देती है?
उत्तर:
हाँ, सभी कोशिकाओं की संरचना एक जैसी दिखाई देती है।

प्रश्न 3.
क्या पादप के विभिन्न भागों में पाई जाने वाली कोशिकाओं में कोई अन्तर है?
उत्तर:
पादप के विभिन्न भागों की कोशिकाएँ विभिन्न प्रकार के विशिष्ट कार्य करती हैं। पादप बहुकोशिकीय होते हैं। इनका विकास ही एक ही कोशिका से हुआ है। कोशिकाएँ विभाजित होकर अपने जैसी ही कोशिकाएँ बनाती हैं। अतः सभी भागों की कोशिकाएँ एक जैसी होती हैं।

प्रश्न 4.
हमें कोशिकाओं में क्या समानता दिखाई देती है?
उत्तर:
सभी कोशिकाओं की संरचना एक समान दिखाई देती है। चूँकि सभी कोशिकाओं में एक ही प्रकार के कोशिकांग होते हैं।

खण्ड 5.1 से सम्बन्धित पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा. पु. पू. सं. 66)

प्रश्न 1.
कोशिका की खोज किसने और कैसे की?
उत्तर:
कोशिका की खोज सर्वप्रथम रॉबर्ट हुक ने 1605 में की। उन्होंने कोशिका को कॉर्क की पतली काट में अनगढ़ सूक्ष्मदर्शी की सहायता से देखा। उन्हें कॉर्क की संरचना मधुमक्खी के छत्ते जैसी दिखाई दी। उन्होंने कॉर्क के प्रकोष्ठों को कोशिका (Cell) नाम दिया।

प्रश्न 2.
कोशिका को जीवन की संरचनात्मक व क्रियात्मक इकाई क्यों कहते हैं?
उत्तर:
कोशिका जीवन की संरचनात्मक इकाई हैक्योंकि कोशिकाएँ विभाजित होकर अपने जैसी ही कोशिकाएँ बनाती हैं जिससे जीवों का शरीर बनता है। अतः कोशिका जीवन की संरचनात्मक इकाई है।

कोशिका जीवन की क्रियात्मक इकाई है क्योंकि कोशिकाओं की आकृति तथा आकार उनके विशिष्ट कार्यों के अनुरूप होते हैं। प्रत्येक सजीव कोशिका में कुछ मूलभूत कार्य करने की क्षमता होती है। ये कार्य कोशिका में स्थित कोशिकांगों द्वारा किये जाते हैं। प्रत्येक कोशिकांग एक विशिष्ट कार्य करता है। अतः कोशिका को जीवन की क्रियात्मक इकाई कहते हैं।

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क्रियाकलाप-3.
(a) एक अण्डे को तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) में डालकर उसके कवच को हटा देते हैं। इसका कवच प्राय: कैल्शियम कार्बोनेट (CaCO3) का बना होता है। अब अण्डे को एक पतली बाह्य त्वचा (झिल्ली) घेरे रहती है। इस अण्डे को शुद्ध जल में रखते हैं और 5 मिनट के बाद देखते हैं तो अण्डा फूल जाता है, क्योंकि परासरण द्वारा जल अण्डे के अन्दर चला जाता है।

(b) इसी प्रकार एक कवच रहित अण्डे को नमक के सान्द्र विलयन (NaCl) में रखते हैं। 5 मिनट बाद देखने से ज्ञात होता है कि अण्डा सिकुड़ जाता है। जल अण्डे से निकलकर नमक के विलयन में आ जाता है, क्योंकि नमक का विलयन अधिक सान्द्रित होता है। (पा. पु. पृ. सं. -68)

क्रियाकलाप – 4.
सूखी किशमिश को केवल जल में कुछ देर तक रखते हैं। उसके बाद उसे शक्कर या नमक के सान्द्रित विलयन में रखते हैं जल में रखने पर किशमिश जल ग्रहण करके फूल जाती है सान्द्रित घोल में रखने पर वह सिकुड़ जाती है क्योंकि उसका जल बाहर निकल जाता है।

एक कोशिकीय अलवणीय जलीय जीव तथा अधिकांश पादप कोशिकाएँ परासरण द्वारा जल ग्रहण करते हैं। पौधों के मूल द्वारा जल का अवशोषण परासरण का एक उदाहरण है। इसके अतिरिक्त विसरण, कोशिका को अपने बाहरी पर्यावरण से पोषण ग्रहण करने में सहायता करता है। कोशिका के विभिन्न अणुओं का अन्दर आना तथा बाहर निकलना भी विसरण द्वारा ही होता है। इस प्रकार के परिवहन में ऊर्जा की आवश्यकता होती है।

प्लाज्मा झिल्ली लचीली होती है। यह कार्बनिक अणुओं जैसे- लिपिड तथा प्रोटीन की बनी होती है। कोशिका झिल्ली का लचीलापन एककोशिकीय जीवों में कोशिका के बाह्य पर्यावरण से अपना भोजन तथा अन्य पदार्थ ग्रहण करने में सहायता करता है। इस प्रक्रिया को एण्डोसाइटोसिस कहते हैं। अमीबा अपना भोजन इसी प्रक्रिया द्वारा प्राप्त करता है।
(पा. पु. पू. सं. – 68)

क्रियाकलाप – 5.
विद्यालय के पुस्तकालय या इंटरनेट की सहायता से इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी के बारे में पता करें। इससे संबंधित विषय में अपने अध्यापक/अध्यापिका से चर्चा करें।

खण्ड 5.2.1 से सम्बन्धित पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा.पु. पू. सं. – 68)

प्रश्न 1.
CO2 तथा पानी जैसे पदार्थ कोशिका में कैसे अन्दर तथा बाहर जाते हैं? इस पर चर्चा करें।
उत्तर:
CO2 तथा पानी जैसे पदार्थ कोशिका झिल्ली के अन्दर तथा बाहर विसरण प्रक्रिया द्वारा आ-जा सकते हैं। जब कोशिका के भीतर CO2 की सान्द्रता बढ़ जाती है तो उच्च सान्द्रता से निम्न सान्द्रता की ओर विसरण द्वारा CO2 बाहर निकल जाती है। इसी प्रकार परासरण द्वारा जल के अणु वरणात्मक पारगम्य झिल्ली द्वारा उच्च जल की सान्द्रता से निम्न जल की सान्द्रता की ओर जाते हैं।

प्रश्न 2.
प्लाज्मा झिल्ली को वर्णात्मक पारगम्य झिल्ली क्यों कहते हैं?
उत्तर:
प्लाज्मा झिल्ली कोशिका के घटकों को बाहरी पर्यावरण से अलग करती है। प्लाज्मा झिल्ली केवल कुछ वांछित पदार्थों को ही कोशिका के अन्दर आने देती है और अवांछित पदार्थों को अन्दर आने से रोक देती है। इसी प्रकार यह झिल्ली कोशिका के लिए अनावश्यक पदार्थों को तो बाहर जाने देती है तथा वांछित पदार्थों को अन्दर ही रोक लेती है। इसीलिए प्लाज्मा झिल्ली को वरणात्मक पारगम्य झिल्ली कहते हैं।

क्रियाकलाप – 6.
रिओ की पत्ती की झिल्ली को पानी में रखकर एक स्लाइड बनाते हैं इसे उच्च शक्ति वाले सूक्ष्मदर्शी से देखने पर इसमें छोटे-छोटे कण दिखाई देते हैं। इन्हें क्लोरोप्लास्ट कहते हैं। इनमें एक हरा पदार्थ क्लोरोफिल होता है। अब स्लाइड पर शक्कर या नमक का सान्द्र विलयन डालते हैं। अब रिओ की पत्तियों को कुछ मिनट तक जल में उबालते हैं। इससे पत्तियों की सभी कोशिकाएँ मर जायेंगी। अब स्लाइड पर रखी झिल्ली पर नमक का सान्द्र विलयन डालते हैं। इसे एक मिनट बाद पुनः सूक्ष्मदर्शी से देखते हैं तो पता लगता है कि केवल जीवित कोशिकाओं में ही परासरण द्वारा जल अवशोषण की क्षमता होती है न कि मृत कोशिकाओं में।

कोशिका भित्ति पौधों, कवक तथा बैक्टीरिया की कोशिकाओं को अपेक्षाकृत कम तनु विलयन में बिना फटे बनाये रखती है। ऐसे माध्यम से कोशिका परासरण विधि द्वारा पानी लेकर फूल जाती है और कोशिका भित्ति के ऊपर दबाव डालती है। कोशिका भित्ति भी फूली हुई कोशिका के प्रति समान रूप से दबाव डालती है। कोशिका भित्ति के कारण पादप कोशिकाएँ परिवर्तनीय माध्यम को जन्तु कोशिका की अपेक्षा आसानी से सहन कर सकती हैं।

क्रियाकलाप – 7.
काँच की एक स्लाइड लेकर उस पर एक बूँद पानी रखते हैं। अब अपने गाल के अन्दर की त्वचा को आइसक्रीम खाने वाले चम्मच से खुरचकर सुई की सहायता से स्लाइड पर समान रूप से फैलाते हैं। इसे रंगने के लिए एक बूँद मेथलीन ब्लू की डालते हैं। अब इसके ऊपर कवर स्लिप रखते हैं और सूक्ष्मदर्शी द्वारा अवलोकन करते हैं।

हम देखते हैं कि कोशिका के मध्य में एक गहरे रंग की गोलाकार अथवा अण्डाकार, डॉट के समान संरचना दिखाई देती है। इस संरचना को केन्द्रक कहते हैं।

केन्द्रक के चारों और दोहरे परत का एक स्तर होता है जिसे केन्द्रक झिल्ली कहते है। केन्द्रक झिल्ली में छोटे-छोटे छिद्र होते हैं। इन छिद्रों के द्वारा केन्द्रक के अन्दर का कोशिका द्रव्य केन्द्रक के बाहर जा सकता है केन्द्रक में क्रोमोसोम होते हैं जो कोशिका विभाजन के समय छड़ों की तरह दिखाई देते हैं। क्रोमोसोम में आनुवंशिक गुण होते हैं जो माता-पिता DNA (डिऑक्सीराइबो न्यूक्लीइक अम्ल) अणु के रूप में अगली संतति में जाते हैं।

क्रोमोसोम DNA तथा प्रोटीन के बने होते हैं। DNA अणु में कोशिका के निर्माण व संगठन की सभी आवश्यक सूचनाएँ होती हैं DNA के क्रियात्मक खण्ड को जीन कहते हैं। अविभाजित कोशिका में DNA क्रोमेटिन पदार्थ के रूप में विद्यमान रहता है। क्रोमेटिन पदार्थ धागे के समान रचनाओं के एक जाल का पिण्ड होता है। कोशिका विभाजन के समय यह क्रोमोसोम में संगठित हो जाता है।

कुछ जीवों में केन्द्रक कोशिका जनन के समय महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह कोशिका के विकास एवं परिपक्वन को निर्धारित करता है तथा साथ ही सजीव कोशिका की रासायनिक क्रियाओं को भी निर्देशित करता है। बैक्टीरिया जैसे कुछ जीवों में केन्द्रक झिल्ली नहीं होती है ऐसे अस्पष्ट केन्द्रक क्षेत्र में केवल क्रोमेटिन पदार्थ होता है। ऐसे क्षेत्र को केन्द्रकाय कहते हैं। ऐसे जीव जिसकी कोशिकाओं में केन्द्रक झिल्ली नहीं होती है उन्हें प्रोकेरियोट तथा जिन जीवों की कोशिकाओं में केन्द्रक झिल्ली होती है। उन्हें यूकेरियोट कहते हैं।

खण्ड 5.2.4 से सम्बन्धित पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा.पु. पृ. सं. – 70)

प्रश्न 1.
क्या अब आप निम्नलिखित तालिका में दिए गए रिक्त स्थानों को भर सकते हैं; जिससे कि प्रोकैरियोटी तथा यूकैरियोटी कोशिकाओं में अन्तर स्पष्ट हो सके।
उत्तर:

प्रोकैरियोटी कौशिका यूकैरियोटी कोशिका
1. आकार प्राय : छोटा (1-10 um) 1m = 10-6m 1. आकार प्राय: बड़ा (5-100 um)
2. केन्द्रकीय क्षेत्रः बहुत कम स्पष्ट होता है। अस्पष्ट केन्द्रक क्षेत्र में केवल क्रोमेटिन पदार्थ होता है। उसे केन्द्रकाय कहते हैं। 2. केन्द्रकीय क्षेत्र: सुस्पष्ट। जो चारों ओर से केन्द्रकीय झिल्ली से घिरा रहता है।
3. क्रोमोसोम : एक। 3. क्रोमोसोम : एक से अधिक।
4. झिल्ली युक्त कोशिका अंगक अनुपस्थित होते हैं। 4. झिल्ली युक्त कोशिका अंगक उपस्थित होते हैं।

खण्ड 5.2.5 से सम्बन्धित पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा. पु. पृ. सं. -73)

प्रश्न 1.
क्या आप दो ऐसे अंगकों का नाम बता सकते हैं, जिनमें अपना आयुवंशिक पदार्थ होता है?
उत्तर:
ऐसे दो अंगक जिनमें अपना आनुवंशिक पदार्थ होता है- वे हैं-

  • माइटोकॉन्ड्रिया तथा
  • प्लास्टिड।

प्रश्न 2.
यदि किसी कोशिका का संगठन किसी भौतिक अथवा रासायनिक प्रभाव के कारण नष्ट हो जाता है, तो क्या होगा?
उत्तर:
यदि किसी कोशिका का संगठन नष्ट हो जाता है तो लाइसोसोम फट जाते हैं और एन्जाइम अपनी ही कोशिकाओं को पाचित कर देते हैं फलस्वरूप कोशिका नष्ट हो जाती है।

प्रश्न 3.
लाइसोसोम को आत्मघाती थैली क्यों कहते हैं?
उत्तर:
कोशिकीय उपापचय में व्यवधान के कारण जब कोशिका क्षतिग्रस्त या मृत हो जाती है तो लाइसोसोम फट जाते हैं और एन्जाइम अपनी ही कोशिकाओं को पाचित कर देते हैं इसलिए लाइसोसोम को कोशिका की ‘आत्मघाती थैली’ कहते हैं।

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प्रश्न 4.
कोशिका के अन्दर प्रोटीन संश्लेषण कहाँ होता है?
उत्तर:
कोशिका के अन्दर प्रोटीन संश्लेषण राइबोसोम में होता है।

कोशिका विभाजन-जीवधारियों में वृद्धि के लिए नई कोशिकाओं का निर्माण होता है। इससे पुराने, मृत और क्षतिग्रस्त कोशिकाएँ प्रतिस्थापित हो जाती हैं तथा प्रजनन के लिए युग्मक बनते हैं। नई कोशिकाओं के निर्माण की प्रक्रिया को कोशिका विभाजन कहते हैं। कोशिका विभाजन के दो प्रकार होते हैं-सूत्री विभाजन और अर्ध सूत्री विभाजन।

सूत्री विभाजन – इस प्रक्रिया में अधिकतर कोशिकाएँ वृद्धि के लिए विभाजित होती हैं। प्रत्येक कोशिका (मातृ कोशिका), दो समरूप कोशिकाओं में विभाजित होती हैं। संतति कोशिकाओं में गुणसूत्रों की संख्या मातृ कोशिका के बराबर होती है। यह जीवों में वृद्धि और ऊतकों के मरम्मत में सहायक होती है।
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 5 जीवन की मौलिक इकाई 4
अर्धसूत्री विभाजन-जंतुओं तथा पादपों के प्रजनन अंगों या ऊतकों की विशेष कोशिकाएँ विभाजित हो, युग्मक बनाती है जो निषेचन के बाद संतति उत्पन्न करती है। इस विभाजन को अर्धसूत्रण भी कहते हैं। इस प्रक्रिया में चार नई कोशिकाएँ बनती हैं। नई कोशिकाओं में मातृ कोशिकाओं की अपेक्षा गुणसूत्रों की संख्या आधी होती है।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 4 परमाणु की संरचना

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JAC Board Class 9 Science Important Questions Chapter 4 परमाणु की संरचना

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1. प्रोटियम में नहीं पाया जाता है-
(a) प्रोटॉन
(b) न्यूट्रॉन।
(c) इलेक्ट्रॉन
(d) इलेक्ट्रॉन व प्रोटॉन।
उत्तर:
(b) न्यूट्रॉन

2. किसी परमाणु में प्रोटॉन की संख्या होती है-
(a) न्यूट्रॉन के बराबर
(b) इलेक्ट्रॉन के बराबर
(c) परमाणु द्रव्यमान के बराबर
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(b) इलेक्ट्रॉन के बराबर।

3. परमाणु के नाभिक में पाया जाने वाला अनावेशित कण है-
(a) इलेक्ट्रॉन
(b) प्रोटॉन
(c) न्यूट्रॉन
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(c) न्यूट्रॉन।

4. रदरफोर्ड ने अपना प्रयोग किया-
(a) सोने की पन्नी पर
(b) ताँबे की पत्नी पर
(c) चाँदी की पत्नी पर
(d) लोहे की पन्नी पर।
उत्तर:
(a) सोने की पन्नी पर।

5. परमाणु के नाभिक में होते हैं-
(a) इलेक्ट्रॉन व प्रोटॉन
(b) इलेक्ट्रॉन व न्यूट्रॉन
(c) केवल इलेक्ट्रॉन
(d) प्रोटॉन व न्यूट्रॉन।
उत्तर:
(d) प्रोटॉन व न्यूट्रॉन।

6. प्रथम कोश में इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम संख्या होती है-
(a) 2
(b) 8
(c ) 18
(d) 32।
उत्तर:
(a) 2

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7. बोरोन (B) के नाभिक में न्यूट्रॉनों की संख्या होगी-
(a) 5
(b) 4
(c) 3
(d) 61
उत्तर:
(d) 6

8. सोडियम की द्रव्यमान संख्या है-
(a) 11
(b) 10
(c) 24
(d) 231
उत्तर:
(d) 23

9. क्लोरीन की संयोजकता है-
(a) 2
(b) 1
(c) 0
(d) 41
उत्तर:
(b) 1

10. 1H² या D को कहते हैं-
(a) ट्राइटियम
(b) प्रोटियम
(c) ड्यूटीरियम
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(c) ड्यूटीरियम।

11. बोर-बरी के नियमानुसार इलेक्ट्रॉनों की किसी कोश में अधिकतम संख्या होती है-
(a) 2n²
(b) 2n
(c) 4n²
(d) 2n³।
उत्तर:
(a) 2n²

12. यदि किसी परमाणु के बाह्यतम कोश में 7 इलेक्ट्रॉन हों तो उसकी संयोजकता होगी-
(a) 7
(b) 2
(c) 3
(d) 1।
उत्तर:
(d) 1

13. प्रकृति में क्लोरीन – 35 व क्लोरीन 37 का अनुपात होता है-
(a) 3 : 1
(b) 1 : 3
(c) 1 : 2
(d) 2 : 11
उत्तर:
(a) 3 : 1

14. क्लोरीन परमाणु का औसत द्रव्यमान है-
(a) 35
(b) 36
(c) 35.5
(d) 171
उत्तर:
(c) 35.5

15. इलेक्ट्रॉन की खोज की-
(a) गोल्डस्टीन ने
(b) टॉमसन ने
(c) रदरफोर्ड ने
(d) बोर ने।
उत्तर:
(b) टॉमसन ने।

16. इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान प्रोटॉन से लगभग होता है-
(a) 2000 Tell
(b) 1000 गुना
(c) \(\frac { 1 }{ 1837 }\) गुना
(d) \(\frac { 1 }{ 1000 }\) गुना
उत्तर:
(c) \(\frac { 1 }{ 1837 }\) गुना

रिक्त स्थान भरो-

  1. रदरफोर्ड के α-कण प्रकीर्णन प्रयोग द्वारा ……………… खोज हुई।
  2. र्बन का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास …………………. है।
  3. निऑन और क्लोरीन की परमाणु संख्या क्रमश: 10 और 17 है। इनकी संयोजकताएँ …………………. और …………………. होंगी।
  4. समभारिकों में समान …………………. लेकिन भिन्न …………………. होते हैं।

उत्तर:

  1. नाभिक
  2. 2, 4
  3. 4, 0, 1
  4. द्रव्यमान संख्या, परमाणु संख्या।

सुमेलन कीजिए-

कॉलम ‘क’ (तत्त्व) कॉलम ‘ख’ (संयोजकता)
1. सोडियम Na (क) 2
2. कैल्सियम Ca (ख) 3
3. निऑन Ne (ग) 1
4. नाइट्रोजन N (घ) 0

उत्तर:
1. (ग) 1
2. (क) 2
3. (घ) 0
4. (ख) 3

सत्य / असत्य

  1. किसी परमाणु के आंतरिक कक्ष में इलेक्ट्रॉनों की संख्या से संयोजकता ज्ञात होती है।
  2. जे. चैडविक ने न्यूट्रॉन की खोज की थी।
  3. रदरफोर्ड ने अपने प्रयोग में सोने की पन्नी का प्रयोग किया था।
  4. \(\begin{array}{r}
    35 \\
    { }_{17} \mathrm{Cl}
    \end{array}\) और \(\begin{array}{r}
    37 \\
    { }_{17} \mathrm{Cl}
    \end{array}\) समभारिक हैं।

उत्तर:

  1. असत्य
  2. सत्य
  3. सत्य
  4. असत्य।

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अति लघूत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
कार्बन – 13 के 100 परमाणुओं की परमाणु द्रव्यमान इकाई का भार क्या होगा?
उत्तर:
13amu x 100 = 1300amu.

प्रश्न 2.
क्लोरीन परमाणु (Z = 17) का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लिखिए।
उत्तर:
क्लोरीन परमाणु का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास – 2, 8, 7.

प्रश्न 3.
सोडियम आयन पर ……………… आवेश होता है जबकि सोडियम परमाणु पर ……………… आवेश होता है।
उत्तर:
धन, शून्य।

प्रश्न 4.
क्लोरीन की परमाणु संख्या 17 है। इसमें इलेक्ट्रॉनों की संख्या क्या है?
उत्तर:
17.

प्रश्न 5.
कार्बन (Z = 6), फॉस्फोरस (Z = 15) तथा (Z = 16) परमाणुओं में कितने संयोजी इलेक्ट्रॉन गन्धक (Z = 16) उपस्थित हैं?
उत्तर:
कार्बन में 4, फॉस्फोरस में 5 तथा गन्धक में 6 संयोजी इलेक्ट्रॉन होते हैं।

प्रश्न 6.
एक उपयुक्त उदाहरण देकर समस्थानिक की परिभाषा लिखिए।
उत्तर:
एक ही तत्व के परमाणु जिनकी ‘परमाणु समान तथा द्रव्यमान संख्या भिन्न होती है, समस्थानिक कहलाते हैं; जैसे- हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक प्रोटियम, ड्यूटीरियम तथा ट्राइटियम होते हैं।

प्रश्न 7.
…………………… की संख्या भिन्न होने के कारण समस्थानिक पाए जाते हैं।
उत्तर:
न्यूट्रॉनों।

प्रश्न 8,.
\({ }_{17} \mathbf{A}^{35},{ }_{20} \mathbf{B}^{40},{ }_{17} \mathrm{Cl}^{37},{ }_{18} D^{40}\) में से समस्थानिकों की पहचान कीजिए।
उत्तर:
\({ }_{17} \mathrm{~A}^{35}\) तथा \({ }_{17} \mathrm{~A}^{37}\).

प्रश्न 9.
समस्थानिकों में की संख्या समान होती है।
उत्तर:
प्रोटॉनों।

प्रश्न 10.
एक तत्व के समस्थानिकों की परमाणु संख्या होती है।
उत्तर:
समान।

प्रश्न 11.
दो रेडियोधर्मी समस्थानिकों के नाम बताइए।
उत्तर:
यूरेनियम – 235 तथा यूरेनियम-238.

प्रश्न 12.
किसी परमाणु में इलेक्ट्रॉनों के व्यवस्थापन को क्या कहा जाता है?
उत्तर:
इलेक्ट्रॉनिक विन्यास।

प्रश्न 13.
तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
किसी तत्व के परमाणु में उसके विभिन्न ऊर्जा स्तरों या कक्षाओं में इलेक्ट्रॉनों का वितरण ‘इलेक्ट्रॉनिक विन्यास’ कहलाता है।

प्रश्न 14.
कार्बन – 14 क्या है?
उत्तर:
कार्बन का समस्थानिक।

प्रश्न 15.
इलेक्ट्रॉन पर ………………. कूलॉम ………………….. आवेश होता है।
उत्तर:
उत्तर:
1.6 x 10-19, ऋणात्मक।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 4 परमाणु की संरचना

प्रश्न 16.
प्रोटॉन पर आवेश ……………….. होता है।
उत्तर:
धनात्मक।

प्रश्न 17.
एक इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान ………….. होता है।
उत्तर:
9.1 × 10-28 ग्राम।

प्रश्न 18.
………………… तथा ………………… परमाणु के मूल कण हैं।
उत्तर:
इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन।

प्रश्न 19.
कैनाल किरणें ………………… आवेशित कणों से मिलकर बनती हैं।
उत्तर:
धन।

प्रश्न 20.
हाइड्रोजन के कितने समस्थानिक हैं?
उत्तर:
हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक हैं-
\({ }_1^1 \mathrm{H},{ }_1^2 \mathrm{H}\) तथा \({ }_1^3 \mathrm{H}\).

प्रश्न 21.
समभारिक नाभिकों का एक उदाहरण दो।
उत्तर:
\({ }_{20}^{40} \mathrm{Ca}\) तथा \({ }_{18}^{40} \mathrm{Ar}\) दोनों समभारिक हैं।

प्रश्न 22.
परमाणु के मौलिक कण बताइए।
उत्तर:
परमाणु के मौलिक कण प्रोटॉन, न्यूट्रॉन तथा इलेक्ट्रॉन हैं।

प्रश्न 23.
विसर्जन नलिका में कैथोड से उत्सर्जित कण धन प्लेट की ओर झुकते हैं। कण की प्रकृति बताइए।
उत्तर:
कण की प्रकृति विद्युत ऋणात्मक है।

प्रश्न 24.
यूरेनियम के दो समस्थानिक लिखिए।
उत्तर:
\({ }_{92}^{235} \mathrm{U}\) तथा \({ }_{92}^{238} \mathrm{U}\)

प्रश्न 25.
किसी तत्व के समस्थानिकों में किसमें समानता है?
उत्तर:
किसी तत्व के समस्थानिकों में प्रोटॉनों तथा इलेक्ट्रॉनों की संख्या समान होती है।

प्रश्न 26.
निम्नलिखित परमाणु नाभिकों में से कौन समभारी तथा कौन समस्थानिक हैं?
(i) (17p + 18n ) तथा ( 17p+20n)
(ii) (18p + 22n) तथा (20p+20n)
उत्तर:
(i) नाभिक समस्थानिक है तथा
(ii) नाभिक समभारिक हैं।

प्रश्न 27.
परमाणु के यदि K और L कोश पूर्णतः भरे हुए हैं, उनमें उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की कुल संख्या क्या है?
उत्तर:
10

प्रश्न 28.
उस तत्व के परमाणु में इलेक्ट्रॉनों का वितरण लिखिए जिसकी परमाणु संख्या 13 है।
उत्तर:

K L M
2 8 3

प्रश्न 29.
प्रतीक \({ }_{15}^{31} P\) से बताइये –
(i) फॉस्फोरस की द्रव्यमान संख्या
(ii) फॉस्फोरस की परमाणु संख्या।
उत्तर:
(i) 31
(ii) 15.

प्रश्न 30.
उस तत्व की संयोजकता क्या होगी जिसकी परमाणु संख्या 15 है?
उत्तर:
3 या 5

प्रश्न 31.
क्लोरीन की परमाणु संख्या 17 है। Cl आयन में इलेक्ट्रॉन की संख्या क्या होगी?
उत्तर:
Cl में इलेक्ट्रॉन की संख्या 17 + 1 = 18.

प्रश्न 32.
ऐलुमिनियम की परमाणु संख्या 13 है। Al+3 में कितने इलेक्ट्रॉन होंगे?
उत्तर:
Al+3 में इलेक्ट्रॉनों की संख्या = 13 – 3 = 10

प्रश्न 33.
मैग्नीशियम की परमाणु संख्या 12 है। इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लिखिए।
उत्तर:
इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 28 2

प्रश्न 34.
परमाणु क्रमांक 13 वाले तत्व की संयोजकता बताइए।
उत्तर:
इलेक्ट्रॉनिक विन्यास = 2, 8, 3
इसलिए संयोजकता = 3

प्रश्न 35.
एक तत्व का परमाणु द्रव्यमान A तथा परमाणु संख्या B है। इस तत्व के नाभिक में न्यूट्रानों की संख्या बताइए।
उत्तर:
न्यूट्रॉनों की संख्या = परमाणु द्रव्यमान परमाणु संख्या
= A – B

प्रश्न 36.
एक तत्व के M-कक्ष में दो इलेक्ट्रॉन हैं। इस तत्व का परमाणु क्रमांक बताइये।
उत्तर:
परमाणु क्रमांक = 2 + 8 + 2 = 12
K     L    M

प्रश्न 37.
किसी तत्व का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास उसकी संयोजकता से किस प्रकार सम्बन्धित है?
उत्तर:
किसी तत्व की संयोजकता उस तत्व के संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या के बराबर होती है, या (8 – संयोजकता इलेक्ट्रॉन) की संख्या के बराबर होती है।

प्रश्न 38.
एक रासायनिक अभिक्रिया के दौरान किसी तत्व का परमाणु क्रमांक क्यों नहीं बदलता?
उत्तर:
किसी तत्व के परमाणु में उपस्थित प्रोटॉनों की संख्या, उसका परमाणु क्रमांक कहलाती है। चूँकि केवल इलेक्ट्रॉन ही रासायनिक अभिक्रियाओं में भाग लेता है तथा प्रोटॉन इसमें सम्मिलित नहीं होते; अतः इनकी संख्या में कोई परिवर्तन नहीं होता अर्थात् तत्व का परमाणु क्रमांक रासायनिक अभिक्रिया के दौरान अपरिवर्तित रहता है।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 4 परमाणु की संरचना

प्रश्न 39.
हाइड्रोजन के समस्थानिकों के नाम लिखिए।
उत्तर:
हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक हैं- प्रोटियम (1H1), ड्यूटीरियम (1H2) तथा ट्राइटियम (1H3)

प्रश्न 40.
समस्थानिकों के दो अनुप्रयोग लिखिए।
उत्तर:

  1. कैंसर की चिकित्सा में कोबाल्ट-60 का प्रयोग किया जाता है।
  2. घेंघा रोग के इलाज में आयोडीन 131 का प्रयोग किया जाता है।

प्रश्न 41.
संयोजकता कोश क्या है?
उत्तर:
किसी परमाणु का बाह्यतम इलेक्ट्रॉन कोश ‘संयोजकता – कोश’ कहलाता है।

प्रश्न 42.
संयोजी इलेक्ट्रॉन क्या हैं?
उत्तर:
किसी परमाणु के बाह्यतम इलेक्ट्रॉन कोश में उपस्थित इलेक्ट्रान ‘संयोजी इलेक्ट्रॉन’ कहलाते हैं।

प्रश्न 43.
एक परमाणु में संयोजी इलेक्ट्रॉनों की उपयोगिता बताइए।
उत्तर:
संयोजी इलेक्ट्रॉन ही परमाणु की रासायनिक प्रकृति का निर्धारण करते हैं। ये इलेक्ट्रॉन परमाण्वीय स्पेक्ट्रा प्राप्त होने के लिए उत्तरदायी होते हैं।

प्रश्न 44.
उन तत्वों का सामान्य नाम बताइए जिनके परमाणुओं के संयोजकता कोश में 8 इलेक्ट्रॉन होते हैं।
उत्तर:
अक्रिय गैसें (हीलियम को छोड़कर जिसके संयोजी कोश में 2 इलेक्ट्रॉन होते हैं)।

प्रश्न 45.
रदरफोर्ड के अल्फा कण प्रकीर्णन प्रयोग से किसी परमाणु के नाभिक के बारे में क्या महत्वपूर्ण जानकारी मिलती है?
उत्तर:
एक परमाणु में अल्फा धनावेशित, अल्प-आकार का एक नाभिक होता है जिसमें परमाणु का लगभग समस्त द्रव्यमान निहित रहता है तथा इसके चारों ओर इलेक्ट्रॉन कुछ स्थिर कक्षाओं में चक्कर लगाते रहते हैं।

प्रश्न 46.
परमाणु उदासीन क्यों होता है यद्यपि इसके भीतर आवेशित कण विद्यमान हैं?
उत्तर:
परमाणु में प्रोटॉन तथा इलेक्ट्रॉन, विपरीत आवेशित कण उपस्थित होते हैं परन्तु संख्या में समान होने के कारण ये परस्पर आवेश प्रभाव को समाप्त कर देते हैं, इसी कारण परमाणु उदासीन रहता है।

प्रश्न 47.
एक तत्व के परमाणु को 4X9 के रूप में लिखा जाता है-
(i) अंक 9 क्या प्रदर्शित करता है?
(ii) अंक 4 क्या प्रदर्शित करता है?
(iii) परमाणु में इलेक्ट्रॉनों, प्रोटॉनों तथा न्यूट्रॉनों की संख्या क्या है?
उत्तर:
(i) अंक 9 द्रव्यमान संख्या को प्रदर्शित करता है।
(ii) अंक 4 परमाणु संख्या को प्रदर्शित करता है।
(iii) इलेक्ट्रॉन 4, प्रोटॉन 4, न्यूट्रॉन 5

प्रश्न 48.
किसी परमाणु के प्रथम ऊर्जा स्तर में अधिकतम कितने इलेक्ट्रॉन हो सकते हैं?
उत्तर:
प्रथम ऊर्जा स्तर में केवल 2 इलेक्ट्रॉन हो सकते हैं।

प्रश्न 49.
परमाणु संख्या तथा द्रव्यमान संख्या को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
परमाणु में उपस्थित प्रोटॉनों की कुल संख्या, उसका परमाणु क्रमांक या परमाणु संख्या कहलाती है। परमाणु में उपस्थित प्रोटॉनों तथा न्यूट्रॉनों की संख्या का योग, उसकी द्रव्यमान संख्या कहलाती है।

लघु एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
न्यूट्रॉन की खोज ने परमाणु संरचना की कौन-सी समस्या का समाधान किया?
उत्तर:
न्यूट्रॉन की खोज से निष्कर्ष निकला कि परमाणु का नाभिक न्यूट्रॉनों तथा प्रोटॉनों से मिलकर बनता है। इससे नाभिक के आवेश तथा द्रव्यमान को स्पष्ट समझने में सहायता मिली।
न्यूट्रॉन की खोज से आवर्त सारणी में समस्थानिकों की समस्या का भी समाधान हो गया।

प्रश्न 2.
न्यूट्रॉन के अस्तित्व को किसने प्रस्तावित किया? इस पूर्वधारणा का क्या आधार छ?
उत्तर:
रदरफोर्ड ने सबसे पहले न्यूट्रॉन के अस्तित्व का विचार प्रकट किया था। सन् 1920 ई. में रदरफोर्ड ने प्रस्तावित किया कि नाभिक के अन्दर इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन उच्च स्थिर विद्युत आकर्षण बल के कारण इतने निकट होते हैं कि दोनों को मिलाकर एक कण के रूप में ही माना जा सकता है। इस कण पर कुल आवेश शून्य होगा। उसने इस कण को यूट्रॉन नाम दिया। इसका द्रव्यमान प्रोटॉन के द्रव्यमान के समान अपेक्षित था। इसी संकल्पना ने आधुनिक विज्ञान की अनेक महत्त्वपूर्ण समस्याओं को हल कर दिया।

प्रश्न 3.
न्यूट्रॉन के महत्त्वपूर्ण गुणधर्म क्या हैं?
उत्तर:
न्यूट्रॉन के प्रमुख गुण निम्नलिखित हैं-

  1. न्यूट्रॉन उदासीन अथवा विद्युत आवेश रहित कण है। इसे on संकेत से प्रदर्शित करते हैं।
  2. न्यूट्रॉन की त्रिज्या 10-13 सेमी होती है।
  3. न्यूट्रॉन का द्रव्यमान 1.6748 10-27 किग्रा या परमाणु द्रव्यमान इकाई में 1.00893 amu होता है जो प्रोटॉन से कुछ अधिक होता है।
  4. नाभिकीय अभिक्रियाओं से ज्ञात हुआ है कि सभी तत्वों के परमाणुओं में (हाइड्रोजन को छोड़कर) न्यूट्रॉन होते हैं।
  5. न्यूट्रॉन की बेधन क्षमता भी अत्यधिक है, परन्तु कॉस्मिक किरणों से कम है।
  6. स्वतन्त्र न्यूट्रॉन का क्षय प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉन में होता है तथा ऊर्जा उत्सर्जित होती है।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित परमाणुओं की इलेक्ट्रॉनिक संरचनाओं में क्या-क्या समानताएँ हैं?
लीथियम, सोडियम, पोटैशियम;
हीलियम निऑन आर्गन;
बेरिलियम मैग्नीशियम और कैल्सियम।
उत्तर:
उपर्युक्त परमाणुओं की इलेक्ट्रॉनिक संरचनाओं में समानताएँ इनमें इलेक्ट्रॉनों के वितरण के आधार पर ज्ञात की जा सकती हैं।
लीथियम, सोडियम, पोटैशियम की इलेक्ट्रॉनिक संरचनाओं में समानताएँ

तत्व परमाणु संख्या इलेक्ट्रॉनों का वितरण
K L M N
लीथियम (Li) 3 2, 1
सोडियम (Na) 11 2, 8, 1
पोटैशियम (K) 19 2, 8, 8, 1

इन सभी तत्वों के परमाणु के बाह्यतम कक्ष में 1 इलेक्ट्रॉन है, इसीलिए इनकी संयोजकता भी 1 है।

हीलियम, निऑन, आर्गन की इलेक्ट्रॉनिक संरचनाओं में समानताएँ

तत्व परमाणु संख्या इलेक्ट्रॉनों का वितरण
K L M N
हीलियम (He) 2 2
निऑन (Ne) 10 2, 8
आर्गन (Ar) 18 2, 8, 8

इन सभी तत्वों के परमाणु के बाह्यतम कक्ष पूर्ण हैं, इसीलिए इनकी संयोजकता शून्य है अर्थात् ये तत्व निष्क्रिय हैं।
बेरीलियम, मैग्नीशियम, कैल्सियम की इलेक्ट्रॉनिक संरचनाओं में समानताएँ

तत्व परमाणु संख्या इलेक्ट्रॉनों का वितरण
K L M N
बेरीलियम (Be) 4 2, 2
मैग्नीशियम (Mg) 12 2, 8, 2
कैल्सियम (Ca) 20 2, 8, 8, 2

इन सभी तत्वों के बाह्यतम कक्ष में 2 इलेक्ट्रॉन हैं, इसीलिए
इनकी संयोजकता 2 है।

प्रश्न 5.
निम्नलिखित परमाणुओं के विभिन्न कोशों में इलेक्ट्रॉनों के वितरण का वर्णन कीजिए-
लीथियम, नाइट्रोजन, निऑन, मैग्नीशियम और सिलिकॉन।

तत्व परमाणु संख्या इलेक्ट्रॉनों का वितरण
K L M N
लीथियम (Li) 3 2, 1 – –
नाइट्रोजन (N) 7 2, 5, – –
निऑन (Ne) 10 2, 8, – –
मैग्नीशियम (Mg) 12 2, 8, 2 –
सिलिकॉन (Si) 14 2, 8, 4 –

प्रश्न 6.
समस्थानिकों की परिभाषा दीजिए। समस्थानिकों के मुख्य अभिलक्षण क्या-क्या हैं?
उत्तर:
तत्व के ऐसे परमाणुओं को, जिनके नाभिक में प्रोटॉनों की संख्या तो समान हो, परन्तु न्यूट्रॉनों की संख्या भिन्न-भिन्न हो, समस्थानिक (Isotopes) कहते हैं। अतः किसी तत्व के वे परमाणु, जिनके परमाणु द्रव्यमान भिन्न-भिन्न होते हैं, समस्थानिक कहलाते हैं। उदाहरण के लिए- हाइड्रोजन के तीन समस्थानिक हैं- प्रोटियम (1H1), ड्यूटी – रियम (1H2 या 1D2) तथा या ट्राइटियम (1H3) या 1T3)। क्लोरीन के दो समस्थानिक हैं- 17Cl35, 17Cl37.

समस्थानिकों के मुख्य अभिलक्षण – समस्थानिकों के मुख्य अभिलक्षण निम्नलिखित हैं-

  • समस्थानिकों के परमाणु क्रमांक समान तथा द्रव्यमान संख्याएँ भिन्न होती हैं।
  • समस्थानिकों में इलेक्ट्रॉनों तथा प्रोटॉनों की संख्याएँ समान तथा न्यूट्रॉनों की संख्याएँ भिन्न होती हैं।
  • समस्थानिकों के भौतिक गुण जैसे- घनत्व, क्वथनांक आदि भिन्न होते हैं।
  • चूँकि एक तत्व के सभी समस्थानिकों की द्रव्यमान संख्याएँ भिन्न-भिन्न होती हैं, इसलिए इनके भौतिक गुण भी भिन्न-भिन्न होते हैं।
  • चूँकि तत्व के सभी समस्थानिकों का परमाणु क्रमांक समान होता है, इसलिए एक तत्व के सभी समस्थानिकों को आवर्त सारणी में एक ही स्थान पर रखा जाता है।
  • किसी एक तत्व के समस्थानिकों में से कुछ रेडियोऐक्टिव हो सकते हैं और कुछ नहीं। इसका मुख्य कारण नाभिकीय संरचना का भिन्न-भिन्न होना है। जैसे- हाइड्रोजन के तीन समस्थानिकों 1H1, 1H2 तथा 1H3 में से केवल ट्राइटियम (1H3) ही रेडियोऐक्टिव है। प्रोटियम (1H1) तथा ड्यूटीरियम (1H2) रेडियोऐक्टिव नहीं हैं।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 4 परमाणु की संरचना

प्रश्न 7.
समस्थानिकों के मुख्य अनुप्रयोग क्या हैं?
उत्तर:
समस्थानिकों के प्रमुख अनुप्रयोग निम्नलिखित हैं-

  • किसी तत्व में समस्थानिकों की आपेक्षिक सान्द्रता (Relative concentration) स्थिर होती है। पुरातत्ववेत्ता किसी पदार्थ के समस्थानिकों के आपेक्षिक बाहुल्य (Relative abundance) के निर्धारण द्वारा प्राचीन समय के पौधों अथवा उत्खनन (Excavation) से प्राप्त जानवरों और मानवों के कंकालों के काल निर्धारण करते हैं।
  • यूरेनियम के समस्थानिकों का प्रयोग परमाणु विखण्डन में किया जाता है जिससे अपार मात्रा में ऊर्जा प्राप्त की जाती है।
  • समस्थानिकों का उपयोग विद्युत उत्पादन में किया जाता है।
  • समस्थानिकों से विभिन्न प्रकार के विस्फोटक तैयार किए जाते हैं।
  • समस्थानिकों से चट्टानों की आयु का पता लगाया जा सकता है।
  • कैंसर जैसी घातक बीमारी के चिकित्सीय इलाज में मुख्य रूप से रेडियोऐक्टिव समस्थानिकों का प्रयोग किया जाता है। इसमें मुख्यत: कोबाल्ट समस्थानिक (Co-60) का उपयोग किया जाता है। यह समस्थानिक गामा किरणें उत्सर्जित करता है, जो कैंसर से पीड़ित रोगी की दुर्दम कोशिकाओं को नष्ट कर रोगी को स्वस्थ बनाने में सहायता करती हैं।

आंकिक प्रश्न

प्रश्न 1.
एक तत्व का परमाणु द्रव्यमान 24 है तथा इसके नाभिक में 12 न्यूट्रॉन हैं। तत्व के परमाणु क्रमांक की गणना कीजिए।
हल:
तत्व का परमाणु क्रमांक = प्रोटॉनों की संख्या
= परमाणु द्रव्यमान न्यूट्रॉनों की संख्या
= 24 – 12
= 12

प्रश्न 2.
सोडियम का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8, 1 है। सोडियम-23 के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉनों तथा न्यूट्रॉनों की संख्या ज्ञात कीजिए।
हल:
सोडियम का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास = 2, 8, 1
∴ सोडियम का परमाणु क्रमांक = 2 + 8 + 1 = 11
∴ सोडियम का परमाणु द्रव्यमान = 23
∴ नाभिक में प्रोटॉनों की संख्या = परमाणु क्रमांक = 11
∴ नाभिक में न्यूट्रॉनों की संख्या = परमाणु भार – प्रोटॉनों की संख्या
= 23 – 11 = 12

प्रश्न 3.
किसी तत्व का परमाणु क्रमांक 18 है। इस तत्व की बाह्य कक्षा में कितने प्रोटॉन तथा इलेक्ट्रॉन होंगे?
हल:
तत्व का परमाणु क्रमांक 18
∴ प्रोटॉनों की संख्या 18
∴ इलेक्ट्रॉनों की संख्या प्रोटॉनों की संख्या = 18
बाह्यतम कक्ष में प्रोटॉन शून्य होंगे; क्योंकि समस्त प्रोटॉन नाभिक में रहते हैं।
∴ तत्व का इलेक्ट्रानिक विन्यास 2, 8, 8
अतः तत्व के परमाणु के बाह्य कक्ष में इलेक्ट्रॉनों की संख्या-18

प्रश्न 4.
क्लोरीन का परमाणु क्रमांक 17 तथा द्रव्यमान संख्या 35 है। क्लोरीन के एक परमाणु में प्रोटॉनों तथा न्यूट्रॉनों की संख्या ज्ञात कीजिए।
हल:
प्रोटॉनों की संख्या = परमाणु क्रमांक 17
न्यूट्रॉनों की संख्या = द्रव्यमान संख्या – प्रोटॉनों की संख्या
= 35 – 17 = 18

प्रश्न 5.
सोडियम के परमाणु के अन्दर पाए जाने वाले न्यूट्रॉनों तथा इलेक्ट्रॉनों की संख्या लिखिए।
हल:
सोडियम का परमाणु क्रमांक 11 तथा द्रव्यमान संख्या 23 है।
अत: सोडियम में इलेक्ट्रॉनों की संख्या परमाणु क्रमांक = 11
सोयम में न्यूट्रॉनों की संख्या = द्रव्यमान संख्या – प्रोटॉनों की संख्या
= 23 – 11 = 12

प्रश्न 6.
समान परमाणु द्रव्यमान के दो तत्वों A तथा B के परमाणु क्रमांक क्रमशः 19 तथा 20 हैं। यदि तत्व A के नाभिक में 21 न्यूट्रॉन हैं तो तत्व B के नाभिक में न्यूट्रॉनों की संख्या क्या होगी?
हल:
तत्व A का परमाणु भार = A के नाभिक में प्रोटॉनों की संख्या + A के नाभिक में न्यूट्रॉनों की संख्या
= 19 + 21 = 40
चूँकि तत्व A और B का परमाणु द्रव्यमान बराबर है; अतः B का परमाणु द्रव्यमान भी 40 होगा।
तत्व B का परमाणु द्रव्यमान = तत्व B के नाभिक में प्रोटॉनों की संख्या + तत्व B के नाभिक में न्यूट्रॉनों की संख्या 40 = 20 + न्यूट्रॉनों की संख्या
न्यूट्रॉनों की संख्या = 40 – 20 = 20
अतः तत्व B के नाभिक में 20 न्यूट्रॉन होंगे।

प्रश्न 7.
एक परमाणु द्रव्यमान के नाभिक में 10 प्रोटॉन तथा 10 न्यूटॉन हैं। इस परमाणु में कुल कितने इलेक्ट्रॉन हैं?
हल:
परमाणु में कुल इलेक्ट्रॉन = प्रोटॉनों की संख्या = 10

प्रश्न 8.
एक तत्व का परमाणु क्रमांक 19 तथा द्रव्यमान संख्या 39 है। इसके नाभिक में न्यूट्रॉनों की संख्या ज्ञात कीजिए।
हल:
तत्व का परमाणु क्रमांक = प्रोटॉनों की संख्या
= 19, तत्व की द्रव्यमान संख्या
= 39
न्यूट्रॉनों की संख्या = द्रव्यमान संख्या – प्रोटॉनों की संख्या
= 39 – 19
= 20

प्रश्न 9.
एक तत्व का परमाणु द्रव्यमान 27 है। इस तत्व के नाभिक में 14 न्यूट्रॉन हैं। तत्व की संयोजकता क्या है?
हल:
तत्व का परमाणु क्रमांक = प्रोटॉनों की संख्या
= परमाणु भार – न्यूट्रॉनों की संख्या
= 27 – 14 = 13
तत्व का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 4 परमाणु की संरचना 1
चूँकि किसी परमाणु के संयोजी इलेक्ट्रॉनों की संख्या द्वारा उस तत्व की संयोजकता निर्धारित होती है; अतः इस तत्व की संयोजकता 3 होगी।

प्रश्न 10.
एक तत्व X के परमाणु में जिसकी परमाणु -संख्या 17 है, कितने संयोजी इलेक्ट्रॉन हैं? इस परमाणु के संयोजी कोश का नाम लिखिए
हल:
तत्व X की परमाणु संख्या – 17
X का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास = 2, 8, 7
17X में संयोजी इलेक्ट्रॉन = 7
इस परमाणु के संयोजी कोश का नाम M है।

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 4 परमाणु की संरचना

Jharkhand Board JAC Class 9 Science Solutions Chapter 4 परमाणु की संरचना Textbook Exercise Questions and Answers.

JAC Board Class 9 Science Solutions Chapter 4 परमाणु की संरचना

Jharkhand Board Class 9 Science परमाणु की संरचना Textbook Questions and Answers

प्रश्न 1.
इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूटॉन के गुणों की तुलना कीजिए।
उत्तर:
इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के गुणों की तुलना
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 4 परमाणु की संरचना 1

प्रश्न 2.
जे. जे. टॉमसन के परमाणु मॉडल की क्या सीमाएँ थीं?
उत्तर:
जे. जे. टॉमसन ने परमाणु का एक मॉडल दिया, जिसमें इलेक्ट्रॉन परमाणु के पूरे आयतन में एक समान रूप से वितरित रहते हैं। जैसा कि नीचे चित्र में दिखाया गय है। यह माना गया कि परमाणु का द्रव्यमान समान रूप से वितरित रहता है। यह स्थापित किया गया कि परमाणु का आकार 10-10 या 1Å होता है।
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 4 परमाणु की संरचना 2
जे. जे टामसन का परमाणु मॉडल दूसरे वैज्ञानिकों के द्वारा किये गये परिणामों को नहीं समझा सका।

प्रश्न 3.
रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल की क्या सीमाएँ हैं?
उत्तर:
मैक्सवेल के विद्युत चुम्बकीय सिद्धान्त के अनुसार रदरफोर्ड का परमाणु मॉडल दोषपूर्ण पाया गया। इस सिद्धान्त के अनुसार गति करता हुआ विद्युत आवेशित कण निरन्तर विद्युत चुम्बकीय तरंगें विकरित करेगा, जिससे उसकी ऊर्जा में कमी होगी। अतः ऊर्जा में इस प्रकार की कमी होने
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 4 परमाणु की संरचना 3
के कारण इलेक्ट्रॉन की गति कम होती जायेगी, जिससे उसकी कक्षाएँ छोटी होती जायेंगी और अन्त में इलेक्ट्रॉन नाभिक में गिर जायेगा (चित्र)। इसका अभिप्राय यह होगा कि परमाणु एक अस्थायी यन्त्र है। इसका समाधान रदरफोर्ड के मॉडल द्वारा नहीं किया जा सका।

प्रश्न 4.
बोर के परमाणु मॉडल की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल की कमियों को दूर करने के लिए बोर ने सन् 1931 में क्वाण्टम सिद्धान्त पर आधारित नया परमाणु मॉडल प्रस्तुत किया। इसके अनुसार-

  • परमाणु में इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर निश्चित एवं स्थायी वृत्ताकार कक्षाओं में चक्कर लगाते हैं।
  • प्रत्येक कक्षा में चक्कर लगाने वाले इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा निश्चित होती है। इन कक्षाओं को ऊर्जा स्तर (Energy Levels) भी कहते हैं।
  • इन कक्षाओं में चक्रण करता हुआ इलेक्ट्रॉन न तो ऊर्जा का अवशोषण करता है और न उत्सर्जन।
  • ऊर्जा का अवशोषण करने पर इलेक्ट्रॉन निम्न ऊर्जा स्तर से उच्च ऊर्जा स्तर में तथा ऊर्जा का उत्सर्जन करने पर इलेक्ट्रॉन उच्च ऊर्जा से निम्न ऊर्जा स्तर में संक्रमित हो जाता है। इन कक्षाओं को 1, 2, 3, 4 या K, L, M, N से प्रदर्शित करते हैं।
    JAC Class 9 Science Solutions Chapter 4 परमाणु की संरचना 4

प्रश्न 5.
इस अध्याय में दिए गए सभी परमाणु मॉडलों की तुलना कीजिए।
उत्तर:

टॉमसन का परमाणु मॉडल रदरफोर्ड का परमाणु मॉडल बोर का परमाणु मॉडल
(a) धन आवेश (प्रोटॉन) परमाणु के अन्दर धनावेशित क्षेत्र होता है। धनावेश परमाणु के केन्द्र में इकट्ठा होता है। यह भारी, धनावेशित केन्द्र नाभिक कहलाता है। धनावेश परमाणु के केन्द्र में स्थित नाभिक में इकट्ठा होता है।
(b) ऋण आवेश (इलेक्ट्रॉन) परमाणु के धनावेशित क्षेत्र में इलेक्ट्रॉन यहाँ-वहाँ बिखरे होते हैं। नाभिक को इलेक्ट्रॉन घेरे रहते हैं। नाभिक और इलेक्ट्रॉन, स्थिर वैद्युत आकर्षण बल द्वारा अपनी-अपनी जगह टिके होते हैं। इलेक्ट्रॉन, नाभिक के आस-पास घूमते हैं। प्रत्येक की कक्षा एवं ऊर्जा स्तर भी होता है।

प्रश्न 6.
पहले अठारह तत्वों के विभिन्न कक्षों में इलेक्ट्रॉन वितरण के नियम को लिखिए।
उत्तर:
इलेक्ट्रॉन वितरण का बोर एवं बरी नियम निम्नलिखित हैं-
(1) किसी कक्ष में अधिकतम इलेक्ट्रॉनों की संख्या 2n² हो सकती है। जबकि n इलेक्ट्रॉन की कक्ष संख्या है।
प्रथम कक्ष में इलेक्ट्रॉन = 2n² = 2 x (1)² = 2
द्वितीय कक्ष में इलेक्ट्रॉन = 2 x (2)² = 2 x 4 = 8
तृतीय कक्ष में इलेक्ट्रॉन = 2 × (3)² = 2 × 9 = 18

(2) बाह्यतम कक्षा में अधिकतम 8 इलेक्ट्रॉन हो सकते हैं। और उससे पहले वाले कक्ष में आधे।

(3) किसी परमाणु के दिए गए कोश में इलेक्ट्रॉन तब तक स्थान नहीं लेते हैं। जब तक कि उससे पहले वाले भीतरी कक्ष पूर्ण रूप से भर नहीं जाते। स्पष्ट होता है कि कक्षाएँ क्रमानुसार भरती हैं।

प्रश्न 7.
सिलिकॉन और ऑक्सीजन का उदाहरण लेते हुए संयोजकता की परिभाषा दीजिए।
उत्तर:
कोई परमाणु बाह्यतम कोश को पूर्ण करने के लिए जितने इलेक्ट्रॉन लेता है या देता है, वही उसकी संयोजकता कहलाती है।
क्योंकि यह दो इलेक्ट्रॉन ग्रहण कर सकता है।
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 4 परमाणु की संरचना 5
क्योंकि यह दो इलेक्ट्रॉन ग्रहण कर सकता है।

प्रश्न 8.
उदाहरण के साथ व्याख्या कीजिए-परमाणु संख्या, द्रव्यमान संख्या, समस्थानिक और समभारिक समस्थानिकों के कोई दो उपयोग लिखिए।
उत्तर:
परमाणु संख्या-किसी तत्व के परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉन की संख्या को उसकी परमाणु संख्या कहते हैं। जैसे-हाइड्रोजन की परमाणु संख्या 1 क्योंकि इसके नाभिक में 1 प्रोटॉन होता है। कार्बन की परमाणु संख्या 6 है क्योंकि इसके नाभिक में 6 प्रोटॉन होते हैं।

द्रव्यमान संख्या-किसी तत्व के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की कुल संख्या द्रव्यमान संख्या कहलाती है। जैसे-कार्बन की द्रव्यमान संख्या 12 है क्योंकि कार्बन के नाभिक में 6 प्रोटॉन और 6 न्यूट्रॉन होते हैं। ऐलुमिनियम की द्रव्यमान संख्या 27 है क्योंकि इसके नाभिक में 13 प्रोटॉन और 14 न्यूट्रॉन होते हैं।

समस्थानिक- किसी तत्व के ऐसे परमाणु जिनकी परमाणु संख्या समान होती है किन्तु द्रव्यमान संख्या भिन्न-भिन्न होती है वे उस तत्व के समस्थानिक कहलाते हैं। जैसे-
क्लोरीन के दो समस्थानिक हैं।
क्लोरीन \({ }_{17}^{35} \mathrm{Cl}\)
क्लोरीन \({ }_{17}^{37} \mathrm{Cl}\)
समभारिक – तत्वों के ऐसे परमाणु जिनकी द्रव्यमान संख्या समान होती है किन्तु परमाणु संख्या भिन्न-भिन्न होती है, समभारिक कहलाते हैं जैसे कैल्शियम की परमाणु संख्या 20 तथा आर्गन की परमाणु
संख्या 18 है परन्तु दोनों के परमाणु द्रव्यमान समान (40) हैं।

समस्थानिकों के उपयोग:

  • कैंसर के उपचार में कोबाल्ट के समस्थानिक (Co-60) का प्रयोग किया जाता है।
  • घेंघा रोग के उपचार में 1-131 समस्थानिक का प्रयोग किया जाता है।

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 4 परमाणु की संरचना

प्रश्न 9.
Na के पूरी तरह से भरे हुए K व L कोश होते हैं- व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
सोडियम (Na) का परमाणु क्रमांक 11 है; अतः इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8, 1 है। M-कोश के इलेक्ट्रॉन निकल जाने के उपरान्त सोडियम आयन (Na+) प्राप्त होता है जिसके K कोश में 2 तथा L कोश में 8 इलेक्ट्रॉन होते हैं तथा M- कोश विलुप्त हो जाता है। शेष दोनों कोशों में इलेक्ट्रॉनों की संख्या, इन कोशों में होने वाले इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम संख्या के बराबर है अर्थात् K तथा L कोश पूर्णतः भरे हुए हैं।

प्रश्न 10.
अगर ब्रोमीन परमाणु दो समस्थानिकों [ \({ }_{35} \mathbf{B r}^{79}\) (49.7%) तथा \({ }_{35} \mathrm{B} r^{81}\) (50.3%)] के रूप में है तो ब्रोमीन परमाणु के औसत परमाणु द्रव्यमान की गणना कीजिए ।
हल:
ब्रोमीन परमाणु का औसत परमाणु द्रव्यमान
= \(\left(79 \times \frac{49.7}{100}+81 \times \frac{50.3}{100}\right)\)
= 39.263 + 40.743
= 80.006 u

प्रश्न 11.
एक तत्त्व का परमाणु द्रव्यमान 16.2u है तो इसके किसी एक नमूने में समस्थानिक \({ }_8 X^{16}\) और \({ }_8 X^{18}\) का प्रतिशत क्या होगा?
है।
होगी।
उत्तर:
माना नमूने में \({ }_8 X^{16}\) समस्थानिक की प्रतिशतता a है।
अत: \({ }_8 X^{18}\) समस्थानिक की प्रतिशतता (100-a)
अब
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 4 परमाणु की संरचना 6

अतः नमूने में, \({ }_8 \mathrm{X}^{16}\) की प्रतिशतता 90% तथा \({ }_8 \mathrm{X}^{16}\) की
प्रतिशतता 10% होगीं।

प्रश्न 12.
यदि तत्व का Z = 3 हो तो तत्व की संयोजकता क्या होगी? तत्व का नाम भी लिखिए।
उत्तर:
Z = 3 वाले तत्व का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 1 होगा अर्थात् स्थायी विन्यास प्राप्त करने के लिए यह अपने बाह्यतम कोश में स्थित एक इलेक्ट्रॉन को त्याग सकता है। अतः इसकी संयोजकता 1 होगी तत्व का नाम लीथियम (Li) है।

प्रश्न 13.
दो परमाणु स्पीशीज के केन्द्रकों का संघटन नीचे दिया गया है-

X Y
प्रोटॉन 6 6
न्यूट्रॉन 6 8

X और Y की द्रव्यमान संख्या ज्ञात कीजिए। इन दोनों स्पीशीज में क्या सम्बन्ध है?
उत्तर:
द्रव्यमान संख्या = प्रोटॉनों की संख्या + न्यूट्रॉनों की संख्या
X की द्रव्यमान संख्या = 6 + 6 + 12
Y की द्रव्यमान संख्या = 6 + 8 = 14
X का परमाणु क्रमांक 6 = Y का परमाणु क्रमांक चूँकि दोनों परमाणु स्पीशीज की परमाणु संख्या समान तथा द्रव्यमान संख्या भिन्न-भिन्न है; अतः ये समस्थानिक होंगे। X तथा Y दोनों कार्बन के समस्थानिक \({ }_6 \mathrm{C}^{12}\) तथा \({ }_6 \mathrm{C}^{14}\) हैं।

प्रश्न 14.
निम्नलिखित वक्तव्यों में गलत के लिए- F और सही के लिए T लिखें।
(a) जे. जे. टामसन ने यह प्रस्तावित किया था कि परमाणु के केन्द्रक में केवल न्यूक्लीयॉन्स होते हैं।
(b) एक इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन मिलकर न्यूट्रॉन का निर्माण करते हैं, इसलिए यह अनावेशित होता है।
(c) इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान प्रोटॉन से लगभग \(\frac { 1 }{ 2000 }\) गुणा होता है।
(d) आयोडीन के समस्थानिक का इस्तेमाल टिंक्चर आयोडीन बनाने में होता है। इसका उपयोग दवा के रूप में होता है।
उत्तर:
(a) F
(b) F
(c) T
(d) F
प्रश्न संख्या 15, 16 और 17 में सही के सामने (✓) का चिह्न और गलत के सामने (x) का चिह्न लगाइए।

प्रश्न 15.
रदरफोर्ड का अल्फा कण प्रकीर्णन प्रयोग किसकी खोज के लिए उत्तरदायी था ?
(a) परमाणु केन्द्रक
(b) इलेक्ट्रॉन
(c) प्रोटॉन
(d) न्यूट्रॉन।
उत्तर:
(a) (✓)
(b) (✗)
(c) (✗)
(d) (✗)।

प्रश्न 16.
एक तत्व के समस्थानिक में होते हैं-
(a) समान भौतिक गुण
(b) भिन्न रासायनिक गुण
(c) न्यूट्रॉनों की अलग-अलग संख्या
(d) भिन्न परमाणु संख्या ।
उत्तर:
(a) (✗)
(b) (✗)
(c) (✓)
(d) (✗)।

प्रश्न 17.
Cl आयन में संयोजकता- इलेक्ट्रॉनों की संख्या है-
(a) 16
(b) 8
(c) 17
(d) 18
उत्तर:
(a) (✗)
(b) (✓)
(c) (✗)
(d) (✗)।

प्रश्न 18.
सोडियम का सही इलेक्ट्रॉनिक विन्यास निम्न में कौन सा है?
(a) 2,8
(b) 8, 2, 1
(c) 2, 1, 8
(d) 2, 8, 1
उत्तर:
(d) 2, 8, 1.

प्रश्न 19.
निम्नलिखित सारणी को पूरा कीजिए-
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उत्तर:
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Jharkhand Board Class 9 Science परमाणु की संरचना InText Questions and Answers

क्रियाकलाप 1.
(A) सूखे बालों पर कंघी करने के बाद क्या कंघी कागज के छोटे-छोटे टुकड़ों को आकर्षित करती है?
(B) काँच की एक छड़ को रेशम के कपड़े पर रगड़कर इस छड़ को हवा से भरे गुब्बारे के पास लाइए और होने वाले परिणामों को देखिए।
निष्कर्ष-
(A) सूखे बालों पर कंत्री करने से कंघी आवेशित हो जाती है जिससे कागज के छोटे-छोटे टुकड़े उससे चिपक जाते हैं।
(B) काँच की एक छड़ को रेशम के कपड़े पर रगड़ने से छड़ आवेशित हो जाती है जब हम इस छड़ को हवा से भरे गुब्बारे के पास लाते हैं तो हवा से भरा गुब्बारा छड़ के साथ चिपक जाता है।

इससे यह पता चला कि परमाणु विभाज्य है और आवेशित कणों से मिलकर बना है। परमाणु में उपस्थित आवेशित कर्णों का पता लगाने में कई वैज्ञानिकों ने योगदान दिया। जे. जे. टॉमसन ने बताया कि परमाणु में एक अवपरमाणुक कण इलेक्ट्रॉन विद्यमान होता है। गोल्डस्टीन ने 1886 में एक नए विकिरण की खोज की जिसका नाम कैनाल किरणें रखा। ये किरणें धनावेशित विकिरण थीं, जिसके द्वारा अन्य अवपरमाणुक कणों की खोज हुई। नए कण का द्रव्यमान इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान का लगभग 2000 गुना अधिक होता है, इसे प्रोटॉन नाम दिया गया। इलेक्ट्रॉन को द्वारा तथा प्रोटॉन को द्वारा दर्शाया जाता है। प्रोटॉन का द्रव्यमान 1 इकाई तथा आवेश +1 लिया जाता है। इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान नगण्य और आवेश 1 माना जाता है।

ऐसा माना गया कि परमाणु प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉन से बने होते हैं तो परस्पर आवेशों को संतुलित करते हैं। यह भी प्रतीत हुआ कि प्रोटॉन परमाणु के सबसे भीतरी भाग में होते हैं। इलेक्ट्रॉन को आसानी से निकाला जा सकता है लेकिन प्रोटॉनों को नहीं।

खंड 4.1 से सम्बन्धित पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा.पु. पू. सं. – 53 )

प्रश्न 1.
कैनाल किरणें क्या हैं?
उत्तर:
र- इलेक्ट्रॉन के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त होने के पहले, ई. गोल्डस्टीन ने 1886 में एक नए विकिरण की खोज की, जिसे उन्होंने ‘कैनाल किरणें नाम दिया। ये किरणें धनावेशित विकिरण थीं, जिसके द्वारा अन्तत: दूसरे अवपरमाणुक कण की खोज हुई।

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 4 परमाणु की संरचना

प्रश्न 2.
यदि किसी परमाणु में एक इलेक्ट्रॉन और एक प्रोटॉन है, तो इसमें कोई आवेश होगा या नहीं?
उत्तर:
चूँकि एक इलेक्ट्रान और एक प्रोटॉन पर आवेश बराबर होता है, इसलिए एक इलेक्ट्रॉन और एक प्रोटॉन पर आवेश नहीं होगा। दूसरे शब्दों में यह एक उदासीन परमाणु वाली स्थिति है।

खंड 4.2 से सम्बन्धित पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा. पु. पू. सं. – 56)

प्रश्न 1.
परमाणु उदासीन है, इस तथ्य को टॉमसन के मॉडल के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:

  • टॉमसन के मॉडल के अनुसार परमाणु एक धनात्मक क्षेत्र से बना है, जिसमें ऋणात्मक कण अर्थात् इलेक्ट्रॉन इधर-उधर बिखरे हैं।
  • परमाणु के धनात्मक तथा ऋणात्मक आवेश एक-दूसरे को सन्तुलित कर देते हैं। इसलिए परमाणु उदासीन होता है।

प्रश्न 2.
रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल के अनुसार, परमाणु के नाभिक में कौन-सा अवपरमाणुक कण विद्यमान है?
उत्तर:
परमाणु के नाभिक में धनावेशित कण (प्रोटॉन) होता है।

प्रश्न 3.
तीन कक्षाओं वाले बोर परमाणु मॉडल का चित्र बनाइए।
उत्तर:
JAC Class 9 Science Solutions Chapter 4 परमाणु की संरचना 9

प्रश्न 4.
क्या अल्फा कणों का प्रकीर्णन प्रयोग सोने के अतिरिक्त दूसरी धातु की पन्नी से सम्भव होगा ?
उत्तर:
सोने की अत्यन्त महीन पन्नी ( लगभग 1000 परमाणुओं के बराबर मोटी) प्राप्त करना सम्भव होता है, जो प्रकीर्णन प्रयोग के लिए आवश्यक है। किसी अन्य धातु की इतनी महीन पन्नी प्राप्त करना सम्भव नहीं है। अतः प्रकीर्णन प्रयोग में सोने के अतिरिक्त किसी अन्य धातु की पन्नी का प्रयोग सम्भव नहीं है।

खंड 4.2.4 से सम्बन्धित पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा. पु. पृ. सं.-56)

प्रश्न 1.
परमाणु के तीन अवपरमाणुक कणों के नाम लिखिए।
उत्तर:
परमाणु के तीन अवपरमाणुक कण इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन हैं।

प्रश्न 2.
हीलियम परमाणु का परमाणु द्रव्यमान 4u है और उसके नाभिक में दो प्रोटॉन होते हैं। इसमें कितने न्यूट्रॉन होंगे?
उत्तर:
न्यूट्रॉनों की संख्या = परमाणु द्रव्यमान – प्रोटॉनों की संख्या
= 4 – 2 = 2

खण्ड 4. 3 से सम्बन्धित पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा. पु. पृ. सं. -57)

प्रश्न 1.
कार्बन तथा सोडियम के परमाणुओं के लिए इलेक्ट्रॉन वितरण लिखिए।
उत्तर:
कार्बन का परमाणु क्रमांक = 6
इलेक्ट्रॉन वितरण = 2, 4
सोडियम का परमाणु क्रमांक = 11
इलेक्ट्रॉन वितरण = 2, 8, 1

प्रश्न 2.
अगर किसी परमाणु का K और L कोश भरा है तो उस परमाणु में इलेक्ट्रॉनों की संख्या क्या होगी ?
उत्तर:
K कोश (n = 1) में इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम संख्या = 2 (1)2 = 2
L कोश (n = 2) में इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम संख्या = 2 (2)2 = 8
अत: परमाणु में 2 + 8 = 10 इलेक्ट्रॉन होंगे

खण्ड 4.4 से सम्बन्धित पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा. प. प. सं. -58)

प्रश्न 1.
क्लोरीन, सल्फर और मैग्नीशियम की परमाणु संख्या से आप इनकी संयोजकता कैसे प्राप्त करेंगे ?
उत्तर:
क्लोरीन (Z = 17 ) – इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8, 7 है। स्पष्ट है कि क्लोरीन परमाणु को अपना अष्टक अर्थात् बाह्यतम कोश को पूर्ण भरने के लिए केवल एक इलेक्ट्रॉन की आवश्यकता होती है; अतः इसकी संयोजकता है।

सल्फर (Z = 16 ) – इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8.6 है। स्पष्ट है कि सल्फर परमाणु को अपना बाह्यतम कोश पूर्ण करने के लिए 2 इलेक्ट्रॉनों की आवश्यकता होती है; अतः इसकी संयोजकता 2 है।

मैग्नीशियम (Z = 12 ) – इसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8, 2 है। स्पष्ट है कि मैग्नीशियम परमाणु के बाह्यतम कोश में 2 इलेक्ट्रॉन हैं तथा स्थायी विन्यास प्राप्त करने के लिए यह इन इलेक्ट्रॉनों को त्याग सकता है। अतः इसकी संयोजकता 2 है।

खण्ड 4.5 से सम्बन्धित पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा. प. प. सं. -59)

प्रश्न 1.
यदि किसी परमाणु में इलेक्ट्रॉनों की संख्या 8 है और प्रोटॉनों की संख्या भी 8 है तब,
(a) परमाणु की परमाणुक संख्या क्या है?
(b) परमाणु का क्या आवेश है?
उत्तर:
(a) परमाणु की परमाणु संख्या परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉनों की संख्या = 8
(b) चूँकि परमाणुक में इलेक्ट्रॉनों तथा प्रोटॉनों की संख्या समान है; अत: इस पर कोई आवेश नहीं होगा अर्थात् परमाणु विद्युत उदासीन होगा।

प्रश्न 2.
सारणी 4.3 की सहायता से ऑक्सीजन और सल्फर परमाणु की द्रव्यमान संख्या ज्ञात कीजिए।
उत्तर:
सारणी 4.3 के अनुसार
ऑक्सीजन परमाणु में प्रोटॉनों की संख्या = 8
तथा ऑक्सीजन परमाणु में न्यूट्रॉनों की संख्या = 8
अब द्रव्यमान संख्या प्रोटॉनों की संख्या + न्यूट्रॉनों की संख्या
द्रव्यमान संख्या = 8 + 8 =16
सल्फर परमाणु में प्रोटॉनों की संख्या = 16
तथा सल्फर परमाणु में न्यूट्रॉनों की संख्या = 16
अतः द्रव्यमान संख्या 16 + 16 = 32

खण्ड 4.6 से सम्बन्धित पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर (पा. प. प. सं. -60)

प्रश्न 1.
समस्थानिक और समभारिक के किसी एक युग्म का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लिखिए।
उत्तर:
समस्थानिक – 6C12 तथा 6C14
इलेक्ट्रॉनिक विन्यास = 2, 4
समभारिक – 20C40 तथा 18A40
इलेक्ट्रॉनिक विन्यास, 20Ca40 : 2, 8, 8, 2
इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 18A40 : 2, 8, 8

JAC Class 9 Science Solutions Chapter 4 परमाणु की संरचना

प्रश्न 2.
चिह्न H, D और T के लिए प्रत्येक में पाए जाने वाले तीन अवपरमाणुक कणों को सारणीबद्ध कीजिए।
उत्तर:

समस्थानिक तीन अवपरमाणुक कण
इलेक्ट्रॉन प्रोटॉन न्यूट्रॉन
H 1 1 0
D 1 1 1
T 1 1 2

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु

Jharkhand Board JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु Important Questions and Answers.

JAC Board Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1. लोहे का प्रतीक है-
(a) N
(b) Na
(c) Fe
(d) Ne
उत्तर:
(c) Fe

2. बेरियम कार्बोनेट का सूत्र है-
(a) Ba(NO3)2
(b) BaCO3
(c) BaSO4
(d) K2CO3
उत्तर:
(b) BaCO3

3. एलुमिनियम सल्फेट में ऐलुमिनियम की संयोजकता 3 है तथा सल्फेट आयन की संयोजकता 2 है। ऐलुमिनियम सल्फेट का अणुसूत्र होगा-
(a) AlSO4
(b) Al2SO4
(c) Al3(SO4)2
(d) Al2(SO4)3
उत्तर:
(d) Al2(SO4)3

4. आवोगाद्रो संख्या का मान है-
(a) 6.022 × 1023
(b) 6.023 x 1022
(c) 6.023 x 1022
(d) 6.023 x 10-22
उत्तर:
(a) 6.022 x 1023

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु

5. एक धातु के फास्फेट का सूत्र MPO4 है। इसके क्लोराइड का अणुसूत्र होगा-
(a) MCl
(b) MCl3
(c) M2Cl3
(d) MC2
उत्तर:
(b) MCl3

6. परमाणु भार का अन्तर्राष्ट्रीय मात्रक है-
(a) C-12
(b) O-16
(c) H-1
(d) N-14
उत्तर:
(a) C-12

7. सल्फर के 32 ग्राम में कितने परमाणु हैं?
(a) 6.023 x 1022
(b) 6.023 x 10-23
(c) 6.023 x 1023
(d) 6.023 x 10-23 x 32
उत्तर:
(c) 6.023 x 1023

8. ऑक्सीजन परमाणुओं का 1 मोल होता है-
(a) 8 ग्राम
(b) 16 ग्राम
(c) ग्राम
(d) \(\frac { 1 }{ 8 }\) ग्राम
उत्तर:
(b) 16 ग्राम।

9. विद्युत आवेशित परमाणु/परमाणुओं का समूह है-
(a) परमाणु
(b) अणु
(c) मोल
(d) आयन
उत्तर:
(c) आयन।

10. 18 u जल में जल के कितने अणु होते हैं-
(a) 1
(b) 6.022 × 1023
(c) 18
(d) 36
उत्तर:
(a) 1

11. फास्फोरस है-
(a) एक परमाणुक
(b) द्विपरमाणुक
(c) त्रिपरमाणुक
(d) चतुर्परमाणुक
उत्तर:
(d) चतुर्परमाणुक

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु

12. 0.4 मोल ऑक्सीजन परमाणु का द्रव्यमान होगा-
(a) 0.8 ग्राम
(b) 6.4 ग्राम।
(c) 3.2 ग्राम
(d) 16 ग्राम
उत्तर:
(b) 6.4 ग्राम।

13. 12 ग्राम ऑक्सीजन गैस में मोलों की संख्या है-
(a) 0.667 मोल
(b) 6.4 ग्राम
(c) 0.375 मोल
(d) 1 मोल
उत्तर:
(c) 0.375 मोल।

14. ऑक्सीजन के 4 ग्राम में अणुओं की संख्या होगी-
(a) 7.528 × 1022
(b) 7.3 x 1023
(c) 6.023 x 1023
(d) 6.023 x 10-23
उत्तर:
(a) 7.528 × 1022

15. ग्राम में व्यक्त पदार्थ का परमाण्विक द्रव्यमान कहलाता हैं-
(a) ग्राम अणु द्रव्यमान
(b) ग्राम परमाण्विक द्रव्यमान
(c) अणुभार
(d) मोल
उत्तर:
(b) ग्राम परमाण्विक द्रव्यमान।

रिक्त स्थान भरो-

  1. रासायनिक संयोजन के दो नियम हैं- ……………… का नियम और ……………… का नियम।
  2. 1m = ……………… m.
  3. ……………… एक अन्तर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक संस्था है जो तत्त्वों के नामों, प्रतीकों और मात्रकों को स्वीकृति प्रदान करता है।
  4. किसी तत्त्व की संयोजन शक्ति उस तत्त्व की ……………… कहलाती है।

उत्तर:

  1. द्रव्यमान संरक्षण, स्थिर अनुपात
  2. 10
  3. IUPAC
  4. संयोजकता।

सुमेलन कीजिए-

कौलम ‘क’ कॉलम ‘ख’
1. हाइड्रोजन (क) He
2. सोडियम (ख) H
3. हीलियम (ग) S
4. सल्फर (घ) Na

उत्तर:
1. (ख) H
2. (घ) Na
3. (क) He
4. (ग) S

सत्य / असत्य-

  1. ऋण आवेशित आयन को ऋणायन कहते हैं।
  2. आयरन को Ir से चिह्नित करते हैं।
  3. सभी तत्त्वों के परमाणुओं का सापेक्ष द्रव्यमान हाइड्रोजन- 2 परमाणु के द्रव्यमान के साथ तुलना करके प्राप्त करते हैं।
  4. ऑक्सीजन गैस द्वि-परमाणुक अणु है।

उत्तर:

  1. सत्य
  2. असत्य
  3. असत्य
  4. सत्य।

अति लघुत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
मोल क्या है?
उत्तर:
किसी पदार्थ का मोल उसकी वह मात्रा है, जिसमें उतने ही कण उपस्थित होते हैं जितने कार्बन – 12 समस्थानिक के ठीक 12 ग्राम ( या 0.012 किग्रा) में परमाणुओं की संख्या होती है।

प्रश्न 2.
मोलर द्रव्यमान को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
किसी पदार्थ के एक मोल का ग्राम में व्यक्त द्रव्यमान उसका ‘मोलर द्रव्यमान’ कहलाता है।

प्रश्न 3.
मोल संकल्पना के पदों में तत्व के ग्राम परमाणु द्रव्यमान को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
ग्राम परमाणु द्रव्यमान अथवा एक ग्राम परमाणु किसी तत्व के एक मोल (6.022 x 1023 परमाणुओं) का द्रव्यमान होता है जिसे ग्राम में व्यक्त किया जाता है।

प्रश्न 4.
किसी तत्व के एक ग्राम परमाणु में कितने परमाणु उपस्थित होते हैं?
उत्तर:
6.022 x 1023 ( आवोगाद्रो संख्या) के तुल्य।

प्रश्न 5.
क्या सोडियम तथा कैल्सियम एक ग्राम मोल में परमाणुओं की संख्या भिन्न-भिन्न होगी?
उत्तर:
नहीं, इनमें परमाणुओं की संख्या समान होगी।

प्रश्न 6.
यौगिक के सूत्र को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
किसी यौगिक के अणु का इसमें उपस्थित विभिन्न तत्वों के प्रतीकों के रूप में संक्षिप्त प्रदर्शन, यौगिक का सूत्र कहलाता है। इन्हें दो रूपों में वर्गीकृत किया जा सकता है- (i) मूलानुपाती सूत्र एवं (ii) आण्विक सूत्र।

प्रश्न 7.
एक बड़े पात्र में दो बीकर रखे हैं। एक में लैड नाइट्रेट का विलयन तथा दूसरे में सोडियम सल्फेट का विलयन है। पात्र को तौल लेते हैं, फिर बीकर के विलयन परस्पर भली-भाँति मिला देते हैं। पात्र को पुनः तौल लेते हैं। क्या द्रव्यमान परिवर्तित होगा?
उत्तर:
नहीं, द्रव्यमान संरक्षण नियम के अनुसार द्रव्यमान पहले के बराबर होगा।

प्रश्न 8.
12 ग्राम मैग्नीशियम 16 ग्राम ऑक्सीजन से संयोग करके 28 ग्राम मैग्नीशियम ऑक्साइड बनाता है। इन आँकड़ों से रासायनिक संयोग से किस नियम की पुष्टि होती है?
उत्तर:
द्रव्यमान संरक्षण नियम की।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु

प्रश्न 9.
क्या कैल्सियम के एक मोल का भार उतना ही है जितना कार्बन के एक मोल का?
उत्तर:
नहीं, कैल्सियम के एक मोल का भार 40 ग्राम है जबकि कार्बन के एक मोल का भार 12 ग्राम होता है।

प्रश्न 10.
कार्बन तत्व के निश्चित 12 g में कितने परमाणु होते हैं? क्या इस संख्या का कोई नाम है?
उत्तर:
6.022 × 1023 परमाणु। इस संख्या को आवोगाद्रो संख्या (NA) कहा जाता है। यह एक मोल में परमाणुओं की संख्या दर्शाती है।

प्रश्न 11.
किसी पदार्थ के एक ग्राम परमाणु द्रव्यमान में कितने परमाणु उपस्थित होते हैं?
उत्तर:
6.022 × 1023 परमाणु।

प्रश्न 12.
किसी पदार्थ के एक ग्राम आण्विक द्रव्यमान में कितने परमाणु उपस्थित होते हैं?
उत्तर:
6.0221023 परमाणु।

प्रश्न 13.
निम्नलिखित यौगिकों के रासायनिक सूत्र लिखिए – (i) सल्फ्यूरिक अम्ल तथा (ii) कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड
उत्तर:

  1. H2 SO4 तथा
  2. Ca(OH)2.

प्रश्न 14.
निम्नलिखित यौगिकों के नाम लिखिए- (i) (NH4)2SO4 तथा (ii) Na2S
उत्तर:

  1. अमोनियम सल्फेट तथा
  2. सोडियम सल्फाइड।

प्रश्न 15.
(i) Ag2 O तथा
(ii) Cus यौगिकों के नाम बताइए।
उत्तर:
(i) सिल्वर ऑक्साइड तथा
(ii) कॉपर सल्फाइड।

प्रश्न 16.
He के 12.044 x 1023 परमाणुओं को मोल में परिवर्तित कीजिए।
हल:
∵ 6.022 × 1023 परमाणु = 1 मोल
12.044 x 1023 परमाणु 2 मोल

प्रश्न 17.
किस भारतीय दार्शनिक ने परमाणु को परिभाषित किया था?
उत्तर:
महर्षि कणाद।

प्रश्न 18.
रासायनिक संयोजन के नियमों को सर्वप्रथम किसने प्रतिपादित किया था?
उत्तर:
एन्टोनी एल० लेवॉशिये (Antonie L Lavoisier)।

प्रश्न 19.
द्रव्यमान संरक्षण क्या है?
उत्तर:
किसी रासायनिक अभिक्रिया में द्रव्यमान का न तो सृजन किया जा सकता है न ही विनाश।

प्रश्न 20.
क्या मोल द्वारा केवल परमाणुओं को गिना जाता है?
उत्तर:
नहीं, मोल अतिसूक्ष्म स्तर पर कणों (जैसे- परमाणुओं, अणुओं, आयनों, इलेक्ट्रॉनों आदि) को गिनने की इकाई होती है।

प्रश्न 21.
परमाणुकता क्या है?
उत्तर:
किसी अणु में उपस्थित परमाणुओं की संख्या उसकी परमाणुकता कहलाती है।

प्रश्न 22.
त्रिपरमाणुक अणु में कितने परमाणु होते हैं?
उत्तर:
तीन।

प्रश्न 23.
आण्विक सूत्र क्या है?
उत्तर:
वह सूत्र जिसमें किसी यौगिक में उपस्थित विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की एक निश्चित (exact) संख्या होती है।

प्रश्न 24.
आयन क्या है?
उत्तर:
वह आवेशित कण जिस पर धन अथवा ऋण आवेश हो सकता है।

प्रश्न 25.
धनायनों के चार उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
Na+, K+, Ca2+, Mg2+

प्रश्न 26.
ऋणायनों के पाँच उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
Cl, Br, F, F, O2- or O

प्रश्न 27.
आयनिक यौगिक क्या है?
उत्तर:
जिनमें आयन विद्यमान होते हैं उदाहरण : NaCl, KCI

प्रश्न 28.
तत्वों के प्रतीक क्या होते हैं?
उत्तर:
तत्वों के नामों के संक्षिप्त रूप ‘प्रतीक’ कहलाते है।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु

प्रश्न 29.
नाइट्रोजन, सल्फर तथा यूरेनियम के प्रतीक बताइए।
उत्तर:
N, S तथा U.

प्रश्न 30.
परमाणु का आकार सामान्यतः किसमें मापा जाता है?
उत्तर:
नैनोमीटर (nm) में।

प्रश्न 31.
amu हेतु IUPAC का नवीनतम अनुमोदन कौन-सा है?
उत्तर:
u (यूनीफाइड)।

प्रश्न 32.
NaCl का इकाई सूत्र द्रव्यमान क्या है?
उत्तर:
1 × 23 + 35.5 = 58.5 u.

प्रश्न 33.
किसी आयनिक यौगिक का सूत्र ज्ञात करने में कौन सहायता करता है?
उत्तर:
आयनों पर उपस्थित आवेश।

प्रश्न 34.
आवोगाद्रो संख्या क्या है?
उत्तर:
6.022 x 1023

प्रश्न 35.
एक मोल ऑक्सीजन परमाणुओं का द्रव्यमान क्या है?
उत्तर:
16 ग्राम।

प्रश्न 36.
Al3+ तथा SO22- आयनों से बने यौगिक का सूत्र लिखिए।
उत्तर:
Al2(SO4)3.

प्रश्न 37.
“भिन्न-भिन्न तत्वों के परमाणु परस्पर छोटी पूर्ण संख्या के अनुपात में संयोग कर यौगिक निर्मित करते।” यह अभिगृहीत किस नियम से सम्बन्धित है?
उत्तर:
द्रव्यमान संरक्षण के नियम से।

लघु एवं दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
डॉल्टन का परमाणु सिद्धान्त क्या है?
उत्तर:
डॉल्टन के परमाणु सिद्धान्त के मुख्य अंश निम्नलिखित हैं-

  • सभी द्रव्य अति सूक्ष्म कणों से मिलकर बने होते हैं, जिन्हें परमाणु कहते हैं।
  •  परमाणु अविभाज्य होता है अर्थात् इसे आगे विभाजित नहीं किया जा सकता है।
  • परमाणु अविनाशी होता है। इसे रासायनिक क्रिया द्वारा न तो नष्ट किया जा सकता है और न ही उत्पन्न किया जा सकता है।
  • एक तत्व के सभी परमाणु हर दृष्टि से समान होते हैं परन्तु दूसरे तत्व से भिन्न होते हैं। उनका भार निश्चित होता है।
  • विभिन्न तत्वों के परमाणुओं के भार व गुण बराबर होते हैं।
  • विभिन्न तत्वों के परमाणु सरल व निश्चित संयोग करके यौगिक बनाते हैं।

प्रश्न 2.
डॉल्टन के परमाणु सिद्धान्त के अनुसार स्थिर ‘के नियम की व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
डॉल्टन के परमाणु सिद्धान्त के अनुसार, प्रत्येक तत्व छोटे कर्णो से बना होता है, जिन्हें परमाणु कहते हैं। प्रत्येक परमाणु का निश्चित भार होता है। विभिन्न तत्वों के परमाणु संयुक्त होकर यौगिक बनाते हैं और यौगिक में प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या तथा प्रकार निश्चित होते हैं। अब क्योंकि किसी यौगिक के प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या, परमाणुओं के प्रकार तथा परमाणुओं के भार निश्चित होते हैं, इसलिए यौगिक में सदैव समान तत्व भारानुसार उसी अनुपात में परस्पर संयुक्त होंगे और यही स्थिर अनुपात का नियम है।

प्रश्न 3.
अणु व परमाणु में अन्तर बताइये।
उत्तर:
अन्तर

अणु (Molecule) परमाणु (Atom)
1. यह दो या दो से अधिक परमाणुओं से मिलकर बनता है : इसमें पदार्थ के गुण विद्यमान होते हैं। 1. यह किसी पदार्थ का वह छोटा कण है, जो रासायनिक अभिक्रिया में भाग ले सकता है।
2. यह मुक्त अवस्था में रह सकता है। 2. यह मुक्त अवस्था में नहीं रह सकता है।

प्रश्न 4.
ग्राम परमाणु द्रव्यमान को परिभाषित कीजिए तथा इसका महत्त्व बताइये।
उत्तर:
किसी पदार्थ की वह मात्रा जिसका ग्रामों में द्रव्यमान उसके परमाणु द्रव्यमान के बराबर हो, उस पदार्थ का ग्राम परमाणु द्रव्यमान कहलाता है। दूसरे शब्दों में, ग्रामों में व्यक्त परमाणु द्रव्यमान को ग्राम परमाणु द्रव्यमान कहते हैं। ऑक्सीजन का परमाणु द्रव्यमान 16 है, अतः ऑक्सीजन का ग्राम परमाणु द्रव्यमान 16 ग्राम होगा। किसी पदार्थ का ग्राम परमाणु द्रव्यमान उसके एक मोल परमाणुओं का द्रव्यमान होता है।

प्रश्न 5.
ग्राम अणु द्रव्यमान को परिभाषित करिए तथा इसका महत्त्व बताइए।
उत्तर:
किसी पदार्थ की वह मात्रा जिसका ग्राम में द्रव्यमान उसके अणु द्रव्यमान के बराबर हो, उस पदार्थ का ग्राम अणु द्रव्यमान कहलाता है। दूसरे शब्दों में, ग्रामों में व्यक्त अणु द्रव्यमान को ग्राम अणु द्रव्यमान कहते हैं।

ऑक्सीजन (O2) का अणु द्रव्यमान 32 अतः इसका ग्राम अणु द्रव्यमान 32 ग्राम होगा। किसी पदार्थ का ग्राम अणु द्रव्यमान उसके एक मोल (6.022 x 1023) अणु का द्रव्यमान होता है।

प्रश्न 6.
परमाणु द्रव्यमान इकाई (amu) से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
परमाणु द्रव्यमान इकाई (amu) आजकल परमाणु द्रव्यमान को कार्बन-12 परमाणु (6C12) के द्रव्यमान के सापेक्ष व्यक्त किया जाता है। परमाणु द्रव्यमान मात्रक को संक्षेप में amu द्वारा प्रदर्शित करते हैं। कार्बन-12 के एक परमाणु का द्रव्यमान स्वेच्छा से ठीक 12 amu मान लिया गया है; अत: कार्बन-12 के एक परमाणु के द्रव्यमान के बारहवें (1/12) भाग को परमाणु द्रव्यमान इकाई कहते हैं।
परमाणु द्रव्यमान इकाई = \(\frac { 1 }{ 12 }\) x कार्बन-12 परमाणु का द्रव्यमान (1 amu- x mass of 6C12 atom )
कार्बन 12 समस्थानिक के एक परमाणु का वास्तविक द्रव्यमान 1.9926 × 10-23 ग्राम होता है जो 12 amu के बराबर होता है।
अत: 1 amu = \(\frac{1.9926 \times 10^{-23}}{12}\) = 1.66 × 10-24 ग्राम
1.66 × 10-24 ग्राम को amu का ग्राम तुल्यांक (gram equivalent) कहते हैं।
तत्वों के विभिन्न समस्थानिकों के परमाणुओं के द्रव्यमान तथा सब परमाण्विक कणों के द्रव्यमान प्राय: amu में व्यक्त किए जाते हैं। उदाहरणार्थ, 7N14 के एक परमाणु का द्रव्यमान 14.0032 amu है। एक इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान 0.0005486 amu है।

प्रश्न 7.
निम्नलिखित को परिभाषित कीजिए-
(i) परमाणु
(ii) अणु
(iii) अणुसूत्र।
उत्तर:
(i) परमाणु – परमाणु किसी तत्व का वह छोटे-से छोटा कण है जो रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेता है और स्वतन्त्र अवस्था में नहीं रह सकता है। दूसरे शब्दों में, परमाणु किसी तत्व का वह सूक्ष्मतम कण है जो सभी रासायनिक और भौतिक परिवर्तनों में अपनी रासायनिक पहचान बनाए रखता है।

(ii) अणु – अणु किसी तत्व या यौगिक वह सूक्ष्मतम कण है जिसका सामान्य अवस्था में अकेला या स्वतन्त्र अस्तित्व होता है और वह इस पदार्थ (तत्व या यौगिक) के सभी गुणों को दर्शाता है। एक अणु एक, दो या अधिक परमाणुओं से मिलकर बना हो सकता है। उदाहरण के लिए Ar या He (एकपरमाण्विक) H2, N2, HCl (द्विपरमाण्विक) H2O, CO2 (त्रिपरमाण्विक) तथा NH3, P4 (चतुर्परमाण्विक) इत्यादि।

(iii) अणुसूत्र – आण्विक सूत्र (अणुसूत्र ) वह सूत्र है जो किसी यौगिक के अणु में उपस्थित विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की वास्तविक संख्या को बताता है। उदाहरण के लिए हाइड्रोजन परॉक्साइड में हाइड्रोजन के 2 परमाणु तथा ऑक्सीजन के 2 परमाणु उपस्थित हैं और इसका अणुसूत्र H2 O2 है

प्रश्न 8.
निम्नलिखित को आप कैसे परिभाषित करेंगे?
(अ) परमाणु द्रव्यमान
(ब) आण्विक द्रव्यमान।
उत्तर:
(अ) परमाणु द्रव्यमान कार्बन के एक परमाणु के भार के 1/12 भाग से किसी तत्व का एक परमाणु जितने गुना भारी होता है, वह द्रव्यमान उस तत्व का परमाणु द्रव्यमान कहलाता है, जबकि एक कार्बन परमाणु का भार 12 लिया गया हो।

(ब) आण्विक द्रव्यमान किसी पदार्थ के अणु में उपस्थित सभी परमाणुओं के कुल द्रव्यमान के योग को आण्विक द्रव्यमान कहते हैं।

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु

प्रश्न 9.
तत्व के प्रतीक का क्या महत्त्व होता है?
उत्तर:
तत्व के प्रतीक के महत्त्व निम्नवत् हैं-

  • प्रत्येक तत्व का नाम प्रदर्शित करता है।
  • प्रत्येक तत्व के एक परमाणु को प्रदर्शित करता है।
  • प्रत्येक तत्व के परमाणुओं के एक मोल को व्यक्त करता है।
  • प्रत्येक तत्व के निश्चित द्रव्यमान का प्रतिनिधित्व करता है।

प्रश्न 10.
परमाणु तथा आयन में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
परमाणु तथा आयन में अन्तर

परमाणु आयन
1. यह विद्युत उदासीन होता है। यह विद्युत आवेशित होता है।
2. परमाणुओं का इलेक्ट्रॉ-निक विन्यास अस्थायी होता है (अक्रिय गैसों को छोड़कर) इलेक्ट्रॉनिक विन्यास स्थायी होते हैं।
3. स्वतन्त्र अवस्था में नहीं रह सकता है। स्वतन्त्र अवस्था में रह सकता है।

प्रश्न 11.
निम्नलिखित यौगिकों के सूत्र लिखिए-

  1. फेरिक सल्फेट
  2. मैग्नीशियम फॉस्फाइट
  3. ऐलुमिनियम कार्बोनेट
  4. सोडियम थायोसल्फेट
  5. कैडमियम नाइट्रेट
  6. क्रोमियम ऑक्साइड
  7. सोडियम सिलिकेट
  8. स्ट्रॉन्शियम बाइकार्बोनेट
  9. पोटैशियम जिंकेट
  10. कैल्सियम बोरेट

उत्तर:

  1. (i) Fe2 (SO4)3
  2. ) MgHPO3
  3. Al2(CO3)3
  4. Na2S2O3
  5. Cd(NO3)2
  6. Cr2O3
  7. Na2 SiO3
  8. Sr (HCO3)2
  9. K2ZnO2
  10. Ca3 (BO3)2

प्रश्न 12.
निम्नलिखित के द्वारा बने यौगिकों के सूत्र तथा नाम बताइए-
(i) Cu2+ तथा O2-
(ii) K+ तथा CO32-
(iii) Cu2+ तथा SO42-
(iv) Na+ तथा HCO3
उत्तर:
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु 1

प्रश्न 13.
निम्नलिखित के द्वारा बने यौगिकों के सूत्र तथा नाम लिखिए-
(i) Fe3+ तथा SO42-
(ii) Cr3+ तथा PO43-
(iii) Zn2+ तथा SO42-
(iv) Na+ तथा SO42-
(v) Hg22+ तथा Cr
(vi) NH4+ CO32-
उत्तर:
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु 2

प्रश्न 14.
निम्नलिखित के द्वारा बने यौगिकों के सूत्र तथा नाम लिखिए-
(i) प्लम्बस आयन तथा नाइट्रेट आयन
(ii) निकिल आयन तथा कार्बोनेट आयन
(iii) कैल्सियम आयन तथा ऑक्सेलेट आयन
(iv) अमोनियम आयन तथा ऐसीटेट आयन
(v) मैग्नीशियम आयन तथा कार्बोनेट आयन
(vi) लीथियम आयन तथा बाइकार्बोनेट आयन
उत्तर:
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु 3

प्रश्न 15.
निम्नलिखित के द्वारा बने यौगिकों के सूत्र तथा नाम लिखिए-
(i) पोटैशियम आयन तथा ब्रोमाइड आयन
(ii) कोबाल्ट आयन तथा नाइट्रेट आयन
(iii) मैंगनीज आयन तथा सल्फाइड आयन
उत्तर:
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु 4

प्रश्न 16.
निम्नलिखित यौगिकों के सूत्र लिखिए-
(i) जिंक फॉस्फेट
(ii) अमोनियम ऑक्सेलेट
(iii) मरक्यूरिक क्लोराइड
(iv) मरक्यूरस नाइट्रेट
(v) ऐलुमिनियम फ्लुओराइड
(vi) क्रोमियम क्लोराइड
(vii) लेड ऐसीटेट
(viii) क्यूप्रस ऑक्साइड
(ix) कॉपर (II) फॉस्फेट
(x) निकिल नाइट्रेट
उत्तर:
(i) Zn3(PO4)2
(ii) (NH4)2C2O4
(iii) HgCl2
(iv) Hg2(NO3)2
(v) AlF3
(vi) Cr Cl3
(vii) Cu2O
(ix) Cu3 (PO4)2
(x) Ni(NO3)2

प्रश्न 17.
निम्नलिखित यौगिकों के नाम लिखिए-
(i) Na2 SO4
(ii) (NH4)2SO4
(iii) Mn(OH)2
(iv) NaOH
(v) ZnSO4
(vi) Cocl2
(vii) KClO3
(viii) KBr
(ix) FeCl3
(x) Al2O3
(xi) (NH4)2Cr2O7
उत्तर:
(i) सोडियम सल्फेट
(ii) अमोनियम सल्फेट
(iii) मँगनीज हाइड्रॉक्साइड
(iv) सोडियम हाइड्रॉक्साइड
(v) जिंक सल्फेट
(vi) कोबाल्ट क्लोराइड
(vii) पोटैशियम क्लोरेट
(viii) पोटैशियम ब्रोमाइड
(ix) फेरिक क्लोराइड
(x) ऐलुमिनियम ऑक्साइड
(xi) अमोनियम डाइक्रोमेट
(xii) सिल्वर नाइट्रेट।

प्रश्न 18.
आण्विक द्रव्यमान क्या है? इसकी विभिन्न परिभाषाएँ देते हुए ग्राम अणुभार को भी स्पष्ट करें।
उत्तर:
आण्विक द्रव्यमान “किसी तत्व अथवा यौगिक का वह छोटे-से-छोटा कण जिसमें उस तत्व अथवा यौगिक के सभी गुण विद्यमान हों तथा जो स्वतन्त्र अवस्था में रह सकता हो, अणु कहलाता है।” किसी पदार्थ के एक अणु का द्रव्यमान बहुत ही कम होता है और इसको ज्ञात करना कठिन एवं असुविधाजनक होता है।

अतः अणु का वास्तविक द्रव्यमान को ज्ञात न करके हम आण्विक द्रव्यमान को औसत सापेक्षिक द्रव्यमान के रूप में ज्ञात कर सकते हैं किसी पदार्थ (तत्व या यौगिक) के सापेक्ष आण्विक द्रव्यमान को व्यक्त करने के लिए C-12 समस्थानिक का प्रयोग किया जाता है। इस प्रकार पदार्थ का आण्विक द्रव्यमान इस प्रकार परिभाषित किया जा सकता हैं-

किसी पदार्थ का आण्विक द्रव्यमान वह संख्या है जो यह प्रदर्शित करती है कि इस पदार्थ का एक अणु कार्बन- 12 (समस्थानिक) के एक परमाणु के बारहवें अंश से कितने गुना भारी है।
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु 5
ग्राम आण्विक द्रव्यमान – ” जब आण्विक द्रव्यमान को ग्राम में प्रकट किया जाता है, तो वह ग्राम आण्विक द्रव्यमान कहलाता है।” जैसे- क्लोरीन का आण्विक द्रव्यमान 71 है और ग्राम आण्विक द्रव्यमान 71 ग्राम हैं।

प्रश्न 19.
मोल संकल्पना क्या है? इसकी आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए मोलर द्रव्यमान को परिभाषित कीजिए।
उत्तर:
मोल संकल्पना रसायन शास्त्र में अतिसूक्ष्म स्तर पर कण (जैसे-परमाणुओं, अणुओं, कण, इलेक्ट्रॉनों आदि) की संख्या ज्ञात करने के लिए रसायनज्ञों को एक मानक मात्रक की आवश्यकता अनुभव हुई। इसलिए मोल संकल्पना का प्रादुर्भाव हुआ। इसके अनुसार,
“किसी पदार्थ का एक मोल उसकी वह मात्रा है जिसमें उतने ही कण उपस्थित होते हैं, जितने कार्बन – 12 समस्थानिक के ठीक 12 ग्राम (या 0.012 ग्राम) में परमाणुओं की संख्या होती है।”

यहाँ यह तथ्य महत्त्वपूर्ण है कि किसी पदार्थ के एक मोल में कर्णों की संख्या सदैव समान होगी, भले ही वह कोई भी पदार्थ हो। इस संख्या के सही निर्धारण के लिए कार्बन-12 परमाणु का द्रव्यमान द्रव्यमान स्पेक्ट्रममापी द्वारा ज्ञात किया गया जिसका मान 1.992648 x 10-23 ग्राम प्राप्त हुआ। कार्बन के 1 मोल का द्रव्यमान 12 ग्राम होता है; अतः कार्बन के 1 मोल में परमाणुओं की संख्या इस प्रकार होगी-
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु 6
1 मोल में कणों की यह संख्या अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। इसे ‘ आवोगाद्रो संख्या’ कहते हैं तथा ‘N’ या ‘N’ से व्यक्त करते हैं।

मोल संकल्पना की आवश्यकता परमाणु और अणु आकार में अत्यन्त छोटे होते हैं तथा किसी पदार्थ की बहुत कम मात्रा में भी इनकी संख्या बहुत अधिक होती है, इतनी बड़ी संख्याओं के साथ कार्य करने के लिए इतने ही परिमाण के एक मात्रक की आवश्यकता होती है। मोल संकल्पना के अनुसार 12 ग्राम कार्बन में 6.022 1023 ( आवोगाद्रो संख्या) कार्बन परमाणु होते हैं। चूँकि इस कणों को गिनना सम्भव नहीं है। अतः इनकी संख्या को मोल में व्यक्त करके कार्य करना सरल हो जाता है।

उदाहरणस्वरूप-
1 मोल में ऑक्सीजन परमाणुओं की संख्या = 6.022 × 1023
∴ 3 मोल में ऑक्सीजन परमाणुओं की संख्या
= 3 × 6.022 × 1023
= 1.81 x 1024 परमाणु
उपर्युक्त उदाहरण से स्पष्ट है कि ऑक्सीजन परमाणुओं की संख्या 1.81 1034 में व्यक्त करना अपेक्षाकृत कठिन कार्य है, अपितु इन्हें 3 मोल ऑक्सीजन परमाणु के रूप में व्यक्त करना अत्यन्त सरल है।

मोल द्रव्यमान – मोल को परिभाषित करने के पश्चात् किसी पदार्थ या उसके घटकों के एक मोल के द्रव्यमान को सरलता से प्राप्त किया जा सकता है।

“किसी पदार्थ के एक मोल के ग्राम में व्यक्त द्रव्यमान को उसका ‘मोलर द्रव्यमान’ कहते हैं।”
ग्राम में व्यक्त मोलर द्रव्यमान संख्यात्मक रूप से परमाणु द्रव्यमान या आण्विक द्रव्यमान या सूत्र द्रव्यमान के बराबर होता है।

उदाहरणार्थ-
जल का मोलर द्रव्यमान = 18.02 ग्राम
सोडियम क्लोराइड का मोलर द्रव्यमान = 58.5 ग्राम

आंकिक प्रश्न

प्रश्न 1.
CaCO3 के आण्विक द्रव्यमान की गणना कीजिए।
(Ca = 40u, C 12u, O = 16u)
हल:
CaCO3 का आण्विक द्रव्यमान
= (1 × 40) + (1 x 12) + ( 3 x 16 )
= 40 + 12 + 48 = 100u

प्रश्न 2.
ग्लूकोस (C6H12O6) के आण्विक द्रव्यमान की गणना कीजिए। (C = 12u, H = 1u, O = 16u)
हल:
C6H12O6 का आण्विक द्रव्यमान
=(6 × 12) + (12 × 1) + (6 × 16)
= 72 + 12 + 96 – 180 u

प्रश्न 3.
सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4) के आण्विक द्रव्यमान की गणना कीजिए।
हल:
H2SO4 का आण्विक द्रव्यमान
= (2 × 1) + (1 × 32) + (4 × 16)
= 2 + 32 + 64
= 98u

JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु

प्रश्न 4.
H3PO4 के सूत्र द्रव्यमान की गणना करो। (H = 1 u, P = 31u, O = 16u)
हल:
H3 PO4 का सूत्र द्रव्यमान
= (3 × 1) + 31 + ( 4 x 16)u
= (3 + 31 + 64) u
= 98u

प्रश्न 5.
सिद्ध कीजिए कि निम्नलिखित आँकड़े स्थिर अनुपात के नियम की पुष्टि करते हैं। कॉपर मोनोऑक्साइड के दो विभिन्न नमूनों में कॉपर के द्रव्यमान निम्नलिखित थे –
(i) 1.26 ग्राम कॉपर, 1.42 ग्राम ऑक्साइड में
(ii) 1.008 ग्राम कॉपर, 1.136 ग्राम ऑक्साइड में। (कॉपर का परमाणु भार 63, ऑक्सीजन का परमाणु भार – 16)
हल:
पहले नमूने में,
कॉपर मोनोऑक्साइड का द्रव्यमान = 1.42 ग्राम
कॉपर का द्रव्यमान = 1.26 ग्राम
∴ ऑक्सीजन का द्रव्यमान = (1.42 – 1.26) ग्राम
= 0.16 ग्राम
अत: कॉपर तथा ऑक्सीजन का अनुपात = 1.26 : 0.16 = 7.875 : 1
दूसरे नमूने में,
कॉपर मोनोऑक्साइड का द्रव्यमान = 1.136 ग्राम
कॉपर का द्रव्यमान = 1.008 ग्राम
∴ ऑक्सीजन का द्रव्यमान = (1.136 – 1.008) ग्राम
= 0.128 ग्राम
अत: कॉपर तथा ऑक्सीजन का अनुपात
= 1.008 : 0.128 ग्राम
= 7.875 : 1
चूँकि इन दोनों नमूनों में कॉपर तथा ऑक्सीजन के द्रव्यमानों के अनुपात 7.8751 से प्रदर्शित होता है कि कॉपर मोनोऑक्साइड में उसके अवयवी तत्वों के द्रव्यमानों का अनुपात स्थिर होता है अतः इन आँकड़ों से स्थिर अनुपात के नियम की पुष्टि होती है।

प्रश्न 6.
एक प्रयोग में 2.4 ग्राम आयरन ऑक्साइड को हाइड्रोजन द्वारा पूर्णतया अपचयित करने पर 1.68 ग्राम आयरन प्राप्त होता है। दूसरे प्रयोग में 2.90 ग्राम आयरन ऑक्साइड अपचयित होने पर 2.03 ग्राम आयरन देता है। इन प्रयोगों के परिणामों से स्थिर अनुपात का नियम सिद्ध कीजिए।
हल:
पहले प्रयोग में,
आयरन ऑक्साइड का द्रव्यमान = 2.40 ग्राम
आयरन का द्रव्यमान = 1.68 ग्राम
अत: संयुक्त ऑक्सीजन का द्रव्यमान
= (2.40- 1.68) ग्राम
= 0.72 ग्राम
अब आयरन एवं ऑक्सीजन के द्रव्यमान का अनुपात
= 1.68 : 0.72 = 7 : 3
दूसरे प्रयोग में,
आयरन ऑक्साइड का द्रव्यमान = 2.90 ग्राम
आयरन का द्रव्यमान = 2.03 ग्राम
अत: संयुक्त ऑक्सीजन का द्रव्यमान
= (2.90-2.03) ग्राम = 0.87 ग्राम
आयरन एवं ऑक्सीजन के द्रव्यमानों का अनुपात
= 2.03 : 0.87 = 7 : 3
चूँकि दोनों प्रयोगों में आयरन ऑक्साइड में आयरन तथा ऑक्सीजन के द्रव्यमानों के अनुपात 7 3 से स्पष्ट है कि आयरन ऑक्साइड में उसके अवयवी तत्वों के द्रव्यमानों का अनुपात स्थिर होता है। अतः इससे स्थिर अनुपात के नियम की पुष्टि होती है।

प्रश्न 7.
एक प्रयोग में तत्व A के 12 ग्राम तत्व B के 16 ग्राम से संयोग करके एक यौगिक बनाते हैं। दूसरे प्रयोग में तत्व A के 3 ग्राम, तत्व B के 4 ग्राम से संयोग करके यौगिक बनाते हैं। कारण सहित बताइए कि इन आँकड़ों से रासायनिक संयोग के किस नियम का सत्यापन होता है?
हल:
प्रथम प्रयोग में, A: B = 12:16 = 3:4
दूसरे प्रयोग में, A:B = 3:4
A तथा B के द्रव्यमानों में समान अनुपात होने के कारण स्पष्ट है कि उपर्युक्त आँकड़े स्थिर अनुपात के नियम की पुष्टि करते हैं।

प्रश्न 8.
निम्नलिखित के मोलर द्रव्यमान की गणना कीजिए तथा उनकी उपयुक्त मात्रक इकाइयाँ दीजिए-
C2 H5 OH, PCl5
हल:
(i) C2 H5 OH का मोलर द्रव्यमान
= [ 2 × 12 + 5 × 1 + 16 + 1] amu
= 24 + 5 + 16 + 1 46 amu
= 46 ग्राम / मोल

(ii) PCI का मोलर द्रव्यमान = [31 + 5 x 35.5] ग्राम / मोल
= 31 + 177.5 ग्राम/मोल
= 208.5 ग्राम / मोल

प्रश्न 9.
निम्नलिखित के आण्विक द्रव्यमान का परिकलन कीजिए- (i) CH2Cl2
(ii) H2O2
हल:
(i) CH2Cl2 का आण्विक द्रव्यमान
= [12 + 2 × 1 + 2 × 35.5]
= 12 + 2 + 71
= 85u

(ii) H2 O2 का आण्विक द्रव्यमान
= [2 × 1 + 2 × 16]
= 2 + 32
= 34.u

प्रश्न 10.
नीचे दिए गए यौगिकों के सूत्र द्रव्यमान का परिकलन कीजिए-
(i) MgO
(ii) AlCl3
हल:
(i) MgO का सूत्र द्रव्यमान = [24 + 16] = 40 ग्राम
(ii) AlCl3 का सूत्र द्रव्यमान = [27 + 3 × 35.5]
= 27 + 106.5 = 133.5 ग्राम

प्रश्न 11.
सोडियम कार्बोनेट डेकाहाइड्रेट (Na2 CO3.10H2O) एक महत्त्वपूर्ण औद्योगिक रसायन है। उसके सूत्र द्रव्यमान का परिकलन कीजिए।
हल:
Na2 CO3.10H2O का सूत्र द्रव्यमान
= [(2 × 23) + 12 + (316) +10 (21) + 163] ग्राम
= [46 + 12 + 48 + 10 (18)] ग्राम
= [46 + 12 + 48 + 180] ग्राम
= 286 ग्राम

प्रश्न 12.
निम्नलिखित में से प्रत्येक में परमाणुओं की संख्या ज्ञात कीजिए-
(i) 52 मोल He
(ii) 52 u He
(iii) 52 ग्राम He
हल:
(i) 1 मोल He में परमाणुओं की संख्या
= 6.022 x 1023
∴ 52 मोल He में परमाणुओं की संख्या
= 6.022 × 1023 x 52
= 3.13 x 1025 परमाणु

(ii) He का परमाणु द्रव्यमान – 4 u
∵ 4 u द्रव्यमान He के एक परमाणु का द्रव्यमान है,
∴ 52u द्रव्यमान होगा \(\frac { 52 }{ 4 }\) He परमाणु का = 13 परमाणु

(iii) He का ग्राम परमाणु द्रव्यमान = 4g
4 ग्राम He में परमाणुओं की संख्या = 6.022 x 1023
∴ 52 ग्राम He में परमाणुओं की संख्या
= 6.022 × 1023 x \(\frac { 52 }{ 4 }\)
= 7.83 x 1024 परमाणु

प्रश्न 13.
प्राप्त कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा का परिकलन कीजिए जब-
(i) 1 मोल कार्बन को हवा में जलाया जाता है, और
(ii) 1 मोल कार्बन को 16 ग्राम ऑक्सीजन में जलाया जाता है।
हल:
हवा में कार्बन को जलाने का रासायनिक समीकरण निम्नलिखित है-
JAC Class 9 Science Important Questions Chapter 3 परमाणु एवं अणु 7

(i) जब 1 मोल कार्बन को वायु में जलाया जाता है-
1 मोल कार्बन जलकर CO2 उत्पन्न करेगा = 1 मोल = 44 ग्राम

(ii) जब 1 मोल कार्बन को 16 ग्राम ऑक्सीजन में जलाया जाता है-
1 मोल कार्बन के लिए आवश्यक ऑक्सीजन = 32 ग्राम = 1 मोल
परन्तु ऑक्सीजन का उपलब्ध द्रव्यमान = 16 ग्राम = \(\frac { 1 }{ 2 }\) मोल
अतः ऑक्सीजन सीमित मात्रा में है अर्थात् यह Limit-ing reagent है।
∴ उत्पन्न CO2 का द्रव्यमान = \(\frac { 1 }{ 2 }\) मोल = 22 ग्राम

प्रश्न 14.
एथेन (C2H6) के तीन मोलों में निम्नलिखित का परिकलन कीजिए-
(i) कार्बन परमाणुओं के मोलों की संख्या,
(ii) हाइड्रोजन परमाणुओं के मोलों की संख्या,
(iii) एथेन के अणुओं की संख्या।
हल:
(i) एथेन (C2H6) के 1 मोल में कार्बन परमाणुओं के 2 मोल उपस्थित हैं,
अत: एथेन (C2H6) के 3 मोलों में कार्बन परमाणुओं के 2 × 3 = 6 मोल उपस्थित होंगे।

(ii) एथेन (C2H6) के 1 मोल में हाइड्रोजन परमाणुओं के 6 मोल उपस्थित हैं।
अतः एथेन (C2H6) के 3 मोलों में हाइड्रोजन परमाणुओं के 3 × 6 = 18 मोल उपस्थित होंगे।

(iii) 1 मोल C, H में अणुओं की संख्या
= 6.022 × 1023
∵ 3 मोलो C2H6 में अणुओं की संख्या
= 3 × 6.022 × 1023
= 1.81 × 1024 अणु